भोपाल। मध्य प्रदेश के सिवनी के कोतवाली में पिछले 3 सालों से भारत माता की प्रतिमा का अपमान हो रहा है। इस प्रतिमा को सिवनी से 3 किलोमीटर दूर खैरी टेक गांव से प्रशासन द्वारा जब्त कर कोतवाली लाया गया था। कोतवाली के कबाड़खाने में रखी गई यह प्रतिमा खराब हो रही है।
दरअसल, विद्युत मंडल में कार्यरत सरकारी कर्मचारी विपत लाल विश्वकर्मा ने अपने खर्च से दो लाख रुपए की लागत से 5 टन वजनी भारत माता की एक बहुत ही खूबसूरत प्रतिमा बनवाकर सरपंच की सहमति से उसे खैरी टेक पर स्थापित किया था। प्रतिमा स्थापित करने के 4 महीने बाद कुछ लोगों ने प्रशासन से इसकी शिकायत कर दी। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन उस मूर्ति को जब्त कर कोतवाली ले आई। प्रशासन द्वारा जब मूर्ति को वहां से हटाया जा रहा था तो मूर्ति ट्रैक्टर ट्राली से नीचे गिर गई थी। मूर्ति हटाने के दौरान विवाद भी हुआ था, जिस देश और प्रदेश में उस बीजेपी का शासन है जो भारत माता के लिए जान न्योछावर करती है, इसके बावजूद विगत 3 वर्षों से भारत माता का कोतवाली में कैद रहना हैरान करती है।
हालांकि विपत लाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और बाबूलाल गौर से एक उचित स्थान पर उस मूर्ति को स्थापित करने की कई बार याचना की, उसके बावजूद प्रशासन के कानों में जूं नहीं रेंग रही है।