रोजी-रोटी के लिए फिर अपना घर-बार छोड़ दूसरे प्रदेशों का कर रहे रुख..!
नई दिल्ली। पूर्णबंदी के कारण काम बंद होने और आर्थिक संकट झेलने के बाद बड़ी संख्या में मजदूर वापस अपने घर चले गए थे। संकट में दूसरे राज्यों से वापस आए मजदूरों की हुई खातिरदारी के बाद भी रोजगार के लिए शासन-प्रशासन द्वारा दिए गए अवसर उन्हें लुभा नहीं सके। राज्य सरकारों ने उन्हें रोजगार देने की बड़ी-बड़ी बातें कीं, लेकिन हकीकत अब सामने आ रही है कि प्रवासियों को उनके गांव में ही काम नहीं मिल रहा है। इससे उनके सामने अब फिर रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इससे परेशान होकर वे फिर अपना घर-बार छोड़ कर दूसरे प्रदेशों की ओर रुख करने लगे हैं। लेकिन अब शहरों में उद्योग-धंधों के बंद होने की वजह से वहां भी उन्हें रोजगार नहीं मिल पा रहा है।इंसान एक जगह से दूसरी जगह अपना घर छोड़ कर क्यों जाता है? महामारी का संकट अभी टला नहीं हैं। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड से प्रवासी मजदूर काम करने के लिए दिल्ली, मुंबई, लुधियाना, सूरत की ओर निकल रहे हैं। पूर्णबंदी के दौरान बड़े पैमाने पर ये मजदूर बहुत तकलीफें उठा कर अपने गृहराज्य लौट गए थे। तब सरकार ने अपने ही प्रदेश में काम देने और उचित मजदूरी देने का बात की थी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। कोई काम नहीं मिला और इसी वजह से अब मजदूरों ने वापस दिल्ली, मुंबई जाना शुरू कर दिया है।