कानपुर। पुलिस लाइन में सोमवार रात करीब नौ बजे के करीब एक बैरक की छत गिर गई। इसमें तीन सिपाही दब गए। इनमें एक पुलिसकर्मी ने दम तोड़ दिया जबकि दो को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की सूचना पाते ही मौके पर अधिकारी और कई थानों की पुलिस पहुंच गई। आनन-फानन में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। इनमें से एक सिपाही अरविंद की मौत हो गई है, जबकि दो घायलों को निकाल कर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कानपुर के एसएसपी प्रीतिंदर सिंह ने बताया, ‘हमारे तीन जवान घायल हो गए, जिनमें से एक ने दम तोड़ दिया। हम उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते है। मुआवजा दिया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ किया जाएगा। बचाव अभियान लगभग पूरा हो गया है। हादसे की जांच होगी। असल में, जब बैरक की छत गिरी तभी सभी पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी से वापस आकर बैरक में आराम कर रहे थे, तभी अचानक बैरक की छत भरभरा कर गिर गई। इस दौरान वहां चीख पुकार मच गई। बैरक गिरने से चारों तरफ धुंध ही धुंध छा गया। तकरीबन पांच मिनट के बाद जब देखा गया तो लगभग बीस फिट की स्लेप नीचे गिर चुकी थी। वहीं स्लेप के नीचे कई पुलिसकर्मी दबे हुए थे।
जिसके बाद आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया। ताजा जानकारी मिलने तक मलबे में फंसे एक पुलिस कर्मी की मौत हो गई जबकि दो घायलों को रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।कानपुर के एडीजी जे एन सिंह ने कहा कि बैरक की छत गिर गई है जिसमें तीन सिपाही घायल हैं। एक गंभीर है। सबको भर्ती कराया गया है, मलबा हटाने का काम पूरा हो गया है।