मंगलवार, 1 सितंबर 2020

चिंताः घट रही है मोदी की लोकप्रियता

फिसल रही है मोदी की लोकप्रियता, यूट्यूब पर लाइक से ज्यादा डिस्लाइक मिलने पर भाजपा चिंतित।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ नीचे गिर रहा है। अगर उनके मन की बात कार्यक्रम के यूट्यूब पर रिएक्शन को आधार बनाया जाय तो ऐसा ही लगता है।
प्रधानमंत्री ने रविवार 30 अगस्त को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ को संबोधित किया। सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म यूट्यूब पर भी ये कार्यक्रम प्रसारित हुआ लेकिन दर्शकों के रिएक्शन को देखकर ऐसा लग रहा है कि यह लोगों को रास नहीं आया। यही वजह है कि पीएम मोदी के ‘मन की बात’ को यूट्यूब पर पसंद करने वाले लोगों की संख्या से अधिक संख्या नापसंद करने वाले लोगों की देखी गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से बने यूट्यूब अकाउंट पर ‘प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी मन की बात विद नेशन’ शीर्षक से वीडियो अपलोडेड है। इस वीडियो के आंकड़ों पर गौर करने से पता चलता है कि इस वीडियो को 35 हजार लोगों ने जहां लाइक किया है, वहीं करीब 90 हजार लोगों ने डिस्लाइक किया है। अब तक इस वीडियो को 668,852 व्यूज मिल चुके हैं। लाइक से ज्यादा डिस्लाइक की संख्या ने भाजपा के रणनीतिकारों को चिंता में डाल दिया है। पार्टी कारणों का पता लगाने में जुटी है कि ऐसा क्यों हुआ।                      


शासन ने करोड़ों रूपये पंचायतों को दिए

सरायपाली। ग्राम पंचायतों में सरपंचों व सचिवों द्वारा शासकीय राशियों की बंदरबाट व भ्रष्टाचार किया जाता है यह न किसी अधिकारी , जनप्रतिनिधियों व प्रशासन से छिपा है। ग्रामीण क्षेत्रो में जनसुविधाओं को बढ़ाने निर्माण व विकास कार्यो के लिए शासन द्वारा करोड़ो रूपये ग्रामपंचायतों को प्रदान किया जाता है जिसमे से मुश्किल से 40 से 50 प्रतिशत ही कार्य होता है बाकी शेष रकम कमीशनखोरी व बंटवारे में निकल जाता है। भ्र्ष्टाचार को सार्वजनिक करने वाले  मीडिया से जुड़े पत्रकारों को भी पेपर , विज्ञापन व नगद राशि के माध्यम से उन्हें भी सेट कर दिया जाता है ताकि निश्चिंत होकर भ्रस्टाचार कर सकें। सर्वाधिक दुखद पहली यह है कि जब किसी पंचायतों की शिकायत संबंधित ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों , पत्रकारों व अन्यों के द्वारा संबंधित अधिकारियों से प्रामाणिक दस्तावेजो के साथ कि जाती है तो उसके बावजूद भी अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही अथवा जांच नही की किये जाने से भ्रष्टाचारीयों में डर व भय समाप्त हो गया है।इसके बावजूद जब कुछ कार्यवाही होनी होती है तो राजनैतिक , प्रशासनिक व जनप्रतिनिधियों द्वारा कार्यवाही नही किये जाने का निर्देश जारी कर दिया जाता है। कुछेक सरपंच व सचिव लोग राजनीति से जुड़े होने के कारण उन्हें सत्ताधारी पार्टी का सरंक्षण प्राप्त हो जाता है। इनकी फोटो बाकायदा  विज्ञापनों व पोस्टरों में बेहिचक दिखाई देती है। पार्टी व पत्रकारों को विज्ञापन देकर सभी को उपकृत करने व स्वयं को संरक्षित करने का प्रयास किया जाता है। इन सबमें सबसे अहम भूमिका सरपंच व सचिव संघ की रहती है जो अधिकारियों व नेताओ के संपर्क में लगातार रहकर अपने आपको बचाते हैं। आज भी सरायपाली जनपद में कई ऐसे सचिव हैं जो सालों से सरायपाली में ही अपने आकाओं के सरंक्षण में टिके हुवे है। ये पुराने सचिव काम कम करते हैं व नेतागिरी करते अधिक पाये गए है। संघ की आड़ में राजनीति करने व अपनो को सिर्फ बचाने का जारी अधिक किया जाता है। संघ का मूल उद्देश्य ही सिर्फ यही रह गया है।           


डीएम ने जिलापूर्ति विभाग की टीम को भेजा

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। खवाजा गरीब नवाज गैस एजेंसी के सपलायरो द्वारा गैस सिलेंडर कटिग करते हुए आज प्रताप विहार से लोगों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया जिसकी शिकायत डी एम अजय शकर पाडेय से डी एम ने जिलापूर्ति विभाग की टीम को भेजा। टीम प्रताप विहार पुलिस चौकी पहुंची और अपनी कार्यवाही की। चौकी प्रभारी राघवेंद्र तोमर व ए आर ओ अशवनी कुमार ने बताया कि सप्लायर पुराना काटा लेकर चल रहे थे तथा उन पर आधार कारड नहीं था कुछ सिलेंडर तोल मे कम थे उन्होंने बताया कि वाट,माप तोल अधिनियम के तहत एजेंसी के खिलाफ कार्यवाही की गई है।                


1 खिलाड़ी समेत 12 मेंबर्स हुए संक्रमित

नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन का आयोजन 19 सितंबर से होना है। लेकिन सीएसके के एक खिलाड़ी समेत 12 मेंबर्स के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की वजह से लीग को लेकर नए सवाल खड़े हो गए हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि कोरोना के मामलों की वजह से सीएसके को ओपनिंग मैच से बाहर रखा जा सकता है। धोनी की अगुवाई वाली सीएसके पिछले सीजन की उपविजेता रही है। 


बीसीसीआई ने 19 सितंबर से शुरू हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन का शेड्यूल अब तक जारी नहीं किया है। हालांकि आईपीएल का शुरुआती मैच पिछले सीजन की विजेता और उपविजेता टीम के बीच ही खेला जाता है।बीसीसीआई ने पहले जो शेड्यूल जारी किया था उसमें आईपीएल 13 का आगाज मुंबई इंडियंस और सीएसके के बीच टक्कर से होना था।               


नंदी ग्राम सुंगेरा के पास हुआ शव बरामद

रायपुर। धरसींवा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक युवक की खारुन नदी ग्राम सुंगेरा के पास शव बरामद हुआ है जो की धरसीवां क्षेत्र के अंतिम छोर का गांव हैं अभी तक शिनाख्त नहीं हो सकी है। लेकिन शव पूरी तरीके से गल गया है, लेकिन उसके हाथ में मोबाइल अभी भी पकड़ा हुआ देख रहा है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है हालांकि शव को देख कर काफी पुराना है वैसे इस क्षेत्र में गांव से काफी दूर नदी पड़ती हैं जिसके चलते लोगों को लाश का पता नहीं चल पाया नदी किनारे इलाका सुनसान पाया जाता है काफी पुरानी होने के बाद लाश लोगों की नजर पड़ी बॉडी पूरी तरीके से सड़ गई है लाश को कब्जे में लेकर पुलिस प्रशासन शव को पोस्टमार्टम कर जांच में जुटी धरसीवा पुलिस|



इसे भी पढ़े   आर पी एफ ने निराश्रितों को कराया भोजन           


चुनिंदा गर्भपातः लड़कियों की संख्या घटेगी

नई दिल्ली। भारत में चुनिंदा गर्भपात के चलते 2030 तक लड़कियों के जन्म के आंकड़े में लगभग 68 लाख की कमी आएगी और सबसे अधिक कमी उत्तर प्रदेश में देखने को मिलेगी। सऊदी अरब की किंग अब्दुल्ला यूनिवसिर्टी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी और यूनिवर्सिटे डे पेरिस, फ्रांस के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन के बाद यह बात कही है।


1970 के दशक से भारत में रहा है असंतुलन
अध्ययन में कहा गया है कि भारत में प्रसव पूर्व लिंग चयन और सांस्कृतिक रूप से लड़कों को अधिक प्राथमिकता दिए जाने की वजह से 1970 के दशक के समय से जन्म के समय लैंगिक अनुपात में असंतुलन रहा है। शोधकर्ताओं ने कहा कि इस तरह के असंतुलन से प्रभावित दूसरे देशों के विपरीत भारत में लैंगिक अनुपात में असंतुलन क्षेत्रीय विविधता के हिसाब से अलग-अलग है।               


दुष्कर्म पर कांग्रेसियों ने किया 'धरना- प्रदर्शन'

नैनीताल। द्वाराहाट विधायक पर दुष्कर्म का मुकदमा शीघ्र दर्ज करने की मांग को लेकर सोमवार को कांग्रेसियों ने सरोवर नगरी नैनीताल के तल्लीताल गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन कर उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान उत्तराखंड महिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक नैनीताल श्रीमती सरिता आर्य ने कहा कि द्वाराहाट के विधायक पर दुष्कर्म का मामला राज्य सरकार के दबाब में दर्ज नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक और भाजपा बेटी बचाओ का नारा दे रही है तो दूसरी ओर खुद भाजपा नेता ही बेटियों का अपमान कर रहे हैं। लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के चलते उन पर मुकदमें दर्ज नहीं हो रहे हैं।
पूर्व विधायक ने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी को देखते हुए अब तो ऐसा लगता है कि भाजपा नेताओं से ही बेटियों का बचाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि विधायक प्रकरण की जल्द से जल्द जांच हो, और सरकार को इस मामले में दखल नहीं देना चाहिए।
इस दौरान पूर्व सांसद महेंद्र पाल ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा बेरोजगारों के संग छल करते हुए अपने बच्चों को बिना विज्ञप्ति निकाले बैकडोर से सरकारी नौकरी में नियुक्त किया जा रहा है।यह प्रदेश के युवाओं के साथ नाइंसाफी है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
इस धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में नगर कांग्रेस अध्यक्ष अनुपम कबड़वाल, हेम चंद आर्य, सुमित हृदयेश, खष्टी बिष्ट, मुकेश जोशी मंटु, मनमोहन कनवाल, पुष्कर बोरा, जेके शर्मा, संजय कुमार, पप्पू कर्नाटक, सूरज पांडे, कैलाश अधिकारी, राजेंद्र समेत कई अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ता शामिल थे।             


'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...