सोमवार, 10 अगस्त 2020

विश्व में तेजी से फैल रहा है 'कोरोना'

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। विश्व में महामारी बन चुके कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में दुनिया भर में चल रहे शोध में स्पष्ट हो चुका है कि कोरोना से लड़ाई में रेमडेसिवीर के नतीजे सबसे अधिक संतोषजनक हैं और वह लाखों लोगों की जान बचाने में कारगर साबित हुई है। ये ही कारण है कि इन दिनों इसकी मांग जबरदस्त है और यह आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रही है। जिसको लेकर मरीज और तीमारदार परेशान हैं।


लेकिन अब यह दवा अब नेहरू नगर स्थित यशोदा अस्पताल में उपलब्ध है और आसानी से आप यहां से यह दवा ले सकते हैं। कोवि़ड 19  से पीड़ित गंभीर मरीजो के इलाज के लिए रेमडेसिवीर दावा को चिकित्सीय परीक्षणों में बेहद प्रभावी माना जा चुका है। रेमडेसिवीर दवा सीधे वायरस पर हमला करती है। यह न्यूक्लियोटाइड एनालॉग की तरह आरएनए और डीएनए के चार बिल्डिंग ब्लॉक्स में से एक एडेनोसिन को हटाकर खुद को चुपके से वायरस के जीनोम में शामिल कर लेती है और फिर उसकी संचालन प्रक्रिया में शार्ट सर्किट से उसे नष्ट कर देती है। शहर में दवा की कमी के कारण मरीजों को हो रही दिक्कतों को मद्देनजर रखते हुए यशोदा हॉस्पिटल की फार्मेसी ने इस दवा को रियायती दरों पर आम जनमानस के लिए उपलब्ध करा दिया है।


कैसे प्राप्त की जा सकती है यह दावा


इस दवा को प्राप्त करने के लिए मरीजों को डॉक्टर का प्रेस्किप्शन, आधार कार्ड की कॉपी एवम कोविड-19 की रिपोर्ट की कॉपी प्रदान करनी पड़ेगी।                    


प्रियंका गांधी ने योगी पर बोला हमला

लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी की समस्या को लेकर लगातार योगी सरकार पर हमला बोल रही हैं। इसी कड़ी में सोमवार को प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर यूपी सरकार से सवाल पूछा है। प्रियंका ने कहा कि यूपी में हर साल साइन होते हैं, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं उतरता है।


प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर से ट्वीट किया गया कि हर साल इन्वेस्टर्स समिट में MoU साइन होते हैं। करोड़ों लगाकर इन समिट में ये काम कागजी शेर बनने के लिए किया जाता है। उप्र में भयंकर बेरोजगारी है और आर्थिक तंगी की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं। सरकार को ये बताना चाहिए कितने MoU धरातल पर उतरे? कितने युवाओं को रोजगार मिला?इससे पहले शनिवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में कोरोना और क्रा इम दोनों ही आउट ऑफ कंट्रोल है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, “उत्तर प्रदेश में जंगलराज फैलता जा रहा है, क्राइम और कोरोना कंट्रोल से बाहर है। बुलंदशहर में धर्मेन्द्र चौधरी जी का 8 दिन पहले अपहरण हुआ था, कल उनकी लाश मिली। कानपुर, गोरखपुर, बुलंदशहर, हर घटना में कानून व्यवस्था की सुस्ती है और जंगलराज के लक्षण हैं। पता नहीं सरकार कब तक सोएगी? “हर साल इन्वेस्टर्स समिट में MoU साइन होते हैं। करोड़ों लगाकर इन समिट में ये काम कागजी शेर बनने के लिए किया जाता है। उप्र में भयंकर बेरोजगारी है और आर्थिक तंगी की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं। सरकार को ये बताना चाहिए कितने मो0 यू धरातल पर उतरे? कितने युवाओं को रोजगार मिला?


गाजियाबाद में स्वच्छता अभियान चलाया

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जिला प्रशासन के अनुसार रविवार को गाज़ियाबाद में एक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस अभियान के अंतर्गत शहर में जलभराव, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था के साथ फॉगिंग कराने पर जोर दिया गया। विशेष स्वच्छता अभियान की निगरानी के लिए जिले में नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी एवं गन्ना विकास विभाग के विशेष सचिव शिव सहाय अवस्थी कर रहे थे। समस्त ग्राम पंचायतों में स्वच्छता कार्यक्रम को सफल बनाने के उद्देश्य जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के नेतृत्व में तथा मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल के निर्देशन में सभी ग्राम पंचायतों में स्वच्छता कार्यक्रम को प्रमुखता के साथ संचालित किया गया। जिलाधिकारी गाजियाबाद अजय शंकर पांडेय के नेतृत्व में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत गंदगी मुक्त भारत अभियान संचालित किया गया। पंचायत राज विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं स्वच्छता टीम के द्वारा ग्रामीणों को स्वच्छ भारत बनाने की प्रेरणा देने के उद्देश्य से स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत 15 अगस्त तक साप्ताहिक गंदगी मुक्त भारत अभियान संचालित किया जा रहा है। इसी क्रम में रविवार को 161 ग्राम पंचायतों में सिंगल यूज प्लास्टिक का एकत्रीकरण एवं पृथक्कीकरण का अभियान चलाया जाएगा। जिला परामर्शदाता स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण पंचायती राज विभाग मोहम्मद फारूक के द्वारा भी क्षेत्रों में भ्रमण किया गया। उधर, नगर आयुक्त डॉ. दिनेश चंद्र सिंह ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत मोहन नगर जोन एवं कविनगर जोन में साफ-सफाई व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया गया।


क्या है असलियत


अब तक तो हमने आपको सुनाई जिला सूचना विभाग द्वारा सुनाई गई कहानी।  वास्तविकता यह है कि गाज़ियाबाद के ज़्यादातर इलाकों में गंदगी के अंबार लगे पड़े हैं।  राज नगर एक्सटेंशन, बुलंदशहर रोड इंडस्ट्रियल, इंदिरापुरम के खाली प्लाटों पर खुद नगर निगम के कर्मचारी गंदगी डाल कर भाग जाते हैं।  बहुत से इलाकों में सुनसान सड़कों के किनारे भी कूड़ा डाला जा रहा है। ऐसे में क्या आप जिला प्रशासन के इस अभियान को सफल मानेंगे?       


गाजियाबाद में टीकाकरण अभियान शुरू

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जनपद में बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने को विटामिन ए और निमोनिया से बचाव के लिए न्यूमोकॉकल कंजूगेट वैक्सीन देने के लिए आज से अभियान शुरू हो गया है। बता दें कि न्यूमोकॉकल कंजूगेट वैक्सीन को जनपद में पहली बार नियमित टीकाकरण अभियान में शामिल किया जा रहा है। न्यूमोकॉकल कंजेंवगेट वैक्सीन (पीसीवी) शिशुओं को न सिर्फ निमोनिया बल्कि सेप्सिस (खून का इंफेक्शन), बैक्टीरीयल मेनिनजाइटिस (दिमागी बुखार) से भी बचाएगा। इस वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों को जिला स्तर से लेकर सीएचसी-पीएचसी स्तर तक ट्रेनिंग दी जा चुकी है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया पीसीवी हर बच्चे को डेढ़ माह, साढ़े तीन माह और नौ माह की आयु होने पर दिया जाएगा। नौ माह पर दी जाने वाली बूस्टर खुराक होगी। जनपद को वैक्सीन की आपूर्ति मिल चुकी है। इस टीके के बाद निमोनिया से होने वाली शिशु मृत्यु दर में निश्चित तौर पर कमी आएगी। जनपद में करीब एक लाख बच्चों को यह वैक्सीन दी जाएगी। उन्होंने बताया अभी तक इस वैक्सीन को प्रदेश के 19 जिलों में नियमित टीकाकरण में दिया जा रहा था लेकिन अब इसे बाकी 56 जनपदों में भी शुरू किया जा रहा है। बाजार में यह वैक्सीन करीब तीन हजार रूपए की है, स्वास्थ्य विभाग इसे निशुल्क बच्चों को देगा। डीआईओ ने बताया निमोनिया बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने और छींकने से फैलती है। यह बैक्टीरिया पांच साल से छोटे बच्चों, खासकर दो साल से छोटे बच्चों, कम प्रतिरोधक क्षमता वाले बच्चों एवं वृद्धों को बीमार कर सकता है।


भुगतान करने पर सवालिया निशान लगाया

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। जनपद में राज नगर से निगम पार्षद एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र त्यागी ने पिछले दिनों शासन द्वारा एक एलईडी कंपनी को तय रकम से दो गुने से अधिक भुगतान करने पर सवालिया निशान लगाया है। इस मसले पर उन्होंने पत्रकारों से वार्ता में बताया कि जिस एलईडी कंपनी को शासन ने भुगतान किया है उसे 2018 में ही नगर निगम के सदन ने ब्लैक लिस्ट कर दिया था। इस मामले में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव में संबंधित कंपनी को भुगतान करने के लिए जांच के बाद संस्तुति की थी। इसके बावजूद संस्तुति से अधिक रकम भुगतान करने के मामले की जांच कराने की मांग की गई है।दरअसल नगर निगम ने कुछ वर्ष पूर्व ऊर्जा की बचत के लिए एक कंपनी को पूरे शहर में एलईडी लाइट लगाने का ठेका दिया गया था। मैसर्स व्हाईट प्लाकार्ड लिमिटेड नाम की इस कंपनी को यह ठेका जनवरी 2016 में दिया गया था। इस कंपनी के बारे में शिकायत मिली थी कि जितनी एलईडी लाईटें लगाने का दावा किया गया था वह मौके पर नहीं लगी थी। कंपनी को 50,214 लाइटें लगानी थीं, जबकि कंपनी अपने द्वारा 48,113 नग लाइटें लगाना दर्शाया था। इस मामले में बवाल होने पर प्रकाश निरीक्षकों से सत्यापन कराने पर पता चला कि कंपनी ने केवल 42,966 एलईडी लाइटें लगाई हैं। इस मामले की और बारीकी से जांच करने पता चला कि कंपनी ने नई लाईटें लगाने के बदले में स्टोर में केवल 35,388 पुरानी लाइटें जमा कराई थीं। इस मामले में अनियमितता पाए जाने पर कंपनी को नगर निगम बोर्ड की बैठक में 27 अगस्त 2018 को काली सूची में डाल दिया था। भाजपा पार्षद राजेन्द्र त्यागी ने बताया कि काली सूची में जाने के बाद भी कंपनी ने 2017 से 2019 के बीच कुल बिजली के बचत का 75 फीसदी हिस्सा भुगतान के लिए निगम के सामने रखा। निगम ने बारीकी से जांच के बाद शासन के दबाव में संबंधित कंपनी को 3 करोड़ 37 लाख रुपये भुगतान करने की संस्तुत की। बावजूद इसके शासन द्वारा संबंधित कंपनी को करीब 8 करोड़ 97 लाख का भुगतान कर दिया। यह निर्धारित रकम से दोगुनी से अधिक है।ऐसे में संबंधित फर्म को आर्थिक लाभ तो पहुंचाया गया लेकिन नगर निगम के हितों का ख्याल नहीं रखा गया। निगम पार्षद राजेंद्र त्यागी ने कहा कि निगम के पैसे को शासन ने दबाव में संबंधित फर्म को भुगतान कर दिया लेकिन इसका आर्थिक नुकसान निगम को होगा। इस मामले की जांच निष्पक्ष एजेंसी से कराने की मांग रखी है।         


यातायात पुलिस ने एडवाइजरी जारी की

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। स्वतंत्रता दिवस के मद्दे नजर गाज़ियाबाद यातायात पुलिस ने एड्वाइजरी जारी कर दी है।  इन दिशानिर्देशों के अनुसार ड्रेस रिहर्सल के दौरान 12/ 13 अगस्त की रात 12 बजे से सुबह 11 बजे तक गाज़ियाबाद-दिल्ली बार्डर बंद रहेंगे।  इसी प्रकार 14/15 अगस्त की रात 12 बजे से सुबह 11 बजे तक भी बार्डर बंद रहेगा। इस दौरान यातायात में निम्न प्रकार डायवर्जन किया गया है।


भारी वाहनों और व्यावसायिक वाहनों (ट्रक, कैंटर, बसें, मिनी बसें, टाटा 407 आदि) गाज़ियाबाद से दिल्ली की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। यात्री बसें जो यूपी गेट से दिल्ली की तरफ जाती हैं, मोहन नगर की तरफ डायवर्ट कर दी जाएंगी। इन बसों को दिल्ली में प्रवेश नहीं मिलेगा। जो यात्री बसे सीमपुरी-अप्सरा बार्डर से दिल्ली में प्रवेश करती हैं, उन्हें मोहन नगर से वापस कर दिया जाएगा। ये बसें भी दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकेंगी। तुलसी निकेतन बार्डर की ओर से दिल्ली में प्रवेश करने वाले सभी भारी/व्यावसायिक वाहनों और यात्री बसों को भौपुरा यू टर्न से वापस कर दिया जाएगा। लोनी बार्डर से दिल्ली में प्रवेश करने वाले सभी भारी वाहनों, व्यावसायिक वाहनों और यात्री बसों को लोनी तिराहे से बागपत की ओर डायवर्ट कर दिया जाएगा।


डीएलएफ़ पुश्ता की ओर से भी दिल्ली में समस्त भारी/व्यावसायिक वाहनों और यात्री बसों के प्रवेश पर पाबंदी रहेगी।


उत्तराखंडः संक्रमित संख्या में आई तेजी

देहरादून। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में पिछले 24 घंटे में विभिन्न गंभीर रोगों से ग्रसित दो कोविड पॉजिटिव पेशेंट की मौत हो गई। उत्तराखंड में अगस्त के महीने में कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में 31 जुलाई तक 80 लोगों की मौत हुई थी। वहीं 9 अगस्त को जारी रिपोर्ट तक 125 तक आंकड़ा पहुँच गया। यानि अगस्त माह में इन 10 दिनों में ही 45 से अधिक लोगों की जान गई है। इसके अलावा 26 लोगों की कोविड सेंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, इनमें 12 स्थानीय लोग भी शामिल हैं। संस्थान की ओर से इस बाबत स्टेट सर्विलांस ऑफिसर को सूचित कर दिया गया है।


एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि ज्वालापुर, हरिद्वार निवासी 75 वर्षीय व्यक्ति जो कि गले में दर्द, खांसी, बुखार व सांस लेने की तकलीफ की शिकायत पर बीती 8 अगस्त को एम्स इमरजेंसी में आया था, जिसका कोविड सेंपल लिया गया जो कि पॉजिटिव पाए जाने पर उसे कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था। जहां रविवार की देर रात उक्त मरीज की उपचार के दौरान मौत हो गई।


दूसरा मामला बिजनौर का है। मोहल्ला चासरी, बिजनौर उत्तरप्रदेश निवासी 30 वर्षीया महिला जो कि सड़क दुर्घटना में घायल होने पर बीते माह 19 जुलाई को एम्स इमरजेंसी में आई थी। महिला के सिर में गहरी चोट थी,जिसका कोविड सेंपल पॉजिटिव पाया गया था। कोविड वार्ड में भर्ती उक्त महिला की रविवार मध्यरात्रि में उपचार के दौरान मौत हो गई।


इसके अलावा 26 मरीजों की रिपोर्ट को​विड पॉजिटिव आई है। दयानंद मार्ग चंद्रेश्वरनगर,ऋषिकेश निवासी 25 वर्षीय पुरुष जो कि बीती 8 अगस्त को एम्स की ओपीडी में आया था। जिसे बुखार, खांसी व सांस लेने में दिक्कत आदि शिकायत थी, इसकी सेंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे नजदीकी सीसीसी सेंटर में भर्ती होने को कहा गया है।


दूसरा मामला हरिधाम कॉलोनी, हनुमान मंदिर गुमानीवाला निवासी 25 वर्षीय पुरुष जो कि बुखार, शरीर में दर्द व सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर बीती 5 अगस्त को एम्स इमरजेंसी में आया था। जिसका एम्स में लिया गया सेंपल कोविड पॉजिटिव पाए जाने पर उसे कोविड वार्ड में भर्ती कर दिया गया।


इसके अलावा चंद्रेश्वरनगर ऋषिकेश निवासी एक 27 वर्षीय महिला, एक 28 वर्षीय महिला व एक 9 वर्षीय किशोरी का एम्स ओपीडी में 8 अगस्त को लिया गया सेंपल पॉजिटिव आया है। साथ ही चंद्रेश्वरनगर ऋषिकेश निवासी एक 12 वर्षीय किशोर, 11 वर्षीया किशोरी, 35 वर्षीय पुरुष, 30 वर्षीय पुरुष व एक अन्य 11 वर्षीय किशोरी का बीते शनिवार को लिया गया सेंपल कोविड पॉजिटिव पाया गया है।


चंद्रेश्वनगर की ही रहने वाली 60 साल की महिला व 8 वर्षीय किशोर का भी 8 अगस्त को एम्स में लिया गया कोविड सेंपल पॉजिटिव पाया गया है, लिहाजा उक्त सभी लोगों को नजदीकी कोविड केयर सेंटर में भर्ती होने को कहा गया है। गौरतलब है कि चंद्रेश्वरनगर क्षेत्र के रहने वाले उक्त सभी 10 लोग इसी क्षेत्र के एक ही कोविड पॉजिटिव व्यक्ति के प्राइमरी कांटेक्ट में आकर कोरोना संक्रमित हुए हैं। ज्वालापुर, हरिद्वार निवासी 48 वर्षीय पुरुष का 8 अगस्त एम्स ओपीडी में लिया गया कोविड सेंपल पॉजिटिव पाया गया है,जिसे सीसीसी सेंटर में भर्ती होने कहा गया है। गौरतलब है कि उक्त व्यक्ति अपने कोविड संक्रमित पिता के प्राइमरी कांटेक्ट में रहा है, उक्त व्यक्ति के कोविड संक्रमित पिता की उपचार के दौरान मौत हो चुकी है। सिविल लाईन, रामपुर उत्तरप्रदेश निवासी एक 35 वर्षीय महिला जो कि एम्स में भर्ती अपने कोविड पॉजिटिव पति की अटेंडेंट हैं। महिला का बीते शनिवार को कोविड सेंपल लिया गया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।


डोभालवाला, देहरादून निवासी 45 वर्षीय पुरुष जो कि एम्स में भर्ती एक अन्य मरीज का अटेंडेंड है,जिसका शनिवार को ओपीडी में लिया गया कोविड सेंपल पॉजिटिव आया है, साथ ही शांतिकृपाल आश्रम, रवाली महदूद निवासी 43 वर्षीय पुरुष जो कि बीती 8 अगस्त को बुखार व सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर एम्स इमरजेंसी में आया था,जिसका कोविड सेंपल पॉजिटिव पाए जाने पर उसे कोविड वार्ड में भर्ती किया गया है। टीचर कॉलोनी, देवबंद सहारनपुर यूपी निवासी 53 वर्षीय पुरुष जो कि बीते शनिवार को बुखार, खांसी व सांस लेने में दिक्कत होने पर एम्स इमरजेंसी में आया था, जिसका सेंपल पॉजिटिव आने पर उसे कोविड वार्ड में भर्ती कर दिया गया। गुण गुरपुर, हरिद्वार निवासी 50 वर्षीय पुरुष जो ​कि एम्स में भर्ती एक अन्य मरीज का अटेंडेंट है, कोविड पॉजिटिव पाया गया है, जबकि एक अन्य मूसीपुर, बिजनौर निवासी 55 वर्षीया महिला जो कि बीती 8 अगस्त को इमरजेंसी में आई थी, उक्त महिला को खांसी व सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर उसका कोविड सेंपल लिया गया,जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे कोविड वार्ड में भर्ती किया गया।


नगीना, बिजनौर निवासी 30 वर्षीय पुरुष जो कि बीते रविवार को छाती में दर्द, उल्टी व सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर इमरजेंसी में आया,जिसकी रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आने पर उसे भर्ती किया गया है। सहारनपुर, यूपी निवासी 49 वर्षीय महिला जो कि 8 अगस्त को सांस लेने में तकलीफ होने पर इमरजेंसी में आई थी,जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उसे कोविड वार्ड में भर्ती किया गया है। ईमानजयी, सहारनपुर निवासी 52 वर्षीय पुरुष जो कि सांस लेने में तकलीफ होने पर 8 अगस्त को इमरजेंसी में आया था, उसे पॉजिटिव पाए जाने कोविड वार्ड में भर्ती किया गया है। रुड़की, हरिद्वार की 58 साल की महिला जो कि 9 अगस्त को इमरजेंसी में आई थी, जिसका सांस लेने में तकलीफ व गले में दर्द की शिकायत पर कोविड सेंपल किया गया,पॉजिटिव पाए जाने पर उसे कोविड वार्ड में भर्ती किया गया।


इसके अलावा ज्वालापुर, हरिद्वार निवासी 56 वर्षीय पुरुष सांस लेने में तकलीफ, गले में दर्द की शिकायत पर बीते रविवार को इमरजेंसी में आया,जिसका सेंपल पॉजिटिव आने पर उसे कोविड वार्ड में भर्ती किया गया। कैथल, संभल हरियाणा निवासी 43 साल की महिला जो कि यहां भर्ती एक अन्य मरीज की अटेंडेंट है, 8 अगस्त को महिला का लिया गया सेंपल पॉजिटिव पाया गया है। धामपुर, बिजनौर यूपी निवासी 55 वर्षीय महिला जिसका एम्स में ब्रेस्ट कैंसर का उपचार चल रहा है, जो कि8 अगस्त को फॉलोअप के लिए एम्स में आई थी। जहां इसका कोविड सेंपल लिया गया जो कि पॉजिटिव पाया गया है। कोविड पॉजिटिव इस महिला के बाबत एम्स की ओर से मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिजनौर को सूचित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि उक्त सभी कोविड पॉजिटिव रोगियों के बाबत स्टेट सर्विलांस ऑफिसर को अवगत करा दिया गया है।         


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...