सोमवार, 3 अगस्त 2020

नई शिक्षा नीति के परिणाम होंगे बेहतर

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि नई शिक्षा नीति युवाओं को स्वयं अपने रास्ता चुनने का अवसर देगी और उसे नौकरी पाने की बजाए नौकरी देने के लिए सक्षम बनाएगी। नई शिक्षा नीति समावेशी है तथा जन एवं भविष्य केन्द्रित है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन के ग्रैंड फिनाले से जुड़े कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान के मुख्य शिल्पी महान शिक्षाविद बाबा साहेब आंबेडकर कहते थे कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो सभी की पहुंच में हो, सभी के लिए सुलभ हो। नई शिक्षा नीति उनके इसी विचार को समर्पित है।प्रधानमंत्री ने कहा कि बीती सदियों में भारत ने दुनिया को एक से बढ़कर एक बेहतरीन वैज्ञानिक, तकनीकि विशेषज्ञ और तकनीकि उद्यमी दिए हैं। 21वीं सदी में तेजी से बदलती हुई दुनिया में भारत को अपनी वही प्रभावी भूमिका निभाने के लिए उतनी ही तेजी से बदलना होगा।


सुशांत केसः पुलिस नहीं चाहती निष्पक्ष जांच

मुंबई। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच करने मुंबई पहुंचे पटना के एसपी विनय तिवारी को क्वारंटीन किया गया है। बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (बीएमसी) ने इसकी जानकारी दी है। बीएमएस के अधिकारियों ने कहा कि अधिकारी को क्वारंटीन किया गया है। विनय तिवारी रविवार को ही सुशांत केस की जांच के लिए मुंबई पहुंचे थे। समझा जाता है कि किन्हीं कारणों से मुम्बई पुलिस खुद ही मामले की निष्पक्ष जांच नहीं चाहती है।
बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि सुंशात केस की जांच करने मुंबई पहुंचे बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को आइपीएस हॉस्टल में रुकने की जगह नहीं दी गई थी। उन्होंने जब अपने रहने की व्यवस्था की तो उनसे उनका ठिकाना पूछा गया। पता मिलते ही बीएमसी ने विनय तिवारी को कोरोना के डर से क्वारंटीन कर दिया। उन्होंने कहा कि एसपी विनय तिवारी को बीएमसी ने जबरन क्वारंटीन किया। कानून के साथ वर्दी पर प्रतिबंध उचित नहीं है। देश की वर्दी एक है जो कानून की रक्षा जनता की सुरक्षा और न्याय का प्रतीक है। बिहार पुलिस ने कहा कि हमारे अधिकारी के हाथ पर क्वारंटीन की मुहर लगाई गई।
उधर, मुंबई के पुलिस कमिश्नर परम वीर सिंह ने रविवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में अब तक हुई जांच से अवगत कराया। साथ ही बिहार पुलिस की मुंबई मौजूदगी और सोशल मीडिया पर अफवाह को लेकर भी जानकारी दी। गृह विभाग के सूत्रों ने बताया कि मुंबई पुलिस कमिश्नर ने पहले गृहमंत्री अनिल देशमुख से मुलाकात की और फिर मुख्यमंत्री से मिलने के लिए गए। उल्लेखनीय है कि 34 वर्षीय सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने बांद्रा स्थित आवास पर मृत मिले थे।उनके मौत के मामले की जांच मुंबई पुलिस के साथ परिवार द्वारा पटना में शिकायत दर्ज कराने के बाद बिहार पुलिस भी कर रही है। विपक्षी बीजेपी सहित कई धड़ों द्वारा सीबीआई जांच की मांग की निंदा करते हुए देशमुख ने ट्वीट किया था, ‘महाराष्ट्र पुलिस पेशेवर तरीके से मामले की जांच कर रही है और सच्चाई सामने लाने में सक्षम है और मामले में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।


डॉन हुआ हैक, स्क्रीन पर तिरंगा लहराया

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रमुख मीडिया हाउस डॉन के समाचार चैनल के सिस्टम को किसी ने रविवार दोपहर हैक कर लिया। मिली जानकारी के मुताबिक डॉन न्यूज़ चैनल पर सामान्य प्रसारण जारी था, तभी बीच में प्रसारण रुक गया और तिरंगा नज़र आने लगा। इस तिरंगे के साथ हैप्पी इंडिपेंडेंस डे का मैसेज भी लिखा हुआ था। इस पूरी घटना के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक इस हैकिंग के पीछे भारतीय हैकर्स का हाथ हो सकता है। डॉन ने इस संबंध में एक स्टेटमेंट जारी कर कहा है कि पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक रविवार दोपहर 3.30 के आसपास पाकिस्तान के डॉन न्यूज चैनल पर विज्ञापन का प्रसारण हो रहा था। उसी दौरान टेलिविजन की स्क्रीन पर अचानक तिरंगा लहराने लगा, जिसपर हैप्पी इंडिपेंडेंस डे का मैसेज भी लिखा हुआ था।
डॉन न्यूज ने कहा-हैकर्स कर रहे परेशान डॉन न्यूज ने एक बयान जारी कर बताया कि इससे पहले भी चैनल के सिस्टम्स पर भारतीय हैकर्स हमला करते रहे हैं। रविवार को डॉन न्यूज हमेशा की तरह प्रसारित हो रहा था तभी अचानक भारतीय ध्वज और हैप्पी इंडिपेंडेंस डे टेक्स्ट स्क्रीन पर नज़र आने लगा। हालांकि हमारे टेक्नीशियन ने कुछ ही मिनटों में स्थिति पर काबू पा लिया था। हम पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। अभी तक यह नहीं बताया गया है कि चैनल पर यह वीडियो कितने समय तक प्रसारित होता रहा। इस बीच डॉन न्यूज ने उर्दू में ट्वीट कर रहा है कि डॉन प्रशासन ने मामले की तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। डॉन ने लिखा कि डॉन न्यूज अपनी स्क्रीन पर भारतीय झंडे और हैप्पी इंडिपेंडेंस डे टेक्स्ट के अचानक प्रसारण की जांच कर रहा है। एजेंसी इस मामले की जांच कर रही है और अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचते ही अपने दर्शकों को सूचित करेगी।


ओली ने भारतीय चैनलों से बैन हटाया

काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और सत्तारूढ़ नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल के बीच रविवार को हुई तीन घंटे लंबी बैठक भी बेनतीजा रही। हालांकि नेपाली मीडिया की ख़बरों की मानें तो दोनों पक्षों में सहमति बन गयी है और ओली के तेवर अब ढीले पड़ते नज़र आ रहे हैं। रविवार देर शाम नेपाल ने पिछले महीने बैन किए गए भारतीय न्यूज चैनलों के प्रसारण को एक बार फिर अनुमति दे दी है। आज फिर ओली और प्रचंड के बीच बैठक है जिसमें कोई हल निकल जाने की संभावना जताई जा रही है। नेपाली मीडिया के अनुसार, प्रधानमंत्री ओली के प्रेस सलाहकार सूर्या थापा ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच सकारात्मक बातचीत हुई। इसे लेकर चर्चा हुई कि पार्टी के सचिवालय, स्थाई समिति या केन्द्रीय समिति की बैठक बुलायी जाए। बैठक में पार्टी की आमसभा बुलाने को लेकर भी चर्चा हुई। उधर नेपाल के डिश होम मैनेजिंग डायरेक्टर सुदीप आचार्य ने बताया कि हाल ही में बैन किए गए सभी भारतीय न्यूज चैनलों को फिर से दिखाए जाने की अनुमति मिल गई है। नेपाल के प्रधानमंत्री और उनकी सरकार की कड़ी आलोचना की वजह से नेपाल में ये कदम उठाया गया था। बता दें कि नेपाल ने नौ जुलाई को दूरदर्शन को छोड़कर सभी भारतीय न्यूज चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया था।
नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के दो शीर्ष नेताओं के बीच यह बैठक प्रधानमंत्री ओली द्वारा 28 जुलाई को होने वाली पार्टी की स्थायी समिति की बैठक स्थगित किए जाने के छह दिन बाद हुई है। पार्टी की स्थायी समिति की बैठक को लेकर अब भी अनिश्चितता है क्योंकि दोनों शीर्ष नेताओं के बीच मतभेद सुलझ नहीं पाया है। नेपाल ने भारतीय न्यूज़ चैनलों पर आरोप लगाया था कि वे नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और नेपाल में चीनी राजदूत को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। न्यूज एजेंसी ने बताया था कि इसी के मद्देनजर मल्टी सिस्टम ऑपरेटर (एमएसओ) ने नेपाल में भारतीय न्यूज चैनलों को ब्रॉडकास्ट न करने का फैसला किया था। बता दें कि नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री और नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के प्रवक्ता एनके श्रेष्ठ प्रकाश ने भारतीय चैनलों की खूब आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि नेपाल के प्रधानमंत्री और नेपाल की सरकार के खिलाफ भारतीय चैनलों के आधारहीन आलोचनाओं ने सारी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि अब यह कुछ ज्यादा ही हो रहा है, इसे तत्काल बंद करना चाहिए।


सरकार बंद कराए शराब का अवैध धंधा

बृजेश केसरवानी


लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी(बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने पंजाब में जहरीली शराब से हुई 100 लोगों की मौत पर दुख जताया है। साथ ही कांग्रेस सरकार से मांग की है कि अवैध शराब के काले धंधे को जल्द बंद करायें।
मायावती ने सोमवार को सुबह ट्वीट किया कि पंजाब में जहरीली शराब पीने से अब तक लगभग 100 लोगों की मौत हो चुकी है, जो अति-दुःखद व पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना। पंजाब की कांग्रेसी सरकार को वहां राज्य में तुरन्त अवैध शराब के काले धंधे को बन्द कराना चाहिए, वरना और भी लोगों की मौत हो सकती है, बीएसपी की यह सलाह है।               


गला काट जंगल में छोड़ आए पिता-पुत्र

सम्‍भल। उत्तर प्रदेश में जनपद संभल के असमोली थाना क्षेत्र में सोमवार की मरणासन्न अवस्था में एक युवती जंगल में मिली। उसकी गर्दन कटी हुई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवती को अस्पताल में भर्ती कराया। आरोप है कि उसके पिता और भाई ने ही उसे मारा और मरा हुआ समझकर जंगल में फेंक गए। 


संभल के सैंधरी गांव के कुछ ग्रामीण जंगल की ओर जा रहे थे। इसी दौरान उन्हें तालाब के किनारे मरणसन्न अवस्था में एक युवती मिली। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस युवती को इलाज के लिए जिला अस्पताल फिर हायर सेंटर लेकर पहुंची। प्राथमिक उपचार के बाद युवती ने पुलिस बयान दिया। उसने बताया कि उसका नाम नसरीन (20) और वह नखासा थाना क्षेत्र के मुहल्ला रासत्ती निवासिनी है। उसकी यह दशा करने वाला कोई और नहीं बल्कि उसके पिता इद्दन अब्बासी और भाई ने मिलकर की है। उसने यह भी बताया कि उसके पिता व भाई उसे जंगल लेकर आये और धारदार हथियार से उसकी गर्दन रेत दी। उसे मरा हुआ समझकर मौके से फरार हो गये।


पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि युवती के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है जो भी तथ्य सामने आयेंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी। 


यूपी में गायब हुए 1119 कोरोना पॉजिटिव

बृजेश केसरवानी


लखनऊ। राजधानी लखनऊ में सैकड़ों कोरोना संक्रमित मरीजों ने सरकारी रिकॉर्ड में गलत नाम, पते और मोबाइल नंबर दर्ज कराया और गायब हो गए। इसकी सूची पुलिस की सर्विलांस टीम को सौंपी गई तो 1171 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को तलाशा गया, जबकि अभी भी 1119 मरीजों की तलाश जारी है। बताया जा रहा है कि 23 से 31 जुलाई के बीच इन मरीजों की जांच हुई थी। जांच कराने के बाद सभी गायब हो गए। जब प्रशासन ने इनके नाम और पते को खंगाला तो वे फर्जी पाए गए। जिसके बाद इसकी सूची पुलिस को सौंपी गई। अब सर्विलांस टीम इन मरीजों को तलाशने में जुटी है। पुलिस कमिश्नर ने इन मरीजों की तलाश के लिए कोविड-19 सर्विलांस टीम को जिम्मेदारी सौंपी है। अब तक मिले 1171 मरीजों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। अब इनके खिलाफ गलत जानकारी देने के आरोप में कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के मुताबिक कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए हजारों की संख्या में जांच की गई। तमाम जगह कैंप लगाकर लोगों की जांच हुई। इस दौरान लोगों ने फॉर्म पर गलत, नाम, पता और मोबाइल नंबर भरा। जांच रिपोर्ट आने के बाद जब इनकी तलाश शुरू हुई तो नाम और पते गलत पाए गए।


डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...