मंगलवार, 25 अगस्त 2020

ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराने का प्राविधान

उ0प्र0 शासन द्वारा दिव्यांगजन को निःशुल्क मोटराईज्ड ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराने का प्राविधान किया


लखनऊ। उ0प्र0 शासन द्वारा दिव्यांगजन को निःशुल्क मोटराईज्ड ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराने का प्राविधान किया इच्छुक दिव्यांगजन निःशुल्क मोटराईज्ड ट्राईसाइकिल हेतु 15 सितम्बर तक आवेदन करें:- प्रणव पाठक हरदोई। जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी प्रणव कुमार पाठक ने अवगत कराया है। कि उ0प्र0 शासन द्वारा ऐसे दिव्यांगजन जो मस्क्यूलर डिस्ट्रोफी, स्ट्रोक, सेरेब्रल पालिसी, हीमोफीलियां आदि से ग्रसित या कोई व्यक्ति उपयुक्त की भांति शारीरिक स्थिति में हो उसकी दृष्टि अचछी हो, मानसिक स्थिति अच्छी हो, कमर के ऊपर का भाग स्वस्थ्य हो, मोटराईज्ड ट्राईसाइकिल पर बैठकर अपने हाथों में उपकरण का संचालन करने में सक्षम हो और मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा 80 प्रतिशत दिव्यांगता प्रमाणित की गयी हो, को निःशुल्क मोटराईज्ड ट्राईसाइकिल उपलब्ध कराने का प्राविधान किया गया है।उन्होने कहा है कि इस योजना के लाभ हेतु उक्त दिव्यांग की आयु 16 वर्ष से अधिक हो और उसके परिवार की वार्षिक आय रू0-1,80,000 से अधिक न हो ऐसे इच्छुक एवं पात्र दिव्यांगजन निवास, जाति, आय प्रमाण पत्र तथा विद्यार्थी वर्ग हाईस्कूल/उच्चतर शिक्षा का शैक्षिक प्रमाण पत्र एवं दिव्यांगता दर्शाता हुआ पासपोर्ट साईज नवीन फोटो के साथ अपना आवेदन पत्र 15 सितम्बर 2020 तक जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी कार्यालय, विकास भवन में जमा करें।             


यूपीः बातचीत के दौरान हुआ बाद- विवाद

पंचायत चुनाव की बातचीत के दौरान हुआ बाद- विबाद, बीडीसी की गोली मारकर हत्या


आजमगढ़। जिले के नवादा बाजार में सोमवार रात साढ़े नौ बजे नवादा के बीडीसी सुरेंद्र यादव (35) की गोली मार कर हत्या कर दी गई। हत्या से गुस्साए एक वर्ग के लोगों ने आक्रोशित होकर बाजार में खड़ी दो बाइक फूंक दी। कुछ के घरों पर पत्थरबाजी भी की है। घटना की सूचना पाकर मौके पर भारी संख्या में पुलिस पहुंच गई। करीब दस दिन पहले तरवां के बांसगांव में प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या कर दी गई थी। सोमवार रात नवादा बाजार में रात नौ बजे के आसपास कुछ लोग पंचायत चुनाव को लेकर आपस में बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान किसी बात पर बीडीसी सदस्य से झगड़ा हो गया।कई थानों की फोर्स पहुंची, गांव में तनाव दोनों और से पहले पथराव हुआ फिर लाठी-डंडे चले।इस बीच किसी ने बीडीसी सदस्य को गोली मार दी। गोली लगने के बाद घायल बीडीसी सदस्य को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहांँ उसे मृत घोषित कर दिया गया।
घटना को लेकर के गांव में फैले तनाव के मद्देनजर कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है।और मामले की जांच की जा रही है। एसओ अनवर अली ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।             


वेलनेस सेंटर पर भी लगेंगे 'अंतरा इंजेक्शन'

हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर भी लगेंगे अंतरा इंजेक्शन


नई दिल्ली। हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर भी लगेंगे अंतरा इंजेक्शन। अंतरा व छाया टेबलेट अब महिलाओं की पहली पसंद। महिलाएं केयरलाइन नंबर 1800-103-3044 से करे संपर्क औरैया,  24 अगस्त 2020नवीन गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा व  छाया टेबलेट ने कुछ ही समय में महिलाओं के बीच खास जगह बनाई है। अनचाहे गर्भ को रोकने में कारगर इस इंजेक्शन व छाया टेबलेट के लाभार्थी महिलाओं की संख्या भी बढ़ी है। अभी तक इन दोनों साधनों की उपलब्धता प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक सीमित थी, लेकिन अब इसका दायरा जनपद के सभी हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर तक बढ़ाया जा रहा है। ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इन दोनों साधनों को अपनाये । लाभार्थी महिलाओं का अंतरा केयरलाइन में पंजीकरण होगा, जहां से समय-समय पर उनकी काउंसिलिंग भी होती रहेगी । 
परिवार नियोजन कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ.शशिबाला सिंह ने बताया कि कुल 22 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटरों में अंतरा इंजेक्शन व छाया टेबलेट एक्टिवेट करवाने का लक्ष्य शासन की ओर से दिया गया है।जिसमें 6 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व 16 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर शामिल हैं । अगस्त माह तक कुल 5 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व 9 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटरों में अंतरा इंजेक्शन की सुविधा शुरू कर दी गयी है।बाकी में अगले  माह तक शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाकों की महिलाएं अपने निकटवर्ती सेंटर पर जाकर इंजेक्शन लगवा सकती हैं। इंजेक्शन लगवाने वाली महिलाओं का अंतरा केयरलाइन 1800-103-3044 में पंजीकरण हो जाएगा। जहां से समय-समय पर काउंसिलिंग होती रहेगी। इस टोल फ्री नंबर से महिलाएं बड़ी ही आसानी से अपने हर सवालों के जवाब घर बैठे ही ले सकती हैं। 
तीन  महीने में लगता है एक बार इंजेक्शन
अंतरा इंजेक्शन अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए तीन  माह में एक बार लगाया जाता है। इसके लगाने से पहले यह जांच जरूरी है कि कहीं महिला पहले से तो गर्भवती नहीं है। चिकित्सकों के मुताबिक अंतरा इंजेक्शन करीब चार  माह तक असर रहता है। इसके लगने से महिला को किसी प्रकार का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता। 
हर शुक्रवार अस्पतालों में मनाया जाता है अंतराल दिवस
परिवार नियोजन कार्यक्रम को अधिक सशक्त व प्रभावी बनाने के लिए जिले के सभी सीएचसी, पीएचसी, उपकेंद्र और जिला अस्पताल में शुक्रवार को अंतराल दिवस मनाया जाता है। अंतरा इंजेक्शन अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए सुरक्षित अस्थाई गर्भनिरोधक विकल्पों में से एक है। जब से अंतरा इंजेक्शन लांच हुआ है तब से करीब पाँच हजार के से अधिक डोज़ महिलाओं को दी जा चुकी हैं । वहीँ सात हज़ार से अधिक छाया टेबलेट महिलाओं को दी जा चुकी हैं। इस दिवस के अलावा भी समुदाय के लिए परिवार नियोजन के अस्थायी व स्थाई साधनों को हर दिन उपलब्ध कराये जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अंतराल दिवस पर अस्थाई साधनों की जानकारी व सेवाएं दी जाती हैं लेकिन कोई स्थाई साधन अपनाना चाहता है तो उन्हें वह सेवाएं भी दी जाएंगी।             


भंडाफोड़ करते हुए संचालक किया अरेस्ट

फैक्ट्री में बनाये जा रहे थे घटतौली वाले इलेक्ट्रॉनिक तराजू, एसटीएफ ने तराजू गैंग का किया भंड़ाफोड़, प्रदेश में होती थी सप्लाई


लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को लखनऊ के कृष्णानगर क्षेत्र से घटतौली करने वाले इलेक्ट्रानिक तराजू बनाने की फैक्ट्री का आज भण्डाफोड़ करते हुए उसके संचालक को गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 22 अगस्त को लखनऊ और बाराबंकी में एसटीएफ ने इलेक्ट्रानिक तराजू में चिप व रिमोट लगाकर घटतौली करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया था। उनसे घटतौली के लिए प्रोग्राम्ड मदरबोर्ड लगी इलेक्ट्रानिक तराजू, अतिरिक्त चिप, रिमोट व अन्य उपकरण बरामद किये गये थे। जिनके विरूद्ध बाराबंकी के थाना लोनी कटरा पर अभियोग पंजीकृत कराया गया था।
गिरफ्तार आरोपियों से की गयी पूछताछ एवं अभिसूचना संकलन से प्राप्त तथ्यों के सम्बन्ध में एसटीएफ द्वारा भौतिक सत्यापन किया जा रहा था।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि विभिन्न जगहो पर छोटी एवं बड़ी ऐसी फैक्ट्रिया संचालित हैं। जिसमें घटतौली के लिए प्रोग्राम्ड मदरबोर्ड लगाकर इलेक्ट्रानिक तराजू बनाया जाता है।जिसके मदरबोर्ड को इस प्रकार से डिजाईन किया गया है, कि वह एक ही सामान के वजन को उसके सही वजन से अधिक या कम डिस्प्ले पर तराजू मालिक की इच्छा अनुसार प्रदर्शित कर सकती है। तथा केवल एक बटन को दबाने से अथवा रिमोट की सहायता से क्षण भर में उसके सही वजन को भी तत्काल डिस्प्ले कर सकती है।
प्रवक्ता ने बताया कि इस सम्बन्ध में एसटीएफ के पुलिस महानिरीक्षक अमिताभ यश और प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह ने ऐसी फैक्ट्रियों को चिन्हित कर कार्रवाई करने के लिए एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार नागर के नेतृत्व में टीम गठित कर इस विषय में अभिसूचना संकलन कर कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया था।
उन्होंने बताया कि आज सूचना मिली कि लखनऊ के कृष्णानगर क्षेत्र में एक इलेक्ट्रानिक तराजू बनाने की फैक्ट्री है, जिसमें अवैध इलेक्ट्रानिक तराजू बनाई जाती है। इस सूचना पर डीएसपी अमित कुमार नागर के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम गठित कर लखनऊ के अपर नगर मजिस्ट्रेट-06 को साथ लेकर मुखबिर के बताये गये स्थान पर कृष्णानगर पुलिस को साथ पहुॅचकर देखा गया तो वहाॅ यूनिक नाम की फैक्ट्री चल रही थी, जिसमें भारी मात्रा में निर्मित/अर्धनिर्मित इलेक्ट्रिानिक तराजू और अन्य उपकरण रखे थे। जिसके बारे में पूछा गया तो वहाॅ मौजूद अशफाक अली ने बताया कि वह इस फैक्ट्री का संचालक है। जिसमें घटतौली करने वाला मदरबोर्ड लगाकर अवैध इलेक्ट्रिानिक तराजू बनाये जाते है। जिस पर अशफाक अली को गिरफ्तार कर फैक्ट्री को सील कर दिया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि उसकी फैक्ट्री में घटतौली करने वाला मदरबोर्ड लगाकर इलेक्ट्रानिक तराजू बनाये जाते है, जिसमें अतिरिक्त चिप लगाकर उसे रिमोट के माध्यम से और अधिक छिपाकर संचालित कर घटतौली की जा सकती है। इस इलेक्ट्रानिक तराजू को बनाने के लिए उसके पार्ट को दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेष आदि जगहो से मंगाकर ऐसे इलेक्ट्रानिक तराजू तैयार कराकर उत्तर प्रदेश व अन्य प्रदशों के जनपदों में घटतौली करने वाले लोगो को उनकी मांग पर बेचता हूॅ और उनको घटतौली करने के लिए तराजू को प्रयोग करने का तरीका भी बताता हॅूं। साथ ही यह भी बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलो में घटतौली करने वाले इलेक्ट्रानिक तराजू की मांग होने पर देश के कई जगहो पर इस तरह की छोटी व बड़ी फैक्ट्रिया चल रहीं है। उसके द्वारा दी गयी इस सूचना का भौतिक सत्यापन पूर्व से ही किया जा रहा है।जिसके उपरान्त अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी फैक्ट्री संचालक को बाराबंकी में थाना लोनी कटरा में पंजीकृत मुकदमें में में दाखिल किया गया है, अग्रिम विविध कार्रवाई विवेचक/स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।           


सरकार में सुरक्षित नहीं 'मंदिर का स्थान'

योगी सरकार में नहीं सुरक्षित है मंदिर का स्थान


लखनऊ। योगी सरकार में नहीं सुरक्षित है मंदिर का स्था हरदोई,तहसील संडीला क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सभा बेहन्दर कला में मंदिर  के स्थान पर नन्हे लाल ग्राम प्रधान पिलखनी दमगड़ा के द्वारा दबंगई दिखाते हुए । अपने रिश्तेदारों का समर्थन करते हुए । मंदिर के जगह पर निकाश के लिए दरवाजा रखने पर आमदा  जबकि वहीं के रहने वाले बुजुर्गों की माने तो लगभग 30-40 वर्ष पहले से भी इधर से कोई निकास नहीं था। इसके बावजूद दबंगई करके जबरदस्ती निकाश लेने पर अमादा है । जबकि सामने उनके निकलने के लिए पहले से ही लगभग 10 फिट से अधिक रास्ता है। और साथ में ऊंची ऊंची पहुंच का रॉब भी दिखा रहे हैं। और प्रधान जी कहते हैं।कि कुछ भी हो जाए हम दरवाजा तो दोनों तरफ ही रखेंगे हमारा कौन क्या कर लेगा। दावा योगी सरकार में नहीं सुरक्षित मंदिर की जगह।जबकि यह जमीन मंदिर के नाम पर संडीला तहसील से समुचित तौर पर 20 से 25 वर्ष पूर्व महंत श्री श्री 108 दिगंबर सत्यजीत गिरी महाराज के नाम पर दाखिल खारिज है। जिसके संरक्षक देवी शरण जी है। और इसका भव्य निर्माण प्रारंभ हो चुका है।और नवरात्रि में मूर्ति स्थापना का भी कार्य होगा महंत जी के सानिध्य में मूर्ति का विनोद पूर्वक नव निर्माण कार्य होने वाला है। पिलखनी दमगड़ा के ग्राम प्रधान नन्हे लाल  को  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा बनाया गया नियम एंटी भू माफिया का भी डर नहीं है।जिस प्रकार से हुए मंदिर की भूमि पर गेट रखने पर आमादा है।               


आकाशीय बिजली से 3 की मौत, 3 झुलसे

आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत तीन गंभीर रूप से झुलसे


जगतपुर/रायबरेली। कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत गोठिया गांव के पास रविवार दोपहर के बाद आकाशीय बिजली गिरने से एक किशोरी व दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए, यह घटना उस समय हुई जब सभी लोग घर से जानवर चराने के लिए गए थे। बारिश में भीगने के डर से सभी लोग महुआ के पेड़ के नीचे आकर खड़े हो गए थे।


आपको बताते चलें कि गोठिया गांव के किनारे महुआ के बाग में रविवार दोपहर बाद गांव के महिलाएं और बच्चे जानवर चरा रहे थे। इसी दौरान अचानक बारिश होने लगी। बरसात से बचने के लिए सभी लोग महुआ के पेड़ के नीचे जाकर खड़े हो गए। अचानक तेज बारिश के साथ आकाशी बिजली पेड़ पर गिर गई। बिजली गिरने से पेड़ की एक डाल टूट कर गिर गई, जिससे पेड़ के नीचे खड़े सभी लोग दब गए। घटना की सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने सभी को बाहर निकाला तब तक अंजली (20) पुत्री अमृतलाल दीपांशी (16) पुत्री शिवकुमार कमला (55) पत्नी श्यामलाल की मौके पर ही मौत हो गई। वही गांव की रहने वाली कुमकुम (20) पुत्री शमशेर पाल रामपति (50) पत्नी रामेश्वर गोलू (16) पुत्र रामप्रकाश, गंभीर रूप से झुलस गए। ग्राम प्रधान पारसनाथ बाजपेई की सूचना पर राजस्व टीम और सूची चौकी प्रभारी देवेंद्र कुमार अवस्थी मौके पर पहुंचे। चौकी प्रभारी ने झुलसे लोगों को सीएचसी के बाद जिला अस्पताल पहुंचाया। जगतपुर कोतवाली पुलिस टीम के अलावा सलोन कोतवाल पंकज त्रिपाठी ने भी मौके पर पहुंच कर घटना स्थल की जांच की पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने बताया है कि बिजली गिरने से किशोरी समेत तीन लोगों की मौत हुई है। घटना की जानकारी पर उपजिलाधिकारी आशीष सिंह और तहसीलदार राम कुमार शुक्ला भी मौके पर पहुंचे। एसडीएम ने बताया है कि मृतक परिवारों को दैवी आपदा राहत कोष के तहत चार-चार लाख रुपए तथा घायलों को बारह -बारह हजार रुपए की सरकारी मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने जताया शोक चार चार लाख राहत राशि देने के दिए निर्देश।


 दीपक कुमार                        


पंजीकरण- क्वारंटाइन पर केंद्र से परामर्श

देहरादून। उत्तराखंड में अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्तियों के पंजीकरण और क्वारंटाइन की व्यवस्था बहाल रखी जाए या नहीं, इस बारे में राज्य सरकार ने केंद्र से परामर्श लेने का निर्णय किया है। परामर्श मिलने के बाद प्रदेश में प्रतिदिन 2000 लोगों को प्रवेश की अनुमति देने की व्यवस्था बदलने पर विचार होगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर सरकार फैसले लेगी। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने बीते शनिवार सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजकर अंतरराज्यीय और राज्य के भीतर व्यक्तियों और वाहनों की आवाजाही पर किसी भी तरह की पाबंदी लगाने पर आपत्ति जताई थी। साथ ही आवाजाही के लिए राज्य सरकार या जिला प्रशासन से किसी भी तरह की अनुमति या ई-परमिट की जरूरत से इन्कार किया गया था। सोमवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि केंद्रीय गृह सचिव के पत्र पर सरकार विचार कर रही है। इस बारे में जल्द फैसला लिया जाएगा।  सचिवालय में सोमवार शाम मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग की बैठक हुई। इस मौके पर केंद्रीय गृह सचिव के निर्देशों के बारे में चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि वर्तमान में राज्य में बाहर से आने वाले सभी व्यक्तियों के लिए पंजीकरण कराना अनिवार्य है। ऐसे व्यक्तियों को क्वारंटाइन करने के लिए संस्थागत या होम आइसोलेशन की व्यवस्था लागू है। 
मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में मौजूदा व्यवस्था केंद्र की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार लागू की गई। इसमें संशोधन से पहले केंद्र सरकार को पत्र भेजकर बाहर से राज्य में आने वाले व्यक्तियों के बारे में परामर्श मांगा जाएगा। तब तक वर्तमान व्यवस्था लागू रहेगी। बैठक में स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी व आपदा प्रबंधन प्रभारी सचिव एसए मुरुगेशन मौजूद रहे।             


सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...