बुधवार, 26 अगस्त 2020

खतरनाकः देश में 'जाली नोटों' की बढत

जरा बचना! जाली नोटों को लेकर आई बड़ी खबर


मुंबई। वर्ष 2019-20 में तकरीबन तीन लाख भारतीय मुद्रा के जाली नोट ( एफआईसीएन) पकड़े गए। इसमें सबसे खास बात ये है,कि पकड़े गए जाली नोटों में उन नोटों की अधिक बढ़ोतरी हुई है, जिनके लेन-देन में कोई ध्यान ही नहीं देता। 2000 या 500 रुपये के नोट तो हम कई बार पलट कर चेक कर लेते हैं पर 10 रुपये के नोट को शायद ही कोई चेक करता होगा। भारतीय रिजर्व बैंक की 2019-20 की रिपोर्ट में 10 रुपये के जाली नोटों में पिछले साल की तुलना 144.6 प्रतिशत का उछाल आया है। रिपोर्ट के अनुसार 2019-20 में बैंकिंग क्षेत्र में पकड़े गए जाली नोटों में से 4.6 प्रतिशत रिजर्व बैंक ने पकड़े जबकि 95.4 प्रतिशत जाली नोट अन्य बैंकों ने पकड़े। कुल मिलाकर वर्ष. में 2,96,695 जाली नोट पकड़े गए। एक वर्ष पहले की तुलना में 2019-20 में 10 के जाली नोटों में 144.6 प्रतिशत, 50 में 28.7 प्रतिशत, 200 में 151.2 प्रतिशत तथा 500 (महात्मा गांधी-नई श्रृंखला) के जाली नोटों में 37.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ। वहीं दूसरी तरफ 20 के जाली नोटों में 37.7 प्रतिशत, 100 में 23.7 प्रतिशत तथा 2,000 के जाली नोटों में 22.1 प्रतिशत की कमी आई। समाप्त वित्त वर्ष में 2,000 के 17,020 जाली नोट पकड़े गए जबकि 2018-19 में यह संख्या 21,847 नोट थी।             


महंगाईः हॉटसिटी में हरी सब्जी तम-तमाई

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद/नई दिल्ली। मानूसन के मेहरबान होने से एक तरफ खरीफ फसलों की बंपर पैदावार की उम्मीद की जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ, भारी बारिश और बाढ़ के कारण हरी सब्जियों की किल्लत होने से इनके दाम आसमान छू गए हैं। बीते दो महीने में ज्यादातर सब्जियां दो से तीन गुनी महंगी हो गई हैं और बरसात से देश में बने हालात के बीच सब्जियों की महंगाई से फिलहाल राहत की उम्मीद के आसार नहीं दिख रहे हैं। इस महीने हरी शाक-सब्जियों के साथ-साथ आलू और प्याज के दाम में भी काफी इजाफा हो गया है।


देश के विभिन्न भागों में हुई भारी बारिश और बाढ़ के हालात के चलते हरी सब्जियों की आवक घटने से इनकी कीमतों में भारी इजाफा हो गया है। आलू, प्याज, टमाटर समेत तमाम हरी सब्जियों के दाम आसमान चढ़ गए हैं। दिल्ली-एनसीआर में बैंगन, लौकी और तोरई भी 50 रुपये किलो मिल रही है। फूलगोभी 120 रुपय किलो तो शिमला मिर्च 100 रुपये किलो हो गई है। प्याज जो 20 रुपये किलो मिल रहा था, अब 30 रुपये किलो से ऊंचे भाव पर मिलने लगा है। टमाटर, जिसे किसान जून महीने में औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर थे, इस समय दिल्ली-एनसीआर के बाजारों में 60-70 रुपये किलो ग्राहकों को मिल रहा है। आजादपुर मंडी एपीएमसी के पूर्व चेयरमैन राजेंद्र शर्मा ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण फसल खराब होने से सब्जियों की आवक पर असर पड़ा है। राज नगर एक्सटैन्शन में ठेले पर सब्जी बेचने वाले मुस्तक़ीम ने बताया कि थोक मंडियों से ही सब्जियां ऊंचे भाव पर आ रही हैं। उन्होंने कहा कि बरसात में सब्जियां ज्यादा खराब होती हैं।


आपको बता दें कि आजादपुर मंडी में प्याज का थोक भाव शनिवार को 6.25 रुपये से 16 रुपये प्रति किलो था। वहीं, आलू का का थोक भाव 13 रुपये से 44 रुपये प्रति किलो, जबकि टमाटर का थोक भाव आठ रुपये से 43.50 रुपये प्रति किलो रहा। कारोबारियों ने बताया कि अब लोग बाहर होटल, ढाबा व रेस्तरां में भी खाने के लिए जाने लगे हैं, जिससे सब्जियों की खपत बढ़ गई है। इसलिए कीमतों में इजाफा हुआ है।


दिल्ली-एनसीआर में सब्जियों के खुदरा भाव (रुपये प्रति किलो)
आलू 35-40, फूलगोभी-120, बंदगोभी-40, टमाटर 60-70, प्याज 30, लौकी/घीया-50, भिंडी-50, खीरा-50, कद्दू-30, बैंगन-50, शिमला मिर्च-100, तोरई-40-50, करैला-40, परवल 60-70, बींस-80, मटर-200                  


निर्धारित समय पर आयोजित होगी परीक्षा

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। जेईई-नीट की परीक्षाओं को सुरक्षित बनाने और अभ्यर्थियों की आशंकाओं को शांत करने के लिए मंगलवार को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने नए दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। इन दिशानिर्देशों में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए देश भर में परीक्षा केंद्र बढ़ा दिए गए हैं। इससे एक शिफ्ट और कक्षा में अभ्यर्थियों की संख्या कम होगी।


आपको बता दें कि जेईई मेंस कंप्यूटर आधारित टेस्ट है, जबकि नीट में लिखना होगा। वहीं, एनटीए और शिक्षा मंत्रालय ने यह भी साफ कर दिया है कि परीक्षाएं सितंबर में अपने तय समय पर आयोजित की जाएंगी। जेईई के एडमिट कार्ड जारी किए जा चुके हैं और छात्र डाउनलोड भी कर चुके हैं। नीट के एडमिट कार्ड भी जल्द ही जारी होंगे। इसलिए छात्र किसी प्रकार के असमंजस की स्थिति में न रहें। एनटीए ने 99 फीसदी छात्रों के लिए उनकी पहली प्राथमिकता का परीक्षा केंद्र सुनिश्चित किया है। जेईई मेन के लिए 8.58 लाख और नीट के लिए 15.97 लाख विद्यार्थी पंजीकृत हैं।


जेईई और नीट को लेकर जारी की गई गाइडलाइंस की अहम बातें –



  • नीट की परीक्षा के दौरान एक कक्षा में 24 की जगह 12 अभ्यर्थी बैठेंगे।

  • नीट परीक्षा के केंद्र 2546 से बढ़ाकर 3843 किए गए हैं।

  • जेईई परीक्षा के लिए शिफ्ट 8 से बढ़ाकर 12 और परीक्षा केंद्र 570 से बढ़ाकर 660 किए गए हैं।

  • जेईई में एकएक सीट छोड़कर छात्रों को बिठाया जाएगा।

  • जेईई की एक पाली में एक लाख 32 हजार की जगह अब 85 हजार अभ्यर्थी बैठेंगे। हालांकि सीटिंग प्लान में भी बदलाव किया गया है।

  • परीक्षार्थियों को एक दूसरे से छह फीट की दूरी बनाकर रखनी होगी।

  • जिस परीक्षार्थियों का बॉडी टेम्परेचर 99.4 डिग्री फॉरेनहाइट से ज्यादा होगा, उन्हें आइसोलेशन रूम में ले जाया जाएगा। वह वहीं बैठकर परीक्षा देंगे।

  • फ्रिस्किंग, डॉक्यूमेंट की वेरिफिकेशन का काम रजिस्ट्रेशन रूम के अंदर किया जाएगा।

  • परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में नया मास्क दिया जाएगा। परीक्षा केंद्र में एडमिट कार्ड, आईडी प्रूफ के साथ सिर्फ पानी की बोतल, हैंड सेनिटाइजर ले जाने की ही अनुमति होगी।

  • परीक्षा देते समय स्टूडेंट्स के लिए मास्क लगाना और दस्ताने पहनना अनिवार्य नहीं होगा।


सोशल डिस्टेंसिंग के लिए दिशानिर्देश
एनटीए ने कहा है कि परीक्षा के दौरान भीड़ न हो, इसके लिए प्रवेश औऱ निकासी के समय और द्वार को अलग रखने का भी निर्णय किया गया है। अभ्यर्थी एक साथ अंदर नहीं प्रवेश करेंगे और न ही एक साथ परीक्षा कक्ष छोड़ने की इजाजत होगी। सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर अभ्यर्थियों के क्या करें-क्या न करें के दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। अगर परीक्षा केंद्र के बाहर किसी को इंतजार करना पड़ रहा रहा है, तो उस दौरान भी सोशल डिस्टेसिंग बनी रहेगी।                


मुस्लिम देश में अनिवार्य 'रामायण' पढ़ना

दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश जहाँ अनिवार्य है रामायण पढ़ना


हमारी दुनिया बहुत बड़ी है। हजारों सालों से ही हिंदू व मुस्लिम धर्म को अलग अलग रखा गया है। बता दें कि दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश इंडोनेशिया को माना जाता है। क्योंकि इश देश में 12.07 प्रतिशत मुस्लिम लोग निवास करते है।
भारत में सिर्फ मुस्लिम जाति का 10.09 प्रतिशत हिस्सा ही निवास करता है। वहीं पाकिस्तान में 11 प्रतिशत हिस्सा निवास करता है।
आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बिताने जा रहे है।जो दुनिया का सबसे मुस्लिम देश माना गया है,और यहां पर हिंदूओं की तरह रामायण पढ़ना अनिवार्य है।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हम बात कर रहे है।इंडोनेशिया की। जहां पर कुरान के साथ साथ रामायण को भी उतना ही महत्व दिया जाता है और राम नाम का पाठ किया जाता है। यहां पर कई हिंदू मंदिरो का भी निर्माण किया गया है।इंडोनेशिया की भाषा को 'बहासा इंदोनेसिया' कहते हैं। उनकी भाषा पर संस्कृत का काफी प्रभाव दिखता है।
इंडोनेशिया के महान नेता सुकर्णो का नाम महाभारत के किरदार कर्ण से ही लिया गया है।इस देश की सबसे चौंका देने वाली बात है कि यहां पर आधे से ज्यादा लोगों के नाम संस्कृत में रखे गए है।
बताया जाता है कि यहां पर संस्कृत जावानीज भाषा का हिस्सा बन चुकी है।
इंडोनेशियाई और जावानीज भाषा में संस्कृत के बोध वाले कई शब्द मिल जाएंगे। सुबह और शाम नवाज के बाद इंडोनेशिया के लोगों रामायण का भजन भी सुनते हैं ,और उससे काफी प्रेरित होते हैं। इंडोनेशिया की धर्म सहिष्णुता मिसाल के लायक है। यहां के मुसलमानों और हिंदुओं के मन में दूरियां नहीं है।               


गाजियाबाद डीएम को पेरेंट्स की 'चेतावनी'

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने जिलाधिकारी को सौंप चेतावनी दी है कि अगर सात दिनों के अंदर जिला स्तरीय शुल्क नियामक समिति ने ऑन लाइन क्लास के अनुसार फीस का निर्धारण नहीं किया तो वे 2 सिंतबर 2020 से जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।


आपको बता दें कि इससे पहले 22 जुलाई को भी पेरेंट्स एसोसिएशन ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना और क्रमिक भूख हड़ताल की थी। उस समय जिला विद्यालय निरीक्षक और सिटी मजिस्ट्रेट ने तथाकथित रूप से पेरेंट्स एसोसिएशन को तथाकथित रूप से आश्वासन दिया था कि किसी भी बच्चे की ऑनलाइन क्लास बंद नहीं होगी और ना ही किसी भी बच्चे का नाम काटा जाएगा।  जिसके बाद जीपीए ने अपनी कार्मिक भूख -हड़ताल को स्थगित कर दिया था। लेकिन हाल ही में कुछ निजी स्कूलों ने फीस न जमा कराने वाले बच्चों की ऑनलाइन क्लासें बंद कर दी थी जिसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से ऐसा करने वाले स्कूलों को नोटिस जारी किया गया था। 


पेरेंट्स एसोसिएशन का आरोप है कि उन्हें बच्चों की ऑनलाइन क्लास को रोकना, एग्जाम रोकना, एग्जाम के रिजल्ट रोकना एवं बच्चों के नाम काटने तक की धमकी देने की अनगिनत शिकायतें मिल रही हैं। इस बारे में जिला स्कूल इंस्पेक्टर और जिला स्तरीय शुल्क नियामक समिति को पत्र लिखने के बाद केवल कुछ स्कूलों को ही नोटिस जारी किया गया है जिससे अभिभावक संतुष्ट नहीं है।


डीएम गाज़ियाबाद को दिए गए ज्ञापन में गाज़ियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं



  • लॉक डाउन समय की एक तिमाही ( अप्रैल , मई , जून) की फ़ीस माफ़ी।



  • ऑनलाइन क्लास के अनुसार फ़ीस निर्धारित करना।



  • बच्चों की बंद की गईं ऑनलाइन क्लास को तत्काल प्रभाव से शुरू करवाना।



  • DFRC को अभिभावकों द्वारा की जा रही शिकायतों का निस्तारण करना।



  • ज़िले के सभी निजी स्कूलों की बैलेंस-सीट की जाँच कर फीस अधिनियम 2018 के अनुसार फीस का निर्धारण।


ज्ञापन देने वालों अभिभावकों में अनिल सिंह , कौशलेन्द्र सिंह  कौशल ठाकुर, अजित रावत , अजित कुमार मिश्रा , अरुण आजाद , मनीष कुमार , दीपक चौधरी , सुमित चौधरी , विवेक जैन , विवेक त्यागी , अनुभव कौशिक , विनय कक्कड़ आदि प्रमुख हैं।               


असम के पूर्व 'मुख्यमंत्री' कोरोना पॉजिटिव

गुवाहाटी। असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई कोरोना वायरस (COVID-19) से संक्रमित हो गए हैं। उन्होंने खुद ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। कांग्रेसी के वरिष्ठ नेता ने पिछले कुछ दिनों में उनके संपर्क में आने वाले सभी लोगों से टेस्ट कराने का आग्रह किया। हालांकि , उनकी पत्नी डॉली गोगोई की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है।


डॉक्टरों ने 85 वर्षीय राजनेता को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी है। जोरहाट जिले के टिटबोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले गोगोई कोरोना से संक्रमित होने वाले असम के 13 वें विधायक हैं। गगोई के पूर्व कैबिनेट सहयोगी और गोलाघाट के विधायक अजंता नियोग ने मंगलवार को कोरोना से संक्रमित पाए गए थे और उन्हें गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया।               


महिला किसान को मिलेगा 'लोकमत सम्मान'

अतुल त्यागी (मंडल प्रभारी)
मुकेश सैनी (जिला प्रभारी)
प्रगतिशील महिला किसान सारिका त्यागी का होगा सम्मान


हापुड़। जनपद के वझीलपुर गांव की प्रगतिशील महिला किसान सारिका त्यागी पत्नी ज्ञानेन्द्र त्यागी को गत वर्ष सरसों उत्पादन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा प्रथम स्थान के लिए एक लाख रुपये का चेक भेंट कर व शाल उढाकर व सम्मान पत्र देकर, सम्मानित किया गया था। अब आगामी इकत्तीस अक्टूबर को 'लोकमत सम्मान 2020' लखनऊ के चयनित किया गया है।
पत्र मिलते ही क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई
इससे पूर्व में भी सारिका त्यागी के ससुर सोमेन्द्र सिंह को सरसों उत्पादन में सन् 2010 में जिले स्तर पर (जब जिला गाज़ियाबाद था ) था के लिए प्रथम पुरस्कार व पति ज्ञानेन्द्र सिंह त्यागी को सन् 2012 में मसूर उत्पादन के लिए तत्कालीन जिलाधिकारी चक्रपाणि ने जनपद हापुड़ में प्रथम पुरस्कार मिल चुका है।


अभिनेत्री नम्रता ने अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की

अभिनेत्री नम्रता ने अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की  कविता गर्ग  मुंबई। भोजपुरी सिनेमा की बोल्ड अदाकारा नम्रता मल्ला ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर ...