मंगलवार, 25 अगस्त 2020

2000 के नोटों की छपाई नहीं की

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने 2019-20 में दो हजार रुपये के नए नोटों की छपाई नहीं की। इस दौरान दो हजार के नोटों का प्रसार कम हुआ है। रिजर्व बैंक की 2019-20 की वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।रिपोर्ट के अनुसार मार्च, 2018 के अंत तक चलन में मौजूद 2000 के नोटों की संख्या 33,632 लाख थी, जो मार्च, 2019 के अंत तक घटकर 32,910 लाख पर आ गई। मार्च, 2020 के अंत तक चलन में मौजूद 2000 के नोटों की संख्या और घटकर 27,398 लाख पर आ गई।रिपोर्ट के अनुसार, प्रचलन में कुल मुद्राओं में 2000 के नोट का हिस्सा मार्च, 2020 के अंत तक घटकर 2.4 प्रतिशत रह गया। यह मार्च, 2019 के अंत तक तीन प्रतिशत तथा मार्च, 2018 के अंत तक 3.3 प्रतिशत था।
मूल्य के हिसाब से भी 2000 के नोटों की हिस्सेदारी घटी है। आंकड़ों के अनुसार मार्च, 2020 तक चलन में मौजूद कुल नोटों के मूल्य में 2,000 के नोट का हिस्सा घटकर 22.6 प्रतिशत रह गया। यह मार्च, 2019 के अंत तक 31.2 प्रतिशत और मार्च, 2018 के अंत तक 37.3 प्रतिशत था। रिपोर्ट के अनुसार, 2018 से तीन साल के दौरान 500 और 200 रुपये के नोटों के प्रसार में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है।


मूल्य और मात्रा दोनों के हिसाब से 500 और 200 रुपये के नोट का प्रसार बढ़ा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘2019-20 में दो हजार के करेंसी नोट की छपाई के लिए कोई ऑर्डर नहीं दिया गया। भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड (बीआरबीएनएमपीएल) तथा सिक्योरिटी प्रिटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि. (एसपीएमसीआईएल) की ओर दो हजार के नोट की कोई नई आपूर्ति नहीं की गई। 2019-20 में बैंक नोटों के लिए ऑर्डर एक साल पहले की तुलना में 13.1 प्रतिशत कम थे।’रिपोर्ट कहती है कि ‘2019-20 में बैंक नोटों की आपूर्ति भी इससे पिछले साल की तुलना में 23.3 प्रतिशत कम रही। इसकी मुख्य वजह कोविड-19 महामारी और उसके चलते लागू लॉकडाउन है।’ रिजर्व बैंक ने कहा कि ‘2019-20 में 500 के 1,463 करोड़ नोटों की छपाई का ऑर्डर दिया गया। इसमें से 1,200 करोड़ नोटों की आपूर्ति हुई। वहीं 2018-19 में 1,169 करोड़ नोटों की छपाई के ऑर्डर पर 1,147 करोड़ नोटों की आपूर्ति की गई।’रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘2019-20 में बीआरबीएनएमपीएल तथा एसपीएमसीआईएल को 100 के 330 करोड़ नोटों की छपाई का ऑर्डर दिया गया। इसी तरह 50 के 240 करोड़ नोटों, 200 के 205 करोड़ नोटों, 10 के 147 करोड़ नोटों और 20 के 125 करोड़ नोटों की छपाई का ऑर्डर दिया गया। इनमें से ज्यादातर की आपूर्ति वित्त वर्ष के दौरान की गई।’                   


दिल्ली-मुंबई के बीच जल्द रेल संचालन

 नई दिल्ली/लखनऊ। रेलवे प्रशासन मुम्बई और दिल्ली की ट्रेनों में सीटों की मारामारी को देखते हुए लखनऊ के रास्ते कई और अतिरिक्त ट्रेनें जल्द चलाने जा रहा है। इसके लिए तैयारियां तेजी से चल रही हैं।


पूर्वोत्तर रेलवे की लखनऊ मंडल के डीआरएम डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने मंगलवार को बताया कि कोरोना महामारी के दौरान  मुम्बई और दिल्ली जाने वाले यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसलिए जल्द ही मुम्बई और दिल्ली के यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जाएंगी।उन्होंने बताया कि लॉकडाउन से अनलॉक तक पूर्वोत्तर रेलवे ने रेल पटरियों की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया है। इससे रेल संरक्षा को मजबूत आधार मिलेगा। पूर्वोत्तर रेलवे ने माल ढुलाई के लिए मिनी रैक की ट्रेनें चलाई हैं जो 600 किलोमीटर की दूरी तय कर रही हैं।
डीआरएम ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए नए टाइम टेबल से कई और ट्रेनें चलाने की तैयारी में है। नए टाइम टेबल से ट्रेनें चलने से यात्रियों को जोड़ने में मदद मिलेगी। फिलहाल अभी लखनऊ से मुम्बई के बीच पुष्पक एक्सप्रेस, लखनऊ से दिल्ली के बीच गोमती एक्सप्रेस और लखनऊ मेल का संचालन किया जा रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से अभी तक अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं किया गया है।                                                                                                                   


रासुका लगा कर भी अनियंत्रित है अपराध

बड़े आपराधिक मामलों को लेकर विभिन्न वर्गों के नेताओं को दी जिम्मेदारी


लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने प्रदेश की कानून व्यवस्था के बदहाल होने का आरोप लगाते हुए योगी सरकार पर एक बार फिर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। यहां आए दिन हर प्रकार के अपराध देखने को मिल रहे हैं। वर्तमान में भाजपा के शासन से लोग दुखी हो गए हैं। अब सपा-भाजपा के शासन में कोई अंतर नहीं रह गया है। ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब सूबे 75 जिलों में कोई बड़ी या छोटी आपराधिक वारदात न घटित होती हो। ऐसे में बसपा पीड़ितों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने इसको लेकर सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाते हुए अलग-अलग नेताओं को अधिकृत किया।
मायावती ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी काल में भी अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है और अब तो लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माने जाने वाले मीडिया जगत के लोग भी यहां आए दिन हत्या व जुर्म के शिकार हो रहे हैं। आजमगढ़ मंडल में हुई पत्रकार की हत्या इसका ताजा उदाहरण है। उत्तर प्रदेश में सरकार की बदहाली का हाल ये है कि बात-बात पर रासुका, देशद्रोह व अन्य अति संगीन धाराओं के इस्तेमाल के बावजूद भी यहां अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। कानून का डर नहीं बचा है। आम जनता त्रस्त है कि सरकार कार्यशैली में सुधार करे तो बेहतर होगा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता को अब हमारे चार बार के कार्यकाल के समय की कानून-व्यवस्था याद आने लगी है। गरीब, मजदूर तथा कमजोर वर्ग के लोग काफी परेशान हैं। 
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में आपराधिक वारदातें हो रही हैं, उस स्थिति में उनका हर जगह पहुंच पाना मुमकिन नहीं है। इसलिए अब उत्तर प्रदेश में अति गम्भीर व अति संवदेनशील घटना पर बसपा का प्रतिनिधित्व मंडल पीड़ित परिवार से घटनास्थल पर जाकर मुलाकात करेगा। छोटी घटना पर फोन पर पीड़ित से बात की जायेगी। वहीं अति गम्भीर व अति संवदेनशील मामलों को छोड़कर अन्य मामलो में टेलिफोन के जरिए पुलिस प्रशासन से बात करके न्याय की कोशिश की जाएगी। 
मायावती ने कहा कि ये विशेष व्यवस्था बसपा को मजबूरी में उत्तर प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था के कारण करनी पड़ रही है। है। इसके लिए, प्रत्येक समाज के वरिष्ठ लोगों को अधिकृत किया जाएगा। दलितों के लिए दयाचरण दिनकर, पिछड़ों के लिए लाल जी वर्मा, ब्राह्मणों व अन्य सर्वणों के लिए सतीश चंद्र मिश्रा, मुस्लिम वर्ग के लिए शमशुद्दीन राईन व मुनकाद अली को अधिकृत किया गया है। 
जब ये लोग घटना स्थल पर जाएंगे तो वहां बसपा के स्थानीय स्तर पर सेक्टर मुख्य प्रभारियों को लेकर जाना होगा। जिलाध्यक्ष भी साथ में मौजूद रहेंगे। मायावती ने कहा कि बसपा ने ये जो थोड़ी व्यवस्था की है, उम्मीद है इससे लोगों को कुछ राहत मिलेगी।
उनको कहा इस बात के सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अधिकृत किए लोग घटना स्थल पर धरना-प्रदर्शन नहीं करेंगे। कर्फ्यू के दौरान मौके पर नहीं जाएंगे। पीड़ित परिवार से मिलेंगे सही तथ्यों की जानकारी लेंगे और मीडिया को भी इससे अवगत कराएंगे। उन्होंने कहा​ कि न्याय नहीं मिलने पर विधामनंडल सत्र के दौरान दोनों सदनों में मामलों को उठाया जाएगा। वहीं इसके बाद भी कदम नहीं उठाये जाने पर अपनी सरकार में आने पर पीड़ितों को न्याय दिलाया जाएगा।                    


गाजियाबादः बीएसएनल का 'ई लर्निंग कोर्स'

गाजियाबाद। गाजियाबाद राजनगर स्थित बीएसएनएल कार्यालय में 24 अगस्त, सोमवार से” ई–लर्निंग कोर्स ” शुरू किया गया है। इसमें दुनियाभर से 19 लोगों सहित भारत के सौ लोग हिस्सा ले रहे है। यह पाठ्यक्रम अत्यधिक प्रतिष्ठित है और देश के सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धिइंडस्ट्री 4.0डिजिटल इंडिया, डिजिटल वर्ल्ड  आदि के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगाजो भारत के माननीय प्रधान मंत्री का भी ड्रीम प्रोजेक्ट है 

बीएसएनएल के मुख्य महा प्रबन्धक अल्ट सेंटर गाज़ियाबाद महेश कुमार सेठ(संचार रत्न)पीजीएम सुभाष चंद और जीएम देवी प्रसाद व अन्य अधिकारियों ने उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। बीएसएनएल और डीओटी के कई उच्च अधिकारियों ने भी इस उन्नत पाठ्यक्रम के उद्घाटन समारोह में भाग लिया है। ALTTC, BSNL, गाजियाबाद के DGM (BB और CFA) अशोक शर्माने प्रतिनिधियों को ऑनलाइन सुविधा एवं सहायता प्रदान की और अपने व्याख्यान के माध्यम से भारतीय संस्कृति को संप्रेषित करने के लिए यथा संभव व्यवस्था की । 

ई-लर्निंग कोर्स के उद्घाटन समारोह में एस सी सिंह अतिरिक्त जीएम (बीएस-ई), एच के दीक्षित (डीजीएम) ए के झा (डीजीएम)श्रीमती सुरेश देवी (डीजीएम) डीजीएम  सुदीप पांडे (डीजीएम), आनंद कुमार (सहायक निदेशक),  नरेश सिंह (सहायक निदेशक),  नरेंद्र सिंह चौहान (सहायक निदेशक), एवं  आलोक त्यागी (जेटीओ) भी मौजूद थे।

दिल्लीः यमुना खतरे के निशान से कुछ नीचे

रेशम दयाल / अलोक कुमार 

नई दिल्ली। मानसून सीजन और पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश का असर अब दिल्ली में यमुना नदी में दिखने लगा है। बारिश का पानी हरियाणा बैराज तक पहुंचता है तो पानी का  दवाब बढ़ने लगता है, और बैराज के गेट खोल दिए जाते है। जिसके कारण यमुना का जलस्तर बढ़ जाता है। दिल्ली में बाढ़ ( Flood situation in Delhi )की स्थिति बन जाती है। निचले हिस्से में पानी भर जाता है और यहाँ का जनजीवन प्रभावित होता है। दिल्ली के जल मंत्री सतेंद्र जैन ने बताया कि सोमवार की सुबह 8 बजे  हथनी बैराज से 5,883 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था।

यमुना खतरे के निशान से एक मीटर नीचे बह रही है खतरे का निशान 205 . 33 मीटर है। जबकि जल स्तर सोमवार को सुबह 8 बजे , 204.18 मीटर तक पहुँच गया है।  जबकि दोपहर साढ़े 3 बजे जल स्तर 204. 32 मीटर तक पहुँच गया था।

दिल्ली के जल मंत्री श्री जैन ने कहा कि सरकार स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है और यह  सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि किसी भी तरह की बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यकताओं को पूरा किया जाए।हमारे पास बाढ़-नियंत्रण प्रणाली तैयार है, और यह तब सक्रिय होगा जब कोई भी स्थिति इसकी मांग करेगी। मंत्री ने बताया कि सरकार ने और यह तब सक्रिय होगा जब कोई भी स्थिति इसकी मांग करेगी। मंत्री ने बताया कि सरकार ने यमुना के किनारे के सभी निचले इलाकों में, पल्ला गाँव से ओखला तक एक योजना बनाई।

सीएम अस्पताल में भर्ती, सत्र पर संयश

मेदांता में भर्ती, मानसून सत्र पर संशय के बादल 



राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कोरोना से ग्रसित पाए गए हैं जिसके चलते वह मेदांता में भर्ती हैं।हालांकि, पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपने आवास पर ही आइसोलेट हो रहे थे।जहां उनके आवास पर ही उनका इलाज चलता लेकिन देर रात अचानक वह गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती हो गए।इस दौरान उनके साथ PPE किट पहने डॉक्टरों की एक टीम मौजूद रही।


इससे पहले वाले टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी…


बतादें कि, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इससे पहले भी अपना टेस्ट करवाया था जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी लेकिन फिर भी उन्होंने अपने आप को अपने आवास पर 3 दिन के लिए आइसोलेट कर लिया था।वहीं, अब जब उन्होंने दोबारा कोरोना टेस्ट करवाया तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।


मनोहर लाल ही नहीं हरियाणा के कई नेता कोरोना पॉजिटिव…


हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के पहले व बाद में प्रदेश के कई और नेता भी कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं।


हरियाणा विधानसभा स्पीकर भी कोरोना पॉजिटिव…


पंचकूला से विधायक व हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता भी कोरोना से पीड़ित पाए गए हैं।वहीं प्रदेश के परिवहन एवं खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने भी अपना कोरोना टेस्ट करवाया है वह भी पॉजिटिव पाए गए हैं।


मानसून सत्र कैसे चलेगा…


26 अगस्त यानि कल बुधवार से हरियाणा विधानसभा में मानसून सत्र की शुरुआत होनी है लेकिन यह प्रदेश के मुखिया समेत कई नेताओं व खासकर स्पीकर की गैरहाजिरी में कैसे चलेगा क्योंकि कोरोना पॉजिटिव तो विधानसभा जाएंगे नहीं और इनमें से दो मेन लोग मुख्यमंत्री मनोहर लाल और विधानसभा स्पीकर शामिल हैं।ऐसे में सत्र को लेकर संशय के बादल पैदा हो गए हैं।                 



वियतनाम हटा पाएगा समुद्र से कब्जा ?

वियतनाम। चीन की हरकतों से परेशान वियतनाम अब भारत से रणनीतिक साझेदारी की पहल कर रहा है। बता दें कि चीन ने दक्षिण चीन सागर को हथियाने के लिए कई देशों की नाक में दम किया हुआ है। वियतनाम भी इनमें से एक है। उसे धमकाते हुए चीन ने अब वहां पर बमवर्षक तैनात कर दिए हैं। इससे तनाव में आए वियतनाम ने भारत से संबंध मजबूत करने में दिलचस्पी दिखाई। जानिए, क्या है दक्षिण चीन सागर का मसला और क्यों वियतनाम भारत से मदद की उम्मीद में है। भारत में मौजूद वियतनाम के राजदूत फैम सन चाउ ने चीन की धमकियों की बात भारतीय विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला को एक कॉल के दौरान बताई। बता दें कि वहां पर चीन ने पार्सल आइलैंड में H-6J बमवर्षक तैनात कर दिए हैं। ये साउथ चाइना सी का वही हिस्सा है, जिसपर विवाद है। वितयनाम का दावा है कि समुद्र का ये द्वीप उसका है। अब चीन न केवल इस द्वीप पर कब्जा करना चाहता है, बल्कि उसका कहना है कि समुद्र का 80 प्रतिशत से ज्यादा भाग उसी का है।          


न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...