सोमवार, 24 अगस्त 2020

डीएम दो बार सीएमओ से मीटिंग करें

लखनऊ। कोरोना मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक आदेश पारित कर कहा है कि जिलाधिकारी (डीएम) और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) दिन में दो बार बैठक करें। इसके साथ ही कोविड अस्पतालों में डॉक्टर व नर्स वार्ड में जाकर मरीजों का इलाज करेंगे। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि कोविड के चलते सार्वजनिक स्थलों पर कोई भी धार्मिक या सांस्कृतिक आयोजन न किए जाएं।


समीक्षा बैठक के दौरान दिए आदेश


मुख्यमंत्री ने रविवार को अनलॉक की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि डीएम व सीएमओ सुबह की बैठक अस्पताल और शाम की इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में करें। बैठक में सामने आने वाली समस्याओं का तत्काल समाधान सुनिश्चित कराया जाए। मुख्यमंत्री ने प्रतिदिन 1.30 लाख कोविड टेस्ट करने पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि प्रदेश में जांच और कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने के लिए अग्रिम रणनीति तैयार रहे। कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन हर हाल में सुनिश्चित कराया जाए। किसी भी स्थान पर पांच से अधिक लोग एकत्र न हों। कहीं भीड़ न इकट्ठा होने पाए।                       


गो हत्या के खिलाफ सख्त किया कानून

लखनऊ। योगी सरकार ने गो हत्या के खिलाफ नया और बेहद कड़ा कानून पास किया है। यूपी सरकार के संसदीय कार्य मंत्री सुरेंद्र खन्ना ने बताया कि योगी सरकार ने गो-वध निवारण संशोधन विधेयक 2020 पास किया है। इस कानून से यूपी में गोहत्या के खिलाफ कानून और सख्त हो गया है।


लखनऊ। योगी सरकार ने गो हत्या के खिलाफ नया और बेहद कड़ा कानून पास किया है. अब जो लोग भी गो हत्या के आरोप में पकड़े जाएंगे, वो 3 से 10 साल तक के लिए जेल भी जाएंगे। गो-हत्यारों की संपत्ति भी जब्त होगी और दंगाइयों की तरह उनकी पहचान के पोस्टर भी लगेंगे। इस संबंध में यूपी सरकार के संसदीय कार्य मंत्री सुरेंद्र खन्ना ने बताया कि योगी सरकार ने गो-वध निवारण संशोधन विधेयक 2020 पास किया है इस कानून से यूपी में गोहत्या के खिलाफ कानून और सख्त हो गया है।


             


नेता ने योगी से डीएम की शिकायत की

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना पीड़ित मरीजों से लूट और व्यापारियों का उत्पीड़न किये जाने संबंधी एक ऑडियो वायरल हुआ है जिसमें व्यापारी नेता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जिलाधिकारी की शिकायत कर रहे हैं।


आडियो में व्यापारी नेता राकेश जैन मुख्यमंत्री से कहते हैं कि वाराणसी में कोविड-19 के इलाज में निजी अस्पताल सरकार द्वारा तय कीमतों के बावजूद मनमाने दाम वसूल रहे हैं। पीड़ितो को इलाज के पहले एक से डेढ़ लाख रूपये जमा करवाये जाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना की गाइडलाइंस के मुताबिक सप्ताह में दो दिन पूर्ण बंदी और बाकी पांच रोज सुबह नौ से शाम नौ बजे तक दुकानो के खुलने का समय निर्धारित किया है लेकिन जिला प्रशासन आये दिन नियमों में फेरबदल कर देता है जिसका असर व्यापार पर पड़ रहा है।

व्यापारी नेता ने कहा कि जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा पोर्टल में दर्ज शिकायतों का जवाब नहीं देते है और फोन भी नहीं उठाते हैं। मुख्यमंत्री ने व्यापारी को आश्वस्त किया कि वह इस संबंध में जिलाधिकारी से बात करेंगे और उनकी समस्या का निराकरण किया जायेगा।             


उत्तराखंडः भारी भूस्खलन में 3 लोग दबे

टिहरी। उत्तराखंड में इन दिनों जगह-जगह भूस्खलन की खबरें सामने आ रही हैं पहाड़ों से गिर रहे चट्टानों की वजह से आए दिन दुखद हादसे हो रहे हैं आज भी गढ़वाल क्षेत्र से एक दुखद खबर आ रही है कि यहां टिहरी जनपद के व्यासी के पास आज सुबह कौडियाला नामक स्थान में भारी चट्टान खिसकने से सड़क कार्य में लगे जेसीबी और पोकलैंड न सिर्फ नेस्तनाबूद हो गए बल्कि इस भूस्खलन की चपेट में 3 लोग दब गए।                 


बातचीत असफल, कार्रवाई पर विचार

नई दिल्‍ली। भारत-चीन के बीच जारी सीमा विवाद पर चीफ आफ डिफेंस स्‍टाफ जनरल बिपिन रावत ने बड़ा बयान दिया है। उन्‍होंने कहा कि लद्दाख में चीनी अतिक्रमण से निपटने के लिए सैन्‍य विकल्‍पों पर भी विचार हो रहा है। जनरल रावत ने कहा कि अगर बातचीत फेल होती है तो सैन्‍य विकल्‍पों पर विचार किया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और राष्‍ट्रीय सुरक्षा के जिम्‍मेदार लोग इस कोशिश के साथ सभी विकल्‍पों पर विचार कर रहे हैं कि पीएलए लद्दाख में पहले जैसी स्थिति में लौट जाए।


जनरल रावत ने कहा कि सरकार शांतिपूर्ण ढंग से मामला सुलझाना चाहती है। उन्‍होंने इशारा किया कि पूर्वी लद्दाख में सेनाओं की तैयारी पूरी है। उन्‍होंने कहा, “LAC पर अतिक्रमण अलग-अलग नजरिये की वजह से होता है। रक्षा सेवाओं का काम निगरानी रखना और ऐसे अतिक्रमण को घुसपैठ में तब्‍दील होने से रोकने का है। सरकार चाहती है कि शांतिपूर्ण तरीके से मसले सुलझाए जाएं। अगर LAC पर पूर्व स्थिति बहाल करने की कोशिशें सफल नहीं होती हैं तो सैन्‍य कार्रवाई के लिए रक्षा सेवाएं हमेशा तैयार रहती हैं।” 
तीन साल पहले जब चीन ने डोकलाम में धौंस दिखाई थी, तब जनरल रावत सेना प्रमुख थे। उन्‍होंने खुफिया एजेंसियों के बीच तालमेल की कमी की बात को सिरे से खारिज किया है। जनरल रावत ने कहा कि भारत की इतनी लंबी सीमा है कि उसकी लगातार निगरानी करने की जरूरत पड़ती है। उन्‍होंने कहा कि मल्‍टी-एजेंसी सेंटर की रोज मीटिंग हो रही है। एक-दूसरे को लद्दाख व अन्‍य जगहों की जानकारी दी जा रही है।


कई दौर की बातचीत के बावजूद, पूर्वी लद्दाख में तनाव कम नहीं हो रहा है। भारतीय सेना का साफ स्‍टैंड है कि चीन को अप्रैल से पहले वाली स्थिति बहाल करनी चाहिए। सैन्‍य स्‍तर पर बातचीत के अलावा विदेश मंत्रालय और दोनों देशों के वर्किंग मकैनिज्म फॉर कंसल्टेशन ऐंड को-ऑर्डिनेशन ने भी चर्चा की है। दोनों पक्ष कंपलीट डिसइंगेजमेंट की दिशा में आगे बढ़ने पर बार-बार सहमत हुए हैं लेकिन धरातल पर असर नहीं हुआ।           


साठ-गांठ साबित हुई तो इस्तीफा तैयार

गुलाम नबी आज़ाद ने की इस्तीफे की पेशकश, कहा अगर बीजेपी से सांठ-गांठ साबित हुई तो इस्तीफा देने को हूँ तैयार


नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की ओर से लिखी गई एक चिट्ठी को लेकर राहुल गांधी ने एक बयान दिया है, जिसे लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में नाराजगी देखी जा रही है सूत्रों के मुताबिक, यहां तक कि पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने इस्तीफे की बात तक कर दी है। कांग्रेस में पार्टी नेतृत्व की मांग को लेकर घमासान मचा हुआ है।सोमवार को कांग्रेस कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक हो रही है।इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से लिखी गई एक चिट्ठी को लेकर राहुल गांधी ने एक बयान दिया है। जिसे लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में नाराजगी देखी जा रही है।सूत्रों के मुताबिक, यहां तक कि पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने इस्तीफे की बात तक कर दी है।राहुल गांधी ने इस चिट्ठी के इरादों के पीछे संदेह जताते हुए कहा कि यह चिट्ठी बीजेपी के साथ सांठगांठ में लिखी गई है।सूत्रों के मुताबिक, गुलाम नबी आज़ाद ने इस बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ‘अगर बीजेपी से सांठगांठ की बात साबित हो जता है तो वो पार्टी से इस्तीफा दे देंगे।           


गिरफ्तार आतंकी की गुमशुदगी दर्ज

 नई दिल्ली। दिल्ली के धौलाकुआं इलाके से शुक्रवार रात में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार में इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रॉविंसके ऑपरेटिव यूसुफ उर्फ अबू यूसुफ की गुमशुदगी साजिश के तहत शनिवार को राजधानी के काकोरी थाने में दर्ज करा दी गई। रिपोर्ट दर्ज कराने वाला अबू यूसुफ का करीबी बताया जा रहा है। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय के मुताबिक तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है।


सूत्रों का कहना है कि जिस व्यक्ति ने गुमशुदगी दर्ज कराई है वह अबू यूसुफ का होने वाला बहनोई है। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। एटीएस को भी इसकी सूचना दे दी गई है। पुलिस टीम यह जानकारी जुटा रही है कि आखिर गुमशुदगी दर्ज कराने के पीछे आखिर मकसद क्या था। यही नहीं लखनऊ पुलिस भी अबू यूसुफ के राजधानी कनेक्शन को खंगाल रही है। अबू युसूफ यहां कहां-कहां रुकता था और उसके किन लोगों से संबंध थे। इसके बारे में भी जानकारी कर रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपित के घरवालों से पूछताछ के बाद उसके लखनऊ में कनेक्शन की पुष्टि हो सकेगी


बता दें कि दिल्ली में आइईडी के साथ इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रॉविंस के एक आतंकी गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश में भी सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए हैं। पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने फील्ड के सभी पुलिस अधिकारियों को इस मामले में सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए निर्देशित किया है। दिल्ली में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार आतंकी की पहचान मुहम्मद मुस्तकीम के रूप में हुई है। उसके पास पिस्टल और दो आईईडी बरामद की गई है। यह उत्तर प्रदेश के बलरामपुर का निवासी है और लखनऊ में भी काफी दिन तक रहा है। इसी को ध्यान में रखकर इनके साथियों की लखनऊ के साथ ही बलरामपुर में तलाश की जा रही है। इस तलाशी अभियान में दिल्ली पुलिस के साथ उत्तर प्रदेश की एटीएस की टीम को भी लगाया गया है। इन फरार आतंकियों का कनेक्शन लखनऊ से भी मिल रहा है। बलरामपुर में सात से आठ स्थान पर छापेमारी चल रही है।                                          


सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...