शनिवार, 22 अगस्त 2020

मंझनपुरः कच्चा घर गिरने से दबी बालिका

कच्चा घर गिरने से दबी बालिका


कौशाम्बी। मंझनपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम गोबर सहाई मे कच्चा घर गिर जाने से एक बालिका दब गयी जिससे वह गम्भीर घायल हो गयी।


घटनाक्रम के मुताबिक मंझनपुर तहसील क्षेत्र के गोबर सहाई गांव में बारिश के चलते एक गरीब का कच्चा घर गिर गया है जिससे गरीब की बेटी कोमल अग्रहरी उम्र 16 वर्ष पुत्री हरीश चंद्र अग्रहरी मकान की दीवाल के नीचे दब गई है। जिससे उसे गंभीर चोटें आई हैं गंभीर हालत में बालिका को इलाज के लिए परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।


बलिया में एसडीएम के खिलाफ मुकदमा

बलिया में लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटने वाले एसडीएम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज


लखनऊ। बलिया जिले के बेल्थरा रोड में उपजिलाधिकारी अशोक चौधरी और पुरुषों होमगार्डों द्वारा दो युवकों की लाठी से की गई पिटाई के मामले पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। गुरुवार को बीते दिवस उप जिला अधिकारी अशोक चौधरी ने होमगार्डों के साथ लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर लाठियों से पीटा था। इस दौरान एक युवा व्यापारी लहूलुहान हो गया पीड़ित युवकों का कहना है कि उन्होंने मास की जगह रुमाल बांध रखा था इसी बात पर एसडीएम और उनके साथ मौजूद होम गार्डों उन पर जमकर लाठियां बरसाईं यही नहीं उपजिलाधिकारी चौधरी ने कचहरी में भी इसकी जानकारी जब मुख्यमंत्री को हुई तो उन्होंने उप जिलाधिकारी को निलंबित कर दिया गया था। शुक्रवार को शासन के निर्देश पर उपजिलाधिकारी अशोक चौधरी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई,अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव के मुताबिकपीड़ित युवकों की तहरीर पर उपजिलाधिकारी और होमगार्डों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। वहीं बलिया जिला अधिकारी श्री हरी प्रताप शाही ने एसडीएम द्वारा की गई पिटाई के कारणों का राज फास्ट किया उन्होंने बताया कि माँ सोशल डिस्टेंसिंग का दोनों युवकों द्वारा मजाक उड़ाया जा रहा था। जिसके बाद एसडीएम ने उन लोगों की पिटाई की।1 विकास दुबे के फाइनेंस के घर में रह रहे तीन पुलिसकर्मी निलंबित
कानपुर, शातिर अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद भी इस केस में रोज नए मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस को जांच में पता चला है, कि विकास दुबे के फाइनेंसर का काम संभालने वाले जय बाजपेई के एक मकान में तीन पुलिसकर्मी लेते थे।आईजी रेंज के आदेश पर तीनों को निलंबित किया गया है इसके अलावा तीनों की विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।             


सीटों पर उपचुनाव में प्रत्याशी खड़े करेंगे

उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 7सीटों पर होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशी खड़े किए जाएंगे
लखनऊ। निजी संवादाता आज साहब सिंह घनगर भैया जी ने कहा 73 वर्ष की आजादी मैं देश में विद्यमान 90%  शोषित आपेक्षित एवं वंचित समाज को उनकी जनसंख्या के अनुपात में शिक्षा नौकरी व्यापार राजनीति आदि सभी क्षेत्रों में हिस्सेदारी नहीं मिली है। जिसकी वजह से देश में अमीरी गरीबी की खाई नियंत्रण बढ़ती ही जा रही है। तथा अशिक्षा कुपोषण भुखमरी बेरोजगारी की समस्याएं बढ़ती जा रही है,इन समस्याओं के निराकरण के लिए 15 राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने काफी विचार-विमर्श करने के बाद भारतीय जनतंत्र गठबंधन राजग इंडियन डोमोक्रेटिक एलाइंस एनडीए का गठन किया है गठबंधन को सुचारू रूप से चलाने के लिए नियमावली तैयार की गई है साथ ही तैयार किया गया है सभी वर्गों को उनकी जनसंख्या के अनुपात में क्षेत्र में एक शिक्षा नीति लागू करना और और हिस्सेदारी दिलाना एक शिक्षा नीति लागू कराना कृषि को उद्योग का दर्जा दिलाना सार्वजनिक क्षेत्र के निजी उद्योगों प्रतिष्ठानों में सभी को संख्या के अनुपात में नौकरी में हिस्सेदारी दिलाना भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना शराब पर पूर्ण पाबंदी लगाना आदि के निर्णय के अनुसार।घनश्याम कोरी राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वतंत्र जनता राज पार्टी, डॉक्टर इंजीनियर सुशील कुशवाहा राष्ट्रीय अध्यक्ष।प्रगतिशील प्रगतिशील पार्टी हीरालाल सैनी हीरालाल सैनी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखण्ड समाज पार्टी सतेंद्र यादव 
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 5 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशी खड़े किए जाएंगे जिसमें बांगरमऊ उन्नाव से इंजीनियर रामप्रकाश सिंह पाल टूंडला सुरक्षित फिरोजाबाद से श्री विजय सिंह धनगर स्वार रामपुर से शिव प्रसाद सैनी मल्हनी जौनपुर से श्री संतोष कुमार वर्मा नौगांवा सादात अमरोहा से डॉ विजेंद्र सिंह पाल को गठबंधन का प्रत्याशी घोषित किया गया घाटमपुर सुरक्षित कानपुर नगर से अखंड समाज पार्टी के बुलंदशहर सदस्य के प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी गठबंधन के संयोजक हरसिंगार भैया जी के साथ लेटर पर अंकित सभी घटक दलों के समान राष्ट्रीय शामिल रहे बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर श्री प्रकाश राव अंबेडकर को गठबंधन का संरक्षक बनाया गया है।            


पटना में हीरोइन के साथ तस्कर गिरफ्तार

डीआरआई की कार्रवाई: पटना में 15 करोड़ की हेरोइन के साथ तस्कर गिरफ्तार


पटना। नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ डायरेक्टरेट ऑफ रेवन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) को बड़ी कामयाबी मिली है। शुक्रवार की शाम डीआरआई की टीम ने पटना जंक्शन के पास से एक तस्कर को करीब 3 किलोग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया शख्स मध्यप्रदेश का रहनेवाला है और हेरोइन की डिलिवरी देने पटना पहुंचा था। बरामद हेरोइन की कीमत 15 करोड़ रुपए आंकी गई है।मध्यप्रदेश से मार्बल की गाड़ी से पहुंचा पटना।डीआरआई को सूचना मिली थी कि एक शख्स हेरोइन लेकर पटना आनेवाला है। टीम ने जंक्शन के पास डेरा डाल दिया। शुक्रवार की शाम एक संदिग्ध को रोककर तलाशी ली गई तो उसके पास से 2992 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। पांच पैकेट में भरकर हेरोइन को बैग में छुपाया गया था। डीआईआर ने उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसने अपना नाम किशन लाल बताया। वह मध्यप्रदेश के मंदसौर स्थित लसुडिया का रहनेवाला है। मार्बल लदी एक गाड़ी से वह पटना तक पहुंचा था।रक्सौल के मास्टर ने बुलाया था।पूछताछ में किशन लाल ने डीआरआई को बताया कि रक्सौल के मास्टर नाम के व्यक्ति ने हेरोइन की खेप मंगाई थी। उसी के कहने पर वह पटना में इसी डिलेवरी देने आया था। हालांकि मास्टर को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। उसके संबंध में डीआरआई छानबीन कर रही है।
अफीम की करता है खेती
गिरफ्तार किशन लाल ने कई चौंकानेवाले खुलासे किए। डीआरआई के मुताबिक मध्यप्रदेश-राजस्थान की सीमा के पास उसकी अपनी जमीन है। उसपर वह अफीम की खेती करता है। खुद ही केमिकल की मदद से वह हेरोइन तैयार करता है।मास्टर से चेन्नई के जेल में हुई थी मुलाकात
रक्सौल के कथित मास्टर जिसके कहने पर वह हेरोइन लेकर पटना पहुंचा था उससे उसकी मुलाकात चेन्नई के जेल में हुई थी। वर्ष 2002 में किशन लाल को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने चेन्नई में मादक पदार्थ की तस्करी करते पकड़ा था। वहां की जेल में वह 10 साल तक कैद रहा। इसी दौरान उसकी जान पहचान रक्सौल के रहनेवाले मास्टर से हुई थी।           


प्रदेश की एक ऐसी अनूठी योजनाः बानो

इन्दिरा रसोई योजना प्रदेश की एक ऐसी अनूठी योजना:- शमीम बानो


ब्यावर शहर में इंदिरा रसोई की शुरुआत


हेमन्त साहू


ब्यावर। राजस्थान सरकार ने 8 रुपए में भोजन की थाली उपलब्ध कराने की अपनी महत्वाकांक्षी इंदिरा रसोई योजना की बीते दिन गुरुवार से शुरुआत की गई। ब्यावर शहर के रेल्वे स्टेशन बाहर स्थित नगर परिषद द्वारा संचालित बिदामी देवी धर्मशाला में इंदिरा रसोई की शुरुआत राजस्व अधिकारी शमीम बानो, नगर परिषद अधीक्षक मोहिन्दर फुलवारी ने नगर परिषद स्टॉफ की मौजुदगी में की। इंदिरा रसोई के शुभारम्भ के बाद राजस्व अधिकारी शमीम बानो ने कहा कि इन्दिरा रसोई योजना प्रदेश की एक ऐसी अनूठी योजना है जिसमें शहरी गरीब परिवारों को पौष्टिक भोजन रियायती दर पर मिलेगा। उन्होने कहा कि योजना का मुख्य ध्येय यह है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए व योजना का लाभ प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे तथा उसे सस्ती दरों पर भोजन उपलब्ध हो सके।               


नया सेंटर बनेगी पुरानी विश्रामस्थली

पर्यटन का नया सेन्टर बनेगी पुरानी विश्रामस्थली


6.36 करोड की लागत से हो रहा है लेक फ्रंट डवलपमेंट और बर्ड पार्क का काम


परिवार के साथ पिकनिकवॉकसाइकलिंग और पक्षी प्रेमियों को मिलेगा नया ठिकाना


अजमेर। आनासागर झील के पश्चिमी किनारे पर स्थित पुरानी विश्राम स्थली जल्द ही शहर में पर्यटन का नया केन्द्र बनेगी। स्मार्ट सिटी योजना के तहत झील के किनारे पर लेक फ्रंट डवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है। परिवार के साथ घूमने के शौकीन लोगों और पक्षी प्रेमियो के लिए यहां मनोरंजन का नया ठिकाना होगा। जिला कलक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ  प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि समार्ट सिटी योजना के तहत पुष्कर रोड स्थित पुरानी विश्राम स्थली पर 6.36 करोड़ रूपए की लागत से आनासागर लेक फ्रंट डवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है। झील के चारों तरफ चौपाटी निर्माण से शहर में पर्यटन का विकास हुआ है। पुरानी विश्रामस्थली पर हाने वाले कामों से पर्याप्त विकास में और वृद्धि होगी। झील के दूसरे किनारे पर यह कार्य विकास में मील का पत्थर साबित होंगे।


एक्टीविटी पार्कसाइकिल ट्रैक और भी बहुत कुछ


नगर निगम के आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी लिमिटेड के एसीईओ डॉ. खुशाल यादव ने बताया कि यहां पर एक्टीविटी पार्क, साइकिल ट्रेक, पाथ वे, बॉटनिकल गार्डन आदि कार्य करवाए जा रहे हैं। लेक फ्रंट डवलमेंट पर 5.46 करोड़ रूपए खर्च होंगे।


पक्षी प्रेमियों के लिए बर्ड पार्क


ऎतिहासिक आनासगर झील पिछले कई सालों से प्रवासी पक्षियों की पसंदीदा जगह बनती जा रही है। डॉ. यादव ने बताया कि झील में कई प्रजातियों के पक्षी आते हैं। हर साल बर्ड वाच और अध्ययन करने वालो की बड़ी संख्या यहां आती है। बर्ड हेबीटेशन जोन को पक्षियों की ज्यादा से ज्यादा आवक देखते हुए तैयार किया जाएगा। यहां भरतपुर के केवलादेव घना पक्षी अभ्यारण्य की तर्ज पर पक्षियों की चित्र और नाम लिखे संकेतक भी लगेंगे ताकि आमजन भी प्रवासी पक्षियों को आसानी से पहचान सकें। इस कार्य पर 90 लाख रूपए खर्च होंगे।


यह है क्षेत्र का इतिहास


पुष्कर रोड स्थित पुरानी विश्राम स्थली पूर्व में जायरीन को ठहराने और अन्य बड़े आयजनों में काम आती थी। झील का जलस्तर बढ़ने और प्रवासी पक्षियों की आवक के बाद अब इसे नए रूप में विकसित किया जा रहा है।


373 व्यक्तियों पर हुई कार्यवाही, वसूला 53 हजार 500 का जुर्मानाः कोरोना महामारी से बचाव के लिए जारी नियमों के उल्लंघन पर जिला प्रशासन ने मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, क्वारेंटाइन उल्लंघन आदि मामलों में प्रशासन द्वारा लगातार जुर्माना किया जा रहा है। जिला प्रशासन और पुलिस ने आमजन से नियमों का पालन करने और महामारी से बचाव के लिए सचेत रहने की अपील की है। जिला मजिस्ट्रेट  प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि कोरोना महामारी के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने पर आज 373 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए 53 हजार 500 से अधिक की राशि वसूली गई।


जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि सार्वजनिक स्थलों पर मास्क अथवा फेस कवर नहीं पहनने वाले 132 व्यक्तियों के चालान बना कर 25 हजार 800 का जुर्माना वसूला गया। इसमें पुलिस द्वारा 22 हजार 200, मजिस्ट्रेट द्वारा एक हजार 400 एवं कार्यस्थल इंचार्ज द्वारा 2 हजार 200 की वसुली की गई। दुकानदार द्वारा फेस मास्क नहीं पहने व्यक्तियों को सामान बेचने पर 9 दुकानदारों के विरूद्ध कार्यवाही करके 4 हजार 500 के चालान काटे गये। इसी प्रकार 6 फीट की सामाजिक दूरी नहीं बनाने वाले 232 व्यक्तियों पर कार्यवाही कर 23 हजार 200 की राशि वसूली गई।           


खुद व फोन की सेहत खराब कर रहें लोग

सैनिटाइजर के अत्यधिक उपयोग से अपनी और मोबाइल फोन की सेहत खराब कर रहे लोग
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लोग हर दिन या कहिए कि दिन में कई-कई बार अपने हाथों के साथ ही अपने मोबाइल फोन को भी सैनिटाइज कर रहे हैं। लेकिन सैनिटाइजेशन का सही तरीका ना पता होने के चलते जहां बड़ी संख्या में फोन खराब होने की शिकायत मिल रही है, वहीं, बहुत अधिक मात्रा में सैनिटाइजर के उपयोग से लोगों में कैमिकल इफेक्ट के चलते मितली आना, मूड खराब होना और चिढ़चिढ़ापन बढऩे जैसी समस्याएं भी देखने को मिल रही हैं…
सैनिटाइजर से क्यों डेड हो रहे मोबाइल?
मार्केट में मोबाइल फोन रिपेयरिंग सेंटर्स पर इस तरह की शिकायतें लेकर हर दिन लोग पहुंच रहे हैं कि उनका फोन स्विच ऑन नहीं हो रहा है। आवाज कम आ रही है, डिस्प्ले खराब हो गया है या टच स्क्रीन काम नहीं कर रही है।
ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि अपने मोबाइल को सैनिटाइज करते समय ज्यादातर लोग स्प्रे बॉटल या स्प्रे जेल का उपयोग करते हैं और फोन को पकड़कर उसके चारों तरफ स्प्रे कर देते हैं।
इस प्रॉसेस के दौरान, फोन के अंदर नमी यानी मॉइश्चर चला जाता है। इससे फोन के अंदर का सिस्टम गड़बड़ाने लगता है। जब यह प्रक्रिया दिन में 3 से 4 या इससे भी अधिक बार दोहराई जाती है तो फोन का मदर बोर्ड नमी के कारण काम करना बंद कर देता है।
फोन को डेड होने से कैसे बचाएं?
सैनिटाइजर से मोबाइल फोन साफ करने से मोबाइल डेड हो रहे हैं, इसके लिए सैनिटाइजर या मोबाइल नहीं बल्कि उन्हें साफ किए जाने का तरीका जिम्मेदार है। आप अपने फोन को क्लीन करने के लिए मार्केट से एल्कोहॉल बेस्ड वाइप्स ले सकते हैं।
ये वाइप्स ना केवल आपके फोन में नमी जाने से रोकेंगे बल्कि सांस के जरिए बॉडी के लिए हार्मफुल कैमिकल्स को भी अंदर जाने से रोकेंगे। साथ ही आपका फोन भी जल्दी ड्राई हो जाएगा। इससे चेहरे पर जलन की समस्या नहीं होगी।
हमारी आदतें और फोन का उपयोग
एक्सपर्ट्स के अनुसार, एक व्यक्ति दिन में कम से कम 2 हजार 6 सौ बार अपना मोबाइल फोन छूता है। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स मोबाइल फोन को संक्रमण का बड़ा जरिया मानते हैं।
ना केवल अन्य वायरस, बैक्टीरिया बल्कि कोरोना संक्रमण के लिए भी मोबाइल एक बड़ा वाहक (कैरियर) साबित हो सकता है। इसलिए इसे नियमित रूप से सैनिटाइज करना बेहद जरूरी है।
मितली और इरिटेशन से बचने का तरीकाः मोबाइल को वाइप्स, कॉटन या सूती कपड़े पर एल्कोहॉल बेस्ड सैनिटाइजर लगाकर साफ करने से एक तो आपका मोबाइल खराब नहीं होगा। साथ ही जल्दी सूखेगा।
-कुछ लोगों को सैनिटाइजर बनाने में उपयोग किए जानेवाले केमिकल्स से एलर्जी होती है। इससे उन्हें मन खराब होना, मितली आना (जी मिचलाना) या गुस्सा आने जैसी परेशानियां हो सकती हैं। ऐसा किसी खास स्मेल को लेकर बहुत अधिक संवेदनशील होने के कारण होता है।
गाल और नाक में जलन या खुजली होना
गाल पर इचिंग या जलन होने की समस्या भी कुछ लोगों को हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आप सीधे मोबाइल पर स्प्रे करने के बाद तुरंत फोन का उपयोग करने लगते हैं। इससे फोन की स्क्रीन पर लगा सैनिटाइजर आपकी स्किन पर लग जाता है और आपको यह दिक्कत हो सकती है।
वहीं जो लोग स्मेल के प्रति बहुत अधिक संवेदनशील होते हैं, बहुत अधिक मात्रा में सैनिटाइजर का उपयोग उनकी नाक में खुजली या असहजता की वजह बन सकता है।
समस्या से बचने के लिए क्या करें?
आपकी सांसों और आपकी त्वचा पर सैनिटाइजर के कैमिकल्स का गलत प्रभाव ना पड़े इससे बचने के लिए आप फोन को वाइप के माध्यम से सैनिटाइज करने के बाद, उसे 5 मिनट के लिए उपयोग ना करें। इस दौरान फोन को सही तरीके से सूखने दें।
हालांकि सैनिटाइजर पूरी तरह सुरक्षित होते हैं और उन्हें इस बात का पूरा ध्यान रखते हुए बनाया जाता है कि त्वचा पर किसी तरह की समस्या ना हो। लेकिन कुछ लोगों की स्किन कुछ खास केमिकल्स या रसायनों को लेकर अतिसंवेदनशील होती है, इस कारण ऐसी समस्या देखने को मिलती है।                                 


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...