शुक्रवार, 28 अगस्त 2020

जेल में उगाई करने वाले रैकेट का भंडाफोड़

नई दिल्ली। पूर्वोत्तर दिल्ली की मंडोली जेल से चलाए जा रहे एक उगाही (जबरन वसूली) रैकेट का दिल्ली पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस सिलसिले में जेल के 50 वर्षीय मुख्य जेल वार्डन सहित पांच को गिरफ्तार किया गया है।


पुलिस ने कहा कि नंदू गैंग का एक सक्रिय सदस्य जो जबरन वसूली कर धंधे में शामिल होने के कारण कुख्यात है, उसकी पहचान विकास के रूप में हुई है जो रैकेट का मास्टरमाइंड है और कथित तौर पर जेल से इसका संचालन करता है, जहां वह वर्तमान में बंद है। जहां मुख्य वार्डन की पहचान राजेंद्र सिंह के रूप में की गई है, वहीं अन्य चार आरोपी जगमोहन (23), विकास (28), प्रमोद कुमार (30) और हनी राजपाल (35) हैं।

प्रमोद, जो न्यायिक हिरासत में था, को हाल ही में अंतरिम जमानत मिली थी, जबकि राजपाल हत्या के आरोप में जेल में बंद हैं।  पूछताछ के दौरान, प्रमोद ने कबूला कि जेल में उसकी मुलाकात राजपाल से हुई, जो इस समय एक हत्या के मामले में मंडोली जेल में है। जब उसे अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया, तो राजपाल ने प्रमोद को जेल में 10 सिम कार्ड देने और मुख्य वार्डन राजेंद्र के माध्यम से जेल भेजने के लिए बुलाया, जिसके लिए उसे 2000 रुपये प्रति सिम देने का वादा किया गया था।


द्वारका के डीसीप एन्टो अल्फोंस ने कहा, “इस पर, उसने अपने नाम पर 4 सिम जारी कराए और अपने भाई जगमोहन के नाम पर 6 सिम जारी कराए और अलग-अलग मौकों पर मुख्य वार्डन राजेंद्र को मंडोली जेल और खजुरी खास चौक पर सौंप दिया।”जांच के दौरान, सिम कार्ड डीलरों की जांच की गई, उनका रिकॉर्ड चेक किया गया और 50 वर्षीय आरोपी राजेन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया गया।


उसके खुलासे और व्हाट्सएप चैट के आधार पर, टीम ने दिल्ली के गांव बक्करवाला निवासी हनी राजपाल और इस रैकेट के मास्टरमाइंड विकास उर्फ पीके को गिरफ्तार कर लिया।           


पीएम ने योजना को 'गेम चेंजर करार' दिया

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरूआत को छह साल पूरे हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योजना को गेम चेंजर करार दिया है। उन्होंने शुक्रवार को छठी वर्षगांठ पर इस योजना की उपलब्धियों से जुड़े आंकड़े भी जारी किए।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज, छह साल पहले, प्रधानमंत्री जनधन योजना को बैंकिंग के महत्वाकांक्षी उद्देश्य के साथ शुरू किया गया था। यह पहल एक गेम चेंजर रही है, जो कई गरीबी उन्मूलन पहलों के लिए आधार के रूप में काम करती है, जिससे करोड़ों लोगों को लाभ होता है।”


उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री जन धन योजना की बदौलत कई परिवारों का भविष्य सुरक्षित हो गया है। लाभार्थियों का एक उच्च अनुपात ग्रामीण क्षेत्रों से है, जिसमें महिलाएं हैं। मैं उन सभी लोगों की सराहना करता हूं, जिन्होंने प्रधानमंत्री जनधन योजना को सफल बनाने के लिए अथक परिश्रम किया है।”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योजना की उपलब्धियां बताने के लिए ट्वीट कर योजना से जुड़े आंकड़ों का चार्ट भी जारी किया है। जिसके मुताबिक, अगस्त 2020 तक देश में कुल 40.35 करोड़ खाते खुल चुके हैं, जबकि पिछले साल अगस्त 2019 तक यह आंकड़ा 36.79 करोड़ था। 63 प्रतिशत बैंक खाते गांवों में खुले हैं। सर्वाधिक 55.2 प्रतिशत खाते महिलाओं के हैं। इस योजना के तहत दो लाख रुपये की निशुल्क दुर्घटना बीमा के साथ डेबिट कार्ड भी जारी किए गए हैं।           


सितंबर में होंगे 'फाइनल ईयर' के एग्जाम

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग का 30 सितंबर से पहले अंतिम वर्ष की विश्वविद्यालय परीक्षा आयोजित कराने का दिशानिर्देश सही है और राज्य और विश्वविद्यालय परीक्षा आयोजित किए बिना छात्रों को प्रमोट नहीं कर सकते।


न्यायाधीश अशोक भूषण, आर. सुभाष रेड्डी और एम.आर. शाह की पीठ ने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत राज्य सरकारों को महामारी के मद्देनजर परीक्षा स्थगित करने का आदेश देने का अधिकार है और इसके लिए, यदि कोई राज्य यूजीसी के दिशानिर्देश के परे जाकर अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को स्थगित करना चाहता है तो फिर संबंधित राज्य को उस राज्य में अंतिम वर्ष की परीक्षा के लिए नए सिरे से तारीख तय करने के लिए यूजीसी से परामर्श करना चाहिए।

इसका मतलब यह है कि यूजीसी की 30 सितंबर की समय सीमा राज्य सरकारों के लिए पालन करना अनिवार्य नहीं है और वे फाइनल परीक्षा आयोजित करने के लिए 30 सितंबर से आगे की तारीख तय कर सकते हैं। सुनवाई के दौरान, शीर्ष अदालत ने यूजीसी से पूछा था कि अगर किसी राज्य में कुछ निश्चित स्थिति है, तो परीक्षाओं के समय पर अपना फैसला ले सकता है। शीर्ष अदालत का फैसला देश भर के विश्वविद्यालयों को यूजीसी के निर्देश को चुनौती देने वाली याचिकाओं के मद्देनजर आया है।           


देश में कोरोना ने तोड़े सारे रिकॉर्ड

नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी की लगातार विकराल होती स्थिति के बीच पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 77 हजार से अधिक नये मामले सामने आये हैं। राहत की बात यह रही कि इस दौरान 60 हजार से अधिक मरीज संक्रमणमुक्त भी हुए। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 77,266 नये मामलों के साथ संक्रमितों का आंकड़ा 33,87,501 हो गया। इस दौरान 60,177 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिससे कोरोना से मुक्ति पाने वालों की संख्या 25,83,948 हो गयी है। स्वस्थ होने वालों की तुलना में संक्रमण के नये मामले अधिक होने से सक्रिय मामले 16,032 बढ़कर 7,42,023 हो गये हैं। देश के केवल 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इस दौरान मरीजों की संख्या कम हुई है तथा इस अवधि में 1,057 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 61,529 हाे गयी। देश में सक्रिय मामले 21.90 प्रतिशत और रोगमुक्त होने वालों की दर 76.28 प्रतिशत है जबकि मृतकों की दर 1.82 प्रतिशत है।


कोरोना से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में सक्रिय मामलों की संख्या 5,366 बढ़कर 1,78,561 हो गयी तथा 355 लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 23,444 हो गया। इस दौरान 9,136 लोग संक्रमणमुक्त हुए जिससे स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़कर 5,31,563 हो गयी। देश में सर्वाधिक सक्रिय मामले इसी राज्य में हैं। आंध्र प्रदेश में इस दौरान मरीजाें की संख्या 2001 बढ़ने से सक्रिय मामले 94,209 हो गये। राज्य में अब तक 3,633 लोगों की मौत हुई है, वहीं कुल 2,95,248 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं। दक्षिणी राज्य कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान मरीजों की संख्या में 1,379 की वृद्धि हुई है और यहां अब 85,006 सक्रिय मामले हैं। राज्य में मरने वालों का आंकड़ा 5,232 पर पहुंच गया है तथा अब तक 2,19,554 लोग स्वस्थ हुए हैं।


तमिलनाडु में सक्रिय मामलों की संख्या 52,364 हो गयी है तथा 6948 लोगाें की मौत हुई है। वहीं राज्य में अब तक 3,43,930 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं। आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भी इस दौरान 992 मरीजों की वृद्धि हुई है जिससे सक्रिय मामले 52,309 हो गये हैं तथा इस महामारी से 3217 लोगों की मौत हुई है जबकि 1,52,893 मरीज ठीक हुए हैं।         


लोगों से छात्रों की आवाज बनने का आह्वान

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना महामारी के बीच संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के आयोजन को छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ बताते हुए लोगों से ‘स्पीकअप’ कार्यक्रम से जुड़कर उनकी (छात्रों की) आवाज़ बनने और सरकार पर परीक्षा स्थगित करने के लिए दबाव बनाने का  आग्रह किया है। राहुल गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा “लाखों परेशान छात्रों के साथ अपनी आवाज़ जोड़िए। स्पीकअप फ़ॉर स्टूडेंट सेफ्टी आज 10 बजे से। आइए, सरकार से छात्रों की बात सुनने की माँग करें।”


इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर कहा “कोरोना महामारी में नीट और जेईई की परीक्षाएं करवाने का फैसला छात्र-छात्राओं को कोरोना के खतरे में धकेल रहा है। छात्र-छात्राओं पर मानसिक तनाव बढ़ रहा है; भाजपा सरकार छात्र शक्ति की आवाज सुन कर फैसला करें।”           


युवकों को आतंक की राह पर लाने वाला

आईबी ने शुरू की बारूदी कनेक्शन की खोज


लखनऊ। संदिग्ध आतंकी मुस्तकीम सिद्धार्थनगर के ढेबरुआ में अक्सर तकरीर सुनने जाता था। वहां के दर्जनभर युवकों से उसके सम्बन्ध हैं। एक युवक ऐसा है जिससे मुस्तकीम की बराबर बातचीत होने की बात कही जा रही है। वह आतंकी बनने के लिए ढेबरुआ के युवकों को तैयार कर रहा था। दिल्ली स्थित पुलिस सेल की नजर अब सिद्धार्थनगर पर टिकी है। इधर बढ़या भैसाही गांव में सन्नाटा पसरा है। बढ़या भैसाही निवासी संदिग्ध आतंकी मो. मुस्तकीम उर्फ अबू युसुफ उर्फ बाबा का इलाके से कोई लेना-देना नहीं था। वह गांव में किसी से बोलचाल नहीं रखता था। क्षेत्र में भी उसका कहीं उठना बैठना नहीं था। वह अपने काम से काम रखता। बताते हैं कि वह महीने में दो बार घर से दो किलोमीटर दूर स्थित तैय्यबपुर गांव ससुराल जाता था। इसके अलावा वह महीने में चार बार सिद्धार्थनगर जिला स्थित ढेबरुआ थाना के नेपाल सीमा से सटे कृष्णानगर में बहन के घर जाता था। वहां मुस्तकीम तकरीर में बैठकर युवाओं को गुमराह करता था। वहां के करीब दर्जनभर युवक उससे जुड़े हैं।
बताया जाता है कि मुस्तकीम तकरीर के बाद वह युवकों को आतंकी संगठन से जुड़ने की प्रेरणा देता था। उसमें से एक युवक मुस्तकीम से जुड़ गया था। आईबी ने जिन सात लोगों से मुस्तकीम का सम्बन्ध बताया है उसमें एक नाम ढेबरुआ के युवक का है। मुस्तकीम उससे रोज बात करता था। ढेबरुआ निवासी युवक आईबी के निशाने पर है। मुस्तकीम का गांव व उसके ससुराल के बीच दो किलोमीटर की दूरी है।
बताते हैं कि मुस्तकीम अक्सर अपनी ससुराल जाता था। ससुराल में उसके कई लोगों से संपर्क थे। आईबी इस बार तैय्यबपुर का भी दौरा कर सकती है। वहां भी कई लोगों से पूछताछ की संभावना है। मुस्तकीम के पकड़े जाने के बाद उसकी बीबी मायके चली गई है। एसपी देवरंजन वर्मा ने बताया कि हर बिंदु पर आईबी की नजर है। लोकल पुलिस भी जांच कर रही है। गुरुवार को स्थानीय खुफिया तंत्र के लोग हासिमपारा, चिरकुटिया व बढ़या भैसाही गांव में गए थे। वहां कई लोगों से पूछताछ की। बताया जाता है कि खुफिया तंत्रों के हाथ कोई महत्वपूर्ण सुराग नहीं लगे। सभी ने मुस्तकीम के बारे में विशेष जानकारी होने से इन्कार किया। बताया जाता है कि रिमांड पूरा होने के पहले आईबी गांवों में पूछताछ के लिए आएगी। स्थानीय खुफिया तंत्रों को मुस्तकीम के बारे में कोई जानकारी नहीं है। अधिकारी सिर्फ इसलिए दौड़-भाग में लगे हैं जितने में वे मुस्तकीम के बारे में प्रशासनिक जानकारी देकर अपनी इज्जत बचा सकें। वहीं संदिग्ध आतंकी के निवास स्थल बढ़या भैसाही गांव में सन्नाटा पसरा है।              


लखीमपुर खीरी में हुआ रेप केस का खुलासा

लखीमपुर खीरी: रेप केस का खुलासा, हत्या से पहले 13 बार हुई थी आरोपी और पीड़िता की बात


आदर्श श्रीवास्तव


लखीमपुर खीरी। नीम का थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 17 साल की दलित छात्रा जो 25 अगस्त को 8:00 बजे अपने घर से स्कॉलरशिप का ऑनलाइन भरने अपने कस्बे में गई थी. शाम तक जब छात्रा नहीं लौटी तो घर वालों ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी।


दलित लड़की की हत्या के मामले में गिरफ्तारी


स्कॉलरशिप फॉर्म भरने गई थी छात्रा


तालाब के किनारे मिली लाश


लखीमपुर खीरी जिले में 17 साल की दलित छात्रा की रेप के बाद हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी दर्जी को गिरफ्तार कर लिया है। नीम का थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 17 साल की दलित छात्रा जो 25 अगस्त को 8:00 बजे अपने घर से स्कॉलरशिप का ऑनलाइन फॉर्म भरने अपने कस्बे में गई थी।शाम तक जब छात्रा नहीं लौटी तो घर वालों ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी। 


26 अगस्त को छात्रा का शव गांव के बाहर तालाब के किनारे खेत के पास पड़ा मिला. छात्रा का गला कटा हुआ था। पुलिस ने इस मामले में दिलशाद नाम के युवक को गिरफ्तार किया है


रेप के बाद हत्या


पुलिस ने बताया कि दलित छात्रा की रेप के बाद हत्या के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने तीन टीमें बनाई और जांच शुरू कर दी। पुलिस के मुताबिक छात्रा की एक दर्जी से जान-पहचान थी। आरोपी युवक ने लड़की को मिलने के लिए सुनसान जगह पर बुलाया था। वहीं पर युवक दिलशाद ने नाबालिग दलित छात्रा की हत्या कर दी।आरोपी ने कबूला अपराधः लखीमपुर खीरी जिले के एसपी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि छात्रा के साथ रेप कर हत्या के बाद फरार हुए आरोपी दिलशाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उसने अपना जुर्म कबूल लिया है।


मृतका की आरोपी से थी जान-पहचान


पुलिस ने कहा कि मृतका की आरोपी व्यक्ति से कई महीनों से बातचीत हुआ करती थी। घटना से 1 दिन पूर्व मृतका द्वारा उस संदिग्ध व्यक्ति से 13 बार बात हुई। पुलिस ने संदेह के आधार पर अभियुक्त दिलशाद पुत्र साजिद को पूछताछ के लिए बुलाया। पुलिस के दौरान आरोपी ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है।           



कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...