रविवार, 9 अगस्त 2020

हिमाचलः 62 नए संक्रमित मामले मिलें

शिमला। हिमाचल प्रदेश में रविवार को 62 कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं। चंबा में 23, मंडी में 14, कांगड़ा में 9, सोलन-हमीरपुर में 7-7 और कुल्लू में 2 मामले आए हैं। चंबा में 23 कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं। इनमें सात केस चंबा के पुखरी ब्लॉक और 16 केस समोटी ब्लॉक से हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की पत्नी मल्लिका नड्डा और उनके पिता सहित सभी 16 लोगों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। कोरोना संक्रमित की बहन के संपर्क में आने के बाद इन सभी सैंपल लिए गए थे। सीएमओ डॉक्टर प्रकाश दड़ोच ने इसकी पुष्टि की है। अर्की, बद्दी, नालागढ़ और सोलन से सात कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं। मंडी जिले में 14 कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं।
हमीरपुर जिले में सात कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि शनिवार देर रात प्राप्त रिपोर्टों में पॉजिटिव निकले ये सभी लोग पहले ही गृह संगरोध में रखे गए थे। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद इन्हें कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया जा रहा है। संक्रमित लोगों में भोरंज उपमंडल के गांव धनवीं का 19 वर्षीय युवक शामिल है। बड़सर के गांव रमेड़ा के 25 वर्षीय युवक की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। वह 28 जुलाई को श्रीनगर से आया था। गांव लोहारड़ा की 37 वर्षीय महिला और कांगू क्षेत्र के गांव झरेड़ी की 40 वर्षीय महिला भी संक्रमित पाई गई है। एक अगस्त को लेह से आए जलाड़ी क्षेत्र के गांव जंगलू के 53 वर्षीय व्यक्ति और गांव रक्कड़ डाकघर पुतरेल के 21 वर्षीय युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसी दिन बद्दी से लौटा जोल सप्पड़ क्षेत्र के गांव कोहला पलसरी का 23 वर्षीय युवक भी संक्रमित पाया गया है।


कुल्लू जिले में कोरोना के दो नए मामले सामने आए हैं। नग्गर में बाहर से आए 23 वर्षीय मजदूर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यह सेब सीजन के लिए कुल्लू आया हुआ था। इसके साथ निरमंड क्षेत्र में 25 वर्षीय महिला की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। महिला दो अगस्त को कुल्लू आई थी।             


पत्रकार के खिलाफ दर्ज मामला किया बंद

मुंबई। महाराष्ट्र की मुंबई पुलिस ने न्यूज चैनल एबीपी माझा के पत्रकार के खिलाफ दर्ज मामला लगभग तीन महीने बाद बंद कर दिया है। पत्रकार के खिलाफ उस खबर को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें कथित तौर पर कहा गया था कि लॉकडाउन के दौरान ट्रेन सेवाएं बहाल होंगी, जिसके कारण 14 अप्रैल को बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ जमा हो गई थी। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एबीपी माझा के पत्रकार राहुल कुलकर्णी (43) के खिलाफ बांद्रा स्टेशन से प्रवासी मजदूरों के लिए रवाना हो रही ट्रेन के बारे में कथित तौर पर गलत जानकारी देने के लिए मामला दर्ज किया गया था। बताया गया था कि इन मजदूरों को लगा कि बांद्रा स्टेशन से उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए ट्रेन रवाना होने वाली है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 101 रक्षा उपकरणों के आयात पर रोक लगाने की घोषणा कीअमेरिका, पाक, चीन नज़र बनाए हुए हैं, इसलिए रक्षा रिपोर्ट वेबसाइट पर अपलोड नहीं की: निवर्तमान कैगभारत में कोविड-19 से लगभग 200 डॉक्टरों की मौत हुई है: आईएमएपापड़ से कोरोना ठीक होने का दावा करने वाले केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल संक्रमित पाए गएआंध्र प्रदेशः विजयवाड़ा के कोविड केयर सेंटर में आग लगने से 10 मरीज़ों की मौतविश्व आदिवासी दिवस: ये आदिवासियों के लिए ख़ुद से सवाल पूछने का समय है। पुलिस ने इसके बाद कुलकर्णी को हिरासत में लेते हुए कहा था कि उन्होंने रिपोर्ट में कहा था कि सरकार ट्रेनों की बहाली पर विचार कर रही है, जिससे लोगों में संदेह पैदा हुआ.पुलिस ने इस मामले में 21 जुलाई को बांद्रा अदालत में क्लोजर रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि कुलकर्णी की रिपोर्ट गलत नहीं थी लेकिन इसे देखने वाले लोगों ने इसे गलत संदर्भ में लिया। क्लोजर रिपोर्ट के मुताबिक, ‘जब कुलकर्णी को एक दिन के लिए पुलिस हिरासत में रखा गया, तब उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी न्यूज रिपोर्ट रेलवे की प्रवासी मजदूरों के लिए ट्रेन शुरू करने की योजना को लेकर आंतरिक सूचना पर आधारित थी। ’क्लोजर रिपोर्ट में कहा गया कि कुलकर्णी ने अपनी रिपोर्ट में कहीं भी बांद्रा स्टेशन का जिक्र तक नहीं किया था। रिपोर्ट में कहा गया, ‘उनकी न्यूज रिपोर्ट में रेलवे स्टेशनों का नाम शामिल नहीं था। यह बताया गया था कि प्रवासियों के लिए ट्रेनों की व्यवस्था करने पर विचार किया जा रहा है। ’क्लोजर रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि प्रवासी मजदूरों के बीच एक संदेश बहुत वायरल हुआ, जिसमें कहा गया कि ‘बांद्रा रेलवे स्टेशन जाना है जल्दी चलो, न्यूज चैनल पर भी सरकार ने गांव भेजने के लिए ट्रेन चालू कर दी है,’ लेकिन कुलकर्णी की रिपोर्ट में इसका भी जिक्र नहीं था.क्लोजर रिपोर्ट में आगे कहा गया, ‘लोगों ने विश्वास किया कि उनके गृहनगरों तक ले जाने के लिए लंबी दूरी की ये ट्रेन उपनगरीय लाइन स्टेशन से रवाना नहीं होंगी, बल्कि बांद्रा स्टेशन से चलेंगी इसलिए वे बांद्रा टर्मिनस के बाहर इकट्ठा हुए। ’रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि ऐसा कुछ भी नहीं था जिससे लगे कि कुलकर्णी ने गलत रिपोर्टिंग की, बल्कि इसे लोगों द्वारा गलत संदर्भ में लिया गया। इसके बाद पुलिस ने सिफारिश की कि मामले को बंद कर देना चाहिए और इसे ‘सी समरी’ के तौर पर वर्गीकृत किया जाना चाहिए, जिसका अर्थ होता है कि गलती से मामला दर्ज हुआ। इस मामले पर कुलकर्णी ने कहा, ‘अदालत ने पुलिस रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है और मुझे राहत मिली है। मामला दर्ज होने के बाद मैंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया का दरवाजा खटखटाया था। मेरे माता-पिता ने भी वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया था और पुलिस के इस व्यवहार को लेकर लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। ’उन्होंने कहा, ‘यह बहुत ही खतरनाक ट्रेंड है, जहां सरकार अभिव्यक्ति की आजादी को कुचलना चाहती है जबकि इसे बचाकर रखना चाहिए.’वहीं, एबीपी मांझा के संपादक राजीव खांडेकर ने कहा, ‘सत्यमेव जयते, सत्य की जीत हुई। इसके अलावा मुंबई पुलिस ने उसी समय बांद्रा उपनगर में प्रवासी कामगारों की भीड़ जुटने के मामले में दो अन्य एफआईआर दर्ज की थी.इनमें से एक मुंबई के निवासी विनय दुबे के खिलाफ है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने बांद्रा रेलवे स्टेशन पर मजदूरों के इकट्ठा होने के लिए सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया था। जबकि एक अन्य एफआईआर प्रवासी शख्स के खिलाफ दर्ज की गई थी, जिसने कथित तौर पर यह अफवाह फैलाई थी। पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट में कहा है कि इस मामले में गिरफ्तार विनय दुबे अफवाह फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं।       


झारखंडः 13 शहरों में मृत्यु दर सर्वाधिक

रांची। प्रदेश के 13 शहरों में शामिल हो गया है, जहां, मृत्यु दर सबसे अधिक है। शनिवार को रांची में रिकॉर्ड 412 लोग पॉजिटिव पाये गये। जबकि, झारखंड में 1030 नये संक्रमित मिले। जिनमें मुख्यमंत्री सोरेन के 40 कर्मचारी भी शामिल है। इसी बीच राज्य में स्कूल खोलने की तैयारी चल रही है। इधर, शहर में बड़ा हादसा होने से बच गया, 176 यात्री वाला विमान क्रैश होने से बाल-बाल बचा।               


बंगाल में लॉकडाउन का सख्ती से पालन

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में शनिवार को लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया गया। इस दौरान पुलिस ने नियमों का उल्लंघन करने वालों पर लाठी चार्ज किया और राज्य के विभिन्न हिस्सों से तीन हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस तेजी से पांव पसार रहा है। इस पर रोकथाम के लिए लॉकडाउन में सख्ती बढ़ा दी गयी है। इसके साथ ही लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जा रही है। शनिवार को पुलिस काफी सख्त दिखी। लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर पुलिस ने कार्रवाई की। तीन हजार से अधिक लोग गिरफ्तार किये गये। अधिकारियों ने कहा कि शहर में लगभग एक हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया।


पश्चिम बंगाल पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूरे पश्चिम बंगाल में लगभग 2561 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के कुछ हिस्सों में सामुदायिक स्तर पर संक्रमण के प्रसार को देखते हुए इसकी श्रृंखला तोड़ने के लिए 23 जुलाई से 31 अगस्त के बीच हर दो सप्ताह बाद सम्पूर्ण लॉकडाउन करने की घोषणा की थी।शनिवार को लागू किया गया संपूर्ण लॉकडाउन इसी निर्णय का एक हिस्सा था। अधिकारियों ने कहा कि इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सरकारी और निजी प्रतिष्ठान बंद रहे। नेताजी सुभाष चंद्र अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी घरेलू उड़ानें बंद रहीं।


पाक का नया राजनैतिक 'चित्र' पदार्पण

इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने पिछले दिनों पाकिस्तान का नया 'राजनीतिक नक़्शा' जारी किया है जिसका अनावरण खुद प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने किया है। राजनीतिक नक़्शे पर भारतीय प्रशासित कश्मीर को पाकिस्तान का क्षेत्र दिखाया गया है और इस पर ये लिखा है कि "इस (समस्या) का हल संयुक्त राष्ट्र की सिक्योरिटी काउंसिल की सिफ़ारिशें की रौशनी" में होना है। इस नक़्शे में गिलगित बल्टिस्तान को भी साफ़ तौर पर पाकिस्तान का हिस्सा दिखाया गया है। एक और क्षेत्र जिसके बंटवारे पर कई दशकों से विवाद चल रहा है वो सर क्रीक है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत और भारत के गुजरात राज्य के बीच बहती ये एक ऐसी खाड़ी है जो अरब सागर में गिरती है। बंटवारे के बाद से ही ये विवाद चला आ रहा है कि इस खाड़ी की कितनी सीमायें किस देश के अंदर हैं। पाकिस्तान का कहना है कि सर क्रीक की खाड़ी पूरी उसकी सीमा के अंदर स्थित है हालांकि भारत इस दावे को नहीं मानता और यही वजह है यहां से दोनों देश एक दूसरे के मछवारों की नांव पकड़ते रहते है।


पाकिस्तान के नए राजनीतिक नक़्शे में इस विवादित क्षेत्र यानी सर क्रीक को पाकिस्तान का हिस्सा दिखाया गया है।पाकिस्तान ने इस नए नक़्शे पर पूर्व रियासतों जूनागढ़ और मनावदर को भी अपना हिस्सा दिखाया है। ये क्षेत्र अब भारत के गुजरात राज्य का हिस्सा हैं और इनकी सीमाएं पाकिस्तान से नहीं मिलती। क्या जूनागढ़ पाकिस्तान का नया क्षेत्र है?
सन 1948 के बाद से ये क्षेत्र भारत के पास है और यहां हिन्दू धर्म का एक पवित्र स्थान 'सोमनाथ का मंदिर' भी स्थित है।पाकिस्तान का कहना है कि जूनागढ़ और मनावदर हमेशा से उसका हिस्सा थे क्योंकि जूनागढ़ के राजा ने भारत के बंटवारे के समय पाकिस्तान के साथ विलय किया था लेकिन भारत ने ताक़त के बूते पर इस रियासत पर अपना क़ब्ज़ा जमा लिया बात करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मुईद यूसुफ़ का कहना था कि "जूनागढ़ हमेशा से पाकिस्तान का हिस्सा था और नए नक़्शे पर पाकिस्तान ने इसको अपना हिस्सा दिखाया है, जिसका उद्देश्य अपनी पोजीशन साफ़ करना है। उनका कहना था नए नक़्शे में "पाकिस्तान ने कोई नया क्षेत्र अपने क्षेत्र में शामिल नहीं किया। इस क्षेत्र पर भारत ने गैर क़ानूनी क़ब्ज़ा जमाया था और इस पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए,क्योंकि ये हमेशा से पाकिस्तान का हिस्सा है। उनका कहना था कि पाकिस्तान पहले भी जूनागढ़ को नक़्शे में दिखाता रहा है हालांकि बाद में किसी वजह से पाकिस्तान के नक़्शे से इसे निकाल दिया गया। इसको दोबारा नक़्शे पर लाये हैं और इसका मक़सद अपने क्षेत्र को लेकर पाकिस्तान की पोजीशन साफ़ करना है।         


दो गज की दूरी, 'मास्क' है जरूरी

बृजेश केसरवानी


 प्रयागराज। कोराना वायरस को लेकर जारी केंद्र और राज्य सरकार की गाइड लाइन के पालन में लापरवाही की शिकायतों पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर वह नियमों का कड़ाई से पालन नहीं कराएंगे तो अदालत को कार्रवाई करनी पड़ेगी। अदालत ने कहा कि ‘दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी’ स्लोगन का पालन नहीं हो रहा है। लोगों ने अनलॉक का गलत मतलब निकाला और खुलेआम घूम रहे हैं। 


कोर्ट ने कहा है कि जिला प्रशासन व पुलिस की जिम्मेदारी है कि वह केंद्र सरकार के मास्क पहनने व शारीरिक दूरी बनाए रखने के नियमों का कड़ाई से पालन कराए। क्वारंटीन सेंटरों की दुर्दशा व अस्पतालों में इलाज की बेहतर सुविधाओं को लेकर कायम जनहित याचिका की सुनवाई कर रही न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा तथा न्यायमूर्ति अजित कुमार की खंडपीठ ने कोरोना को लेकर सरकार के उपायों पर असंतोष जाहिर किया है। 


बाइक पर सिर्फ पति-पत्नी
कोर्ट ने कहा है कि पति-पत्नी के सिवाय किसी दो पहिया वाहन पर दो सवारी की अनुमति न दी जाए। बहुत जरूरी होने पर ही दोपहिया वाहनों पर दो सवारी की अनुमति दी जा सकती है। कोर्ट ने महानिबंधक को 12 घंटे में आदेश की प्रति प्रदेश के सभी जिलाधिकारी, एसएसपी व एसपी को भेजने का आदेश दिया है। 


टेस्ट रिपोर्ट में देरी पर जताई नाराजगी
कोर्ट ने कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आने में हफ्तों की देरी पर नाराजगी जताई है और सीएमओ प्रयागराज से 20 जुलाई से पांच अगस्त के बीच टेस्ट की तारीख व रिपोर्ट देने की तारीख के ब्योरे के साथ हलफनामा मांगा है। अपर महाधिवक्ता मनीष गोयल का कहना था कि टेस्ट रिपोर्ट आने में देरी बैकलाग के कारण हो रही थी, अब समय से जांच रिपोर्ट दी जा रही है। अदालत का कहना था कि कोरोना पर सरकारी डाटा से लगता है कि स्थिति नियंत्रण में है, किंतु संक्रमण बढ़ रहा है। अखबारों की रिपोर्ट उत्साहवर्धक नहीं है। लोग प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। सरकारी व्यवस्था में खामी है। लोगों को समय से जांच रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है। इन सभी मुद्दों पर सात अगस्त को सुनवाई होगी।            


पीड़ित बच्ची के घर पहुंचा प्रतिनिधिमंडल

प्रियंका गांधी का कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल पहुंचा पीड़ित बच्ची के घर, आरोपी के खिलाफ कार्यवाही की मांग,कल तक आरोपी की गिरफ्तारी नही हुई तो करेगे एसपी आफिस का घेराव


अतुल त्यागी


हापुड़। उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली क्षेत्र के गांव की रहने वाली 6 साल की मासूम बच्ची का अपरहण करने के बाद उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है, मासूम बच्ची का इलाज मेरठ के मेडिकल में चल रहा है और बच्चे की हालत अभी नाजुक बताई जा रही है, तो वही प्रियंका गांधी ने परिजनों से मुलाकात करने के लिए कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल गढ़मुक्तेश्वर के गांव बच्ची के परिवार के पास भेजा है, और परिवार को हर संभव मदद देने की बात भी प्रतिनिधि मंडल द्वारा कही गई है, आपको बता दें कि 4 दिन पूर्व घर के बाहर खेल रही मासूम बच्ची का अपहरण कर लिया गया था जिसके बाद पुलिस की भी एक बड़ी लापरवाही इसमें सामने आई थी, अगले दिन सुबह को बच्ची जंगल में बेहोशी की हालत में मिली थी जिस को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और हालत गंभीर देखते हुए बच्ची को मेरठ मेडिकल के लिए रेफर कर दिया गया था, जहां बच्चे का इलाज चल रहा है और उसके लिए 72 घंटे बहुत अहम बताए जा रहे हैं, जिसके चलते बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है, वही अब यह मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है और हापुड़ के कांग्रेस जिला अध्यक्ष मिथुन त्यागी के नेतृत्व में प्रियंका गांधी का कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल बच्ची के घर पहुंचा और हर संभव मदद का भी भरोसा दिया है, वहीं अगर हापुड़ पुलिस की बात की जाए तो इसमें पुलिस की बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई और अभी तक बच्ची के गुनहगार अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, हालांकि पुलिस ने टीम तो गठित कर दी है लेकिन अभी तक दरिंदे पुलिस के हाथ नहीं लग पाए हैं। वही बच्ची के घर पहुंचे कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि कल तक यदि इस मामले में आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होती है तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा एसपी ऑफिस का घेराव किया जाएगा।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...