शुक्रवार, 14 अगस्त 2020

पात्रों को नहीं मिला आवास योजना का लाभ

गरीबों को नही मिली आवास की सुविधा


जमीदोंज हुए मकान मे हताहत का शिकार हो रह गरीब


कौशाम्‍बी। जिले मे व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण विकास के सभी दावे हवा हवाई साबित हो रहे है। गरीब और निरीह के आशियाना जमीदोज हो रहे है। जिला प्रशासन मूक बधिर की भांति देख रहा है जिन्हें सरकारी कालोनी की सुविधा मिलनी चाहिए उन्हें नही मिली। ग्राम प्रधानों ने अपने चहेतो को सुविधाओं से लैश किया गरीब जहां था वही बदहाली के आंसू बहा रहा है उसकी वेदना की आवाज कोई सुनने को तैयार नही है। उपरोक्त नजारा समर्थ किसान पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रेम चन्द्र केशरवानी ने जिले का भ्रमण कर देखा। पूरबशरीरा बडी ग्राम सभा है यहा भी भेदभाव जमकर हुआ है।


उन्होंने कहा कि लल्लू प्रजापति का मकान बारिश से ढह गया उसके पास रहने के लिए छत नही बची। इन्हे कालोनी की सुविधा नही मिली। इसी गाँव के बच्चा लोध भी पन्नी डालकर गुजारा कर रहे है इन पर भी जिम्मेदारों की नजर नही पडी।दरोगा लोध की दिन का चैन रात की नींद हराम हो गई है इनके कच्चे मिट्टी से बने मकान मे जगह जगह बल्ली लगी है किसी भी समय तेज बारिश से गिर सकता है। ग्राम प्रधान और ग्राम विकाश अधिकारी की नजर मे शायद ये करोडपती हो इस लिए आवास की सुविधा देना उचित समझे।


प्रेम चन्द्र केशरवानी ने कहा अझुवा कस्बे जैसी घटना की पुनरावृत्ती न हो इसके लिए जिला प्रशासन को सचेत रहना होगो। अझुवा कस्बे मे एक मकान गिरने से एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई थी। ऐसा हृदय विदारक दृश्य देखने को अब न मिले ऐसा प्रयास जिला प्रशासन को करना चाहिए।सरसवां विकाश खण्ड के ग्राम भगवतपुर के दिनेश सोनी का मकान भी जर्जर है। कब गिर जाए इसका कौई भरोसा नही है |सरकारी कलोनी किस मानक के आधार पर दी गई यह एक जांच का विषय है |लोगो के जीर्ण मकान गिर रहे है रहने के लिए छत नही है। उनके साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों किया गया। भाजपा सरकार के विकाश के दावे मात्र दिवा स्वप्न साबित हो रहे है। जमीनी हकीकत भ्रष्टाचार की भेट चढ गई।अधिकारियों और ग्राम प्रधानों ने मिलकर गावों के विकाश के धन का बंदर बांट किया ,सरकारी योजनाओं का लाभ गरीबो को न देकर अपने करीबियों और सुविधा शुल्क देने वालो को दिया गया जिससे गरीब आज भी बदहाली का शिकार है।


रामप्रसाद गुप्ता


हापुड़ः गोली से नहीं मरना चाहता है 'रेपिस्ट'

अतुल त्यागी


बलात्कारी बोला -पुलिस की गोली से नहीं मरना चाहता: गढ़ रेपकांड


हापुड़। गढ़ में एक सप्ताह पूर्व एक मासूम बच्चीं से दुष्कर्म करने वाला हैवान बोला-कि पुलिस की गोली से नहीं मरना चाहता हूं। देश को शर्मसार करनें वाली हापुड़ में हुई बच्चीं के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी करनें वालें की गिरफ्तारी को लेकर लगी दो जिलों की पुलिस को दरिंदें ने खूब दौड़ाया, परन्तु हापुड़ पुलिस दरिंदें को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई।


दिल्ली से 90 किमी. दूर एनसीआर एरिया के गढ़मुक्तेश्वर तीर्थ नगरी में पांच दिन पूर्व देश को शर्मसार करने वाली घटना उस समय हुई ,जब एक 6 वर्षीय बच्चीं का एक दरिंदें ने अपहरण कर सारी रात रेप किया और हापुड़ पुलिस के 80 जवान सारी रात साढ़े तीन किमी. में मासूम बच्चीं को ना ढूंढ पाना उनके निकम्मेपन को दर्शाता है।अगले दिन खेत में खून से लथपथ बच्चीं को किसानों ने बरामद कर पुलिस को सौंपा,परन्तु पुलिस अभी तक हैवान को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। भारी किरकिरी व आरोपी को पकड़नें में नाकाम रहनें पर मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण त्रिपाठी ने आरोपी पर 50 हजार का ईनाम घोषित किया और आरोपी को पकड़नें के लिए अपनी जाबांज पुलिस टीमों को मैदान में उतारा है। शातिर दरिंदा पुलिस के सौ जवानों को भी पांच दिन से चकमा देते हुए बेखौफ खुलें आसमान में चैन से खुला घूम रहा है और उसे पकड़नें को दो जिलों की पुलिस टीमें रात दिन लगी हुई हैं।
इस बीच पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दुष्कर्म का आरोपी दलपत ने गंगा किनारे सुसाइड नोट छोड़ा। कहा- ” मुझे पुलिस की गोली से नहीं मरना। अपनी मौत खुद तय करूंगा। मैं गंगा में कूद जाऊंगा”। सुसाइड नोट और कपड़े पुलिस ने बरामद किए। दलपत का कोई सुराग नहीं।हांलाकि पुलिस अधिकारी अभी तक पत्र की पुष्टि नहीं कर रहे है।           


सरकारी पैसें को डकार गए प्रधान व सचिव

अतुल त्यागी


ग्राम ददायरा के विकास के पैसे को डकार गए सचिव और प्रधान


प्रधान की चल रही ग्राम में दबंग गिरी


हापुड़। हापुड़ जनपद  के ग्राम ददायरा थाना देहात क्षेत्र के गांव का विकास कार्य पिछले पांच वर्षो से कागजों पर हो रहा है। इस दौरान कोई भी अधिकारी ने गांव में जाने की जहमत नहीं उठाई।


विकास कार्यो से जुड़े अधिकारी भी प्रधान द्वारा प्रस्तुत रजिस्टर में विकास कार्यों को देखकर संतुष्ट होते रहे। अधिकारियों के इस लापरवाही के कारण ग्राम प्रधान शासन द्वारा जारी लाखों रुपए का विकास फंड को डकार गए और किसी अधिकारी को इसकी भनक तक नही लगी।पांच वर्ष से लगातार ग्रामीणों की आवाज दबाई जा रही है। अभी तक शासन से कोई निर्देश जारी नही हुआ।अधिकारी कागजो की करवाई व ग्रामीणों की आवाज सुनने के बावजूद क्यों आंखे मूँद रखी है।ग्रामीणों ने हमारे अतुल त्यागी जी मेरठ मंडल प्रभारी को बताया कि गाँव में ना साफ-सफाई है और ना ही विकास कार्यो जैसी कोई बात।प्रधान और सेकेट्री की मिलीभगत से गाँव में लगा विकास कार्यों का पैसा मात्र कागजो में दर्शाया गया है।अगर किसी कारण से कोई व्यक्ति अपनी आवाज बुलंद करने की कोशिश करता भी है तो प्रधान व सेकेट्री मिलकर मामले को गाँव के ही एक दो लोगो की मदद से दबाव बनाकर मामले को सुलझा लेते है।ग्राम प्रधान और सेकेट्री पहले भी काफी मामलों में चर्चा के विषय बने थे।लेकिन बिना किसी करवाई के मामले को दबा दिया जाता है।अगर कोई व्यक्ति RTI के माध्यम से कुछ जानकारी लेनी चाहे भी तो आज तक उसका पलट कर जवाब सही से नही मिल पाता ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से मामले की जानकारी कर ग्राम प्रधान व सेकेट्री के खिलाफ ठोस करवाई की जाए तो सारी की सारी पोल खुलकर सामने आ जायेगी क्या ग्राम के निवासी इसी उम्मीद से चुनते है प्रधान को की विकास के पैसों को ही डकार लिया जाए। ऐसे तो सरकार की योजनाओं का पलीता लगता रहेगा।           


अधिकारी ने परीक्षा केंद्रों में संशोधन किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) प्रारंभिक परीक्षा 2019 के तीन परीक्षा केंद्रों में संशोधन किया है। इनमें एक परीक्षा केंद्र प्रयागराज और दो गाजियाबाद के हैं। परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार मिश्र की ओर से जारी सूचना के मुताबिक 16 अगस्त को दिन में 12 से 2 बजे तक होने वाली इस परीक्षा के लिए प्रयागराज के मुंडेरा स्थित साईं पब्लिक स्कूल रसूलपुर विशनपुरी कॉलोनी को 480 परीक्षार्थियों के लिए केंद्र बनाया गया था।


इस केंद्र को परिवर्तित करते हुए इसके स्थान पर इंद्रजीत साहू कमला देवी इंटर कॉलेज ब्लॉक-बी जीटी रोड बेगम बाजार बमरौली को नया परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इसी तरह गाजियाबाद में शंभू दयाल इंटर कॉलेज ब्लॉक-ए जीटी रोड नियर क्लॉक टावर के स्थान पर शंभू दयाल पीजी कॉलेज जीटी रोड ऑपोजिट एमएमजी हॉस्पिटल को केंद्र बनाया गया है। शंभू दयाल इंटर कॉलेज ब्लॉक-बी जीटी रोड नियर क्लॉक टावर गाजियाबाद के स्थान पर श्री ठाकुरद्वारा बालिका विद्यालय हापुड़ रोड तिराहा जीटी रोड गाजियाबाद को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। तीन में से एक विद्यालय के भवन को प्रशासन की टीम ने गिरा दिया था। दो केंद्र विद्यालय परिसर में पीएसी का कैंप होने की वजह से बदले गए हैं।           


स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुरक्षा बल अलर्ट

लखनऊ। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा गड़बड़ी फैलाए जाने की आशंका के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में सुरक्षा बल और गुप्तचर एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) और महानिरीक्षक (आईजी) के ओहदे वाले वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संवेदनशील जिलों में कैंप करेंगे। साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। वहीं, भारत-नेपाल सीमा को सील कर दिया गया है और नेपाल की सीमा से लगे जिलों में सतर्कता बढ़ा दी गई है।एडीजी (कानून और व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि सभी जिला पुलिस प्रमुखों को अपने क्षेत्र में संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त और चेकिंग बढ़ाने के लिए कहा गया है। उन्होंने आगे कहा कि सीमावर्ती दिल्ली और एनसीआर में गुरुवार से यातायात प्रतिबंध लागू किया जाएगा और यह 15 अगस्त की मध्य रात्री तक जारी रहेगा।


यूपीः छात्रा को अगवा कर की हत्या

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में संभल जिले के चंदौसी में कक्षा पांच की छात्रा को अगवा कर उसकी निर्मम हत्या कर दी गई। परिजनों ने पड़ोसी आरोपी को दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया। इस मामले में दुष्कर्म की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने शव को मेडिकल परीक्षण और पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।


चंदौसी कोतवाली क्षेत्र की मंडी समिति चौकी क्षेत्र में शुक्रवार को दिन निकलते एक घिनौने वारदात का मामला प्रकाश में आया। घटनाक्रम के मुताबिक मंडी चौकी क्षेत्र में एक मजदूर अपने परिवार के साथ रह रहा है। परिवार की 9 वर्षीय बेटी पड़ोस के एक मकान में टीवी देखने जाती थी। कल शाम को भी वह घर से यही बता कर निकली थी कि वह टीवी देखने जा रही है। परंतु जब वह रात तक नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। चिंतित परिजन उसे रात भर तलाश करते रहे।           


आसः मेरठ में होटल-रेस्टोरेंट खुल जायेगें

अतुल त्यागी


मेरठ। 6 महीने से भी अधिक जारी रहे प्रतिबंधों के बाद अब मेरठ के होटल और रेस्तरां सोमवार से खुल सकेंगे। होटल खोलने से पहले उन्हें परिसर को सैनिटाइज़ कराने के बाद कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शारीरिक दूरी, हैंड सैनिटाइजेशन समेत सभी नियमों का सख्ती से पालन कराना होगा। होटल और रेस्तरां संचालकों की मांग को देखते हुए जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने गुरुवार देर रात यह अनुमति दे दी।जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ढींगरा के विस्तृत आदेश की अभी प्रतीक्षा की जा रही है। कोरोना महामारी से बचाव के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के बाद धीरे-धीरे सभी गतिविधियों को सरकार और जिला प्रशासन ने अनुमति दे दी लेकिन शहर में संचालित होटल और रेस्तरां को अनुमति नहीं मिली। रेस्तरां को केवल ऑनलाइन आर्डर लेकर होम डिलीवरी करने की अनुमति दी गई थी। वहीं, हाईवे पर तमाम रेस्तरां और ढाबे संचालित होने से शहर के होटल व रेस्तरां संचालकों का धैर्य जवाब दे रहा था।


जिलाधिकारी ने बताया कि होटल रेस्तरां संचालकों की मांग को देखते हुए उन्हें सोमवार से गतिविधि शुरू करने की अनुमति दी जा रही है। कोरोना से बचाव के नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। ऐसा न करने पर कार्रवाई होगी। अभी सिनेमा हॉल का संचालन शुरू करने का कोई निर्देश शासन स्तर से जारी नहीं किया गया है। लिहाजा वे अभी बंद रहेंगे।                   


डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...