विकास पाल
कानपुर। कानपुर शहर में प्लास्टिक कोरोबारी की उसके अपने ही बेटे ने लोहे की रॉड से पीट-पीट कर हत्या कर दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कारोबारी नशे में धुत बेटे को डांट रहे थे, इसी दौरान पीछे से आए बेटे ने पिता को लोहे की रॉड से पीटना शुरू कर दिया, और मरणासन्न हालत में छोड़कर भाग गया। परिजन बुजुर्ग को हैलट अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉटर्म के लिए भेज दिया है।
बता दें कि सीसामऊ थाना क्षेत्र स्थित गांधी नगर में रहने वाले धर्मेश विश्वकर्मा की पनकी फैकटरी एरिया में प्लास्टिक का कारखाना है। परिवार में पत्नी विमला और तीन बेटे ऋषि, रवि और रजत है। धर्मेश विश्वकर्मा का बड़ा बेटा ऋषि अपने परिवार के साथ काकादेव स्थित फ्लैट में रहता है। मंझला बेटा रवि पत्नी मेनका और बच्चो के साथ पिता के साथ ग्राउंड फ्लोर में रहता था। सबसे छोटा बेटा रजत पिता के साथ रहता है। धर्मेश विश्वकर्मा के बड़े बेटे ने बताया कि पिता शुक्रवार शाम को किसी काम से जा रहे थे। जब वो दूसरे मंजिल से नीचे उतरे तो रवि के कमरे में चले गए। उन्होने देखा कि रवि नशे में धुत पड़ा हुआ है। रवि की हालत देखकर वो उसे डांटने लगे, पापा जब मुड़कर चलने लगे तो रवि ने पीछे से लोहे की रॉड से हमला कर दिया। इसके बाद रवि मौके से भाग निकला, घर पर मौजूद रवि के बच्चे चीखने चिल्लाने लगे। सभी लोग गंभीर हालत में पापा को अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मामले में परिजनों ने बताया कि रवि की संगत गलत थी, वो दिनभर दोस्तों के साथ घूमता था। पिता के काम में हाथ नहीं बंटाता था, उसकी आर्थिक स्थिति न बिगड़े इसलिए पिता उसकी मदद करते थे। इसके बाद भी रवि की हरकतें सुधरने का नाम नहीं ले रही थीं। नशे की टेबलेट खाकर उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया था। इस मामले में सीसामऊ सीओ त्रिपुरारी पांडेय के मुताबिक धर्मेश विश्वकर्मा का मंझला बेटा रवि नशे का आदी था। रवि नशे की दवाईयों का सेवन करता था, आए दिन पिता से पैसे मांगता और झगड़ा करता था। इसी क्रम में उसने पिता पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। जिससे उनकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस इस केस में मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई कर रही है।