गुरुवार, 13 अगस्त 2020

दबिश पर गई पुलिस टीम, ग्रामीणों ने दौड़ाया

संतलाल मौर्य


कौशांबी। कानपुर एनकाउंटर का मामला अभी फीका भी नहीं हुआ है कि एक बार फिर यूपी पुलिसकर्मियों पर हमला हो गया। उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में चोर को पकड़ने के लिए दबिश देने गई पुलिस की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इसमे एक सिपाही और एक दारोगा गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने दरोगा की रिवाल्वर व मोबाइल भी लूट लिया।


सैनी के नरसिंहपुर कछुवा का पिंटू व उसका भाई टिंकू शातिर अपराधी हैं। दोनों कई बार जेल जा चुके हैं। हाल ही में चोरी की कई घटनाएं हुई, जिमसें दोनों का नाम आ रहा था। कोतवाली के दारोगा के आर सिंह व सिपाही दिलीप छापेमारी के लिए टिंकू के घर पहुंचे। पुलिस टीम के पहुंचते ही टिंकू के परिजनों ने उनपर हमला बोल दिया। दारोगा व सिपाही से मारपीट की और उनकी रिवाल्वर व मोबाइल लूट कर हमलावर भाग निकले। सूचना पर सीओ रामवीर सिंह कई थानों की फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस ने टिंकू, पिंकू व उसकी मां कुलिया समेत आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है।


महिलाओं ने किया हमला
पुलिस के मुताबिक महिलाओं ने ईंट, पत्थर और डंडों से हमले किए जिसमें उपनिरीक्षक केआर सिंह व सिपाही दिलीप सिंह जख्मी हो गए। इस संबंध में एसपी अभिनंदन का कहना है कि पुलिस टीम के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की है। पूरी घटना की जांच कराई जा रही है। आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होगी।


हरियाणा-पंजाब में चलेगी 150 निजी ट्रेन

राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। देश के साथ- साथ पंजाब- हरियाणा में जल्दी ही व्यापक स्तर पर कई प्राइवेट ट्रेंने चलाई जाएंगी। इन खास ट्रेनों को भारतीय रेल की तरफ से 109 रूटों पर चलने वाली 150 प्राइवेट ट्रेनों का रूट तैयार करके देश भर के अधिकारियों से सुझाव मांगे गए हैं। रेल मंत्रालय की तरफ से प्राइवेट ट्रेनों के संचालन, संरक्षा, वाशिंग और जिन रूटों पर ट्रेनें दौड़ेंगी, वहां, पहले और उसी समय कौन-कौनसी ट्रेनें चल रही हैं, इसकी टाइमिंग को लेकर भी सुझाव मांगे गए हैं। हरियाण पंजाब के हिस्से में इनमें से 14 प्राइवेट आने की संभावना है। जो कि तेजी के साथ फर्राटा भरेगी। इतना ही नहीं ये ट्रैन दिल्ली से चंडीगढ़ की दूरी महज तीन घंटे और दिल्ली से अमृतसर की दूरी साढ़े पांच घंटे में पार करेगी। ये तेजी से चलने वाली इन ट्रेनों का भी सपना साकार होने वाला है।


अगर इन ट्रेनों के चलने पर मुहर लग जाती है, तो इससे मौजूदा चल रही ट्रेनों के टाइम टेबल में बदलाव किया जाएगा। हरियाणा और पंजाब से भी 14 रूटों पर ये ट्रेनें दौड़ेंगी। इनमें दैनिक और साप्ताहिक ट्रेन भी शामिल हैं। मौजूदा समय में नई दिल्ली से चंडीगढ़ का सफर 4 घंटे 10 मिनट का है, जबकि नई दिल्ली से अमृतसर तक का सफर 6:20 मिनट का है। इन 14 ट्रेनों में 12 ट्रेनें प्रतिदिन दौड़ेंगी, जबकि अन्य दो ट्रेनें सप्ताह में तीन-तीन दिन अप-डाउन करेंगी। इन ट्रेनों की स्पीड 160 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी। हरियाणा व पंजाब से चलने वाली ट्रेनें उत्तर भारत ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र के नागपुर तक का सफर तय करेंगी।


पंजाब-हरियाणा से इन राज्यों के लिए 18 रूटों पर दौड़ेंगी ट्रेन



  • नई दिल्ली से अमृतसर दो ट्रेन

  • नई दिल्ली से चंडीगढ़ तीन ट्रेन

  • लखनऊ से कटरा के लिए दो ट्रेन

  • अमृतसर से फरीदाबाद दो ट्रेन

  • वाराणसी से बठिंडा दो ट्रेन

  • नागपुर से चंडीगढ़ दो ट्रेन

  • भोपाल से मुंबई दो ट्रेन

  • भोपाल से पूना दो ट्रेन शामिल

  • नई दिल्ली से ऋषिकेश दो ट्रेन

  • इंदौर से दिल्ली दो ट्रेन

  • नई दिल्ली से वाराणसी दो ट्रेन

  • आनंद विहार से दरभंगा दो ट्रेन

  • आनंद विहार से बडगाम तक दो ट्रेन

  • लखनऊ से दिल्ली दो ट्रेन आदि शामिल हैं।


क्या है अब तक की तैयारी ?



  • इन 150 ट्रेनों से देश के सभी प्रमुख स्टेशनों को जोड़ दिया गया है।

  • इन ट्रेनों की स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी।

  • हर सात हजार किलोमीटर पर इन ट्रेनों की संरक्षा को देखते हुए जांच की जाएगी।

  • प्रत्येक ट्रेन में 16 डिब्बे या इससे अधिक होंगे ताकि यात्रियों को टिकट कंफर्म मिल सके।

  • उधर, रेलवे ने प्राइवेट ट्रेनों के लिए रूट प्रस्तावित कर दिए हैं और ट्रेनों को चलाने के लिए प्राइवेट कंपनियों को आमंत्रित किया जा चुका है। इन सभी ट्रेनों के डिब्बे मेक इन इंडिया की नीतियों के तहत ही बनाए जाएंगे। इन ट्रेनों को दौड़ाने की जिम्मेदारी रेलवे के चालक की होगी।


हरियाणाः नालायक और सांडों की सरकार


राणा ओबराय


नालायक तथा सांडो की सरकारः पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव




रेवाड़ी। हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने डीसी को ज्ञापन सौंपने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा हरियाणा की सरकार भाजपा की सरकार सिर्फ नालायक और सांडों की सरकार है। क्योंकि देश और प्रदेश में यह सरकारी संस्थानों को बेचने पर लगे हुए हैं। अजय यादव ने कहा सड़कों पर आवारा सांड घूम रहे हैं और सरकार उनकी तरफ ध्यान नहीं दे रही। उन्होंने कहा आवारा सांड रोज किसी न किसी को घायल करके मृत्यु की ओर धकेल रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा यह हरियाणा की निकम्मी और नालायक सरकार है। इस सरकार ने रजिस्ट्री घोटाला शराबबंदी घोटाला के सिवा कोई और कार्य नहीं किया है। अजय यादव ने चेतावनी भरे लहजे में कहा सरकार आज चुनाव करा ले तो इनको अपनी औकात का पता लग जाएगा। सरकार कितनी लोकप्रिय है।



गाजियाबादः 31 अगस्त तक बढ़ी धारा 144

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने आज एक आदेश जारी कर धारा 144 की अवधि को 31 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया है। आदेश के अनुसार गणेश चतुर्थी और मोहर्रम के अवसर पर किसी प्रकार के सार्वजनिक आयोजन या जुलूस आदि की अनुमति भी नहीं होगी।


आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए पिछले कई महीनों से गाज़ियाबाद में धारा 144 लगी हुई है।  इसके अलावा जिले को सैनिटाइज़ करने के उद्देश्य से हर सप्ताहांत पर 55 घंटों का मिनी लॉकडाउन भी लगाया जाता है। मिनी लॉकडाउन के दौरान शराब के ठेकों को छोड़ कर सभी बाज़ार बंद रहते हैं।


मिनी लॉकडाउन से बढ़ा व्यापारियों में रोष


हर शनिवार रात 10 बजे से लगने वाले इस मिनी लॉकडाउन से व्यापारियों और दैनिक वेतन भोगी मजदूरों में काफी रोष फैला हुआ है।  व्यापारियों का कहना है कि गाज़ियाबाद में ज़्यादातर वेतनभोगी परिवार रहते हैं। शनिवार और रविवार व्यापार के प्रमुख दिन होते हैं। ऐसे में दो दिन की साप्ताहिक बंदी ने व्यापारियों की कमर तोड़ कर रख दी है।  व्यापारियों के प्रतिनिधि मण्डल ने इस बारे में कई बार जिलाधिकारी से भेंट की है लेकिन वे किसी की बात को सुनने के लिए राजी नहीं है।


अभी हाल ही में एसोसिएशन ऑफ फूड ऑपरेटर्स  के अध्यक्ष अनिल कुमार गुप्ता ने भी मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी को पत्र लिख हलवाइयों, बेकरी शॉप्स और रेस्टोरेंट्स को इस साप्ताहिक बंदी से छूट देने की मांग की थी लेकिन अन्य शिकायतों की तरह शायद उनकी शिकायत भी किसी ठंडे बस्ते में डाल दी गई है।


बढ़ रहा है पुलिस शोषण


गाज़ियाबाद के खुदरा किराना व्यापारियों का कहना है कि पुलिसवाले सप्ताहांत में वाले उन पर दुकानें बंद करने का दबाव बनाते हैं।  हालांकि आवश्यक वस्तु अधिनियम के अंतर्गत आने वाली वस्तुएँ जैसे दूध, अंडा और ब्रेड आदि बेचने की अनुमति है लेकिन पुलिसकर्मी इनकी दुकानें भी बंद करा देते हैं। बहुत से व्यापारियों ने दबी जुबान में बताया कि सुविधा शुल्क या मुफ्त राशन देने पर आधा शटर डाल कर दुकान खोलने कि अनुमति मिल जाती है लेकिन मंदी के आलम में मुफ्त राशन या सुविधा शुल्क देना गली मोहल्ले में दुकान लगाने वाले छोटे-मोटे दुकानदारों के बस से बाहर की बात है।


ऐन वक्त पर टला गाजियाबाद लैब उद्घाटन

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। गुरुवार को होने वाला लैब का उद्घाटन ऐन वक्त पर टाल दिया गया। उद्घाटन के लिए जरूरी सारी तैयारियां हो चुकी थीं लेकिन, मशीन की किट नहीं आने से कार्यक्रम टालना पड़ा। जिले की पहली आरटी- पीसीआर (रीयल टाइम रिवर्स टांसक्रिप्सन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन) लैब का उद्घाटन आज होना था। बुधवार देर शाम को लैब के गेट पर उद्घाटन से जुड़ा शिलापट भी लगा दिया गया था। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह का नाम भी अंकित किया गया है।


एमएमजी अस्पताल के कार्यवाहक सीएमएस डॉ. सुनील कात्याल ने बताया कि लैब का उद्घाटन फिलहाल टाल दिया गया है। उनके मुताबिक लैब की मशीनें लग गई हैं, लेकिन किट नहीं आई है। लैब के संचालन के लिए दो महिला वैज्ञानिकों को तैनात किया गया है। वैज्ञानिक सुरभि दीक्षित की देखरेख में लैब की मशीनों को चालू करवा दिया गया है। लैब संचालन के लिए आइसीएमआर से अनुमति के साथ ही पोर्टल का पंजीकरण भी एमएमजी अस्पताल को मिल गया है। लैब शुरू होने के साथ ही नोएडा भेजे जाने वाले सैंपलों की जांच यहीं पर हो सकेगी।            


जन स्वास्थ्य से खिलवाड़, प्रशासन उदार

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जनपद के लोनी क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों पर जिला स्वास्थ्य प्रशासन मेहरबान है। झोलाछाप डॉक्टर द्वारा दुकान में ही अस्पताल चलाए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कार्रवाई के नाम पर अवैध वसूली की जाती है। इन डॉक्टरों पर अग्निशमन एवं प्रदूषण विभाग से भी कोई अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं है। 'नीम हकीम खतरे में जान' ताजा मामला लोनी बॉर्डर क्षेत्र के पाइपलाइन रोड एक क्लीनिक का है जहां पर 22 वर्षीय महिला की गलत इंजेक्शन या गलत जगह इंजेक्शन लगाने पर जान जाते-जाते बच गई महिला की तबीयत अभी खराब है। महिला को पीड़ा होने पर झोलाछाप डॉक्टर ने इंजेक्शन लगा दिया इंजेक्शन लगाते ही महिला के दोनों पैर अकड़ गए चलना बंद हो गया महिला को लेकर परिजन कई अस्पतालों में गए एमआरआई कराई गई सभी टेस्ट कराए गए कारण गलत इंजेक्शन लगाना बताया गया डॉक्टर अपने यहां सरकार के दिशा निर्देश लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन भी करता है। मास्क का प्रयोग नहीं करता है कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं है। जिले के डिप्टी सीएमओ से मिलकर शिकायत की जाएगी एवं जांच की मांग की जाएगी।


सुदीक्षा को न्याय के लिए उग्र आंदोलन करेंगे

 जल्दी नहीं हुई गिरफ्तारी तो गुर्जर समाज उग्र आंदोलन करेगा 


 आत्मा की शांति के लिए सभी लोग अपने घरों पर आज दिए या मोमबत्ती जलाएं 


 न्याय दिलाने के लिए अखिल भारतीय गुर्जर महासभा आंदोलन करेगी 


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। अखिल भारतीय गुर्जर महासभा युवा प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुर्जर ने बताया की सुदीक्षा के पिता जितेंद्र भाटी का दर्द असहनीय और अवर्णित है। सुदीक्षा की असमय मौत से न केवल इस परिवार को, क्षेत्र को या गुर्जर समाज को बल्कि पूरे देश को क्षति हुई है। 3 करोड़ 80 लाख की स्कॉलरशिप पर अमेरिका की बॉबसन यूनिवर्सिटी में पढ़ रही सुदीक्षा देश की प्रतिभा थी और वह बहुत आगे तक जाती। बहुत ऊंचाइयों को छूती। इस परिवार को कहां से कहां ले जाती।इसकी कल्पना की जा सकती है।
सुदीक्षा की मौत कोई सामान्य सड़क दुर्घटना नहीं है। यह एक तरह से हत्या है। मनचले काफी दूर से सुदीक्षा की बाइक का पीछा कर रहे थे। बार-बार अपनी बुलेट को कभी आगे कभी पीछे करते हुए फब्तियां कस रहे थे। फिर अचानक इनकी बाइक के आगे बुलेट लगा दी। जिससे ब्रेक लगाने पर इनकी बाइक गिर गई। सुदीक्षा का सिर सड़क में लगा और उसकी मौत हो गई। क्या इस मौत के लिए सीधे-सीधे वह मनचले जिम्मेदार नहीं है ? और इसे हत्या नहीं कहा जाएगा ? समझ से बाहर है कि बुलंदशहर पुलिस क्यों दोषियों को बचाने का षड्यंत्र कर रही है। पुलिस ने जितनी जल्दी इस मामले में बयानबाजी की और सोशल मीडिया पर सफाई दी किसी केस में पुलिस इतनी जल्दी सफाई नहीं देती है। सुदीक्षा की मृत्यु के लिए जिम्मेदार शोहदों को जल्दी से जल्दी गिरफ्तार कर कानून के कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिए। और सुदीक्षा जैसी प्रतिभा के असमय अंत से उसके परिवार को पहुंची क्षति की कुछ भरपाई करने की कोशिश भी सरकार को करनी चाहिए। हमारी मांग है कि उत्तर प्रदेश सरकार सुदीक्षा के परिवार को  एक करोड़ रुपए का मुआवजा, एक सरकारी नौकरी और ग्रेटर नोएडा में एक मकान दे। सुदीक्षा के पिता जितेंद्र भाटी की इच्छा है कि उसकी बेटी के नाम से लड़कियों की शिक्षा के लिए कोई शिक्षण संस्थान अथवा सरकारी योजना शुरू की जानी चाहिए। क्योंकि उसकी बेटी एनजीओ के माध्यम से इस दिशा में कार्य कर रही थी और उसकी ऐसी इच्छा थी।
क्षेत्र से और दूर-दूर से भी काफी संख्या में लोग वहां आ रहे थे। और सभी इन मांगों पर सहमत थे। लोगों की यह भी मांग है कि घटना की निष्पक्ष जांच के लिए इसकी जांच हाई कोर्ट अथवा सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में बनी एसआईटी से कराई जाय। एक बात मैं अपनी ओर से सभी नौजवानों से कहना चाहता हूं। कृपया दुपहिया पर बिना हेलमेट के सफर ना करें। यदि सुदीक्षा ने हेलमेट पहना होता तो शायद आज वह हमारे बीच होती।             


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'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...