नई दिल्ली। दिल्ली में कोविड-19 के 1,374 नए मामले सामने आए जिससे बुधवार को संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1,54,741 हो गई। शहर में इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,22,9 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 12 और मरीजों की मौत हो गई।
शहर में कुल संक्रमित लोगों की संख्या अब 1,54,471 हो गई है। यहां स्वस्थ होने की दर 90.11 फीसदी और संक्रमण दर 6.77 फीसदी है। संक्रमण का पता लगाने के लिए मंगलवार को 20,276 जांच की गईं और सोमवार को 14,988 जांच हुई थीं। पिछले 24 घंटे में 5419 आरटी-पीसीआर, सीबीएनएएटी और ट्रूनेट परीक्षण तथा 14857 रैपिड एंटीजन जांच की गई है। राष्ट्रीय राजधानी में अब तक 13,37,374 जांच हुई हैं जबकि प्रति दस लाख पर जांच की संख्या 70,388 हो गई है। बुलेटिन में बताया गया कि दिल्ली में वर्तमान में 11,068 मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं पिछले 24 घंटे में 1,146 लोग या तो स्वस्थ हुए, शहर से बाहर गए या फिर उन्हें अस्पतालों से छुट्टी मिल गई। ऐसे मरीजों की कुल संख्या 1,39,447 है। दिल्ली में फिलहाल 557 कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्र हैं।
बुधवार, 19 अगस्त 2020
दिल्ली में संक्रमितों की संख्या 1,54,741
संक्रमण काबू करने के लिए मजिस्ट्रेट तैनात
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए गाजियाबाद जिले में 51 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। हर थानावार चार-चार मजिस्ट्रेट रिपोर्ट तैयार करेंगे। आशा, एएनएम और बीएलए की ओर से डोर-टू-डोर किए जा रहे सर्वे की मॉनिटरिंग और रिपोर्टिंग पर नजर रखेंगे।
जिले में ज्यादा से ज्यादा जांच करने के लिए कई टीमें अलग-अलग रूप में काम कर रही हैं। यह टीम अपनी-अपनी रिपोर्ट अलग-अलग अधिकारी को रही हैं, जिसके कारण रिपोर्ट में एक समानता नहीं आ पा रही है। इसके लिए अब प्रशासन की ओर से इन सभी कार्य के लिए प्रतिदिन थानावार सर्वे टीम की मॉनिटरिंग करेंगे और उसकी रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं। सभी थाननों के लिए कुल 51 मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं।
जनपद में तगड़ी बारिश, घरों तक पानी
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में मूसलाधार बारिश ने बुधवार को गर्मी से तो राहत दिलाई, लेकिन जलभराव ने जिले वासियों के लिए आफत खड़ी कर दी। सड़कों से लेकर घरों तक पानी भर गया। अंडरपास पानी से लबालब हो गए। गोशाला अंडरपास में पानी भरने पर आवाजाही प्रभावित होने के कारण लाइनपार का इलाका पुराने शहर से घंटों कटा रहा। कई लोग हादसे का शिकार होने से बचे। घुटने तक पानी भरा होने की वजह से सड़क और नाले की सीमा का लोगों को अंदाजा नहीं लग पाया। इस बारिश ने नगर निगम और नगर पालिकाओं की नाला सफाई की हकीकत सामने लाकर रख दी। बारिश के कारण जीटी रोड, मेरठ रोड, हापुड़ रोड पर जाम की स्थिति बनी रही।
सुबह 6.30 बजे से जिले में बूंदाबादी शुरू हुई। करीब 8.30 बजे बारिश तेज हो गई। ये वक्त ऑफिस और कामकाज पर जाने का होता है। बारिश की वजह से लोग घरों में अटक गए। सुबह 11.15 बजे तक बारिश चलती रही। सवा दो घंटे के अंतराल में गली, मोहल्ले और सड़कें पानी में डूब गईं। निचले इलाकों में घरों में पानी भर गया। लोग बाल्टी और बर्तन से पानी घरों से बाहर फेंकते नजर आए। सिस हिंडन क्षेत्र में हिंडन रिवर मेट्रो स्टेशन के पास और लाइनपार क्षेत्र में गोशाला पानी से लबालब भर गया। नंदग्राम, पटेलनगर, वाल्मीकि कुंज, संजयनगर, गोविंदपुरम, नेहरूनगर, लोहियानगर, सिहानी, सुदामापुरी, क्रिश्चियन नगर बागू, सेन विहार, राहुल विहार, प्रताप विहार, अकबरपुर-बहरामपुर, बम्हैटा, मानसरोवर कॉलोनी, हिंडन विहार, कैला भट्ठा, इस्लाम नगर समेत विभिन्न इलाकों में जलभराव से लोगों को दिक्कत हुई।
महिला ने पति समेत बच्चों की कुर्बानी दी
नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर में एक महिला डॉक्टर के अपने पति और बच्चों की हत्या के बाद खुदकुशी करने का मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक, मंगलवार को कथित तौर पर अपने पति और दो नाबालिग बच्चों की हत्या के बाद 41 साल की एक डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि कोराडी इलाके के ओम नगर स्थित अपने घर में डॉ सुषमा राणे, इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर उनके 42 साल के पति धीरज, उनके 11 और पांच साल के दो बच्चे मृत पाए गए।कोराडी पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि धीरज और बच्चों के शव मेन बेडरूम के बिस्तर पर पाए गए, जबकि डॉक्टर का शव छत के पंखे से लटका मिला। अधिकारी ने कहा कि साथ में रहने वाली मृतक की 60 साल की बूढ़ी चाची ने कमरे का दरवाजा खटखटाया और उन्हें कोई जवाब नहीं मिला, तब मामला सामने आया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने घटनास्थल से दो सीरिंज और एक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें सुषमा ने कथित रूप से कहा है कि उसने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि वह खुश नहीं थी।
महाराष्ट्र में रोजाना हो रही 300-400 मौतें
सबसे ज्यादा मृत्यु दर वाले गुजरात को पीछे छोड़ सकता है महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में अब हर दिन कोरोना से 300-400 के बीच मौतें हो रही हैं
मुंबई। कोरोना महामारी अपने साथ कई तरह के रहस्य भी लाई है। इन्हीं तमाम रहस्यों में से एक ये भी है कि भारत में किसी और राज्य की अपेक्षा महाराष्ट्र में ज्यादा लोगों की मौत क्यों हो रही है। महाराष्ट्र में संक्रमण की दर भी काफी ज्यादा रही जिसके कई कारण हैं। महामारी के शुरुआती दिनों में यहां अंतरराष्ट्रीय और घरेलू आवाजाही काफी ज्यादा रहने संक्रमण तेज फैला। दूसरे, सघन आबादी में रह रहे निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए आइसोलेशन बहुत मुश्किल रहा। लेकिन ये सवाल उठता है कि महाराष्ट्र ऐसा राज्य है जहां पर अपेक्षाकृत बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, फिर भी यहां कोरोना की मृत्यु दर इतनी ज्यादा क्यों है?
सुभाष सिंह चौहान
72 घंटे में मिल जाएगी उद्योग की अनुमति
बीजेपी भारती
लखनऊ। यूपी में औद्योगिक क्रांति लाने के लिए कैबिनेट ने नए एमएसएमई एक्ट को मंजूरी दे दी है। इस एक्ट के मंजूर होने से अब उद्योग लगाने के लिए आवेदन करने के महज 72 घंटे के अंदर ही उद्योग लगाने की स्वीकृति दी जाएगी। इसके बाद उद्योग से संबंधित अन्य विभागीय अनुमति लेने के लिए उद्यमी को 900 दिन का समय मिलेगा।
विभागीय अनुमति के लिए उद्यमी निवेश मित्र पोर्टल पर आवेदन करेगा, जहां से अनुमति से संबंधित समस्त प्रक्रिया सरकार की नजरों से होकर गुजरेगी।
इस नये एक्ट का नाम उत्तर प्रदेश सूक्ष्म, लघु एवं मद्यम उद्यम (अवस्थापना एवं संचालन) अधिनियम-2020 रखा गया है। आयुक्त एवं निदेशक उद्योग की अध्यक्षता में राज्यस्तरीय नोडल एजेंसी तथा जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिलों में जिला स्तरीय नोडल एजेंसी गठित होगी। जिला स्तरीय नोडल एजेंसी आवेदन के 72 घंटे के अंदर संबंधित विभागों से विचार-विमर्श कर अनुमति प्रदान करेगी। नए एक्ट में यह व्यवस्था दी गई है कि उद्यमी इकाई की स्थापना के लिए जिला उद्योग केंद्र में आवेदन करेगा, जहां से उसे 72 घंटे के अंदर उद्योग लगाने के लिए स्वीकृति पत्र दे दिया जाएगा। इसके बाद उद्यमी को अगले 900 दिनों तक किसी भी अनुमति की जरूरत नहीं होगी, वह एकाग्र होकर अपने उद्योग को बढ़ाने का काम कर सकेगा। सरकार इस नये एक्ट के माध्यम से राज्य में अधिक से अधिक एमएसएमई उद्योग की स्थापना कर बड़ी तादाद में रोजगार सृजन करना चाहती है।
यूपी में दरोगा के 9534 पदों पर भर्ती
लखनऊ। प्रदेश पुलिस का बेड़ा और मजबूत किया जा रहा है। दिसंबर से जनवरी के बीच दरोगा के 9534 पदों पर सीधी भर्ती की तैयारी है। पहले 6130 पदों पर भर्ती होनी थी। इनमें सिविल पुलिस के सब इंस्पेक्टर के 5623, पीएसी के प्लाटून कमांडर के 484 व अग्निशमन सेवा में 23 पद थे। इन्हें बढ़ाकर 9534 कर दिया गया है।
पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष आरके विश्वकर्मा के अनुसार लिखित परीक्षा के आयोजन के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं। शेष औपचारिकताएं शुरू की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से समय लग गया। स्थितियों को देखते हुए परीक्षा की तिथि तय की जाएगी। इसके अलावा पुलिस में एएसआई (मिनिस्टीरियल) के 1300 पदों पर भर्ती होनी है। इसकी प्रक्रिया भी दिसंबर से जनवरी के बीच पूरी की जाएगी।
बीजेपी भारती
यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें
यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें सुनील श्रीवास्तव मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...
-
80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...