शनिवार, 22 अगस्त 2020

वर्क फ्रॉम होम, रोजगार का बदला बाजार

वर्क फ्रॉम होम ने बदला रोजगार का बाजार, इन सेक्टर्स में मिलने लगीं नई नौकरियां, बदलते परिवेश में सीखें हुनर


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना संकट को देखते हुए घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) को ही ज्यादातर कंपनियां अब सामान्य मानने लगी हैं। इसी के अनुसार वह नई नियुक्तियों। कोरोना संकट को देखते हुए घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) को ही ज्यादातर कंपनियां अब सामान्य मानने लगी हैं। इसी के अनुसार वह नई नियुक्तियों के लिए रणनीति में भी बदलाव कर रही हैं। लॉकडाउन में ढील के बाद बैंक, मीडिया, ई-कॉमर्स, आईटी, टेक समेत दूसरी क्षेत्र में काम करने वाल कंपिनयों ने नई नियुक्तियां शुरू की हैं लेकिन उसमें से ज्यादातर वर्क फ्रॉम होम के लिए हैं। मानव संसाधन विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना ने रोजगार बाजार में बड़ा बदलाव ला दिया है। इस बदलाव के मुताबिक, नौकरीपेशा वर्ग को अपने कौशल में बदलाव करना होगा।
एक्सिस बैंक ने 1000 नई नौकरियां निकाली
एक्सिस बैंक ने अगले एक साल में 1000 लोगों को रोजगार देने के लिए ‘गिग-अ-ऑपरच्यूनिटीज’ पहल की शुरुआत की है। इस मॉडल के तहत कोई भी प्रतिभावान उम्मीदवार देश के किसी भी हिस्से से बैंक के साथ काम कर सकता है। बैंक इस वर्क फ्रॉम होम के लिए देश भर के युवाओं, अनुभवी मध्यम स्तर के पेशेवरों और महिलाओं सहित अच्छी प्रतिभाओं की तलाश करेगा। इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक भी कहीं से काम करने की शुरुआत कर चुका है। अमेजन, फेसबुक, गूगल समेत कई कंपनियां पहले ही अगले साल तक वर्क फ्रॉम होम बढ़ा चुकी है। मीडिया, ई-कॉमर्स, आईटी और टेक कंपिनयों में भी नई नियुक्तियां ऑफिस के लिए न होकर घर के लिए हो रही हैं।
कंपनियां दे रहीं हैं कई तरह की रियायातें
वर्क फ्रॉम होम कल्चर के फायदे को देखते हुए कंपनियों ने इसे आगे भी जारी रखने का मन बना लिया है। इसके लिए कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को जरूरी फर्नीचर, इंटरनेट और अन्य जरूरी उत्पादों के लिए एक मुश्त रकम मुहैया करा रही हैं। एप भुगतान कंपनी रेजर पे कर्मचारियों को एसी के लिए भी हर माह अलग से भत्ता दे रही है। हाइक इस साल के अंत तक अपने कर्मचारियों को ‘घर से काम करने की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रति कर्मचारी 40 हजार रुपये खर्च करेगी। गूगल और फेसबुक ने इसकी शुरुआत करते हुए कर्मचारियों को 75 हजार रुपये (एक हजार डॉलर) फर्नीचर के लिए दिया था।
बदलते परिवेश में नया हुनर सीखें
मानव संसाधन विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना ने बड़ा बदलाव ला दिया है। आने वाले समय में बड़े व्यापक स्तर पर इसका असर रोजगार बाजार पर देखने को मिलेगा। ऐसे में कर्मचारियों को अपने काम को असरदायक बनाने पर काम करना होगा। इसके साथ ही नया हुनर सीख कर बड़ी जिम्मेदारियां के लिए तैयार करना होगा। वर्क फ्रॉम होम के दौरान मिले समय का नई योग्यता हासिल करने में भी इस्तेमाल करना चाहिए। वहीं, पहली दफा रोजगार बाजार में नौकरी ढूढ़ने वाले को कोरोना से हुए बदलाव को ध्यान में रखकर अपने कौशल को बाजार की मांग के अनुरूप ढालना होगा।
काम के बीच संतुलन बना रहीं कंपनियां
कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम में काम करते हुए चार महीने से ज्यादा समय हो चुका है। इस दौरान कर्मचारियों में तनाव, अनिद्रा, बेचैनी की समस्या बढ़ी है। इसको दूर करने के लिए कंपनियां अब आगे आ रही हैं। कंपनियां अब अपने कर्मचारियों के लिएसभी सुविधाएं जुटाने, लंच का समय तय करने, छुटि्टया देने और बहुत जल्दी मीटिंग नहीं करने जैसे पहल पर विचार कर रही हैं।                 


कोलोनी तोड़ने पर हाईकोर्ट नें लगाई रोक

फरीदाबाद: संत नगर कॉलोनी के तोड़े जाने पर हाई कोर्ट की रोक


राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने संत नगर कॉलोनी, फरीदाबाद, के 2500 से अधिक निवासियों को राहत देते हुए उनके घरों तोड़ने पर रोक लगा दी। गत्त 14 अगस्त, 2020 को, रेलवे प्रशासन ने संत नगर कॉलोनी में घरों और विशिष्ट स्थानों पर अवांछित नोटिस चिपकाए हुए हैं। यह नोटिस नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल, नई दिल्ली द्वारा दिनांक 01.10.2018 को पारित किए गए आदेश के बाद आया, जिसमें भारतीय रेलवे को रेलवे की जमीन से कब्जे को हटाने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) बनाने का निर्देश दिया गया था। नोटिस को चुनौती देते हुए, संत नगर कॉलोनी के 196 निवासियों ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय, चंडीगढ़ में अधिवक्ता वैभव जैन और अधिवक्ता अंकित ग्रेवाल के माध्यम से अपील की। मुकदमा संख्या 2020 का सीडब्ल्यूपी 12621, चंदन सिंह एंड अदर्स बनाम भारत संघ, नमक इस मुकदमें में कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं के वकील की सुनवाई के बाद यूनियन ऑफ इंडिया, भारतीय रेलवे, हरियाणा राज्य, नगर निगम फरीदाबाद और फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता की पिटीशन के दौरान याचिकाकर्ता और मकानों को ढहाए जाने पर रोक लगा दी।
अधिवक्ता वैभव जैन और अंकित ग्रेवाल ने बताया कि संत नगर कॉलोनी, 1960 के दशक से एक पहचानी गई बस्ती और अस्तित्व में है। 2016 में, इस क्षेत्र को स्मार्ट स्लम एरिया के रेट्रोफिटमेंट के तहत “स्मार्ट स्लम” के रूप में विकसित करने के लिए चुना गया था और क्षेत्र के विकास के लिए फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 12 करोड़ आवंटित किए गए थे। जल आपूर्ति, सीवेज, जल निकासी, सड़क सुधार, सामुदायिक शौचालय, भूनिर्माण, और स्मार्ट सौर एलईडी स्ट्रीट लाइट विकास कार्य 2018 में शुरू किया गया था जो वर्तमान में चल रहा है। याचिकाकर्ताओं के वकील वकील वैभव जैन ने कहा, “नोटिस अवैध है और कानून का उल्लंघन है। गुप्त सूचना को इलाके में चिपका दिया गया है, जिस पर कोई तारीख़ तारीख या जारी करने का वाले अधीकारी का नाम नहीं है। इसके अलावा, याचिकाकर्ताओं को व्यक्तिगत सुनवाई की अनुमति नहीं दी गई, जो कि प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत का पूरी तरह से उल्लंघन है। माननीय उच्च न्यायालय ने, उठाई गई सामग्री की सराहना करते हुए याचिकाकर्ताओं के घरों के विध्वंस पर रोक लगा दी है ”। इस मामले की अगली सुनवाई 7 सितंबर, 2020 को होगी।               


हरियाणाः नए 1203 कोरोना संक्रमित मिले

चंडीगढ़। हरियाणा में एक दिन में अब तक के सबसे ज्यादा 1203 कोरोना मरीज मिले- देखिये स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 21 अगस्त को जारी बुलेटिन के मुताबिक हरियाणा में कोरोना संक्रमण के 1203 नए मामले सामने आये, कुल मरीजों की संख्या 52129 पर पहुंची। आज ठीक होने वाले 620 मरीजों को मिला कर कुल 43413 मरीज ठीक हो चुके हैं। आज कोरोना संक्रमित 7 मरीजों की मौत हो गई जिससे मरने वालों की संख्या 585 हो गई जबकि 8131 मरीज अभी भी प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में ईलाज के लिए दाखिल हैं।                  


हापुड़ः जनपद में नए 14 संक्रमित मिले

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


जिलें में मिलें 14 कोरोना मरीज


हापुड़। जनपद के राजीव विहार सहित जिलें में 14 कोरोना मरीज मिलें हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शाम को आई रिपोर्ट में हापुड़ के बुलन्दशहर रोड़ स्थित न्यू राजीव विहार में एक, छज्जूपुरा में एक, फ्री ग़ज रोड़ के सराय चांद खां में एक, भगवानपुरी में तीन, आदर्श नगर कालोनी में एक, पिलुखवा में स्वास्थकर्मी व सिखैड़ा में एक कोरोना मरीज आए हैं। शनिवार सुबह हापुड़ के मेरठ रोड़ आवास विकास में एक, शिवलोक कालोनी व ततारपुर में एक -एक, पिलुखवा के गांधीबिहार कालोनी में एक व गढ़ के सैना गांव में एक कोरोना मरीज मिलनें से हड़कंप मच गया।                   


यूपीः भाजपा की नई टीम की घोषणा

उप्र: भाजपा की नई टीम घोषित, कई नए चेहरों को मिली जगह


लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को अपनी बहुप्रतीक्षित नई टीम की घोषणा कर दी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की सहमति के बाद प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव ने पदाधिकारियों का ऐलान किया है। इस बार 16 प्रदेश उपाध्यक्ष, 7 महामंत्री और 16 मंत्री बनाए हैं। इसके अलावा दो कोषाध्यक्ष बनाए गए हैं। इनमें कुछ नए चेहरों को जगह मिली है तो कुछ पुराने चेहरों को पदोन्नति मिली है।                     


उल्लंघन के विरूद्ध पुलिस-प्रशासन सख्त

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


उल्लंघन करने पर पुलिस व प्रशासन ने दुकानों व बाईकों के चालान काटकर नियमों का पालन करनें का निर्देश दिया


हापुड़। लाकडाऊन में पुलिस प्रशासन ने काटे चालान शनिवार के सम्पूर्ण लाकडाऊन के बावजूद उल्लंघन करने पर पुलिस व प्रशासन ने दुकानों व बाईकों के चालान काटकर नियमों का पालन करनें का निर्देश दिया। शनिवार सुबह से ही कुछ दुकानदार लाकडाऊन का उल्लंघन कर दुकानें खोलकर बैठे थे। पुलिस प्रशासन द्वारा शनिवार को अभियान चलाकर जिलें की तीनों तहसील गढ़, हापुड़ व धौलाना में चालान काटें।
ट्रैफिककर्मियों ने भी वाहन चालकों के मास्क ना पहनने और नियमों का पालन ना करनें पर चालान काटते हुए वाहन चालकों को चेतावनी देकर छोड़ दिया।                 


खिलाड़ियों के लिए सरकार की पहल

खिलाड़ियों के लिए हरियाणा सरकार की अनोखी पहल,ओलंपिक में जो खिलाड़ी करेगा क्वालीफाई पायेगा पांच लाख की एडवांस प्रोत्साहन राशि :- मंत्री संदीप सिंह।


चंडीगढ:हरियाणा सरकार ने ओलंपिक व पैरालंपिक्स खेलों में क्वालीफाई होने वाले खिलाडिय़ों को पूर्व तैयारी के लिए पांच लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि एडवांस देने की योजना को मंजूरी दी है। खेल एवं युवा मामले राज्यमंत्री श्री संदीप सिंह की मांग पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा योजना को मंजूरी दिए जाने के बाद 2021 में होने वाले ओलंपिक की तैयारी कर रहे खिलाडिय़ों में खासा उत्साह है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करते हुए,खेल एवं युवा मामले राज्यमंत्री श्री संदीप सिंह ने बताया कि इससे पहले ओलंपिक व पैरालंपिक्स खेलने के बाद खिलाडिय़ों को 15 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि सरकार द्वारा दी जाती थी। जबकि ओलंपिक व पैरालंपिक्स की तैयारी कर रहे खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन राशि की तैयारी के समय बेहद जरूरत होती है। ऐसे समय में खिलाड़ी को डाइट व अन्य कई तरह के सामान की जरूरत होती है। जिस पर काफी खर्च आता है। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों की इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खेल विभाग की मांग पर ओलंपिक व पैरालंपिक्स में क्वालीफाई करने वाले खिलाडिय़ों को पांच लाख रुपये एडवांस प्रोत्साहन राशि के रूप में देने की योजना को स्वीकृति दी है। जबकि बकाया राशि उन्हें ओलंपिक खेलने के बाद उपलब्ध करवाई दी जाएगी।
खेल मंत्री ने बताया कि अगले वर्ष होने वाले खेलों से पहले सरकार खिलाडिय़ों के लिए कई अन्य नई योजनाएं लाने जा रही है। जिनसे हजारों खिलाडिय़ों को अपना भविष्य संवारने में मदद मिलेगी।                   


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...