बुधवार, 12 अगस्त 2020

चीन ने ताइवान के भीतर भेजेंं जंगी जहाज

नई दिल्ली। चीन और ताइवान के बीच तनाव चरम पर पहुंचता नजर आ रहा है। अमेरिका के स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स एजार की ताइवान यात्रा के बीच चीन ने अपने लड़ाकू विमानों को ताइवान के हवाई क्षेत्र के काफी अंदर तक भेज दिया। चीन की इस हरकत के बाद ताइवान ने एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलें दागी और फाइटर जेट भेजे। इसके बाद चीनी फाइटर जेट भाग खड़े हुए। बताया जा रहा है कि चीनी विमानों ने बेहद संवेदनशील ताइवान स्‍ट्रेट के मेडियन लाइन को कुछ देर के लिए पार कर ल‍िया था।



अमेरिकी मंत्री का दौरा, चीन का शक्ति प्रदर्शन


चीन ने यह कार्रवाई ऐसे समय पर की है जब अमेरिका के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री एलेक्स एजार के ताइपे की यात्रा पर हैं। चीन ने इस दौरे को लेकर राजनयिक माध्यम से सख्त विरोध दर्ज कराया है। यही नहीं विरोध स्‍वरूप चीनी लड़ाकू विमानों ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की। इस स्व शासित द्वीप (ताईवान) पर करीब चार दशक में किसी उच्च पदस्थ अमेरिकी पदाधिकारी का यह प्रथम दौरा है। एजार ने ताईवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन से मुलाकात के साथ अपना तीन दिवसीय दौरा शुरू किया। अमेरिका के 1979 में राजनयिक मान्यता ताइपै से हटा कर पेइचिंग कर दिये जाने के बाद से ताइवान की यात्रा करने वाले एजार सर्वोच्च रैंक के कैबिनेट सदस्य हैं।            

वाहनों के चालान पर नई दर लागू हुई

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। ट्रैफिक पुलिस गाज़ियाबाद ने भी अब नई दरों से चालान काटने शुरू कर दिए हैं। मंगलवार को जब नई दरों से चालान काटने शुरू किए गए तो सड़कों पर हाहाकार की स्थिति बन गई। हापुड़ चुंगी पर पुलिस ने ऐसे पांच ऑटो चालक पकड़े जिनके पास परमिट नहीं था। कुछ के पास लाइसेंस और आरसी भी नहीं था। ऐसे में पुलिस ने इन्हें 24 से 35 हजार तक के चालान थमा दिए। इतनी राशि का चालान देखकर ऑटो वालों के होश उड़ गए। एक ऑटो चालक तो वही सिर पकड़ कर बैठ गया।



दस गुना तक बढ़ गई है चालान की राशि


आपको बता दें कि पिछले साल भारत सरकार ने सड़क दुर्घटना रोकने के लिए मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन किया था। इसमें ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन रोकने के लिए शमन शुल्क में दस गुना तक का इजाफा किया गया था। हालांकि, उस समय उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही शमन शुल्क बढ़ा चुकी थी, इसलिए भारत सरकार द्वारा पारित अधिनियम आंशिक तौर पर ही लागू किए गए थे। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने 30 जुलाई को जारी आदेश के तहत पूरे प्रदेश में इस व्यवस्था को लागू कर दिया है। इससे सभी तरह के उल्लंघन के मामलों में शमन शुल्क दो गुने से भी अधिक हो गए हैं। संशोधित शमन शुल्क की लिस्ट सोमवार को ही पुलिस के मोबाइल ऐप में अपडेट कर दी गई है, वहीं मंगलवार की सुबह से नई दरों के हिसाब से चालान की कार्रवाई शुरू की गई है।


पुलिसवालों की भी बढ़ी दिक्कतें


एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि लोगों के पास इतनी बड़ी मात्रा में कैश नहीं होता है।  इसलिए मौके पर बड़ी राशि के चालान का भुगतान नहीं हो रहा है। ऐसे में वाहन मालिकों को चालान परिपत्र देकर गाड़ी जब्त कर ली जा रही है। यह गाड़ियां अदालत में चालान भुगतने के बाद रिलीज की जाएंगी। इस तरह की गाड़ियों में ज्यादातर व्यवसायिक वाहन हैं। अब इन गाड़ियों को थाने में खड़ा करना एक बड़ी समस्या बन जाएगा क्योंकि थाने में पहले से ही कबाड़ हो चुके वाहनों का अंबार लगा पड़ा है।           


हॉस्पिटल के बाहर संक्रमित को छोड़ा

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मंगलवार की शाम एक निजी अस्पताल की एंबुलेंस कोरोना संक्रमित महिला को ट्रांस हिंडन क्षेत्र के राजेन्द्र नगर स्थित ईएसआईसी अस्पताल के बाहर छोड़ कर भाग आई।  शाम सवा सात बजे की इस घटना के बारे में अस्पताल प्रबंधकों का कहना है कि निजी अस्पताल की एंबुलेंस ने कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया है जिसके बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिलाधिकारी कार्यालय को सूचित कर दिया गया है।



ईएसआइसी अस्पताल के कोरोना वार्ड के प्रभारी डॉ. विमल कुमार ने बताया कि मंगलवार शाम सात बजे गाजियाबाद स्थित निजी अस्पताल की एंबुलेंस अस्पताल के बाहर पहुंची और एक महिला को यहां छोड़ कर भाग गई है। जानकारी करने पर पता चला की महिला ईएसआई कार्ड धारक है। उसे निमोनिया था, जिसका उपचार निजी अस्पताल में चल रहा था। महिला की कोरोना जांच पॉजिटिव आने पर निजी अस्पताल के द्वारा महिला को ईएसआइसी अस्पताल के गेट पर छुड़वा दिया गया। डाक्टर विमल कुमार का कहना है अस्पताल में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के दिशानिर्देश पर ही कोरोना संक्रमितों को भर्ती किया जाता है। अस्पताल के गेट पर छोड़ी गई महिला के बारे में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर संक्रमित महिला को उपचार के लिए संजय नगर स्थित अस्पताल ले जाया जा रहा है। वहीं सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने हमेशा की तरह पूरे मामले की जानकारी होने से इनकार कर दिया और रटा-रटाया जवाब देते हुए कहा कि यदि संक्रमित महिला को गेट पर छोड़ कर भाग गए हैं तो यह कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। जांच पड़ताल की जाएगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर लापरवाह निजी अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।         


वर्मा बने गाजियाबाद के नए एसपी सिटी



अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। पुलिस विभाग में मंगलवार देर रात हुए फेरबदल में एसपी सिटी मनीष मिश्रा का बागपत ट्रान्सफर हो गया। उनकी जगह अब आईपीएस अभिषेक वर्मा गाज़ियाबाद के एसपी सिटी होंगे। अभिषेक वर्मा अभी तक बरेली में अपर पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात थे।  बागपत के निवर्तमान एसपी अनित कुमार को एसटीएस लखनऊ में तैनाती मिली है।


पीएसी सीतापुर के उप सेना नायक (II) नरेंद्र प्रताप सिंह को अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी), सीतापुर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। जबकि निवर्तमान अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी), सीतापुर अखिलेश्वर पाण्डेय को पुलिस महानिदेशक कार्यालय के साथ सम्बद्ध किया गया है। आपको बता दें कि गाज़ियाबाद जनपद में काफी दिनों बाद किसी आईपीएस अधिकारी को एसपी सिटी बनाया गया है।




प्रकरण खत्म हो गया, मिलकर काम करेंगे

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि अब तक चला प्रकरण अब समाप्त हो चुका है और हम सब मिलकर काम करेंगे। गहलोत ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में सचिन पायलट के बागी बनने के संबंध में पूछे सवाल पर कहा कि अब यह प्रकरण समाप्त हो चुका हैं और हम सब मिलकर काम करेंगे। यह प्रकरण भूलो और माफ करने की स्थिति में हैं। जहां तक हमारे कांग्रेस विधायको की सचिन पायलट ग्रुप के विधायको के संबंध में जो नाराजगी हैं, उस नाराजगी को भी दूर किया जायेगा। उन्हें समझाया जायेगा, वैसे उनकी नाराजगी वाजिब हैं, एक महीने तक लोकतंत्र बचाने के लिए घर परिवार से दूर रहे।


उन्होंने कहा कि विधायकों को समझाया गया है कि देश और प्रदेश और प्रदेशवासियों के और लोकतंत्र को बचाने के लिए हमें कई बार सहन करना भी पड़ता है। हम सब आपस में मिलकर काम करेंगे। जो हमारे साथी चले गए थे वो भी वापस आ गए हैं। उम्मीद है कि सब गिले-शिकवे दूर करके सब मिलकर हम प्रदेश की सेवा करने का संकल्प पूरा करेंगे।उन्होंने कहा कि आपस में भूलो और माफ करो और आगे बढ़ो, यह देश, प्रदेश, प्रदेशवासियों और लोकतंत्र के हित में है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की है, उसमें जो हमारे विधायकों ने इतना साथ दिया, सौ से अधिक विधायक एक साथ रहना इतने लंबे समय तक, अपने आप में बहुत बड़ी बात है जो हिंदुस्तान के इतिहास में कभी नहीं हुआ होगा। तो यह लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है, आगे भी जारी रहेगी यह हमारी लड़ाई और बाकि जो एपिसोड हुआ है, एक प्रकार से भूलो और माफ करो की स्थिति में रहें, सब मिलकर चलें क्योंकि प्रदेशवासियों ने विश्वास करके सरकार बनाई थी हमारी। हमारी सबकी जिम्मेदारी बनती है कि उस विश्वास को बनाए रखें हम लोग और प्रदेश की सेवा करें, सुशासन दें और सब मिलकर कोरोना का मुकाबला करें।


उन्होंने कहा कि ये जीत जो है, ये जीत असली प्रदेशवासियों की जीत है। पूरे प्रदेशवासियों ने जो हमारे विधायकों ने जो हौसला अफजाई की टेलीफोन कर- करके, कोई चिंता नहीं, महीना-दो महीना लग जाए परवाह मत करो, जीत सरकार की होनी चाहिए, सरकार स्थिर होनी चाहिए, उसके बाद में आप आओ हमारे घरों में। तो ये जो जज्बा था पूरे प्रदेशवासियों का, उसकी जीत है ये। मैं उनको बधाई देता हूं, धन्यवाद देता हूं प्रदेशवासियों को और विश्वास दिलाता हूं कि जीत हमारी सुनिश्चित है, आने वाले वक्त में और दोगुने जोश से सब काम करेंगे, आपकी सेवा करेंगे। विधायको को लिखे गए पत्र के संबंध में उन्होंने कहा कि यह पत्र पक्ष-विपक्ष, सबको लिखा था और उस पत्र का बड़ा प्रभाव पड़ा। उसी कारण से भाजपा के जो तीन-तीन विमान गुजरात भेजने के लिए हायर किये उनमें मुश्किल से एक जा पाया, वो भी पूरा नहीं भरा हुआ था और उनका कल से कैंप लगना था क्राउन प्लाजा होटल में, बैठक थी, वहीं रहना था, बाड़ेबंदी हो रही थी, जो कहते थे हमें बाड़ेबंदी क्यों कर रहे हो, ये क्या नौबत आ गई कि उनकी बाड़ेबंदी होने लग गई।


उससे जो हालात बने हैं प्रदेश के सामने, पूरी तरह सामने आ चुके है। पूरा खेल उनका था, सरकार गिराने का षड्यंत्र था, जो उन्होंने कर्नाटक एवं मध्यप्रदेश के अंदर जो कुछ भी किया, दुनिया जानती है और लोग पसंद भी नहीं करते हैं, वो ही षड्यंत्र राजस्थान का था जो पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए कितना ही बड़ा संघर्ष करना पड़े, हम चूकेंगे नहीं और सत्य की जीत होती हैं। इसमें ना किसी की जीत होती हैं और ना ही किसी की हार।           


जांच के लिए कुल 2,60,15,297 नमूने लिए

नई दिल्ली। कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण का पता लगाने के लिए पिछले 24 घंटे के दौरान देशभर में 7,33,449 नमूनों की जांच की गई है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक 11 अगस्त को देशभर में 7,33,449 नमूनों की जांच की गयी और इसके साथ ही अब तक जांच किये गये नमूनों की कुल संख्या 2,60,15,297 हो गयी है।


इस बीच देश में कोरोना परीक्षण लैब की संख्या बढ़कर 1,421 हो गयी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 60,963 नये मामले सामने आने से अब तक संक्रमण के शिकार हुए व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 23,29,638 हो गयी है। हालांकि 11 अगस्त को 56,110 संक्रमितों के रोगमुक्त होने और 834 मरीजों की माैत से संक्रमण के सक्रिय मामलों में मात्र 4,019 की तेजी आयी है। देश भर में इस समय #संक्रमण के 6,43,948 सक्रिय मामले हैं।                     

जल शक्ति विभाग में 2322 पदों पर भर्ती

शिमला। हिमाचल प्रदेश के जल शक्ति विभाग में अब 2322 पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिसमें पैरा कार्यकर्ता निति के दूसरे चरण को मंजूरी दे दी गई है । कैबिनेट बैठक में विभाग में पैरा स्टाफ नीति के तहत 718 पैरा पंप ऑपरेटर, 162 पैरा फिटर और 1442 बहुउदेशीय कार्यकतार्ओ की भर्ती शामिल होगी। ये कार्यकर्ता 486 पेयजल और 31 सिंचाई योजनाओं का संचालन करेंगे। इससे पहले 1378 पदों को भरने की मंजूरी दी गई थी।


इनमें पैरा वर्कर, पैरा फिटर, पैरा पंप आॅपरेटर्स के पद भरे जा रहे हैं। यह भर्ती विभाग के स्तर पर हो रही है। संबंधित मंडलों के एक्सईएन भर्ती कमेटी के अध्यक्ष हैं, जबकि एसडीओ, जेई सदस्य हैं। कई जगहों पर भर्ती पूरी हो गई है। अधिकांश में यह प्रक्रिया चल रही है। पैरा कार्यकर्ता 12 साल में पक्के होंगे। नियुक्तियो के बाद पैरा फिटर को 4300 रुपये और पैरा पंप आॅपरेटर को 3300 रुपये वेतन मिलेगा। ये विभाग के अधीन कार्य करेंगे।         

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...