मंगलवार, 25 अगस्त 2020

नई रणनीति बनाने में जुटे तमाम नेता

कश्मकश में राहुल गांधी,तय नहीं कर पा रहे है कि ‘परिवार’बचाया जाए या ‘पार्टी’, सीडब्ल्यूसी की बैठक खत्म होने के बाद नरम दल- गरम दल के बीच बढ़ी कड़वाहट, नहीं चलेगा-  न खाता न बही, जो राहुल कहें वही सही, नेता और कार्यकर्ता पार्टी के लिए हैं, परिवार के लिए नहीं? नई रणनीति बनाने में जुटे तमाम नेता।


नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों बड़ी उलझनज में नजर आ रहे है। उनके सामने सबसे बड़ी समस्या खुद के कैरियर के बजाये परिवार बचाने या फिर पार्टी को बचाने की दिखाई पड़ रही है। कांग्रेस के भीतरखाने से खबर आ रही है कि सोमवार को संपन्न हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद राहुल गांधी की उलझन और बढ़ गई है। दरअसल उनके बयानों को लेकर नाराज हुए वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें पूरी तरह से माफ़ नहीं किया है। ये नेता अपमान का घूंट पी रहे है। हालांकि पार्टी की छवि धूमिल होने और बवाल शांत करने के लिए उन्होंने जरूर अपने ट्वीट वापस ले लिए है।
लेकिन बीजेपी से सांठगांठ के आरोप उन्हें भुलाए नहीं भूल रहे है। बताया जाता है कि कपिल सिब्बल , गुलाम नबी आजाद समेत कई बड़े नेता अब खुलकर राहुल गांधी की खिलाफत करने पर विचार कर रहे है। दरअसल ये नेता पार्टी के भीतर माहौल बना रहे है कि भविष्य में कांग्रेस की मजबूती के लिए अभी कड़वा घूंट पीना होगा। इसके लिए अब वही पुराना राग नहीं चलेगा , जिसमे अलापा जाता था कि न खाता न बही, जो राहुल कहें वही सही। कल की बैठक के बाद सीडब्ल्यूसी के ज्यादातर नेता दो फाड़ में बटे बताये जाते है। एक तरफ गांधी-नेहरू परिवार के समर्थक है तो दूसरी ओर कांग्रेस की मजबूती चाहने का दावा करने वाले नेता कांग्रेस की मजबूती चाहने वाले नेताओं का दावा है।कि सुदृढ़ और उर्जावान नेतृत्व की कमी, खेमेबाजी और क्षमता की बजाय चाटुकारिता को मिल रहे प्रश्रय से पार्टी जूझ रही है। उनके मुताबिक आज कांग्रेस की हालत कुछ ऐसी हो गई है। एक दीवार को संभालने की कोशिश होती है तो दूसरी भरभराने लगती है। इन नेताओं का भी मानना है। कि राहुल गांधी यह तय नहीं कर पा रहे है कि परिवार बचाया जाए या पार्टी। वो ये भी मानते है,कि परिवार और पार्टी अलग अलग है।उनके मुताबिक नेता और कार्यकर्ता पार्टी के लिए हैं, परिवार के लिए नहीं?
उधर गांधी-नेहरू समर्थक नेता मानते है कि सोमवार की बैठक मे राहुल गांधी ने जिस तरह से सोनिया को पत्र लिखने वाले वरिष्ठ नेताओं का अपमान किया वह यही जताता है कि राहुल का भी परम विश्वास है कि परिवार ही पार्टी है। दरअसल उन्हें आशंका है।कि गांधी परिवार नाराज हुआ तो पार्टी कैसे चलेगी। अध्यक्ष का चुनाव हो भी जाए तो आशीर्वाद तो नेहरू-गांधी परिवार का चाहिए ही।उधर नाम ना जाहिर करने की शर्त पर एक वरिष्ठ नेता ने न्यूज टुडे से कहा कि मौजूदा जमाना सर्वे का है , इसीलिए मेरा विश्वास है, कि आज जनता के बीच सर्वे हो जाए कि राहुल गांधी ने भरी बैठक में वरिष्ठ नेताओं पर भाजपा से साठगांठ का जो आरोप लगाया वो सत्य है या असत्य | उनके मुताबिक अधिकतर नेता बोलने की हिम्मत नहीं कर पा रहे है | उनके मुताबिक राहुल गाँधी को फॉलो करने वाले कुछ खास नेता इसे भी सहज समझते है,कि यूपीए काल में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुए कैबिनेट फैसले की कापी को राहुल ने सार्वजनिक रूप से फाड़ा था | उनके मुताबिक हर बात पर ट्वीट करने वाले राहुल ने सीडब्ल्यूसी में इतने विवादों के बाद भी ट्वीट नहीं किया।इस नेता ने दावा किया कि अब बात हो रही है,कि अगले कुछ महीनों में नया अध्यक्ष चुन लिया जाएगा। लेकिन जिस तरह कांग्रेस नेता राहुल-सोनिया के शरणागत हैं।उसमें क्या यह माना जा सकता है,कि गांधी परिवार की इच्छा और आशीर्वाद के बगैर कोई काबिल अध्यक्ष सफल हो सकता है। उनके मुताबिक पिछले एक साल से ज्यादा वक्त से राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष नहीं है। कांग्रेस ने उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी है , लेकिन जो लाइन वह खींच दें वही पार्टी की लाइन।  यह क्या बताता है। उन्होंने कहा कि कई जमीनी नेता दबे छुपे रोना भी रोते हैं कि पार्टी आधार खोती जा रही है ,लेकिन करे क्या। वरना ऐसा क्यों होता कि सोमवार को सीडब्ल्यूसी की बैठक में पार्टी के कई नेता सोनिया या राहुल को ही अध्यक्ष बनाए रखने की मांग करते। इस नेता के मुताबिक परिवार के संरक्षण में पार्टी चलाना शायद कांग्रेस की मजबूरी बनती जा रही है। ऐसे में आज सवाल उठ रहे हैं, कल विद्रोह की स्थिति हो सकती है।               


पत्रकार की हत्या पर आक्रोश व्यक्त किया

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। पत्रकारों ने यूपी के बलिया में हुए सहारा समय के पत्रकार रतन सिंह की हत्या के बाद विरोध प्रदर्शन कर अपना गुस्सा जाहिर किया।
जिस प्रकार से उत्तर प्रदेश में लगातार पत्रकारों को टारगेट करके हत्या की जा रही है।गाजियाबाद श्रमजीवी पत्रकार संघ के पत्रकारों ने जिलाधिकारी से मिलकर अपना गुस्सा व्यक्त किया। साथ ही पत्रकारों की सुरक्षा के मुद्दे को मजबूती से उठाया। इसके अलावा पीड़ित पत्रकार को 50 लाख की आर्थिक मदद परिवार को सरकारी नौकरी व सुरक्षा मुहैया कराने का महत्वपूर्ण मुद्दा रहा।


इस दौरान श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष अनुज चौधरी, वरिष्ठ पत्रकार श्री अशोक ओझा अशोक कौशिक,अजय औदिच्य,मनोज शर्मा,एसपी सिंह,विभु मिश्रा,प्रवीण अरोरा लोकेश राय,राजू मिश्रा,पिंटू तोमर,तेजेश चौहान,सोनू अरोड़ा, शक्ति सिंह,दीपक चौधरी,चिंटू त्यागी, अनिल अग्रवाल, जितेंद्र भाटी,सुमन चौधरी,सीमा गुप्ता,संजय मित्तल,रोहित सिंह,सचिन,सोनू खान,जयवीर मावी,मदन पांचाल,जुबेर अख्तर,राहुल शर्मा, अमित राणा,जय प्रकाश, हिमांशु मुकेश सिंघल,अंकुर अग्रवाल, प्रभात तिवारी, नरेश,प्रदीप मिश्रा,मुकेश गुप्ता,हरीश राठौर,रमन शर्मा,जावेद,तोषिक कर्दम,सुमन चौधरी,फरमान,अली,नोमी,वीनू ,अरुण चंद्रा,फ़ोटो जरलनिस्ट,अजय रावत, श्रीराम,बबली,सतेंद्र राघव,मुकेश कर्दम,उमेश कुमार,जावेद,सहवज,मणिकांत,विकास कुमार,पुनीत श्रीवास्तव,सुनील पाल,शिवम गिरी,सन्नी,नरेश सिंघनिया,उस्मान सैफी आदि मौजूद रहे।               


हरियाणाः सिंगर-डांसर कोरोना पॉजिटिव

हरियाणवी सिंगर व डांसर अनु कादयान कोरोना पॉजिटिव, सोशल मीडिया पर दी जानकारी


चंडीगढ़। हरियाणा की मशहूर सिंगर एवं डांसर अनु कादयान उर्फ एके जट्टी भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। उन्होंने कल अपना कोरोना टेस्ट करवाया था, जिसमें उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। इसके बाद अनु कादयान ने अपने संपर्क में आए लोगों को भी अपना कोरोना टेस्ट करवाने की अपील की है।
आपको बता दें कि अनु कादयान हरियाणा की मशहूर डांसर और सिंगर है। देव कुमार देवा के साथ अनु कादयान के काफी गाने हैं। हाल ही में एसऐचओ साब में उनकी धमाकेदार जोड़ी आई थी। SHO साब गाने को लाखों लोग देख चुके हैं। वहीं अनु कादयान इसके अलावा सैंकड़ों गानों और स्टेज शो कर चुकी हैं।
बहू काले की गीत में मशहूर अनु कादयान के हरियाणा में लाखों की संख्या में फैन्स है। अनु कादयान के कार्यक्रमों में भारी संख्या में भीड़ भी देखने को मिलती है।           


ईएसआईसी के नियमों में हो रहा बदलाव

ईएसआईसी के नियमों में होने जा रहा बड़ा बदलाव, अब मिलेगा दोगुना लाभ


नई दिल्ली। कोरोना महामारी के दौर में सरकार वेतनभोगी कर्मचारियों को थोड़ी राहत देने की तैयार में जुटी है। मिली जानकारी के अनुसार सरकार ईएसआईसी के तहत मिलने वाले स्‍वास्‍थ्‍य और आर्थिक मदद के नियमों में बदलाव करने जा रही है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार कर्मचारी राज्‍य बीमा निगम (ईएसआईसी) के तहत मिलने वाले लाभ के लिए वेतन सीमा बढ़ाने पर विचार कर रही है। अभी तक मासिक 21,000 वेतन वाले कर्मचारी ही ईएसआईसी के दायरे में आते हैं। सरकार इस सीमा को बढ़ाकर 30,000 रुपए मासिक करने पर विचार कर रही है। इससे 30,000 रुपए तक वेतन पाने वाले कर्मचारियों को भी ईएसआईसी के तहत स्‍वास्‍थ्‍य, बीमा और आर्थिक मदद का लाभ मिल सकेगा।
बता दें, केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने बीते हफ्ते कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) की अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना के तहत बेरोजगारी लाभ के दावों के आवेदनों को 15 दिनों के भीतर निपटाने की घोषणा की थी। ईएसआईसी के निदेशक मंडल ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर रोजगार गंवाने वाले लोगों को राहत प्रदान करते हुए इस साल 24 मार्च से 31 दिसंबर तक के लिए बेरोजगारी लाभ के तहत भुगतान को दोगुना कर दिया है। योजना के तहत अब तीन महीने के औसत वेतन का पचास प्रतिशत लाभ दिया जाएगा। पहले यह 25 प्रतिशत था।अब रोजगार जाने के 30 दिनों के बाद लाभ का दावा दायर किया जा सकता है। पहले यह 90 दिनों के बाद कर पाना संभव था। अब कर्मचारी स्वयं ही दावा कर सकते हैं, जबकि पहले उन्हें नियोक्ता के माध्यम से आवेदन करना होता था। ईएसआईसी बोर्ड ने अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना के तहत बेरोजगारी लाभ के तहत भुगतान को बढ़ाने और पात्रता मानदंडों में ढील देने को मंजूरी दी है।                   


यूपीः 30 सितंबर तक कार्यक्रमों पर रोक

योगी सरकार का बड़ा फैसला, 30 सितंबर तक सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण को लेकर बड़ा फैसला लिया है। यूपी में 30 सितंबर तक किसी भी तरह के सार्वजनिक समारोह, धार्मिक उत्सव, राजनीतिक आंदोलन एवं सभाएं आयोजित करने पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है। सार्वजनिक रूप से मूर्तियां, ताजिया एवं अलम भी स्थापित नहीं किए जाएंगे। सभी प्रकार के जुलूस एवं झांकी पर भी प्रतिबंध रहेगा।                 


राजीव त्यागी को महासभा ने दी श्रद्धांजलि

 त्यागी महासभा लोनी ने राजीव त्यागी को दी भावभीनी श्रद्धांजलि


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। त्यागी महासभा केे पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी के नेतृत्व में लोनी दो नंबर स्थित कार्यालय पर राजीव त्यागी कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए, धर्मेंद्र त्यागी ने कहा राजीव त्यागी ने अपने मृदुभाषी और ओजस्वी विचार से कांग्रेस में राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में अपनी पहचान बनाई और त्यागी समाज के गौरव बने राजीव त्यागी जी के निधन से त्यागी समाज ने एक अपना अनमोल रतन खो दिया। उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। उसकी कमी पूरी कोई नहीं कर सकता त्यागी महासभा के समस्त पदाधिकारियों ने पुष्प अर्पित करते हुए 2 मिनट का मौन धारण कर 21 बार गायत्री मंत्र जाप करते हुए भगवान से प्रार्थना करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
मुनेश त्यागी ने कहा राजीव त्यागी बहुत अच्छे मृदुभाषी और समझदार व्यक्ति थे जिन के चले जाने से आज समाज में बहुत दुख है एक उभरता हुआ चेहरा हमारे बीच से चला गया। बहुत दुख का विषय है आज हम भगवान से प्रार्थना करते हुए भगवान पुण्य आत्मा को अपने चरणों में जगह दे और इस परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। समाज को बहुत गहरा लगता है उनके चले जाने से आज उनको हम सब पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
इस मौके पर मुख्य रूप से मुनेश त्यागी, सतीश त्यागी, मुनेश्वर त्यागी, डॉक्टर योगेंद्र त्यागी, सुनील त्यागी, संजीव त्यागी, विशेष त्यागी, देवेंद्र त्यागी, शिव कुमार वशिष्ठ, अमित त्यागी, सुबोध त्यागी, राजगीर त्यागी और नरेंद्र त्यागी आदि लोग मौजूद रहे।                     


कोरोना का राज्य में बना नया केंद्र

पूर्वी उत्तर प्रदेश बना कोविड-19 का राज्य में नया केंद्र


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के नवीनतम रुझान से पता चलता है,कि पश्चिमी हिस्से की तुलना में राज्य के पूर्वी हिस्सों में कोरोना वायरस का संक्रमण ज्यादा है यानि कि यहां औसत से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। केस पॉजिटिविटी रेट (सीपीआर) या जांच में संक्रमित निकलने वाले लोगों की संख्या के अनुसार, यह पांच प्रतिशत की सीमा के आसपास है।               


कजाकिस्तान: विमान दुर्घटना में 42 लोगों की मौत

कजाकिस्तान: विमान दुर्घटना में 42 लोगों की मौत  अखिलेश पांडेय  अकातू। इस वक्त की बड़ी खबर कजाकिस्तान से आई है। कजाकिस्तान में प्लेन क्रैश हु...