बुधवार, 12 अगस्त 2020

उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के निर्देश

बेंगलुरु। कर्नाटक के बंगलूरू में कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति के घर पर हुई तोड़फ़ोड़ के बाद हालात अब सामान्य हो गए है। पुलिस ने धारा 144 लागू कर उपद्रवियों से कड़ाई से निपटने का ऐलान किया है। उधर हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 3 हो गई है। पुलिस ने दर्जनों उन लोगों की चिन्हित किया है, जिन्होंने हिंसा फैलाई थी। अब इनसे सरकारी संपत्ति के नुकसान को लेकर वसूली भी की जाएगी। दरअसल बंगलुरु में कांग्रेस विधायक के भतीजे द्वारा कथित रूप से भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट डालने के बाद हिंसा भड़क गई थी। नाराज लोगों की भीड़ ने विधायक मूर्ति के आवास पर तोड़फोड़ की। बड़ी संख्या में आए लोगों ने जमकर हंगामा किया और आगजनी भी की गई। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। इसमें दो लोगों की मौके पर मौत हो गई थी। पुलिस ने 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अभी भी गिरफ्तारी जारी है। उधर विधायक के घर के बाहर अतिरिक्त बल तैनात किया गया है | इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। हालाँकि पुलिस ने मामला दर्ज कर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने के आरोपी नवीन मूर्ति को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आयुक्त कमल पंत ने बताया कि सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डाले जाने के बाद डीजे हल्ली इलाके में हुए उपद्रव में एक अतिरिक्त पुलिस आयुक्त समेत करीब 60 पुलिस कर्मचारी भी घायल हुए हैं। उनके मुताबिक भीड़ को काबू में लाने के लिए पुलिस ने खुली फायरिंग की थी | इसमें दो लोगों की मौत हो गई। जबकि एक घायल शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हिंसा वाले इलाके में कर्फ्यू के बाद स्थिति सामान्य नजर आ रही है। इस घटना के बाद पूरे बेंगलुरु में धारा 144 लगा दी गई है। प्रशासन ने आपत्तिजनक पोस्ट डिलीट कर दी है। हालाँकि अब आरोपी का अकाउंट हैक होने की बात भी सामने आ रही है।


जनपद में वायरस से पहली मौत हुई

खटीमा। कोरोना ने खटीमा में पहली जान ली है। पीड़ित खटीमा के राजीव नगर का निवासी बताया जा रहा है। 56 वर्षीय इस व्यक्ति को साँस लेने में हो रही दिक्कत के बाद राजकीय चिकित्सालय में ले जाया गया जहाँ एंटीजेन टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उसे जिला चिकित्सालय भेज दिया गया था। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।


मोदी के भरोसे हाथ पर हाथ रखकर न बैठें

नई दिल्ली। भाजपा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही पूरी पार्टी इस समय टिकी नजर आ रही है। अब पार्टी नेताओं को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने नसीहत दी है।भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने पार्टी नेताओं से कहा है कि वे केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के सहारे न बैठे रहें, बल्कि 2024 में देश की सत्ता पाने के लिए पूरे दमखम और ताकत के साथ अभी से जुट जाएं। उन्होंने कहा, मोदी के कंधों पर बंदूक रखकर लड़ाई में उतरने की कोशिश न करें। राम माधव ने कहा, मोदी अगले 10-15 साल तक प्रधानमंत्री रहेंगे। हम उनके सुशासन का फायदा चुनाव में उठाएंगे लेकिन केवल इतना ही पर्याप्त नहीं है। हमें देश की शक्तिशाली ताकत के रूप में उभरना है। भाजपा महासचिव आंध्र प्रदेश में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पार्टी के स्थानीय नेताओं से कहाकि उन्हें हर समय दिल्ली की तरफ देखना बंद करना होगा। स्थानीय जो भी जरूरत होगी, दिल्ली से पूरी की करेगी लेकिन पार्टी की स्थानीय इकाई को भी मेहनत करनी चाहिए और लोगों के लिए जमकर काम करना होगा तभी भाजपा को ताकतवर और मजबूत बनाया जा सकेगा।         


14 पैरों वाला दुर्लभ कॉकरोच खोजा

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। वैसे तो दुनिया में कई अजीबो-गरीब जीव-जंतु हैं। मगर अभी भी बहुत से ऐसे ही जीव हैं जो दुनिया की नजरों से छिपे हुए हैं। हाल ही में वैज्ञानिकों ने गहरे समुद्र में रहने वाले ऐसे ही एक दुर्लभ कॉकरोच पर एक अध्ययन किया, जिसमें कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। ये जीव 14 पैरों वाला है। इसकी लंबाई करीब डेढ़ फीट है। यह एक लकड़ी के पट्टे की तरह दिखता है, जो गहरे समुद्र में पाया जाता है। इस अनोखे जीव की खोज साल 2018 में हिंद महासागर में हुई थी। वैज्ञानिकों ने कॉकरोच की इस दुर्लभ प्रजाति को महासागर के जावा पश्चिम क्षेत्र में खोजा था। इस खास जीव पर रिसर्च के लिए 31 वैज्ञानिकों ने मिलकर काम किया। इसमें नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर और ली कोंग चियान प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय ने अहम भूमिका निभाई। शोध में पता चला कि किसी लकड़ी के पट्टे की तरह लगने वाला ये जीव बैथिनोमस प्रजाति का है। ये घरेलू कॉक्रोच से काफी बड़े होते हैं। कई बार तो ये 50 से 70 सेंटीमीटर तक के भी होते हैं।


इस जीव पर अध्ययन के लिए साल 2018 में लगभग दो हफ्ते तक खोज चली। इसके बाद समुद्री तटों के अलग-अलग 63 जगहों पर तलाशी ली गई। इस साल जुलाई में इसके नतीजे एक बायो जर्नल जूकीज में रखे गए। शोध में शामिल वैज्ञानिक कोनि एम सिदाबलोक और हेलेन पीएस वॉन्ग ने बताया कि इस समुद्री जीव को बैथिनोमस राकसा नाम दिया गया है। ये एक इंडोनिशियाई नाम है। इसमें राकसा शब्द जुड़ा है जिसका मतलब है काफी बड़ा। ये समुद्री इनवर्टिब्रेट की श्रेणी में आते हैं। इनकी रीढ़ की हड्डी नहीं होती है। अपने विशाल आकार के कारण इन्हें समुद्र का कोकरोच भी कहा जा रहा है। दुनिया में सुपरजाइंट आइसोपोड्स की अभी तक केवल सात प्रजातियां हैं। ये उस प्रजाति का दूसरा सबसे बड़ा जीव माना जा रहा है। इस कॉक्रोच के 14 पैर होते हैं। ये इनका इस्तेमाल समुद्र में शिकार की खोज के लिए करते हैं।           


घरेलू उपचार से हटाए अनचाहे तिल

डी नंदिनी


कहा जाता है कि फेस पर काला तिल होना खूबसूरती की निशानी होता है। वहीं अगर ये तिल दो या उससे भी ज्यादा तो आपका फेस भद्दा लगने लगता है। वैसे तो तिल हटाने के लिए लेजर थेरेपी का यूज किया जाता है। वहीं सर्जरी करवाने के लिए हर कोई राजी नहीं होता है। आपको बता दें कि घर के नुस्खे अपनाकर भी तिल को हटाया जा सकता है। इसी बीच आज हम आपकी मदद के लिए तिल हटाने के उपाय बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं तिल हटाने के उपाय के बारे में।


अनानास


पाइन एप्पल यानि अनानास फेस के डेड सेल्स को साफ करने का काम करता है। अनानास में एंजइम्स और साइट्रिक एसिड मौजूद होता है, जो पिगमेंटेशन को हटाने में मदद करता है, जिससे तिल भी निकल जाते हैं।


ऐसे करें इस्तेमाल


फ्रेश अनानास का रस निकालें। अब इसमें कॉटन डिप करके प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इसके बाद अब इसपर अब चिपकने वाली पट्टी या टेप लगा दें। जल्दी रिजल्ट पाने के लिए इसे हर रोज दिन में दो बार करें।


अरंडी का तेल और बेकिंग सोडा


अरंडी के तेल में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। जो तिल को हटाने में मदद करता ही है साथ ही स्किन से जुड़ी कई समस्याओं का ऊी समाधान करता है। बेकिंग सोडा मिलने से यह स्किन को एक्सफोलिएट करता है जिससे धीरे धीरे तिल निकल जाते हैं।


ऐसे करें इस्तेमाल


अरंडी के तेल की कुछ ड्रॉप को चुटकीभर बेकिंग सोडा में मिक्स करें। फिर फेस को वॉश करने के बाद इस पेस्ट को तिल पर लगाएं। कोशिश करें कि इसे रातभर लगा रहने दें नहीं को दिन में कुछ घंटो के लिए लगाकर ऐसी ही छोड़ दें। फिर पानी से साफ कर लें। कुछ ही दिनों में आपको रिजल्ट दिख जाएगा।


लहसुन का पेस्ट


तिल हटाने का यह सबसे पेस्ट तरीका है। लहसुन में कुछ एंजाइम मौजूद होते हैं। जो पिगमेंटेशन बनाने वाली सेल्स को खत्म करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही यह तिल को भी हटाते हैं।


ऐसे करें इस्तेमाल


इसके लिए आप 2 बड़े लहसुन तो पीसें। इसके बाद इस पेस्ट को तिल पर अच्छे से लगाएं। इस पेस्ट को रातभर लगा कर छोड़ दें। कुछ दिनों में तिल गायब हो जाएगा।             


 


सोने में एक साथ 5 फ़ीसदी गिरावट आई

कविता गर्ग


मुंबई। कोरोना वैक्सीन को लेकर लगातार आ रही पॉजिटिव खबरों के चलते दुनियाभर के शेयर बाजारों में खरीदारी लौटी है। इसकी वजह से सोने की कीमतों में तेज गिरावट दर्ज हुई है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स (Reuters) के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें 5 फीसदी से ज्यादा गिर गई। एक्सपर्ट्स का कहना है कि घरेलू बाजारों में सोने की कीमतें और गिर सकती है। मौजूदा स्तर से कीमतें 5-8 फीसदी तक की गिरने की संभावना है। आपको बता दें कि मंगलवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना (Gold Price Down) 1,317 रुपये प्रति दस ग्राम तक सस्ता हो गया। वहीं, एक किलोग्राम चांदी (Silver Price Down) के दाम 2,943 रुपये घट गए।


ऐसा क्या हुआ, जिसकी वजह से सोने में गिरावट आई- अमेरिकी शेयर बाजारों में मंगलवार की रात को खरीदारी लौटी है, जिसकी वजह से निवेशकों का रुझान अब फिर से शेयर बाजार की ओर मुड गया है। बाजारों पर कोरोना वैक्सीन की खबरों का सकारात्मक असर देखने मिला। अमेरिकी शेयर बाजार का प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स S&P 500 नए रिकॉर्ड स्तर के बेहद करीब पहुंच गया। अब क्या होगा- एक्सपर्ट्स बताते हैं कि सोना अक्सर मुश्किल समय पर चमकता है। 1970 के दशक में आई मंदी में सोने की कीमतें नए शिखर पर पहुंची। इसके बाद 2008 की आर्थिक मंदी में भी ऐसा ही दौर देखने को मिला। आंकड़ों पर नज़र डालें तो 80 के दशक मे सोना सात गुना से अधिक चढ़कर 850 डॉलर प्रति औंस की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। यह 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद फिर से बढ़ गया, जो 2011 में 1900 डॉलर के पार चला गया. लेकिन फिर काफी गिर गया था। इसीलिए अब माना जा रहा है कि अगर कोरोना की वैक्सीन आ गई और ये पूरी तरह से सफर रही तो सोने की कीमतों में तेज गिरावट देखने को मिलेगी।


23,29,638 संक्रमित, 40,091 लोगों की मौत

नई दिल्ली। दुनिया में सबसे तेजी से संक्रमण भारत में फैल रहा है। देश में कुल संक्रमितों की संख्या 23 लाख के पार पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 23 लाख 29 हजार 638 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 46,091 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 16 लाख 39 हजार लोग ठीक भी हुए हैं। पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 60,963 नए मामले सामने आए और 834 मौतें हुईं। ये आंकड़ा दुनिया में सबसे ज्यादा है। अमेरिका और ब्राजील में बीते दिन क्रमश: 52,956 और 54,923 नए मामले आए हैं।


कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का तीसरा सबसे प्रभावित देश है। अमेरिका, ब्राजील के बाद कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित भारत है। लेकिन देश में कोरोना मामले बढ़ने की रफ्तार भी दुनिया में पहले नंबर पर बनी हुई है। अगर प्रति 10 लाख आबादी पर संक्रमित मामलों और मृत्युदर की बात करें तो अन्य देशों की तुलना में भारत की स्थिति बहुत बेहतर है। भारत से अधिक मामले अमेरिका (5,304,394), ब्राजील (3,112,393) में हैं।


मृत्यु दर गिरकर 1.97 फीसदी हुई
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में कुल 23 लाख मामले सामने आ चुके हैं। इन मामलों में एक्टिव मरीजों की संख्या 6 लाख 44 हजार है। आंकड़ों के मुताबिक, मृत्यु दर गिरकर 1.97 फीसदी पर आ गई है।


देश में कोरोना वायरस के लिए जांच की क्षमता को बढ़ाते हुए एक दिन में सात लाख से अधिक नमूनों की जांच की गयी है और अब तक 2.57 से ज्यादा नमूनों की जांच की जा चुकी है। मंत्रालय ने कहा कि एक दिन में जांच की संख्या तेजी से बढ़ रही है और भारत में पिछले कई दिन से रोजाना छह लाख से अधिक नमूनों की जांच की जा रही है।


न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...