अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। मसूरी थाना क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म के दो आरोपितों को गिरफ्तार नहीं करने पर एक युवती ने कलेक्ट्रेट पर आत्महत्या की कोशिश की। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने युवती को पकड़ लिया। आरोपित केस वापस नहीं लेने पर पीड़िता व उसके दिव्यांग भाई की हत्या करने की धमकी दे रहे थे। आरोप है कि कई बार शिकायत के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
मसूरी थाना क्षेत्र नुवासी युवती के माता-पिता नहीं हैं। वह अपने एक दिव्यांग भाई के साथ रहती है। दोनों भाई बहन मजदूरी करते हैं। अगस्त 2019 में तीन युवकों ने पीड़िता को अगवा कर लिया था । आरोपित उसे पहले गाड़ी में लेकर मेरठ और फिर दिल्ली लेकर गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता को बेहोशी की हालत दिल्ली में ले जाकर सड़क छोड़ दिया।
दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज कर केस को मसूरी ट्रांसफर कर दिया। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया था। पीड़ित आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रही थी। आरोपित केस वापस नहीं लेने पर पीड़िता के भाई की हत्या करने की धमकी दी थी। पीड़िता का भाई पिछले काफी समय से हत्या के डर से घर पर नहीं रह रहा था। आरोप है कि वह लगातार स्थानीय पुलिस के पास जा रही थी। लेकिन, पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। पीड़िता पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं करने पर मंगलवार सुबह कलेक्ट्रेट पहुंची और अपने ऊपर तेल छिड़क लिया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे किसी तरह रोका।