शुक्रवार, 21 अगस्त 2020

करोड़ों के बजट और सड़कों की बदहाली

कम खराब सड़कों पर हो रहा है करोड़ों का सरकारी बजट खर्च


योगी के बजाय आज भी जनता कल्याण सिंह मुख्यमंत्री को कर रही है याद


म्योहर बड़ा तालाब से इछना होते हुए सराय अकिल जाने वाली सड़क का निर्माण का मामला


म्योहर कौशाम्बी। कल्याण सिंह मुख्यमंत्री के कार्यकाल में म्योहर बड़ा तालाब से इछना होते हुए सराय अकिल जाने वाली सड़क का निर्माण कार्य तत्कालीन भाजपा विधायक शिवदानी के प्रयास पर किया गया था लेकिन कल्याण सिंह मुख्यमंत्री के कार्यकाल को लगभग 28 वर्ष से अधिक बीत चुका है 28 वर्षों के बीच में इस सड़क के निर्माण और मरम्मत के मामले को बसपा सपा सरकार तो भूल कर बैठी थी अब भाजपा की योगी सरकार भी इस सड़क के निर्माण और मरम्मत को भूल चुकी है


 विभाग बार-बार यह कह रहा है कि इस सड़क की मरम्मत की मंजूरी स्वीकृत हो चुकी है लेकिन मौके पर काम नहीं लग रहा है सड़क की दुर्दशा का आलम यह है कि वाहनों के चलने पर उसकी गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा भी नहीं बन पाती है बाइक और साइकिल पर चलने वाले लोग इस सड़क पर रो रहे हैं। सड़कों पर अधिक गड्ढा होने के चलते आए दिन इस सड़क पर बाइक और साइकिल सवार गिरकर चोटिल हो रहे हैं।  लेकिन बार-बार जनता की मांग के बाद भी  इस सड़क के निर्माण पर भाजपा के  सांसद विधायकों ने भी ध्यान नहीं दिया है। कहने को तो  जिले की जनता ने प्रदेश सरकार में डिप्टी सीएम भी दिया है  लेकिन जिले की मूल समस्याओं के प्रति  उनका भी आकर्षण अच्छा नहीं है। विभागीय अधिकारी भी उन सड़कों की मरम्मत पर सड़कों का बजट खर्च कर देना चाहते हैं  जो सड़कें कम खराब है  जिससे उन्हें कमीशन अधिक मिल सके लेकिन जो सड़कें  अधिक खराब हो चुके हैं जिनमें अधिक गड्ढे हैं उनकी मरम्मत में गिट्टी अधिक लगेगी जिससे ठेकेदारों और विभागीय अधिकारियों की कमाई कमीशन खोरी कम होगी। इसके चलते अधिक खराब सड़कों को बार-बार नजरअंदाज कर अधिकारी जनता को प्रताड़ित कर रहे हैं।


अधिकारियों के इस कारनामे के चलते सूबे की सरकार की छवि पर बदनुमा दाग लग रहा है इस सड़क की मरम्मत में लापरवाही किए जाने के मामले में सूबे की योगी सरकार ने जांच कराई तो अधिकारियों की साजिश उजागर होगी। मंझनपुर सराय अकिल मार्ग के म्योहर बड़ा तालाब से इछना होते हुए सराय अकिल जाने वाली सड़क का निर्माण के मामले में माननीयों और अधिकारियों की बेरुखी जग जाहिर है बीते दो दशक से गड्ढे में तब्दील हो चुकी यह सड़क मौत को दावत दे रही है आये दिन सड़को में हादसे होते रहते है किन्तु इन हादसों से किसी भी जिम्मेदार को कोई भी फर्क नही पड़ता 


करारी थाना क्षेत्र के बड़े तालाब से मोड़ से हिछना होते हुए सराय अकिल नगर पंचायत को जाने वाली सड़क इस कदर गड्ढे में तब्दील है की आये दिन कोई न कोई हादसा होते रहता है । राहगीरो का कहना है कि इस सड़क को लगभग 28  साल बने हो गए है किन्तु आज तक किसी संसद विधायक ने इस सड़क को बनवाने की नही सोंची चाहे वह बसपा सरकार रही हो चाहे वह सपा सरकार रही हो और अब वही काम बीजेपी सरकार कर रही है ।


लोगों का कहना यह भी है की जब सरकार से कुछ नही किया जाता है तो झूंठे वादे सिर्फ चुनाव के दौरान ही बोट पाने के लिए ही क्यो किया जाता है । 
जनता का कहना है की अब तो सरकार से विस्वास उठ चुका है इस सरकार से जो सिर्फ वादे करना जानती है वादे पूरा करना नही जानती  वही ग्रामीणों का कहना है कि जिस जिले में भाजपा से एक डिप्टी सीएम एक सांसद तीन विधायक हो उस जिले की सड़कें भी गड्ढे में तब्दील हो यह तो बड़ी शर्म की बाते है । आखिर क्या इस सड़क मार्ग के लिए आज तक कोई भी धन नही आया चार साल सरकार बने भाजपा की हो गयी। किंतु अभी तक इस सड़क का पुनर्निर्माण या मरम्मती करण  नही हुआ है इससे यह साफ साहिर होता है की या तो सरकार ने इस सड़क के निर्माण के लिए धन नही भेजा है। अगर धन भेज दिया गया है तो क्या जिम्मेदारों ने धन का बन्दर बांट तो नही कर लिया है इस तरह के तमाम सवाल जनता उठा रही है। 


यकीन मानियेगा बड़े तालाब से सराय अकिल को जाने के लिए 10 मिनट में बाइक से लोग पहुँच जाते थे। किन्तु अब सड़के इतनी खराब है कि कम से कम आपको 30 मिनट लगेगा ऐसे में अगर किसी मरीज की तबियत ज्यादा खराब हो जाये तो वह मरीज रास्ते ही में दम तोड़ देगा ।
अब सवाल यह उठता है कि क्या इस सड़क का निर्माण हो पायेगा या फिर पहले की तरह लोगों को गड्ढे में तब्दील सड़को से फिर गुजर कर मौत को दावत देते हुए जाना पड़ेगा। यह बड़ा सवाल है।


सुशील दिवाकर


10 सबसे गंदे शहरों पर डालिए नजर

जरा इन पर भी नजर डाल लीजिए, ये हैं देश के 10 सबसे गंदे शहर
नई दिल्ली। सरकार ने लगातार चौथे साल इंदौर को भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया है। गुरुवार को घोषित स्वच्छता सर्वेक्षण पुरस्कार 2020 में दूसरा स्थान सूरत और तीसरा स्थान नवी मुंबई को मिला। इनके साथ ही देश के सबसे गंदे शहरों की भी लिस्ट जारी की गई।
स्वच्छता के पांचवें वार्षिक सर्वेक्षण में बिहार के खाते में कई शर्मनाक रिकार्ड दर्ज हुए हैं। इस राज्य ने गंदे शहरों की झड़ी लगा दी। बिहार के खाते में नाकामी ही दर्ज हुई हैं। राज्य के कई शहर सबसे गंदे शहरों की सूची में हैं। छोटे शहरों की श्रेणी में गया सबसे गंदा शहर है जबकि बड़े शहरों की श्रेणी में पटना सबसे गंदा शहर पाया गया है।
●दस लाख से ज्यादा आबादी वाले सबसे गंदे टाप टेन शहर…
(1)- पटना (बिहार)
(2)- पूर्वी दिल्ली (ईडीएमसी)
(3)- चेन्नै (तमिलनाडु)
(4)- कोटा (राजस्थान)
(5)- उत्तरी दिल्ली
(6)- मदुरै (तमिलनाडु)
(7)- मेरठ (उत्तर प्रदेश)
(8)- कोयंबटूर (तमिलनाडु)
(9)- अमृतसर (पंजाब)
(10)- फरीदाबाद (हरियाणा)
●10 लाख से कम आबादी वाले सबसे गंदे टाप टेन शहर
(1)- गया (बिहार)
(2)- बक्सर (बिहार)
(3)- अबोहर (पंजाब)
(4)- भागलपुर (बिहार)
(5)- परसा बाजार (बिहार)
(6)- शिलॉन्ग (मेघालय)
(7)- ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश)
(8)- दीमापुर एमसी (नगालैंड)
(9)- बिहारशरीफ (बिहार)
(10)- सहरसा (बिहार)
गौरतलब है कि देश के 4,242 शहरों के 1.9 करोड़ लोगों के बीच सर्वे और साफ सफाई के स्तर के बाद ये रैंकिंग बनाई गई है। वहीं छत्तीसगढ़ को ‘सर्वाधिक स्वच्छ राज्य’ के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसके बाद महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश को स्थान मिला है।                 


आरजेडी छोड़ने के बाद लगाया आरोप

आर जे डी छोड़ने के बाद एम एल ए जयवर्धन यादव का बड़ा आरोप


पटना। जदयू में शामिल होने वाले आरजेडी विधायक जयवर्धन यादव ने मीसा भारती पर परेशान करने का आरोप लगाया। जयवर्धन यादव ने कहा कि लंबे समय से उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी।
जयवर्धन यादव ने कहा कि नीतीश कुमार के विकास कार्य में शुरू से विश्वास रहा है, जब विपक्ष में हम लोग चले गए तब भी कभी ऐसा नहीं लगा कि क्षेत्र में विकास कार्य रुक गया हो। जयवर्धन यादव ने कहा कि नीतीश कुमार विकास पुरुष हैं।
राजद में लालू परिवार के खिलाफ सुनवाई नहीं!
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनेताओं का दल बदल जोर पकड़ रहा है। आरजेडी से जदयू में आने वाले जयवर्धन यादव लालू परिवार से नाराज हैं। जयवर्धन यादव का कहना है कि लालू परिवार की ओर से बदनाम करने की कोशिश होती रही लगातार प्रताड़ित किया जाता रहा।
मीसा भारती की ओर इशारा करते हुई जयवर्धन यादव ने कहा कि पाटलिपुत्र की प्रत्याशी किसी ना किसी कारण से परेशान करती रही। लेकिन इसकी सुनवाई पार्टी में कहीं नहीं हुई। जयवर्धन यादव ने कहा कि नीतीश कुमार विकास पुरुष हैं और अब उनमें पूरी आस्था है।
विधायकों के निशाने पर लालू परिवार।
जेडीयू से जदयू में आने वाले विधायक लालू परिवार पर निशाना साध रहे हैं। चंद्रिका राय ने तेज प्रताप पर निशाना साधा तो जयवर्धन यादव ने मीसा भारती पर। ऐसे में लालू परिवार की मुश्किलें इन विधायकों ने फिलहाल बढ़ा दी है।               


भागलपुर में खुलेगा मॉन और कोकून बैंक

भागलपुर में खुलेगा बुनकर मॉल और कोकून बैंक
भागलपुर। लॉकडाउन के बीच आर्थिक तंगी से जूझ रहे बुनकरों के उत्थान के लिए शहर में कोकून बैंक और बुनकर मॉल खोले जाएंगे। जिससे बुनकर धागे की खरीदारी व अपने उत्पादों को मॉल में बेच सकेंगे। इसके लिए जीरो माइल स्थित स्पन सिल्क मिल व रेशम भवन में खोलने पर मंथन जारी है। रेशम उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जिला उद्योग केंद्र ने डीएम को प्रस्ताव भेजा है। डीएम ने उद्योग विभाग को पत्र भेजा दिया है।
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक रामशरण राम ने बताया कि कोकून बैंक होने से भागलपुर के बुनकरों को रेशम धागे की कमी नहीं होगी। अभी झारखंड के धागे पर निर्भर रहना पड़ रहा है। बुनकरों को धागा तैयार के लिए रिलिंग मशीन उपलब्ध कराने की भी योजना है। बुनकरों को तीन से चार फीसद ब्याज दर पर पूंजी उपलब्ध कराने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। आसानी से उपलब्ध होगा बाजार।
बुनकरों को बाजार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए बुनकर मॉल का प्रस्ताव तैयार किया गया है। भागलपुर में पटना के खादी मॉल के तर्ज पर खोला जाएगा।
बुनकर कल्याण समिति के सदस्य अलीम अंसारी ने कहा कि कोकून बैंक व मॉल खुलने से बुनकरों को लाभ होगा। पिछले दस सालों से बुनकरों के द्वारा कोकून बैंक की स्थापना की माग की जा रही है।                   


संक्रमण खतरे को खत्म करेगा 'सैनिटाइजर'

कानपुर। दो रुपए का हर्बल सेनेटाइजर नोटों व सिक्कों से कोरोना संक्रमण के खतरे को खत्म कर देगा। इसके उपयोग से न तो हाथों को कोई नुकसान होगा और न ही नोट को। यह हर्बल सेनेटाइजर तैयार किया है छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के बीएसबीटी विभाग के निदेशक डॉ. शाश्वत कटियार और बरेली कॉलेज के डॉ. सौरभ मिश्रा ने। इसे घर में भी बना सकते हैं। एक हाथ से दूसरे हाथ जाने वाले नोटों व सिक्कों से संक्रमण की आशंका रहती है। एटीएम से पैसा निकालना भी खतरे से कम नहीं है। डॉ. सौरभ ने बताया कि इस समस्या को देखते हुए ही लैब में एक हर्बल सेनेटाइजर तैयार किया गया है। इसमें नीम, नींबू के अलावा आइसोप्रोपेनोल है। इसे स्प्रे बॉटल में भरकर या स्पंज के माध्यम से इस्तेमाल कर सकते हैं। डॉ. शाश्वत कटियार ने बताया कि इस सेनेटाइजर के इस्तेमाल से नोट काफी दिन तक सुरक्षित रहेंगे। इसमें कोरोना जैसे किसी भी वायरस या बैक्टीरिया का संक्रमण नहीं होगा। इसमें सैपोनिन, ट्राइटरपीनोइड्स, अल्कलॉइड्स, टैनिन, ग्लाइकोसाइड और स्टेरॉयड होने से बैक्टीरिया व वायरस अटैक नहीं कर पाते हैं। डॉ. सौरभ मिश्रा ने बताया कि इसे घर में तैयार करने की लागत दो रुपए के करीब आएगी। नीम की पत्तियों को पीस कर उबाल लें। फिर उसे ठंडा करें और छानकर पानी अलग कर लें। इस नीम के पानी में नींबू का रस और 70 फीसदी इसोप्रोपेनोल मिला लें। तैयार मिश्रण को स्प्रे बॉटल में भर लें और नोट व सिक्कों पर उपयोग करें। दो रुपए से तैयार मिश्रण को दो दिन तक इस्तेमाल कर सकते हैं।                  


यूपी में शनिवार-रविवार को खुलेगी दुकानें

लॉकडाउन में कुछ और राहत, जानें शनिवार और रविवार को कौन सी खुलेंगी दुकाने


लखनऊ। प्रदेश सरकार ने शनिवार व रविवार को  लॉकडाउन में भी राज्य में खाद, बीज व कीटनाशक आदि की थोक व फुटकर दुकानें खुली रखने के आदेश जारी किए हैं। इस बाबत अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी ने एक शासनादेश जारी किया। सभी मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षकों को जारी इस आदेश में कहा गया है कि शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार की सुबह 5 बजे तक लागू किए जाने वाले लॉकडाउन में भी खाद, बीज व कीटनाशक आदि की दुकानें खुली रहेंगी। आदेश में कहा गया है कि इस समय प्रदेश में अच्छी बारिश होने की वजह से खरीफ की फसलों की बोवाई-रोपाई ज्यादा होने की वजह से किसानों के बीच खाद, बीज, कीटनाशक की मांग बढ़ गई है। प्रदेश में खाद, बीज व कीटनाशकों की पर्याप्त उपलब्धता है। राज्य में पिछले चौबीस घंटे में कोरोना के 4991 नये मरीज मिलें। राज्य में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 17 लाख 2334 हो गई है। इन चौबीस घंटे में कोरोना संक्रमित 95 मरीजों की मौत भी हुई जबकि 5863 मरीज कोरोना से जंग जीते। इन मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई।                             


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण




यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)









 अगस्त 22, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-08 (साल-02)
2. शनिवार, अगस्त 22, 2020
3. शक-1943, भाद्रपद, शुुुक्ल-पक्ष, तिथि- चतुर्थी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:27, सूर्यास्त 07:12


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-37+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...