गुरुवार, 27 अगस्त 2020

उत्तराखंडः हर 2 दिन में 1000 का आंकड़ा

उत्तराखंड- हर 2 दिन में एक हजार का आंकड़ा पार कर रहा है कोरोना, जानिए क्यों है सतर्क रहने की जरूरत।


देहरादून। उत्तराखंड में कोरोनावायरस कोविड-19 अब बेकाबू हो रहा है। लिहाजा तेजी से लोग इस संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। कम्युनिटी स्प्रेड का रूप ले चुका कोरोनावायरस हर 2 से 3 दिन के बीच 1000 का आंकड़ा पार कर रहा है। लिहाजा अब तक राज्य में 16549 मामले सामने आ गए हैं,कोरोनावायरस कोविड-19 के घातक प्रभाव का असर इस बात से देखा जा सकता है,कि पिछले 26 दिनों में 9366 लोग इस संक्रमण की जद में आए हैं।जबकि इससे पहले साड़े 4 महीने में केवल 7183 मामले थे।
कोरोना संक्रमण से सतर्क रहने की इसकी आवश्यकता है,कि पिछले 3 हफ्तों से राज्य में मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को राज्य में साथ संक्रमित मरीजों की मौत हुई है इसके साथ ही उत्तराखंड में यह आंकड़ा 219 तक पहुंच गया है।यही नहीं राज्य की राजधानी देहरादून में अब तक 107 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि नैनीताल में यह मौत का आंकड़ा 44 है और हरिद्वार में 35 लोग इस संक्रमण की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं,और उधम सिंह नगर में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है।अभी भी राज्य में 14882 सैंपल ऐसे हैं जिनकी जांच रिपोर्ट आनी है।लिहाजा अब उन लोगों को पहले से ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है।क्योंकि हर दिन कोरोनावायरस और तेजी से फैल रहा है।             


जांच के बिना शुरू हुआ 'खतरे का सफर'

शाहजहांपुर। कोरोना संक्रमण की वजह से परिवहन विभाग ने रोडवेज बसों में महज 55 सवारी बैठाने के निर्देश दिए थे। करीब एक माह तक विभागीय अधिकारियों ने इस पर अमल भी किया। लेकिन अब बिना थर्मल स्क्रीनिग के ही सवारियों को बस में बैठाया जा रहा है। यहीं नहीं 55 के बजाय 65 से 70 सवारियां भी बैठाकर कोविड 19 की गाइड लाइन का भी उल्लंघन किया जा रहा है। कोविड हेल्प डेस्क पर भी सन्नाटा पसरा है। रोडवेज से प्रतिदिन 10 हजार से अधिक यात्री सफर कर रहे हैं। ऐसे प्रशासन की लापरवाही लोगों पर भारी पड़ सकती है।                       


गृहमंत्री शाह की हालत में हो रहा है सुधार

अमित शाह की हालत में सुधार, अस्पताल से जल्द मिल सकती है छुट्टी


नई दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पिछले दिनों भर्ती कराये गये केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। सूत्रों ने बताया कि अमित शाह का स्वास्थ्य अब पहले से बेहतर है और उसमें धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। सूत्रों का यह भी कहना है,कि अगर अमित शाह के स्वास्थ्य में इसी गति से सुधार होता रहा तो उन्हें अस्पताल से जल्द ही छुट्टी दे दी जायेगी।               


परीक्षार्थियों के रहने-खाने का इन्तजाम करें

परीक्षार्थियों के रहने खाने का इंतजाम करे सरकार : अखिलेश


लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोरोना संक्रमण काल में प्रतियोगी परीक्षाओं के आयोजन के सरकार के फैसले को बेतुका करार देते हुए कहा कि सरकार को छात्रों के स्वास्थ्य की परवाह नहीं है,साथ ही मांग की कि जेईई और नीट परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों के लिये परिवहन की व्यवस्था और रहने खाने का इंतजाम सरकार को करना चाहिये।भाजपा के खिलाफ खुले पत्र में श्री यादव ने गुरूवार को लिखा कि भाजपा की तरफ से हास्यास्पद और तर्कहीन बातें फैलायी जा रही है,कि जब लोग अन्य कामों से घर से बाहर निकल रहे है, तो परीक्षा क्यों नहीं दे सकते। उन्होने कहा कि ऐसी बाते कहने वालों को पता होना चाहिये कि लोग मजबूरी में घरों के बाहर निकल रहे है,जबकि सरकार परीक्षा के नाम पर उन्हे घर से बाहर निकलने पर विवश कर रही है।उन्होने कहा कि परीक्षा देने निकले किसी परीक्षार्थी अथवा अभिभावक को कोरोना संक्रमण हो जाता है,और उनके संपर्क में आये घर के बुजुर्ग भी संक्रमित हो जाते है तो क्या सरकार उसकी कीमत चुकायेगी।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना और बाढ की वजह से ट्रेन बसे बाधित है।और बाहर रहने और खाने की बेहद दिक्कत है, ऐसे मे अगर परीक्षा कराई जाती है तो छात्रों के आने जाने, रहने और खाने पीने की व्यवस्था कराई जानी चाहिए।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार समझ चुकी है,कि बेरोजगारी से त्रस्त युवा और बाढ काेरोना से रोजी रोजगार गंवा चुका मध्यम वर्ग उसे वोट नहीं देगा और यही कारण है कि सरकार युवाओं से बदला ले रही है। वह अच्छी तरह जानती है कि सत्ता में वह दोबारा नहीं लौटेगी। उन्होने नारा दिया “ जान के बदले एग्ज़ाम, नहीं चलेगा, नहीं चलेगा।”             


रासुका के तहत की कार्रवाई, दिए निर्देश

लखीमपुर: छात्रा की रेप के बाद हत्या के आरोपी पर रासुका के तहत कार्रवाई, योगी ने दिए निर्देश


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी जिले में छात्रा की दुराचार के बाद हत्या की घटना को गंभीरता से लेते हुए अपराधियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिये हैं।योगी ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए पांच लाख रूपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की और कहा कि सरकार मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करा कर अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाएगी। इस बीच लखनऊ परिक्षेत्र की पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह ने आज लखीमपुर खीरी पहुंच कर मामले की पड़ताल की।
गौरतलब है कि पिछले मंगलवार को नीमगांव क्षेत्र में पुलिस को एक लापता छात्रा का शव उसके घर के पास तालाब के किनारे मिला था। इस मामले में दिलशाद नामक युवक को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि लव जेहाद में नाकाम रहने पर उसने छात्रा के साथ बलात्कार कर हत्या कर दी थी।                             


पूर्व न्यायाधीश ए.आर. लक्ष्मणन का निधन

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ए.आर. लक्ष्मणन का निधन।


तिरुचिरापल्ली। उच्चतम न्यायायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए आर लक्ष्मणन का गुरुवार सुबह यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 78 वर्ष के थे। न्यायमूर्ति लक्ष्मणन एक निजी अस्पताल में आयुजनित रोगों का उपचार करा रहे थे। उनके परिवार में दो बेटे और दो बेटियां हैं। उनकी पत्नी मीनाक्षी अच्ची का शिवगंगा जिले के कराईकुडी में दो दिन पहले निधन हो गया था। उनके एक बेटे ए आर एल सुंदरेशन मद्रास उच्च न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता हैं।
न्यायमूर्ति लक्ष्मणन का जन्म शिवगंगा जिले के देवकोट्टाई में वर्ष 1942 में हुआ। उन्होंने तिरुचिरापल्ली में सेंट जोसेफ कॉलेज से स्नातक किया था और मद्रास लॉ कॉलेज से 1966 में कानून की डिग्री हासिल की थी। न्यायमूर्ति लक्ष्मणन ने 20 दिसंबर 2002 से 21 मार्च 2007 तक उच्चतम न्यायालय में अपनी सेवाएं दी। इससे पहले, न्यायमूर्ति लक्ष्मणन मद्रास उच्च न्यायालय और केरल उच्च न्यायालय में न्यायाधीश रहे थे। उन्होंने आंध्र प्रदेश और राजस्थान में भी मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपनी सेवा दी थी।
उच्चतम न्यायालय से सेवानिवृत्त होने के बाद वह देश के 18वें विधि आयोग के अध्यक्ष रहे और देश की न्यायिक प्रणाली में सुधार के बारे में एक साल में उन्होंने सरकार को 32 रिपोर्ट सौंपी। न्यायमूर्ति लक्ष्मणन ने अपनी एक रिपोर्ट में चेन्नई सहित देश के चार क्षेत्रों में सर्वोच्च न्यायालय के क्षेत्रीय पीठों की स्थापना की भी सिफारिश की थी।
वह वर्तमान में शीर्ष अदालत द्वारा नियुक्त मुल्ला पेरियार पैनल में तमिलनाडु के मौजूदा प्रतिनिधि थे। न्यायमूर्ति लक्ष्मणन का अंतिम संस्कार आज उनके पैतृक स्थान देवकोट्टाई में किया जाएगा। पूर्व वित्त मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदम्बरम सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।           


जाधव ने 'सीएम' को सौंपा अपना इस्तीफा

महाराष्ट्र में परभणी से शिवसेना सांसद संजय जाधव ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंपा अपना इस्तीफा


मुंबई। महाराष्ट्र के परभणी से शिवसेना सांसद संजय जाधव उर्फ बंडू जाधव ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। दरअसल जाधव के इस्तीफे को महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी तथा कांग्रेस की मिली जुली सरकार बनने के बाद से जमीनी स्तर पर आपसी सामंजस्य की जगह चलने वाली सियासी खींचतान का ही परिणाम माना जा रहा है। श्री जाधव परभणी में जिंतूर कृषि उत्पाद बाजार समिति (एपीएमसी) के अहम पद पर शिवसेना कार्यकर्ताओं की नियुक्ति चाहते थे। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और इस नियुक्ति में एनसीपी ने बाजी मार ली। इससे क्षुब्ध शिवसेना सांसद बंडू जाधव ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र भेजकर अपनी व्यथा बताने के साथ-साथ इस्तीफा भी सौंप दिया है। श्री जाधव ने कहा है,कि परभणी की कृषि समिति के गैर प्रशासक पद पर हुई नियुक्ति मेरे लिए बहुत तकलीफदेह होने के साथ ही शिवसेना कार्यकर्ताओं के लिए अपमानजनक है। ऐसी स्थिति में शिवसेना कार्यकर्ताओं के साथ मै न्याय नहीं कर पा रहा हूं और इसलिए अपना इस्तीफा आपको भेज रहा हूं।             


'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...