कविता गर्ग
नई दिल्ली। राजस्थान में राजनीतिक संकट का लगभग नाटकीय अंत हो गया है। सचिन पायलट जो जो बागी हो गए थे और अपने समर्थक विधायकों के साथ अशोक गहलोत के खिलाफ खड़े हो गए थे। लेकिन सोमवार को पार्टी आलाकमान से मुलाकात करने के बाद सचिन पायलट वापस नरम पड़ गए हैं। सोमवार को सचिन पायलट ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की, जिसके बाद कांग्रेस ने पायलट के साथ समझौते की पुष्टि की। सचिन पायलट की ओर से पार्टी को धन्यवाद भी बोला गया है।
कांग्रेस ने पायलट को आश्वासन दिया है कि उनकी सारी शिकायतों पर गौर किया जाएगा और सम्मानजनक तरीके से उनकी घर वापसी कराई जाएगी। कांग्रेस ने पायलट की शिकायतें सुनने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में प्रियंका गांधी वाड्रा, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और केसी वेणुगोपाल को रखा गया है। इधर देर रात कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने ट्वीट कर कांग्रेस आलाकमान का शुक्रिया अदा किया है।
सचिन ने अपने ट्वीट में लिखा है, "मैं श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस पार्टी को धन्यवाद देता हूं। इन्होंने हमारी शिकायतों पर ध्यान दिया। मैं अपने विश्वास को लेकर दृढ़ हूं। मैं एक बेहतर भारत के लिए काम करता रहूंगा, ताकि राजस्थान के लोगों से किए गए वादों को पूरा किया जा सके और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की जा सके। बताते चले कि राजस्थान के निलंबित कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा ने सोमवार शाम अशोक गहलोत के साथ मीटिंग के बाद ऐलान किया कि वे सीएम के साथ हैं।
गौरतलब है कि शर्मा को सामने आए एक ऑडियो टेप में गहलोत सरकार के खिलाफ कथित तौर पर साजिश रचने की कोशिश करते सुना गया था। बागी विधायक, जिनके ठिकाने के बारे में अभी पक्की जानकारी नहीं है, सचिन पायलट और उनके वफादार विधायकों के साथ मामला सुलझाने के कांग्रेस पार्टी के प्रयासों के बीच आज जयपुर पहुंचे। पायलट की अगुवाई में इन विधायकों ने बागी तेवर अख्तियार किए थे।