सोमवार, 10 अगस्त 2020

संकट के बीच सोनिया का कार्यकाल खत्म

नई दिल्ली। सोनिया गांधी का कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर एक साल सोमवार को पूरा हो गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट के हाई प्रोफाइल विद्रोह के बीच सोनिया का दूसरा कार्यकाल पूरा हुआ है। मध्य प्रदेश और राजस्थान के बाद, पार्टी पंजाब में भी एक समस्या का सामना कर रही है, जहां दो सांसदों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अपने दूसरे कार्यकाल में सोनिया गांधी अस्वस्थता के साथ-साथ पार्टी के भीतर के झगड़ों से भी जूझती रही हैं। वह ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी को तोड़ने और भाजपा में शामिल होने से रोकने में असमर्थ रहीं, जिसके कारण मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गई। सोनिया दो गुटों के बीच हस्तक्षेप करके मुसीबत को टालने में असफल रहीं। यही हाल राजस्थान में भी देखने को मिला, जहां पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बागी तेवर दिखाए, जिससे सरकार पर संकट आ गया। वहां भी कांग्रेस नेतृत्व कमजोर रहा और दोनों गुटों के बीच शांति कायम नहीं कर सका।
तीसरा राज्य, जहां कांग्रेस समस्याओं से जूझ रही है, वह है पंजाब। पार्टी दरार को कम करने की कोशिश कर रही है।सोनिया गांधी का दूसरा कार्यकाल उनके बेटे राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के बाद शुरू हुआ और कांग्रेस कमेटी को सोनिया गांधी को छोड़कर कोई अन्य विकल्प नहीं मिला। अगस्त 2019 से ही एक तरफ पार्टी भाजपा से लड़ रही है, वहीं दूसरी ओर उसे अपने आंतरिक कलह से भी जूझना पड़ रहा है। संगठन के कामकाज में टीम राहुल गांधी के हस्तक्षेप पर भी नाराजगी है।


कांग्रेस के राज्यसभा सांसदों की 30 जुलाई की बैठक में नेतृत्व के मुद्दे पर चर्चा हुई और इस दौरान कई नेताओं ने मांग की कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष के रूप में वापस लाया जाना चाहिए। कुछ नेताओं द्वारा चुनावी हार के कारणों पर पार्टी को आत्मविश्लेष्ण करने की मांग को लेकर विवाद खड़ा हो गया, जिसके लिए राहुल गांधी के करीबी नेताओं ने संप्रग शासन पर सवाल उठाए, जिसके बाद सोशल मीडिया पर जंग छिड़ गई। वरिष्ठ नेताओं को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्होंने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए।


कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि बेशक अंतरिम अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी का एक साल का कार्यकाल सोमवार को पूरा हो जाएगा, मगर इसका अर्थ यह नहीं कि पार्टी में कोई वैक्यूम हो जाएगा। पार्टी के संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं हैं और न ही राजनीति में ऐसा होता हैं। सिंघवी ने कहा कि सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष हैं और तब तक इस पद पर रहेंगी, जब तक पार्टी अपने संविधान के हिसाब से किसी को अध्यक्ष निर्वाचित नहीं कर लेती।         


रुद्रपुर में फिर फूटा कोरोना बम

मनीष कश्यप


रुद्रपुर। ट्रांजिट कैंप में पहले दौर की सैंपलिंग में 65 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले है। आपको बता दे की ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ता देख आज स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा सैंपलिंग अभियान छेड़ दिया गया। जिसके अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग ने  सैंपलिंग को लेकर ट्रांजिट कैंप को 7 सेक्टर में बांटा है। जिसमें पहले दिन आज वार्ड नंबर 4 की 9 गलियों से सैंपल लिए गए जिसमें रैपिड टेस्ट में 65 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग एवं कैंप वासियों में हड़कंप मचा हुआ है बताया जा रहा है कि ट्रांजिट कैंप में कोरोना टेस्ट में हर पांचवा आदमी पॉजिटिव निकल रहा है बात करी जाए हर पांचवें व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आने की तो औद्योगिक इकाइयां लगने के बाद से सिडकुल से नजदीक होने के कारण जनसंख्या  अधिक  संख्या में या निवास करती है । जिस कारण जनसंख्या घनत्व अधिक होने से कम्युनिटी ट्रांसमिशन से तेजी से फैल रहा है कोरोना पॉजिटिव। हम भी आपसे अपील करते हैं कि मास्क एवं सैनिटाइजर उपयोग करते रहें एवं सामाजिक दूरी बनाए रखें।           


बरेली में संक्रमितों की संख्या-108

बरेली। जिले में दिनों दिन कोरोना संक्रमण का खतरा गंभीर होता जा रहा है। लगातार सामने आ रहे संक्रमण के मामले चिंता का सबब बने हुए हैं। सोमवार शाम तक 108 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। जिला सर्विलांस अधिकारी डा.अशोक कुमार ने बताया कि एंटीजेन और ट्रू नॉट की रिपोर्ट में 108 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं जबकि अभी आईवीआरआई और निजी लैब की रिपोर्ट का इंतजार है। संक्रमितों की संख्या अभी बढ़ सकती है।


बांग्लादेश का स्पिनर कोरोना पॉजिटिव

ढाका। बांग्लादेश के स्पिनर मशरफ हुसैन कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और इस समय वे अपने घर में क्वारंटीन हैं। उनसे पहले उनके पिता इस वायरस से संक्रमित पाए गए थे। द डेलीस्टार ने हुसैन के हवाले से लिखा, “मेरे पिता पहले कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे और उन्हें सीएमएच अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद मुझे भी कुछ लक्षण दिखे और मैं भी कोरोना पॉजिटिव निकला। मेरा स्वास्थ अभी तक ठीक है और मैंने अपने आप को घर में आइसोलेट कर रखा है।” उन्होंने कहा, “मेरी पत्नी और बच्चों का टेस्ट हालांकि निगेटिव आया है और वह इस समय मेरी पत्नी के माता-पिता के यहां रह रहे हैं।” 38 साल के इस खिलाड़ी को पिछले साल ब्रेन ट्यूमर हुआ था और उनका चार महीने तक इसका ईलाज भी चला था। बीमारी से निपटने के बाद वह घरेलू क्रिकेट में वापसी की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने अभी तक बांग्लादेश के लिए पांच वनडे खेले हैं और चार विकेट लिए हैं। उन्होंने 2008 में चटगांव में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पदार्पण किया था। हुसैन ने अपना आखिरी वनडे ढाका में 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।         


उप राज्यपाल ने राष्ट्रपति से की मुलाकात

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के नए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अपने कार्यभार संभालने के तीन दिन बाद सोमवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की। मनोज सिन्हा के पद संभालने के बाद दोनों के साथ यह पहली बैठक है। शुक्रवार को सिन्हा ने जीसी मुर्मू के स्थान पर केंद्रशासित प्रदेश के राजभवन में दूसरे उपराज्यपाल के रूप में शपथ ली, जिन्हें भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने नियुक्त किया गया है। शपथग्रहण समारोह के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सिन्हा ने कहा कि उनका मिशन जम्मू और कश्मीर में विकास और शांति सुनिश्चित करना है। गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज सिंहा को जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया।           


जिलाधिकारी ने की जनता से अपील

नई दिल्ली। जिला अधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरू ने आम लोगों से अपील की है कि सभी लोग दो गज की दूरी, मास्क अनिवार्य व समय-समय पर सेनेटाइज एवं अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ रखे ताकि कोरोना संक्रमण से बचा जा सकें। उन्होने कहा कि सभी के सहयोग से ही इस संक्रमण से बचा जा सकता है, इस लिये प्रत्येक व्यक्ति को स्वंय ही जागरूक होना होगा। उन्होने कहा कि सभी के प्रयासो से कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है। उन्होने सभी लोगो से अनुरोध किया है कि मास्क के माध्य से नांक व मुंह को अच्छी तरह से ढकें व अपना स्वंय का ध्यान रखे। उन्होने कहा कि मास्क नही पहनने पर आवश्यक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होने कहा कि आज सभी देश के डाक्टर व वैज्ञनिक कोरोना की दवाई की खोज में लगे हैं उम्मीद जताई है कि कुछ समय में कोविड-19 संक्रमण की दवाई मिल सकती है। उन्होने छोटे-बडे व्यवसायिक, प्रष्ठिानों, रेडी, ठेली वालो से अपील की है कि वे ग्राहको को मास्क व दो गज की दूरी की अहमियत से लोगों का समझाये। उन्होने कहा कि किसी भी गली मोहल्ले में कोरोना जैसे संक्रमण की आहट संज्ञान में आती है तो वे तत्काल उसकी सूचना जनपद में स्थापित कोविड-19 कन्ट्रोल रूम नम्बर 05944-250250 अथव पुलिस हैल्प लाईन नं0-112 पर दे सकते है। उन्होने सभी नगर निकायो को अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को कोविड-19 संक्रमण के बारे में लाउडस्पीकर के माध्यम से जागरूक करने के भी निर्देश दिये है। जिलाधिकारी ने कहा है कि मंडियो में अत्यधिक भीड होने से संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा उत्पन्न हो सकता है, जिस हेतु उन्होने सब्जी के स्थानों को दूर-दूर बनाये जाने, ग्रहको के लिये सर्कल बनाने, मंडियो में प्रवेश करने से पहले मास्क व सेनेटाइजर, मंडी समितियो द्वारा मंडियो को सेनेटाइज करने व उप जिलाधिकारियो के साथ मंडी समिति सचिवो को मंडियो में संयुक्त रूप से छापे मारना, लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक करना व नियमों का पालन न करने पर समय-समय पर अभियान चालान करने के निर्देश दिये गये थे। जिलाधिकारी ने उक्त कार्यवाही को न काफी बताते हुये सख्ती से उक्त निर्देशो का पालन करने के निर्देश दिये है।


स्कूल-कॉलेज खोलने पर होगी चर्चा

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मामलों से संबंधित संसदीय समिति सोमवार को देशभर के स्कूल और कॉलेजों को खोले जाने की तैयारियों पर चर्चा करेगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर अब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया है। इस संसदीय समिति के अध्यक्ष राज्यसभा सांसद विनय सहस्रबुद्धे हैं। सोमवार को आयोजित की जा रही इस संसदीय समिति की बैठक का एजेंडा कोविड-19 महामारी के दौरान स्कूलों और उच्च व तकनीकी शिक्षा क्षेत्र की तैयारी पर चर्चा करना है। शिक्षा मंत्रालय की यह संसदीय समिति की दिल्ली में आयोजित बैठक के दौरान इस विषय पर गौर करेगी कि स्कूल-कॉलेज खोलने को लेकर क्या स्थिति है।


दरअसल, सरकार को मिले फीडबैक के मुताबिक, फिलहाल अधिकांश अभिभावक नहीं चाहते कि अभी स्कूल खोले जाएं। अभिभावकों के सबसे बड़े राष्ट्रीय संगठन ‘ऑल इंडिया पेरेंट्स एसोसिएशन’ के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने कहा, “हमने शिक्षा मंत्रालय एवं प्रधानमंत्री के समक्ष मुख्य रूप से तीन विषय रखे हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण विषय यह है कि जब तक कोरोना पर पूरी तरह से काबू नहीं पा लिया जाता, तब तक स्कूल नहीं खुलने चाहिए।” अभिभावक चाहते हैं कि इस वर्ष स्कूलों में पूरे शैक्षणिक सत्र को ही जीरो सत्र माना जाए। इस मांग को लेकर कई अभिभावकों ने सहमति जताई है। दरअसल, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि वे स्कूल खोले जाने के विषय पर अभिभावकों की राय जानने की कोशिश करें।


अशोक अग्रवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के अलावा देशभर के सभी मुख्यमंत्रियों को हमने ऐसे ही पत्र लिखे हैं। अभिभावकों के इस संघ ने सरकारों से मांग की है कि इस शैक्षणिक सत्र को जीरो एकेडमिक ईयर घोषित घोषित किया जाए। सभी छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाए। अगले वर्ष का पाठ्यक्रम इस तरह से मॉडिफाई किया जाए कि छात्र उसे समझ सके और अपनी पढ़ाई कर सके।”             


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...