सिदगोड़ा। जमशेदपुर के सिदगोड़ा प्रोफेशनल कॉलेज कोविड केयर सेंटर में एक महिला सिपाही के साथ दूसरे सिपाही ने दुष्कर्म किया। घटना 20 अगस्त की है। 24 अगस्त को थाने में शिकायत के बाद आरोपी सिपाही अनिल सिंह को मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
अनिल सिंह सिदगोड़ा थाने का सिपाही है, जो कोविड सेंटर में ही सुरक्षा में तैनात था। वहीं, पीड़िता दहेज हत्या के मामले में गिरफ्तार सिदगोड़ा की एक महिला बंदी के साथ यहां प्रतिनियुक्त थी। महिला सिपाही ने बताया कि वह कोरोना पॉजिटिव बंदी के साथ कोविड केयर सेंटर में ड्यूटी पर थी। उसके पास सिपाही अनिल सिंह घटना वाले दिन शाम 6.30 बजे आया और बातचीत की। उसने महिला सिपाही से कहा कि नीचे वायरस के चलते कमरा ठीक नहीं है।
डीएसपी ने की जांच
घटना के दूसरे दिन पीड़िता ने अपने वरीय अधिकारी को पुलिस लाइन में जाकर घटना की शिकायत की, जिसमें डीएसपी सीसीआर के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया। जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर 24 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज की गई और पीड़िता का एमजीएम अस्पताल में मेडिकल कराया गया। इसके बाद अनिल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया।
अनुकंपा पर हुई है बहाली
महिला सिपाही की बहाली अनुकंपा के आधार पर हुई है। उसके पति एएसआई थे, जिनकी पलामू में मौत हो गई थी। मृत्यु के बाद पत्नी को बहाल किया गया। महिला सिपाही सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर की निवासी है।
प्राथमिकी में एसटी-एससी धारा भी लगी
इधर, पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी ने उसे नीची जाति का कहकर प्रताड़ित किया। इसके आधार पर एसटी-एससी की धारा भी लगाई गई है। इसके साथ ही यदि कोई पुलिस वाला ड्यूटी के दौरान किसी से दुष्कर्म करता है तो उसपर अलग से 376 (2) की धारा लगायी जाती है। उस धारा का भी इस केस में इस्तेमाल किया गया है।
आरोपी सिपाही ने भी लगाए आरोप
इधर, सिपाही अनिल सिंह ने दुष्कर्म की घटना से इनकार करते हुए आरोप लगाया कि महिला सिपाही से उसका एक दोस्त पुलिस लाइन से मिलने आता था। वह भी पुलिस में ही है। वह आईसोलेशन वार्ड में चला जाता था। इसका उसने विरोध किया तो उसपर यह आरोप लगाया जा रहा है। पुलिस ने दोनों की कोरोना जांच कराई है