गुरुवार, 30 जुलाई 2020

नाबालिग बहनों से रेप, वीडियो भी बनाया

बलौदाबाजार। दो नाबालिग बहनों से गैंगरेप का मामला सामने आया है। 11 लोगों ने इस गैंगरेप को अंजाम दिया है। आरोपियों ने इस घटना का वीडियो बनाकर दो बहनों को ब्लैकमेल भी कर रहे थे।


केसला गांव में ये घटना डेढ़ माह पहले की बताई जा रही है। दोनों बहनें अपने पुरुष मित्र से मिलने गई थी। तभी आरोपियों ने दोनों बहनों से इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया। आरोपियों ने इस गैंगरेप का वीडियो भी बनाया था। लगाातार धमकी मिलने के बाद दोनों नाबालिग बहनों ने अपने परिजनों को आपबीती बताई। सभी आरोपी गांव के ही रहने वाले हैं।              


कट्टरपंथियों ने निंदक की अदालत में हत्या की

पेशावर। ईशनिंदा के मामले की सुनवाई से पूर्व ही अदालत के भीतर घुसकर कट्टरपंथियों ने एक अमेरिकी नागरिक की हत्या कर दी | यह नागरिक जाने अनजाने में ईशनिंदा का आरोप झेल रहा था | लेकिन अपनी टिप्पणी पर उसने माफ़ी भी मांग ली थी | बावजूद इसके करीब 2 साल से वो जेल में कैद था | पाकिस्तान के पेशावर में ईशनिंदा के इस आरोपी को एक कट्टरपंथी व्यक्ति ने उस वक़्त अदालत में घुसकर गोली मार दी, जब उसे सुनवाई के लिए लाया गया था | मारा गया अमेरिकी नागरिक भी मुस्लिम ही है | बताया जाता है कि भरी अदालत में हमलवारों ने 6 गोलियां दागकर ताहिर नसीम नामक इस व्यक्ति की हत्या कर दी | ताहिर नसीम अहमदी समुदाय से ताल्लुक रखता था. इस घटना से अदालत भी हैरान है | उधर अदालत में हुई इस हत्या के बाद अमेरिका ने भी इस घटना की निंदा की है | उसने पाक सरकार से तुरंत एक्शन लेने को कहा है |





जानकारी के मुताबिक ताहिर नसीम को दो साल पहले पेशावर में ही ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किया गया था | आरोप है कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर अभ्रद टिप्पणी की थी | बुधवार को पेशावर की एक अदालत में जब इस मामले की सुनवाई चल रही थी, तभी कुछ हमलावर आये और उन्होंने जज के सामने ही ताहिर पर लगातार फायरिंग शुरू कर दी | बताया जाता है कि इस हमले में ताहिर को 6 गोली लगीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई | जानकारी के मुताबिक ताहिर के खिलाफ पुलिस ने वर्ष 2018 में कट्टरपंथियों के दबाव में मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया था | उस पर जो धाराएं लगाई गई थीं उसमें अधिकतम सजा का प्रावधान है | ईशनिंदा के आरोपी को पाकिस्तान में फांसी की सजा का चलन है |            


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)


 जुलाई 31, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-351 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, जुलाई-31, 2020
3. शक-1943, श्रावण,शुक्ल-पक्ष, तिथि- एकादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:20,सूर्यास्त 07:18।


5. न्‍यूनतम तापमान 22+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.। भारी बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


www.universalexpress.in


https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :-935030275


(सर्वाधिकार सुरक्षित)                   


बुधवार, 29 जुलाई 2020

2 हफ्ते से पहले मिल जाएगी 'वैक्सीन'

मॉस्को। कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की आर्थिक और सामाजिक तौर से कमर तोड़ कर रख दी है। इस समय हर किसी को कोरोना की वैक्सीन आने का इंतजार है। इस बीच रूस से अच्छी खबर आई है। रूस दो हफ्तों से भी कम समय में दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे सकता है। ये जानकारी सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में दी है। रूसी अधिकारियों ने सीएनएन को बताया कि वे वैक्सीन की मंजूरी के लिए 10 अगस्त या उससे पहले की तारीख पर काम कर रहे हैं। इस वैक्सीन को मॉस्को स्थित गमलेया इंस्टीट्यूट ने बनाया है।


वैक्सीन के ट्रायल पर उठ रहे सवाल
अधिकारियों के मुताबिक, वैक्सीन को पब्लिक यूज के लिए मंजूरी दी जाएगी। फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कर्स को पहले यह मिल जाएगी। लेकिन रूस ने अभी तक वैक्सीन के ट्रायल का कोई डेटा जारी नहीं किया है। इस वजह से इसकी प्रभावशीलता के बारे में टिप्पणी नहीं की जा सकती है।आलोचकों का कहना है कि जल्द वैक्सीन लाने का राजनीतिक दबाव है, जो रूस को एक वैश्विक वैज्ञानिक शक्ति के रूप में दर्शाने के लिए उत्सुक है। इसके अलावा वैक्सीन के अधूरे ह्यूमन ट्रायल पर भी सवाल उठ रहे हैं।     


शिवांशु 'निर्भयपुत्र'       


अलकायदा का नया अड्डा बना है केरल

नई दिल्ली। देश में अलकायदा दक्षिण भारतीय राज्य केरल में अपने पैर पसार रहा है। आतंकियों का नया गढ़ ये राज्य बन रहा है। इस खुलासे के बाद खुफिया एजेंसियों की नींद उड गई है।


संयुक्त राष्ट्र की आईएसआईएस, अल-कायदा और इनसे संबद्ध व्यक्तियों एवं संस्थाओं से जुड़ी एक निगरानी दल की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा तालिबान के तहत अफगानिस्तान के निमरूज, हेलमंद और कंधार प्रांतों से काम करता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, संगठन में बांग्लादेश, भारत, म्यामांर और पाकिस्तान से 150 से 200 के बीच सदस्य हैं। एक्यूआईएस का मौजूदा सरगना ओसामा महमूद है, जिसने मारे गए आसिम उमर की जगह ली है। ऐसी जानकारी मिल रही है कि एक्यूआईएस अपने पूर्व मुखिया की मौत का बदला लेने के लिए क्षेत्र में तगड़ी जवाबी कार्रवाई की साजिश रच रहा है।


रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि, एक सदस्य राष्ट्र ने खबर दी है कि 10 मई, 2019 को घोषित, आईएसआईएस के भारतीय सहयोगी (हिंद विलायाह) में 180 से 200 के बीच सदस्य हैं। इसमें कहा गया है कि केरल और कर्नाटक राज्यों में आईएसआईएस सदस्यों की अच्छी-खासी संख्या है। खास कर केरल अलकायदा आतंकवादियों का नया गढ़ बनता जा रहा है। इस रिपोर्ट के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं।


400 साल खड़ी रही अयोध्या में 'बाबरी'

नई दिल्ली। भगवान राम की जन्म स्थली अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए तैयारियां पूरे जोरों पर हैं जो पांच अगस्त को मंदिर निर्माण के भूमि पूजन समारोह में शामिल होने यहां आएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंदिर निर्माण के भूमि पूजन समारोह में शामिल होने पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन नेता असदुद्दीन ओवैसीने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भूमि पूजन का हिस्सा बनना प्रधानमंत्री पद की संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा। ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘आधिकारिक तौर पर भूमि पूजन में हिस्सा लेना प्रधानमंत्री की संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा। धर्मनिरपेक्षता संविधान की मूल भावना है।


साथ ही  लिखा है, ‘हम भूल नहीं सकते कि 400 साल तक अयोध्या में बाबरी मस्जिद खड़ी रही थी और उसे 1992 में अपराधी भीड़ ने ढहा दिया था।


बता दें, जिन सड़कों से प्रधानमंत्री का काफिला गुजरेगा, वहां दोनों ओर की इमारतों पर पीला रंग-रोगन किया जा रहा है जिनपर रामायाण के विभिन्न पात्रों की तस्वीरें उकेरी जा रही हैं। पीएम मोदी साकेत कॉलेज स्थित हेलीपैड से राम जन्मभूमि पहुंचेंगे। अयोध्या सूचना विभाग के उपनिदेशक मुरलीधर सिंह ने बताया कि सड़क की तीन किलोमीटर की पट्टी के दोनों ओर की इमारतों पर रंग-रोगन और रामायण के विभिन्न पात्रों की तस्वीरें उकेरने का काम अयोध्या नगर निगम कर रहा है। उन्होंने बताया कि साकेत में हेलीपैड पर भगवान राम और मां सीता के आदमकद रेखाचित्र नजर आएंगे, वहीं सड़कों के दोनों ओर इमारतों की दीवारों पर रामायण के विभिन्न चरित्रों की तस्वीरें दिखेंगी। अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री हनुमानगढ़ी भी जाएंगे और यहां जाने वाले रास्ते के दोनों ओर की इमारतों को भी सजाया-संवारा जा रहा है।


प्रधानमंत्री के दौरे वाले दिन अयोध्या में अनेक सड़कों और मंदिरों को फूलों से सजाया जाएगा तथा सरयू नदी के किनारे और विभिन्न मंदिरों में एक लाख से अधिक दीपक जलाए जाएंगे। राम जन्भूमि मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन समारोह के अवसर पर मंदिर प्रशासन लोगों और श्रद्धालुओं में वितरण के लिए ‘प्रसाद’ के एक लाख से अधिक पैकेट उपलब्ध कराएगा।


गर्भवती महिलाओं को 7.5 हजार प्रसूति खर्च

नई दिल्ली। इसी साल फरवरी महीने में श्रम मंत्री संतोष गंगवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में एक फैसला लिया गया था। इस फैसले के तहत कर्मचारी राज्य बीमा निगम(ईएसआईसी) के तहत आने वाली गर्भवती महिलाओं को प्रसूति खर्च 7500 रुपये देने का प्रस्ताव रखा गया।


अब इस प्रस्ताव पर जल्द ही अंतिम मुहर लगने वाली है। दरअसल, श्रम और रोजगार मंत्रालय ने इस संबंध में एक ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी किया है। इस पर हितधारकों से 30 दिन के भीतर अपने सुझाव देने को कहा गया है। इसके बाद सरकार अंतिम निर्णय करेगी। आपको बता दें कि सरकार का कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) की स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत प्रसूति खर्च बढ़ाकर 7,500 रुपये करने का प्रस्ताव है। अभी यह राशि 5,000 रुपये है। यानी 2500 रुपये की बढ़ोतरी का प्रस्ताव है।


ईएसआईसी की स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत बीमित महिला कर्मचारी या बीमित पुरुष कर्मचारी की पत्नी के लिए प्रसूति खर्च दिया जाता है। ये प्रसूति खर्च उन लाभार्थी महिलाओं को दिया जाता है जो ईएसआईसी नेटवर्क के अस्पताल या औषधि केंद्रों तक पहुंच नहीं होने के चलते अन्य अस्पतालों में मातृत्व सेवाओं का लाभ उठाती हैं। यह मातृत्व सहायता केवल दो बच्चों के लिए उपलब्ध करायी जाती है। बहरहाल, सरकार के निर्णय के बाद गर्भवती महिलाओं को प्रसूति खर्च पहले से 2500 रुपये अतिरिक्त मिलेंगे।


'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...