गुरुवार, 13 अगस्त 2020

निषाद ने राज्यसभा के लिए पर्चा भरा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राज्यसभा सीट के उपचुनाव के लिये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जय प्रकाश निषाद ने गुरूवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में नामांकन पत्र दाखिल किया। समाजवादी पार्टी (सपा) नेता बेनी प्रसाद वर्मा के पिछली 27 मार्च को निधन के बाद यह सीट रिक्त हुयी थी।वर्मा का निधन लंबी बीमारी के बाद हो गया था। उनका कार्यकाल चार जुलाई 2022 तक का था। देवरिया में 10 जून 1972 को जन्मे निषाद गोरखपुर क्षेत्र में भाजपा के उपाध्यक्ष है। उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा की मजबूत स्थिति के चलते भाजपा प्रत्याशी का निर्विरोध जीतना तय है। आज नामाकंन की आखिरी तारीख है। कल नामांकन पत्रों की जांच की जायेगी वहीं 17 अगस्त तक नाम वापस लिये जा सकते हैं।


नियम के अनुसार यदि कोई नामांकन नहीं करता है तो जयप्रकाश निषाद को निर्विरोध निर्वाचित कर दिया जायेगा। जयप्रकाश निषाद 2012 के विधान सभा चुनाव में बसपा के टिकट चौरी-चौरा विधान सभा से निर्वाचित हुये थे। 2017 में भी उन्होंने चौरी चौरा से विधानसभा से चुनाव लड़ा लेकिन भाजपा प्रत्याशी से हार गए।


वह 2008 से 2009 तक बहुजन समाज पार्टी की सरकार में राज्य मंत्री रह चुके है। उन्होंने फरवरी 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक सभा मे भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। वे इस समय भारतीय जनता पार्टी के गोरखपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष है। उन्हें हाल ही में पूर्वांचल विकास बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया गया है।जयप्रकाश निषाद को पार्टी ने पिछले मंगलवार को राज्‍यसभा के लिए अपना उम्‍मीदवार घोषित किया तो वह सबसे पहले मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का आशीर्वाद लेने गोरखनाथ मंदिर पहुंचे थे। आज उनके पर्चा दाखिल करने के दौरान भी मुख्‍यमंत्री मौजूद रहे।            


सीएम योगी ने अच्छे इलाज के निर्देश दिए

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास के कोविड संक्रमित होने की जानकारी मिलने पर उनके उपचार के लिए सभी प्रबन्ध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने महंत नृत्य गोपालदास जी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी मथुरा तथा महंत नृत्य गोपालदास जी के अनुयायियों से वार्ता कर उनके स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने जिलाधिकारी मथुरा को निर्देशित किया कि महंत नृत्य गोपालदास जी के बेहतर उपचार के लिए हर सम्भव प्रबन्ध किए जाएं। मुख्यमंत्री जी ने मेदांता हाॅस्पिटल के चेयरमैन नरेश त्रेहन से वार्ता कर महंत नृत्य गोपालदास जी का मेदांता हाॅस्पिटल में उपचार कराने का अनुरोध किया है।


साजिशः लाल किले पर खालिस्तान का झंडा

विकास जाटव


नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त को लेकर इंटीलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने बड़ा अलर्ट जारी किया गया है। अलर्ट में कहा गया है कि अमेरिका में रहने वाले सिख फॉर जस्टिस के आकाओं में से एक गुरुवतपंत सिंह पन्नू ने 14, 15 और 16 अगस्त को लाल किले पर खालिस्तान का झंडा फहराने वाले सिख को सवा लाख डालर देने की घोषणा की है।


खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के आतंकी गुरुवतपंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी किया है। हाल ही में गुरुवतपंत सिंह पन्नू को भारत सरकार से डिजिनेटेड टेरररिस्ट करार दिया गया। गुरुवतपंत सिंह पन्नू ने ऐलान किया है कि जो 15 अगस्त को खालिस्तान का झंडा लाल किले पर फहराएगा, उसे 5 लाख दिया जाएगा।


पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर गुरुवतपंत सिंह पन्नू रेफरेंडम 2020 की मुहिम भी चला रहा है। इस वीडियो के बाद जांच एजेंसियां अलर्ट पर हैं। आपको बता दें कि रेफरेंडम 2020 को लेकर लगातार दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में लोगों को गुरुवतपंत सिंह पन्नू का ऑटोमेटिक कॉल्स आ रहा है, जिसकी जांच एनआईए कर रही है।


हाल ही में एक वीडियो आतंकी गुरुवतपंत सिंह पन्नू ने जारी किया था, जिसमें दिल्ली को खालिस्तान बनाने की बात कही गई थी, लेकिन 15 अगस्त पर लाल किले पर झंडा फहराने वाले इस वीडियो के बाद लाल किले के आस-पास खुफिया एजेंसियां सक्रिय हैं। आईबी के अलर्ट के बाद लाल किला और आसपास भारी सुरक्षा बढ़ाई गई है।               


कश्मीर में लश्कर के ठिकानों का भंडाफोड़

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के दो ठिकानों का भंडाफोड़ कर भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है। पुलिस के अधिकारियों ने इस बात की सूचना दी है। अवंतीपोरा के बदरु बारसू के जंगली इलाकों में आतंकियों के मौजूद होने की विश्वसनीय सूचना मिलने के बाद सेना और सीआरपीएफ के साथ पुलिस ने बुधवार देर रात तलाशी अभियान की शुरूआत की। पुलिस ने कहा, “गुरुवार तड़के दो ठिकाने ध्वस्त कर दिए गए। ” तलाशी अभियान के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक के साथ गोले-बारूद बरामद किए गए हैं, जिनमें एक एके-47 राइफल, दो हैंड ग्रेनेड, एक यूबीजीएल थ्रोअर, चार यूबीजीएल ग्रेनेड और कुछ मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट भी शामिल है। फिलहाल मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।            


केंद्र स्वास्थ्य ढांचे को कर रहा है मजबूत

नई दिल्ली। केंद्र ने गुरुवार को कहा कि इसने पिछले पांच महीनों में राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय संस्थानों को 3.04 करोड़ से अधिक एन 95 मास्क और 1.28 करोड़ से अधिक पीपीई किट मु्फ्त में वितरित किए हैं। इसके साथ ही ‘मेक इन इंडिया’ के तहत बने 22,000 से अधिक वेंटिलेटर्स भी उपलब्ध कराए गए हैं। महामारी से लड़ने और प्रभावी ढंग से इसका प्रबंधन करने के लिए केंद्र स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत कर रहा है। कोविड-19 के इलाज के लिए सुविधाओं का प्रसार करने के साथ ही सरकार द्वारा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उनके प्रयासों को अंजाम देने के लिए चिकित्सा से संबंधित चीजों की आपूर्ति मुफ्त में कराई जारी रही है।


सरकार ने कहा, “11 मार्च, 2020 से केंद्र सरकार ने राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय संस्थानों को मुफ्त में 3.04 करोड़ से अधिक एन 95 मास्क और 1.28 करोड़ से अधिक पीपीई किट उपलब्ध कराए हैं। साथ ही 10.83 करोड़ से अधिक हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की गोलियां भी प्रदान की है। इसके अलावा, ‘मेक इन इंडिया’ के तहत बने वेंटिलेटर्स भी दिए गए हैं और उन्हें लगाने व चालू करने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है।” सरकार ने आगे कहा, “भारत सरकार द्वारा आपूर्ति की जा रही इन चीजों में से अधिकतर का निर्माण पहले देश में नहीं किया जाता था। महामारी के कारण बढ़ती वैश्विक मांग के चलते इनकी उपलब्धता में कठिनाई आने लगीं।” नतीजे के तौर पर, ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ के संकल्प को मजबूत किया गया और केंद्र सरकार द्वारा आपूर्ति कराए जा रहे इन चीजों में से अधिकतर का निर्माण घरेलू स्तर पर किया जाने लगा। इस अवधि के दौरान स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय और फार्मास्यूटिकल्स मंत्रालय, उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन व अन्यों के सहयोग से घरेलू उद्योग को आवश्यक चिकित्सा उपकरण जैसे कि पीपीई, एन 95 मास्क, वेंटिलेटर इत्यादि के निर्माण व आपूर्ति के लिए प्रोत्साहित किया गया।           


दिल्ली-एनसीआर में बारिश, जलजमाव, जाम

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रातभर बारिश के बाद बृहस्पतिवार सुबह भी बारिश जारी रही, जिससे शहर के कई हिस्सों में पानी भर गया, जिसके चलते कई जगहों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति देखने को मिली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज भी बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। IMD के अनुसार, सुबह साढ़े पांच बजे तक पालम वेधशाला में 86 और सफदरजंग मौसम केन्द्र में 42.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। IMD के अनुसार, बुधवार शाम तक शहर में अगस्त में होने वाली बारिश की तुलना में इस साल अब तक 72 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। पिछले 10 साल में यह सबसे कम बारिश है.


IMD के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि शहर में रात भर बारिश जारी रही और आज दिन में भी बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि मॉनसून की अक्षरेखा दिल्ली-एनसीआर के करीब बनी हुई है। इसके अलावा, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती परिसंचरण है। अरब सागर से उठी दक्षिण-पूर्वी हवाओं और बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूर्वी हवाओं से आर्द्रता बनी है। उन्होंने बताया कि अगले दो-तीन दिनों तक हल्की बारिश जारी रहेगी. इससे पहले IMD ने मंगलवार से बृहस्पतिवार के बीच एक-दो बार भारी बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया था।


विकास के लिए पर्यावरण की बलि अनुचित

नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लाए गए पयार्वरण प्रभाव आकलन 2020 ड्राफ्ट  (ईआईए 2020 ) की हर ओर आलोचना हो रही है। विपक्षी पार्टियों से लेकर पयार्वरण का मुद्दा उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता भी इसका विरोध कर रहे हैं। अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इस मसले पर एक लेख लिखा है, जिसमें उन्होंने मोदी सरकार की इस नीति की कड़ी आलोचना की है।


सोनिया गांधी ने कहा कि नई पयार्वरण नीति से पूंजीपतियों को विकास के नाम पर पयार्वरण को हानि पहुंचाने का वैधानिक मौका मिल जाएगा और पयार्वरण संरक्षण की बजाय देश में प्रदूषण फैलाने की नई परम्परा की शुरुआत होगी।


अंग्रेजी के एक समाचार पत्र में इस संबंध में छपे अपने लेख के द्वारा सरकार को घेरते हुए कहा कि उसे मालूम होना चाहिए कि हमारा देश जैव विविधता का भंडार है और इसकी सुरक्षा हम सबका दायित्व है। कोरोना महामारी के दौरान सरकार को पयार्वरण की रक्षा के लिए काम करना चाहिए था मगर इस दिशा में अच्छे कदम उठाने की बजाय सरकार पयार्वरण को नुकसान पहुंचाने वाली नीति का प्रस्ताव लेकर आई है।


सोनिया गांधी ने अपने लेख में लिखा कि प्रकृति की रक्षा सबका फर्ज है । देश और दुनिया कोरोना महामारी का जो संकट झेल रही है वह हमारे लिए एक नई सीख है और इससे सबक लेते हुए हमें पयार्वरण की रक्षा के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास की दौड़ अच्छी है लेकिन इसके लिए पयार्वरण की बलि नहीं दी जा सकती। विकास के लिए प्रकृति दोहन की भी एक सीमा तय की जानी चाहिए। इसमें सरकार की गलत नीतियों के कारण पयार्वरण रक्षा में हम दुनिया से काफी पीछे छूट गए हैं।


उन्होंने कहा कि सरकार को पयार्वरण के बिगड़ते संतुलन की अनदेखी नहीं करनी चाहिए और इसकी सुरक्षा के उपाय करने चाहिए। इसके लिए सबसे पहले यह घातक प्रस्ताव वापस लिया जाना चाहिए। गौरतलब है कि सरकार जिस ईआईए को लागू करने जा रही है, उसके तहत विकास कार्यों के लिए पयार्वरण मंजूरी लेने की जरूरत नहीं है।             


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...