गुरुवार, 30 जुलाई 2020

उधम के 'बलिदान' से प्रेरणा लेनी चाहिए

शहीद उधम सिंह के बलिदान को कभी भी नहीं भुलाया जा सकता। युवा पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए । उदयसिंह सौरोत


रतन सिंह चौहान
होडल। अमर शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस की पूर्व संध्या पर राजकीय उच्च विद्यालय करमन में चौधरी सीताराम सौरोत यादगार सेवा समिति होडल द्वारा  पौधारोपण तथा प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष उदय सिंह सौरौत मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे जबकि अध्यक्षता ग्राम पंचायत करमन के सरपंच गोपीचन्द सौरौत ने की तथा संचालन विद्यालय मुख्य अध्यापक हरीश चन्द ने किया। इस अवसर पर कारगिल शहीद  समुंद्र सिंह सिंह हुड्डा यादगार सेवा समिति के महासचिव दीपचंद सौरौत, सतपाल थानेदार  तथा सुखीराम सौरौत  विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उदय सिंह सौरौत ने कहा कि शहीद उधम सिंह के बलिदान को कभी भी नहीं भुलाया जा सकता। युवा पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए तथा आज का  पौधारोपण कार्यक्रम उनके अमित बलिदान को समर्पित है।  उन्होंने इस अवसर पर विद्यालय के प्रतिभाशाली छात्र- छात्राओं को सम्मानित करते हुए कहा कि  ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है केवल उन्हें अवसर प्रदान करने की आवश्यकता है।  सरपंच गोपीचंद सौरोत ने कहा कि सरकार द्वारा दिन-प्रतिदिन सरकारी विद्यालयों में सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। अतः अधिक से अधिक विद्यार्थियों को  सरकारी विद्यालयों में दाखिला लेना चाहिए। इस अवसर पर शहीद समिति के महासचिव दीपचंद सौरौत ने  कोरोना काल में  अपनी भूमिकाओं का सत्यनिष्ठता के साथ  निर्वहन करने के लिए विद्यालय के अध्यापक- अध्यापिकाओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर उदय सिंह सौरोत तथा अन्य अतिथियों द्वारा शहीदों की पुण्य स्मृति में पौधे लगाए गए तथा विद्यार्थियों को उपहार स्वरूप पौधे भेंट भी किए गए। विद्यालय मुख्याध्यापक हरीश चंद ने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन सरकार द्वारा संचालित पौधागिरी कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया है। पौधों में मुख्य रूप से पीपल अर्जुन, मेहंदी, कनेर, अशोक, अनार, जामुन तथा गुड़हल के पौधे शामिल हैं। इस अवसर पर प्रवक्ता विष्णु गौड़, वीरेंद्र सिंह, भजनलाल, गिरीश कुमार गौतम, हेमराज, अशोक कुमार, रामकिशन, राजेंद्र सिंह, लक्ष्मी देवी, शशि बाला, प्रदीप कुमार, धर्मेंद्र,  विद्यालय प्रबंधन समिति  अध्यक्ष कमलसिंह, कृष्णा देवी, महेंद्र मेंबर, भगत सिंह मेंबर आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।          


कौशल विकास से युवाओं को समान अवसर

राज्य सरकार ने एसवीएसयू को सभी कौशल आधारित पाठ्यक्रमों के लिए संबद्ध विश्वविद्यालय के रूप में किया घोषित


रतन सिंह चौहान
होडल पलवल। युवाओं को कौशल विकास में एक समान अवसर उपलब्ध करवाने के लिए सरकार ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को संबद्ध विश्वविद्यालय के रूप में घोषित किया है। अब प्रदेश के महाविद्यालयों, शिक्षण संस्थानों में कौशल आधारित सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा, अंडरग्रेजुएट एवं पोस्टग्रेजुएट के कौशल से संबंधित कोर्सेज को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय से संबद्धता के लिए जोड़ सकते हैं, ताकि सभी प्रकार के कौशल से आधारित पाठयक्रमों की असेसमेंट एवं इवैल्यूएशन एक मानक स्तरों के अनुरूप हो। हरियाणा सरकार के स्किल डेवलपमेंट एंड इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग डिपार्टमेंट के नोटिफिकेशन टी-6/एसवीएसयु/एफिलिएशन के अनुरूप श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय स्किल एजुकेशन के सभी संस्थानों को अपने से संबद्ध कर सकता है।


विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. आरएस राठौड ने कहा कि मुझे यह बताते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि माननीय कुलपति श्री राज नेहरू के विजनरी नेतृत्व के तहत, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने एक और उपलब्धि हासिल की है, राज्य सरकार ने हमें राज्य में सभी कौशल आधारित पाठ्यक्रमों के लिए संबद्ध विश्वविद्यालय के रूप में घोषित किया है। एसवीएसयू राज्य में सभी कौशल पाठ्यक्रमों को संबद्ध करने में सक्षम होगा। इससे राज्य के युवाओं को उद्योग एकीकृत कार्यक्रमों में नामांकन करके लाभान्वित होने में मदद मिलेगी। मुझे पूरा विश्वास है कि इस तरह की सभी उपलब्धियां एसवीएसयू को बहुत जल्द स्किल आईआईटी बनने में मदद करेंगी।


विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने हर्ष जाहिर करते हुए कहा कि सरकार ने युवाओं में कौशल प्रदान करने के लिए एसवीएसयु की स्थापना की, उस दिशा में विश्वविद्यालय बेहतर कार्य कर रहा है। युवाओं को बेहतर कौशल प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय ने अब तक 90 से अधिक उद्योगों के साथ एमओयू किए हैं ताकि हमारे युवा विद्यार्थी उच्च स्तर के उद्योगों से जुड़कर कौशल सीखें एवं खुद का विकास करें। कौशल आधारित शिक्षा को लेकर जिस प्रकार सरकार ने एसवीएसयू पर विश्वास किया है, उसको विश्वविद्यालय पुरी कर्मठता से निभायेगा। श्री राज नेहरू ने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान भी एसवीएसयू ने विद्यार्थियों को बेहतर प्लेसमेंट दिलाने का कार्य किया है। उद्यमिता कौशल विकास के अंतगर्त दस हजार युवाओं को उद्यमिता कौशल के गुण प्रदान किए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार का यह ऐतिहासिक फैसला है, अब ज्यादा से ज्यादा युवा कौशल विकास की ओर अग्रसर होगें एवं श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, प्रदेश के युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए हर प्रकार के बेहतर प्रयास करेगा।             


सिविल जज ने अपना पद ग्रहण किया

रतन सिंह चौहान


होडल पलवल। श्री चंद्रशेखर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पलवल ने बताया कि माननीय उच्च न्यायालय पंजाब-हरियाणा चंडीगढ़ द्वारा चयनित न्याय न्याय अधिकारी श्रीमती तबस्सुम खान श्रीमान दीपक यादव और श्रीमान विकास वर्मा को जिला एवं सत्र न्यायालय पलवल भेजा गया है। आज दिनांक 30 जुलाई 2020 को श्रीमती तबस्सुम खान ने सिविल जज जूनियर डिविजन पलवल में अपना पद ग्रहण कर लिया। इससे पहले वह सहायक प्रोफेसर के तौर पर शारदा यूनिवर्सिटी में कार्य थी श्रीमान विकास यादव जी जल्द ही सिविल जज जूनियर डिविजन पलवल में अपना पदभार संभालेंगे। इससे पहले वह सिविल जज जूनियर डिवीजन बागपत में कार्य थे। इसके अतिरिक्त श्रीमान दीपक यादव जी सिविल जज जूनियर डिविजन होटल में अपना पदभार संभालेंगे। इससे पहले वह अतिरिक्त सिविल जज भानगिर जिला नालगोंडा तेलंगना में कार्य थे।


मात्र 2 घंटे में अपहरण की गुत्थी सुलझाई

विजय भाटी


गौतमबुध नगर। नोएडा पुलिस ने केवल एक घंटे के भीतर 2 साल के मासूम बच्चे के अपहरण की गुत्थी सुलझाकर बच्चे को छुड़ाने में कामयाबी हासिल कर ली है।   मंगलवार को नोएडा सेक्टर 73 के सराफाबाद गाँव में मंगलवार को हुई इस घटना की जानकारी पुलिस ने आज दी है।  नोएडा पुलिस ने बच्चे का अपहरण करने और साजिश रचने के आरोप में चचेरे भाई व उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है।


पिता को किया अपहरण करने वालों ने फोन


गौतमबुद्ध नगर की एडिशनल पुलिस कमिश्नर अपर्णा गांगुली ने बताया कि मंगलवार को सरफाबाद सेक्टर-73 से 2 साल के बच्चे का अपहरण कर लिया गया था। बच्चे के पिता संदीप यादव ने पुलिस को फोन करके सूचना दी थी कि उसका बेटा घर के बाहर खेल रहा था। अचानक गायब हो गया। अब उसे एक फोन किया गया है। कॉलर ने कहा है कि वह बच्चे की हत्या कर देगा। यह सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस ने तत्परता से काम किया। बच्चा करीब 1 घंटे बाद मेट्रो स्टेशन से बरामद कर लिया गया था।


अपर्णा गांगुली ने बताया कि गुरुवार को थाना सेक्टर-49 पुलिस ने 2 अपहरणकर्ता गिरफ्तार किए हैं। इनमें एक अभियुक्त पीयूष यादव पुत्र बिजेन्द्र यादव है। वह सर्फाबाद का निवासी है। पीयूष यादव और संदीप यादव चाचा भतीजे हैं। मतलब, पीयूष यादव ने अपने चचेरे भाई का अपहरण किया था। पीयूष के साथी जुबेर पुत्र वकील को भी गिरफ्तार किया गया है। जुबेर बदांयू शहर के कछला मोहल्ले के रहने वाला है। अभी नोएडा के सदरपुर गांव में रहता है। एडिशनल कमिश्नर ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त एक मोबाइल फोन सैमसंग कम्पनी का बरामद किया गया। इसी फोन से इन लोगों ने बच्चे का अपहरण करने के बाद संदीप यादव को कॉल करके धमकी दी थी। संदीप यादव ने घटना की सूचना मंगलवार को समय करीब 12.30 बजे डायल-112 पर दी थी। इस सूचना पर थाना सेक्टर-49 पुलिस ने तत्काल मुकदमा अपराध संख्या 659/2020 धारा 364/506 आईपीसी दर्ज किया था।


कैसे हुआ घटना का खुलासा
एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने बताया कि थाना स्तर पर टीम गठित करके तत्काल अपहृत बच्चे की तलाश शुरू की गयी। अपहरण की सूचना प्राप्त होने के लगभग एक घंटे के अन्दर ही अपहृत बालक को सेक्टर-72 नोएडा के पार्क से बरामद कर लिया गया था। बच्चा उसी दिन परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया था। गिरफ्तार अभियुक्त पीयूष यादव ने बताया कि उसने अपने दोस्तों जुबेर और एक अन्य के साथ मिलकर करीब 10 दिन पहले अपने चचरे भाई का अपहरण करने की योजना बनाई थी। उसी योजना के अनुसार उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपहरण किया था। पीयूष ने बताया कि उसने अपने चाचा संदीप यादव के घर के बाहर से बालक को उठाकर मोटर साइकिल पर ले जाकर गांव के शिव मंदिर के पास जुबेर और एक अन्य दोस्त को दे दिया था। उन्होंने बच्चे को अपने दोस्त के मकान सदरपुर सेक्टर-45 नोएडा में रखा था। पुलिस की तत्परता और कार्यवाही को देखते हुए वह लोग घबरा गये थे। उसने अपने दोस्तों को फोन से सूचना दी। उन दोनों ने बच्चे को सेक्टर-,72 पार्क में छोड़ दिया और वहां से भाग गये थे। फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। अभियुक्तों से विस्तृत पूछताछ की जा रही है।              


निशुल्क कैंप लगाकर 150 की जांच की

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। सिविल डिफेंस गाज़ियाबाद द्वारा आज राज नगर एक्सटैन्शन की फॉरच्यून रेसीडेंसी सोसायटी में एक एंटीजन टेस्ट कैंप के दौरान 150 व्यक्तियों की जांच की गई।  अच्छी बात यह रही कि इनमें से कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं मिला।सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन ललित जायसवाल के सौजन्य से लगाए जा रहे कैंप में डॉक्टरों की टीम को डिप्टी चीफ वार्डन अनिल अग्रवाल, सहायक उप नियंत्रक दिनेश कुमार व डिवीजनल वार्डन राजेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में सिविल डिफेंस के वार्डन अपना सहयोग दे रहें है। इन कैम्पों में प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक आने वालों के निःशुल्क टेस्ट किये जा रहे है।


डिवीजनल वार्डन राजेन्द्र शर्मा ने सभी लोगों से अपील की  कि आगे भी सभी लोग कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपने व परिवार तथा आसपास के लोगों को भी इस महामारी से सचेत करते रहें। दो गज की दूरी,मास्क है ज़रूरी का पालन करें। इस अवसर पर सिविल डिफेंस की ओर से अक्षय जैन, रजनीश सूरी, मयंक व पवन मेहंदीरत्ता  मौजूद रहे। सोसायटी की ओर से  डायरेक्टर राकेश अग्रवाल, जीएम वीरेंद्र त्यागी तथा निखिल त्यागी, मुनीश कौशिक, मनोज वर्मा, अमिता भामा, दीपा चौधरी का भरपूर सहयोग मिला।             


नोएडा में 44 कंटेनमेंट जोन डी-सील किए

कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन आम नागरिकों को विभिन्न जानकारी करा रहा है उपलब्ध


कल जनपद में 44 कंटेनमेंट जोन को किया गया डी-सीलिंग


विजय भाटी


गौतम बुध नगर। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए जागरूकता ही बचाव है। अतः कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाया जा सके इसके लिए कोविड-19 के नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण, पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह एवं जिलाधिकारी सुहास एल वाई के नेतृत्व में जागरूकता की दृष्टि से संबंधित अधिकारियों के द्वारा विभिन्न स्तर की जानकारी आम नागरिकों को निरंतर रूप से उपलब्ध कराई जा रही है ताकि सभी जनपद वासी जागरूक होकर कोरोना संक्रमण से अपना बचाव सुनिश्चित कर सकें। इस कड़ी में आज जनपद में 44 कंटेनमेंट जोन को डी-सीलिंग किया गया है, जिसकी सूची डीएम वार रूम के माध्यम से आम नागरिकों तक भेजी जा रही है। इसका अवलोकन करते हुए लाभ उठाया जाता है। राकेश चौहान जिला सूचना


31 अगस्त तक जनपद में धारा 144 लागू


  • उल्लंघन करने वालों पर जिला प्रशासन सख्ती के साथ करेगा कार्यवाही

  • जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पांडेय ने आदेश किया निर्गत


अश्वनी उपाध्याय


ग़ाज़ियाबाद। आगामी त्यौहारों ईद, रक्षाबंधन जन्माष्टमी आदि एवं कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पांडेय के द्वारा संपूर्ण जनपद गाजियाबाद में आगामी 31 अगस्त तक धारा 144 लागू की गई है। इस संबंध में उन्होंने जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि संपूर्ण जनपद में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने एवं सभी त्योहारों को शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से आगामी 31 अगस्त तक धारा 144 लागू कर दी गई है।


उन्होंने कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति के द्वारा जनपद में धारा 144 का उल्लंघन किया जाएगा तो संबंधित के विरुद्ध सुसंगत धाराओं के अंतर्गत जिला प्रशासन कठोरतम कार्यवाही प्रस्तावित करेगा।


क्या है धारा 144
धारा 144 का मुख्य मकसद कई लोगों का एक जगह पर इकठ्ठा होने से रोकना है। सरकार यह धारा तब लागू करती है जब लोगों के इकट्ठा होने से कोई खतरा हो सकता है। पढें क्या है धारा 144 और इससे जुड़े अहम सवालों के जवाब।



  1.  धारा-144 और कब लगाई जाती है?
    सीआरपीसी की धारा 144 शांति कायम करने या किसी आपात स्थिति से बचने के लिए लगाई जाती है। किसी तरह के सुरक्षा, स्वास्थ्य संबंधित खतरे या दंगे की आशंका हो। धारा-144 जहां लगती है, उस इलाके में पांच या उससे ज्यादा आदमी एक साथ जमा नहीं हो सकते हैं। धारा लागू करने के लिए इलाके के जिलाधिकारी द्वारा एक नोटिफिकेशन जारी किया जाता है। धारा 144 लागू होने के बाद इंटरनेट सेवाओं को भी आम पहुंच से ठप किया जा सकता है। यह धारा लागू होने के बाद उस इलाके में हथियारों के ले जाने पर भी पाबंदी होती है।

  2. कब तक लग सकती है धारा-144?
    धारा-144 को 2 महीने से ज्यादा समय तक नहीं लगाया जा सकता है। अगर राज्य सरकार को लगता है कि इंसानी जीवन को खतरा टालने या फिर किसी दंगे को टालने के लिए इसकी जरूरत है तो इसकी अवधि को बढ़ाया जा सकता है। लेकिन इस स्थिति में भी धारा-144 लगने की शुरुआती तारीख से छह महीने से ज्यादा समय तक इसे नहीं लगाया जा सकता है।

  3. सजा का प्रावधान
    गैर कानूनी तरीके से जमा होने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ दंगे में शामिल होने के लिए मामला दर्ज किया जा सकता है। इसके लिए अधिकतम तीन साल कैद की सजा हो सकती है।

  4. धारा-144 और कर्फ्यू के बीच फर्क
    ध्यान रहे कि सेक्शन 144 और कर्फ्यू एक चीज नहीं है। कर्फ्यू बहुत ही खराब हालत में लगाया जाता है। उस स्थिति में लोगों को एक खास समय या अवधि तक अपने घरों के अंदर रहने का निर्देश दिया जाता है। मार्केट, स्कूल, कॉलेज आदि को बंद करने का आदेश दिया जाता है। सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही चालू रखने की अनुमति दी जाती है। इस दौरान ट्रैफिक पर भी पूरी तरह से पाबंदी रहती है।             


'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...