पर्यटन का नया सेन्टर बनेगी पुरानी विश्रामस्थली
6.36 करोड की लागत से हो रहा है लेक फ्रंट डवलपमेंट और बर्ड पार्क का काम
परिवार के साथ पिकनिक, वॉक, साइकलिंग और पक्षी प्रेमियों को मिलेगा नया ठिकाना
अजमेर। आनासागर झील के पश्चिमी किनारे पर स्थित पुरानी विश्राम स्थली जल्द ही शहर में पर्यटन का नया केन्द्र बनेगी। स्मार्ट सिटी योजना के तहत झील के किनारे पर लेक फ्रंट डवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है। परिवार के साथ घूमने के शौकीन लोगों और पक्षी प्रेमियो के लिए यहां मनोरंजन का नया ठिकाना होगा। जिला कलक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि समार्ट सिटी योजना के तहत पुष्कर रोड स्थित पुरानी विश्राम स्थली पर 6.36 करोड़ रूपए की लागत से आनासागर लेक फ्रंट डवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है। झील के चारों तरफ चौपाटी निर्माण से शहर में पर्यटन का विकास हुआ है। पुरानी विश्रामस्थली पर हाने वाले कामों से पर्याप्त विकास में और वृद्धि होगी। झील के दूसरे किनारे पर यह कार्य विकास में मील का पत्थर साबित होंगे।
एक्टीविटी पार्क, साइकिल ट्रैक और भी बहुत कुछ
नगर निगम के आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी लिमिटेड के एसीईओ डॉ. खुशाल यादव ने बताया कि यहां पर एक्टीविटी पार्क, साइकिल ट्रेक, पाथ वे, बॉटनिकल गार्डन आदि कार्य करवाए जा रहे हैं। लेक फ्रंट डवलमेंट पर 5.46 करोड़ रूपए खर्च होंगे।
पक्षी प्रेमियों के लिए बर्ड पार्क
ऎतिहासिक आनासगर झील पिछले कई सालों से प्रवासी पक्षियों की पसंदीदा जगह बनती जा रही है। डॉ. यादव ने बताया कि झील में कई प्रजातियों के पक्षी आते हैं। हर साल बर्ड वाच और अध्ययन करने वालो की बड़ी संख्या यहां आती है। बर्ड हेबीटेशन जोन को पक्षियों की ज्यादा से ज्यादा आवक देखते हुए तैयार किया जाएगा। यहां भरतपुर के केवलादेव घना पक्षी अभ्यारण्य की तर्ज पर पक्षियों की चित्र और नाम लिखे संकेतक भी लगेंगे ताकि आमजन भी प्रवासी पक्षियों को आसानी से पहचान सकें। इस कार्य पर 90 लाख रूपए खर्च होंगे।
यह है क्षेत्र का इतिहास
पुष्कर रोड स्थित पुरानी विश्राम स्थली पूर्व में जायरीन को ठहराने और अन्य बड़े आयजनों में काम आती थी। झील का जलस्तर बढ़ने और प्रवासी पक्षियों की आवक के बाद अब इसे नए रूप में विकसित किया जा रहा है।
373 व्यक्तियों पर हुई कार्यवाही, वसूला 53 हजार 500 का जुर्मानाः कोरोना महामारी से बचाव के लिए जारी नियमों के उल्लंघन पर जिला प्रशासन ने मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, क्वारेंटाइन उल्लंघन आदि मामलों में प्रशासन द्वारा लगातार जुर्माना किया जा रहा है। जिला प्रशासन और पुलिस ने आमजन से नियमों का पालन करने और महामारी से बचाव के लिए सचेत रहने की अपील की है। जिला मजिस्ट्रेट प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि कोरोना महामारी के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने पर आज 373 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए 53 हजार 500 से अधिक की राशि वसूली गई।
जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि सार्वजनिक स्थलों पर मास्क अथवा फेस कवर नहीं पहनने वाले 132 व्यक्तियों के चालान बना कर 25 हजार 800 का जुर्माना वसूला गया। इसमें पुलिस द्वारा 22 हजार 200, मजिस्ट्रेट द्वारा एक हजार 400 एवं कार्यस्थल इंचार्ज द्वारा 2 हजार 200 की वसुली की गई। दुकानदार द्वारा फेस मास्क नहीं पहने व्यक्तियों को सामान बेचने पर 9 दुकानदारों के विरूद्ध कार्यवाही करके 4 हजार 500 के चालान काटे गये। इसी प्रकार 6 फीट की सामाजिक दूरी नहीं बनाने वाले 232 व्यक्तियों पर कार्यवाही कर 23 हजार 200 की राशि वसूली गई।