शनिवार, 1 अगस्त 2020

राष्ट्रीय पक्षी का हत्यारा गिरोह फिर सक्रिय

राष्ट्रीय पक्षी मोर को मारने वाले गिरोह फिर सक्रिय


पिपरी क्षेत्र में सिर विहीन मिले मोर के दो शव


कौशाम्बी। राष्ट्रीय पक्षी मोर को मारने वाले गैंग के सदस्य फिर सक्रिय दिखाई पड़ रहे हैं। गिरोह के सदस्यों का जमावड़ा पहले सैनी कोतवाली क्षेत्र में होता था। फिर जब पुलिस ने सैनी क्षेत्र में गिरोह के सदस्यों पर कड़ी कार्यवाही किया तो गिरोह के सदस्यों ने सैनी छोड़कर कोखराज थाना क्षेत्र में अपना डेरा जमाया और इस क्षेत्र में मोर की हत्याएं होने लगी।कोखराज की पुलिस ने भी गिरोह के सदस्यों पर कठोर कार्यवाही की तो गिरोह ने दूसरे क्षेत्र में डेरा जमा लिया लेकिन इन दिनों  राष्ट्रीय पक्षी मोर की हत्या करने वाले गिरोह के सदस्य पिपरी थाना क्षेत्र में घूम रहे हैं। आज दो मोर की हत्या कर उन्हें जंगल में फेंक दिया गया है।


जानकारी के मुताबिक पिपरी थाना क्षेत्र के ग्राम कसेन्दा के साठिया जंगल के पीएचसी में दो मोर मरे पाए गए हैं। गिरोह के सदस्यों ने दोनों मोर के सिर काटकर उनको जंगल मे फेक दिया है।वन विभाग को ग्रामीणों ने जानकारी दे दी है लेकिन सूचना देने के बाद भी विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नही पहुचा है।


राजकुमार 


लद्दाख में एक हजार चीनी सैनिक तैनात

लद्दाख। लिपुलेख एक बार फिर से सुर्खियों में है और इस बार वहां नेपाल नहीं बल्कि चीन केंद्र है। लद्दाख में चीन दावा कर रहा है कि उसने वहां से अपनी सेना हटा ली है लेकिन लिपुलेख में चीन के एक हजार सैनिक तैनात होने की खबर सामने आई है। चीन ने लिपुलेख में एलएसी के पार एक हजार सैनिक तैनात किए हैं।


लिपुलेख एक ऐसी जगह है, जो भारत, नेपाल और चीन की सीमाओं को मिलाता है। ऐसी खबरें आ रही हैं कि चीन ने एक बटालियन यानि कि एक हजार से ज्यादा जवान लिपुलेख के पास तैनात कर दिए हैं और इसके जवाब में भारत ने भी एक हजार जवान अपनी सीमा पर तैनात कर दिए हैं।
भारत और चीन के बीच पिछले तीन महीनों से लद्दाख की वास्तविक रेखा नियंत्रण पर तनाव चल रहा है। अभी भी वहां पर चीनी सेना के तैनात होने की पुष्टि की जाती है। 15 जून को चीनी सेना की तरफ से हमला किया गया था, ऐसा पिछले 45 सालों में पहली बार हुआ था।
इस हिंसा में भारत के 20 जवान शहीद हो गए और चीन के 40 जवान मारे जाने की खबर थी। उसके बाद कमांडर स्तर पर चीनी और भारतीय सेनाओं के बीच कई बार वार्तालाप हुई, जिसमें दोनों देशों की ओर से सेना को हटाने की सहमति बनी। चीन ने दावा भी किया कि उसने सीमा से अपने सैनिकों को हटा दिया है लेकिन भारतीय विदेश मंत्रालय और भारतीय सेना ने इस बात का खंडन किया।


लद्दाख के बाद अब चीन लिपुलेख में अपनी सेना तैनात कर रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीएलए के सैनिक लिपुलेख में एलएसी पर तैनात दिखाई दिए हैं। लिपुलेख में भारत ने मानसरोवर जाने के लिए रास्ता बनाया था और नेपाल ने लिपुलेख के भारत की ओर से बनाई गई 80 किमी की सड़क का विरोध किया था। इसके बाद नेपाल ने अपना नया राजनैतिक नक्शा जारी किया, जिसमें कालापानी, लिपुलेख को अपना हिस्सा बताया और भारत की ओर से इस पर कड़ा विरोध जताया गया था। हालांकि भारत, चीन के साथ-साथ नेपाल की सीमा पर अपनी सेना की तैनाती बढ़ा रहा है।              


बकरीदः मस्जिदों पर पुलिस का पहरा

बलरामपुर। उतरौला में कोरोना संक्रमण को देखते हुए बकरीद पर लॉकडाउन की बंदिशें रही उतरौला के ईदगाहों व मस्जिदों में सामूहिक नमाज की मनाही के चलते घरों पर ही नमाज पढ़ी गयी। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।


उतरौला नगर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस व पीएसी तैनात की गई है। आपात स्थिति से निपटने के लिए पुलिस व ड्रोन भी नजर बनाए रखेगी। ड्रोन कैमरे से भी निगरानी रखी जाएगी। पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने ने शुक्रवार रात अफसरों को जिम्मेदारी सौंपते हुए सतर्क रहने के निर्देश दिए। पुलिस ने शुक्रवार रात नगर के मुख्य बाजार में फ्लैगमार्च भी किया, जिससे त्योहार पर शांति व्यवस्था बनी रहे।


रिपोर्टर :- दीपक गुप्ता


उपचार के दौरान अमर सिंह का निधन

नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद अमर सिंह का निधन हो गया है। बता दें कि अमर सिंह का पिछले 6 महीने से सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। अमर सिंह का हाल के दिनों में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह कई दिनों से बीमार चल रहे थे। बताया जा रहा है कि पिछले डेढ़ महीने से अमर सिंह आईसीयू में भर्ती थे। राज्यसभा सांसद अमर सिंह के निधन पर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी दुख व्यक्त किया है। उत्तर प्रदेश की राजनीति में अमर सिंह का विशेष महत्व रहा है।


दिवंगत सपा के पूर्व नेता अमर सिंह ने हाल के दिनों में वीडियो जारी करके ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने पर बयान भी दिया था। अमर सिंह ने कहा था कि सिंधिया ने अपने आत्मसम्मान के लिए कांग्रेस छोड़कर अपनी दादी विजयाराजे और पिता माधवराव के मार्ग का अनुसरण किया है। इससे पहले अमर सिंह ने वीडियो जारी कर अमिताभ बच्चन से माफी मांगी थी।


अपने अंतिम ट्वीट में दिवंगत अमर सिंह ने स्वतंत्रता सैनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक को श्रद्धांजलि दी थी और देश के लिए उनके योगदान को याद किया था। अमिर सिंह की मृत्यु का समाचार आने से लगभग 2 घंटे पहले ही उनके एकाउंट से लोकमान्य बालगंगाधर तिलक के बारे में ट्वीट किया था।                 


जेल उड़ाने की धमकी देने वाला गिरफ्तार

गुरुग्राम। पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने जेल उड़ाने की धमकी दी थी। यह युवक डिप्टी जेलर धर्मवीर चौटाला का बेटा रवि चौटाला है। धर्मवीर चौटाला को जेल में मोबाइल फोन और मादक पदार्थों की आपूर्ति के संदेह में गिरफ्तार किया जा चुका है।


आपको बता दें की कुछ दिनों पहले पुलिस ने भोंडसी जेल के डिप्टी जेलर धर्मवीर चौटाला को गिरफ्तार किया था। उसका एक सहयोगी भी गिरफ्तार किया गया था। पुलिस को इनपुट मिला था कि चौटाला जेल में मोबाइल फोन और मादक पदार्थों की अवैध आपूर्ति करते हैं। इसके बाद पुलिस ने चौटाला के घर से लगभग एक दर्जन मोबाइल, सिम कार्ड ओर 210 ग्राम चरस बरामद की थी।


जेल विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया था। इस घटनाक्रम के बाद हाल ही में धर्मवीर चौटाला के बेटे रवि चौटाला का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह जेल उड़ाने की धमकी देता हुआ सुना जा सकता है।


इस पर पुलिस हरकत में आ गई। गुरुग्राम की सीआईए ने सिरसा में दबिश देकर रवि चौटाला को गिरफ्तार कर लिया है। रवि पर भादसं की धारा 121 लगाई गई है, जिसका मतलब भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध करना या ऐसा युद्ध करने का प्रयत्न करनाया ऐसा युद्ध करने का दुष्प्रेरण करना होता है।


रवि को धारा 124ए के अंतर्गत भी निरुद्ध किया गया है, जिसके अनुसार देशद्रोह है। इसमें कोई भी इंसान सरकार-विरोधी सामग्री लिखता या बोलता है या फिर ऐसी सामग्री का समर्थन करता है या राष्ट्रीय चिन्हों का अपमान करने के साथ संविधान को नीचा दिखाने की कोशिश करता है। इसके अतिरिक्त उस पर धारा 189, 506 और 507 भी लगाई गई है।               


यूनिवर्सिटी ने 5 अगस्त तक समय बढ़ाया

लखनऊ। यूनिवर्सिटी ने शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए एमबीए कार्यक्रमों के लिए प्रवेश को उत्तर प्रदेश में एडमिशन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को एक फिर आगे बढ़ा दिया है। यूनिवर्सिटी और उसके काॅलेजों में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 31 जुलाई को समाप्त हो रही थी लेकिन अब 2020 के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख अगस्त 05, 2020 तक बढ़ा दी गई है।


कुलसचिव डॉ विनोद कुमार सिंह के मुताबिक कोरोना के चलते  आवेदन तिथि आगे बढ़ाई गई है। शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए एमबीए कार्यक्रमों के लिए प्रवेश उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा के माध्यम से किया जा रहा है।छात्र  में दाखिले के लिए गस्त 05, 2020 तक आवेदन कर सकते हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय के एमबीए कार्यक्रम के लिए आवेदन करने में इच्छुक सभी उम्मीदवारों को एचटीटीपी अपसी. एनआईसी पर ऑनलाइन फॉर्म भरना चाहिए। अगस्त 05, 2020 तक/नवीनतम आवेदन कर सकते हैं।


हैदराबाद में 3 मस्जिदें शहीद, लामबंदी

मुसलमानों से मिलकर मुख्यमंत्री मुद्दे को फ़ौरन सुलझाएं: मौलाना वली रहमानी


वीरेंद्र सिंह


नई दिल्ली। हैदराबाद की तीन मस्जिदें तेलंगाना सरकार द्वारा शहीद (demolition) किये जाने के बाद मुसलमानों के ज़ोरदार विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर एक प्रशासनिक अधिकारी ने मस्जिद के पुनर्निर्माण का वादा किया जिसे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने अपर्याप्त बताया। बोर्ड का मानना है कि मुख्यमंत्री के आदेश के बिना यह मस्जिदें शहीद नहीं की जा सकती इसलिए उन्हें चाहिए कि इस मामले में स्पष्टीकरण दें|


ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना मुहम्मद वली रहमानी (maulana wali rehmani) ने इस बारे में एक प्रेस बयान में कहा कि मुख्यमंत्री इस तथ्य से अवगत होंगे कि मस्जिदों को बेचा या स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है। ये मस्जिदें सरकारी अधिकारियों की तरह नहीं हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री कहीं भी ट्रांसफर कर देते हैं ।


मौलाना रहमानी ने कहा कि मस्जिद को कानूनी और शरई दर्जा प्राप्त है और इसके लिए केंद्रीय वक्फ अधिनियम है और शरई तौर पर जो जगह मस्जिद के लिए इस्तेमाल होती है वह हमेशा मस्जिद ही रहती है| उन्होंने कहा कि जो तीन मस्जिदें शहीद हुई हैं, उन्हें उसी स्थान पर बनाया जाना चाहिए और उन्हें मस्जिद के उपयोग में ही रखा जाय । मौलाना रहमानी साहब ने आश्चर्य व्यक्त किया कि मुख्यमंत्री मस्जिद के संबंध में हैदराबाद के लोगों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने का समय नहीं दे रहे हैं, जो एक लोकतांत्रिक देश में एक बहुत ही गलत और अलोकतांत्रिक कदम है। यह सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है कि वह मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की हैदराबाद यूनिट और शहर के लोगों से मिलें और इस मुद्दे को सही दिशा में हल करें। यह मुद्दा केवल हैदराबाद का ही नहीं, बल्कि पूरे देश के मुसलमानों का है और धार्मिक संस्कारों के संरक्षण का है जिसकी गारंटी स्पष्ट रूप भारत के संविधान ने दे रखी है|              


'राष्ट्रपति' ने विमान हादसे के लिए माफी मांगी

'राष्ट्रपति' ने विमान हादसे के लिए माफी मांगी  अखिलेश पांडेय  मॉस्को। कजाकिस्तान विमान हादसे के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुति...