रविवार, 23 अगस्त 2020

हरियाणाः 1161 नए संक्रमित मिले

राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा में कोरोना वायरस महामारी की रफ्तार जारी है। आज प्रदेश में 1161 नए पॉजिटिव केस सामने आए, वहीं 600 लोग ठीक होकर घर लौटे। इसके साथ आज 12 मरीजों की मौत हो गई। जिसके बाद कोरोना से मरने वालों की संख्या 597 पहुंच गई है। 





स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज जारी बुलेटिन के मुताबिक राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा 53290 पहुंच गया है। जिसमें से 8680 मामले सक्रिय हैं। इसके साथ 217 की हालत नाजुक बनी हुई है, इनमें 189 की सांसें ऑक्सीजन के सहारे चल रही हैं तो 28 वेंटीलटर पर जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। प्रदेश में अभी तक 44013 लोग कोरोना को हराकर घर लौट चुके हैं। कुछ दिन से ठीक होने वालों की संख्या में कमी आने के चलते रिकवरी रेट में गिरावट आ गई है। रिकवरी रेट कम होकर 82.59 पहुंच गई है।               


रुकावटः दिल्ली-मेरठ हाईवे का विरोध बढ़ा

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। दिल्ली-मेरठ हाईवे का काम किसानों के विरोध के चलते प्रभावित हो रहा है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के पहले चरण का उद्घाटन 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर चुके हैं। इस एक्सप्रेस-वे का काम पूरा होने से दिल्ली से मेरठ का सफर केवल 45 मिनट में पूरा किया जा सकेगा, लेकिन अब इसका विरोध हो रहा है। इसी के चलते आज (शनिवार) तमाम किसानों ने इकट्ठा होकर एक्सप्रेस-वे के काम को बंद करवा दिया।


NHAI के अधिकारियों का कहना है कि PWD ने उन्हें सड़क की जो 300 फीट जगह दी थी, उसी पर वो 14 लेन सड़क बना रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 2018 में इसके निर्माण को BJP ने अपनी उपलब्धि में गिनाया था और इस साल के अंत में इसका काम पूरा होना है, लेकिन पहले प्रदूषण फिर कोरोनावायरस और अब किसानों के विरोध के चलते एक्सप्रेस-वे का काम प्रभावित हो रहा है।           


पीएम की केंद्रीय मंत्रियों के साथ अहम बैठक

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश मे प्लास्टिक टॉयज या बच्चों के खिलौने बनाने को बढ़ावा देने के मकसद से पीएम नरेंद्र मोदी ने अन्य कैबिनेट मंत्रियों और उच्च अधिकारियों के साथ अहम बैठक की।


बैठक मे पीएम मोदी ने तमाम मंत्रालय को आदेश दिया कि ऐसी नीति और माहौल बनाया जाए ताकि राज्यों में प्लास्टिक टॉय बनाने के लिए क्लस्टर बनाए जा सकें। ये विशेष क्लस्टर ना केवल देश मे बच्चों के लिए खिलौने बनाएंगे बल्कि देश मे बने खिलौने विदेशों में भी एक्सपोर्ट किए जा सके।                   


झांसी में सफर करना हो जाएगा महंगा

सितंबर माह से दतिया तक का सफर महंगा हो जाएगा। जी हां, झांसी –दतिया के बीच डगरई में टोल प्लाजा बनकर तैयार हो गया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की अक्तूबर माह से टोल टैक्स की वसूली की शुरुआत करने की तैयारी है।


झांसी। जनपद में भारी संख्या में लोगों का दतिया आवागमन लगा रहता है। खासतौर पर शनिवार और रविवार को भारी संख्या में लोग पीतांबरा पीठ जाते हैं। लेकिन, अब ये सफर महंगा होने जा रहा है। एनएचएआई का झांसी–दतिया के बीच डगरई में टोल प्लाजा बनकर तैयार हो गया है। टोल टैक्स की वसूली के लिए जरूरी व्यवस्थाएं जुटाना शुरू कर दिया है। सितंबर माह से झांसी से दतिया की ओर जाने वालों से टोल की वसूली शुरू कर दी जाएगी।
13 साल में पूरा हो पाया सड़क का निर्माण
एनएचएआई ने झांसी से ग्वालियर तक फोरलेन का निर्माण वर्ष 2007 में शुरू किया गया था। 2009 में काम पूरा होना था लेकिन, शुरुआती तेजी के बाद काम धीमा पड़ गया। दो साल की जगह पांच साल निकल गए, लेकिन सड़क तैयार नहीं हो पाई। इसे लेकर एनएचएआई और कंस्ट्रक्शन कंपनी के बीच विवाद शुरू हो गया। मामला न्यायालय में पहुंच गया। नतीजतन, सड़क का निर्माण बंद पड़ा रहा। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे और घुमावदार रास्ते होने की वजह से लोगों का वक्त तो जाया होता ही था, साथ ही दुर्घटना का भी खतरा बना रहता था। लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद एनएचएआई ने सितंबर 2018 में काम दोबारा शुरू किया था। अब जाकर काम पूरा हो पाया है।
छह साल में गईं 300 जान


साल 2012 से लेकर 2018 तक लगातार छह साल तक ग्वालियर रोड का निर्माण अधूरा पड़ा रहा। इससे इस सड़क पर आवागमन बेहद खतरनाक स्थिति में पहुंच गया था। एनएचएआई के रिकार्ड के मुताबिक इस अवधि में झांसी से ग्वालियर के बीच छह सौ छोटी – बड़ी सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें तीन सौ से अधिक लोगों की जान गई। साथ ही सैकड़ों लोग घायल हुए।
ग्वालियर मार्ग का काम पूरा हो गया है। टोल टैक्स की वसूली के लिए दतिया के डगरई में टोल प्लाजा बनाया गया है। सितंबर के अंत तक टोल टैक्स की वसूली शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए एनएचएआई की तैयारियां तेजी से जारी हैं।
संजय वर्मा           


कांग्रेस पार्टी में बड़े बदलाव की मांग

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कांग्रेस के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि जब पार्टी के बड़े नेताओं ने अंतरिम अध्‍यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में बड़े बदलाव करने की मांग की है। यह मांग कांग्रेस के 23 बड़े नेताओं ने की है। इनमें 5 पूर्व मुख्‍यमंत्री, शशि थरूर जैसे सांसद, कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्‍य और तमाम पूर्व केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। इनका कहना है कि पार्टी में बड़े बदलाव करके कांग्रेस को हो रहे नुकसान से बचाया जाए।एक रिपोर्ट के अनुसार, यह पत्र बीजेपी की प्रगति की ओर इशारा करता है। यह स्वीकार करते हुए कि युवाओं ने निर्णायक रूप से नरेंद्र मोदी को वोट दिया है। पत्र बताता है कि कांग्रेस को बुनियादी रूप से समर्थन का घाटा हुआ है। युवाओं का विश्वास खोना गंभीर चिंता का विषय है। यह पत्र करीब दो हफ्ते पहले भेजा गया था। पत्र के जरिये बड़े नेताओं ने एक ‘पूर्णकालिक और प्रभावी नेतृत्व’ लाने की मांग की है, जो कि धरातल पर दिखे भी और सक्रिय भी रहे। साथ ही पार्टी के पुनरुद्धार के लिए सामूहिक रूप से संस्थागत नेतृत्व तंत्र की तत्काल स्थापना के लिए भी कहा गया है।


पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, पार्टी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, शशि थरूर, सांसद विवेक तन्खा, एआईसीसी के पदाधिकारी और सीडब्ल्यूसी सदस्य जिनमें मुकुल वासनिक और जितिन प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। साथ ही भूपिंदर सिंह हुड्डा, राजेंदर कौर भट्टल, एम वीरप्पा मोइली, पृथ्वीराज भवन, पी जे कुरियन, अजय सिंह, रेणुका चौधरी, और मिलिंद देवड़ा भी शामिल हैं। पूर्व पीसीसी प्रमुख राज बब्बर (यूपी), अरविंदर सिंह लवली (दिल्ली) और कौल सिंह ठाकुर (हिमाचल), वर्तमान बिहार अभियान प्रमुख अखिलेश प्रसाद सिंह, हरियाणा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, दिल्ली के पूर्व स्पीकर योगानंद शास्त्री और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने भी इसमें हस्‍ताक्षर किए हैं। पत्र में कहा गया है कि लोकसभा चुनाव में हार के एक साल बाद भी पार्टी ने लगातार गिरावट के कारणों का पता लगाने के लिए कोई आत्मनिरीक्षण नहीं किया है। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि पत्र के जवाब के रूप में एक प्रमुख संगठनात्मक फेरबदल की योजना बनाई जा रही है। सोमवार होने वाली सीडब्‍यूसीसी की बैठक में उसी की घोषणा होने की उम्मीद है।             


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण




यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)









 अगस्त 24, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-10 (साल-02)
2. सोमवार, अगस्त 24, 2020
3. शक-1943, भाद्रपद, शुुुक्ल-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:27, सूर्यास्त 07:12


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेगी।


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शनिवार, 22 अगस्त 2020

14 महीनों में 8 बच्चों को दिया जन्म

पटना। बिहार का रिश्ता घोटालों के साथ पुराना रहा है। यहां फिर एक सरकारी योजना में घोटाले का खुलासा हुआ है। हैरानी की बात तो ये है कि घोटाले के चक्कर में लोग प्रकृति का नियम तक भूल गए। एक 65 वर्षीय महिला ने पिछले 14 महीनों में 8 बच्चों को जन्म दिया है। चिकित्सा विज्ञान में ये अंसभव है, लेकिन नेशनल हेल्थ मिशन ने इसे संभव कर दिया है। वह भी कागजों पर ताकि बच्चियों के पैदा होने पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि हड़पी जा सके।


नवभारत टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार ये मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के मुशहरी प्रखंड का है। नेशनल हेल्थ मिशन यानी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को हड़पने के लिए बिचौलियों ने ये घोटाला किया है। नेशनल हेल्थ मिशन के तहत बच्चियों को जन्म देने वाली माताओं को प्रोत्साहन राशि मिलती है।


इस घोटाले में बिचौलियों ने कागज पर बच्चियों का फर्जी जन्म दिखाकर प्रोत्साहन राशि हड़पी है। इसमें कई ऐसी महिलाएं हैं जो प्राकृतिक तौर पर मां नहीं बन सकतीं लेकिन उनके द्वारा बच्चों का जन्म दिखाकर पैसे के गबन का खेल खेला गया है। 65 वर्षीय महिला ने सिर्फ 14 महीने में 8 बच्चियों को जन्म दिया है। मिशन के अधिकारी और बैंक के सीएसपी इस आधारहीन दस्तावेज पर एक बुजुर्ग महिला को प्रोत्साहन राशि भी भेजते रहे। इस मामले में मसुहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी उपेंद्र चौधरी ने पुलिस में FIR दर्ज कराई है। 65 वर्षीय लीला देवी ने 14 महीनों में 8 बच्चियों को जन्म दिया। हर जन्म के लिए लीला देवी के 1400 रुपए उनके बताए गए खाते में भेजे जा चुके हैं। यही नहीं, खाते से पैसे निकाले भी जा चुके हैं। इसी तरह, नेशनल रूरल हेल्थ मिशन में शांति देवी ने 9 महीने में 5 बच्चियों को जन्म दिया है। सोनिया देवी ने पांच महिनों में 4 बच्चियों को जन्म दिया है। जब इस बारे में उक्त महिलाओं से बात की गई तो वो घबरा गई। उन्होंने कहा कि ये सब गलत बात है, हमें बच्चा पैदा किए हुए तो कई साल हो चुके हैं।

डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के आदेश पर इस मामले की हाई लेवल जांच शुरू हो चुकी है। एडीएम राजेश कुमार के नेतृत्व वाली जांच समिति ने पाया कि पहली नजर में घोटाले के आरोप सही है। विस्तृत जांच चल रही है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही होगी और सजा भी मिलेगी।               


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...