मंगलवार, 28 जुलाई 2020

थानाध्यक्ष की गंदी हरकत, किया सस्पेंड

रवि चौहान


नई दिल्ली/राचींं। पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया में युवती की पिटाई का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो झारखंड का है। युवती को वीडियो में पीटते दिख रहे शख्स साहिबगंज जिला के बरहेट थाना के थाना प्रभारी है। घटना की लोगों ने निंदा की। जिसके बाद एसपी ने टीआई को सस्पेंड कर दिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने थानेदार की हरकत को सरासर गलत और शर्मनाक कृत्य बताया है। दरअसल बरहेट थाना परिसर में एक युवती की पिटाई का थाना प्रभारी हरीश कुमार पाठक का वीडियो वायरल है। इसमें वह युवती के साथ मारपीट कर रहे हैं और गंदी-गंदी गालियां दे रहे हैं। इस संबंध में पीड़िता ने साहिबगंज के पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत की थी। वीडियो वायरल होने के बाद एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने थाना प्रभारी हरीश पाठक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।


बर्दाश्त के काबिल नहीं- सीएम


झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि यह सरासर अनुचित और शर्मनाक कृत्य है, जो बर्दाश्त के काबिल नहीं है। सीएम ने डीजीपी एमवी राव को मामले की जाँच निर्देश दिए है। साथ ही दोषी थाना प्रभारी के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई कर सूचित करने को कहा।


ये है पूरा मामला


यह पूरा मामला 22 जुलाई का है। युवती बरहेट की रहने वाली है और रामू नाम के युवक से प्यार करती है। दोनों ने शादी कर ली। इसकी शिकायत राखी की मां ने थाना में की थी. बरहेट थाना प्रभारी अपने वर्दी का रौब दिखाते हुए युवती को थाने बुलाया और उसके साथ मारपीट करने लगे। इस मारपीट में युवती घायल भी हुई और अस्पताल में भर्ती तक होना पड़ा। दूसरे दिन पीड़िता ने पुलिस कप्तान से लिखित शिकायत की थी. जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।


कोवैक्सीन का इंसानी ट्रायल शुरू किया

भुवनेश्वर। कोरोना वायरस के खिलाफ देश में तैयार हो रही वैक्सीन से जुड़ी एक अच्छी खबर ओडिशा से आ रही है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और भारत बायोटेक के साझा कार्यक्रम के तैयार किए जा रहे कोवैक्सीन के इंसानों पर क्लीनिकल ट्रायल अब शुरू हो गए हैं। इससे भी अच्छी बात ये है कि अभी तक टीका लगाने के बाद किसी दुष्प्रभाव की खबर नहीं आई है।


इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा चयनित 12 केंद्रों में से एक आयुर्विज्ञान संस्थान और एसयूएम अस्पताल में बहुप्रतीक्षित बीबीवी152 कोविड-19 (BBV152 Covid-19) टीके या कोवैक्सिन का परीक्षण शुरू हो गया है. संस्थान के एक अधिकारी ने बताया कि पहले और दूसरे चरण की प्रक्रिया के लिए इन 12 केंद्रों का चयन किया गया है। परीक्षण प्रक्रिया के प्रधान अनुसंधानकर्ता डॉ. ई वेंकट राव ने बताया कि भारत बायोटेक द्वारा विकसित की जा रही कोवैक्सिन कुछ चयनित लोगों को लगाई गई जो इस महत्वपूर्ण परीक्षण का हिस्सा बनने के लिये खुद आगे आए थे। उन्होंने कहा कि जिन्हें टीका लगाया गया, उन सभी को निगरानी में रखा गया है और वे सभी ‘बिल्कुल ठीक’ हैं।


राव ने कहा कि टीका लगवाने के लिये आगे आए स्वयंसेवकों को कड़ी जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ा और उन्हें भारत के औषधि महानियंत्रण द्वारा तय प्रोटोकॉल का पालन करते हुए यह टीके लगाए गए। उन्होंने कहा कि चुने गए स्वयंसेवकों को 14 दिन के अंतराल में दो खुराक दी जाएंगी। अस्पताल में सामुदायिक चिकित्सा विभाग में प्रोफेसर राव ने कहा कि परीक्षण के लिए सामने आए लोगों के बीच खासा उत्साह देखने को मिला। उन्होंने कहा कि लोगों से मिलने वाली प्रतिक्रिया काफी उत्साहजनक है। अब भी कई लोग परीक्षण का हिस्सा बनने के लिए सामने आ रहे हैं।


याचिका की सुनवाई 7 अगस्त तक टली

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय में कश्मीर में 4जी इंटरनेट बहाली मामले से संबंधित एक अवमानना याचिका की सुनवाई मंगलवार को सात अगस्त तक के लिए टल गयी। न्यायमूर्ति एन. वी. रमन, न्यायमूर्ति आर. सुभाष रेड्डी और न्यायमूर्ति बी आर गवई की खंडपीठ ने फाउंडेशन फॉर मीडिया प्रोफेशनल्स की ओर से दायर अदालत की अवमानना याचिका की सुनवाई सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता के आग्रह पर सात अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी। याचिकाकर्ता ने जम्मू-कश्मीर में 4जी इंटरनेट सेवा बहाली से संबंधित निर्णय के लिए समिति गठित करने के शीर्ष अदालत के 11 मई के आदेश पर अमल नहीं करने के लिए अदालत की अवमानना का मामला दर्ज किया है। मामले की सुनवाई जैसे ही शुरू हुई, केंद्र सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने खंडपीठ को सूचित किया कि केंद्र की ओर से दाखिल हलफनामे पर याचिकाकर्ता की ओर से दाखिल जवाबी हलफनामा उन्हें प्राप्त हुआ है, जो काफी लंबा है और उसे पढ़ने के लिए समय चाहिए होगा।


याचिकाकर्ता की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता हुजेफा अहमदी ने इसका विरोध तो नहीं किया, लेकिन इतना जरूर कहा कि उन्हें भी केंद्र का हलफनामा हाल ही में मिला है, इसके बावजूद उन्होंने उसका जवाब तैयार कर ही लिया। अहमदी ने दलील दी कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल कहते हैं कि प्रदेश में 4जी इंटरनेट सेवा बहाल की जानी चाहिए। मुख्य वार्ताकार राम माधव भी यही बात दोहराते हैं, फिर इस बारे में निर्णय क्यों नहीं लिया जाता? इस पर एटर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने कहा कि उन्हें इन बयानों की सच्चाई का पता लगाना होगा।इसके बाद न्यायालय ने मामले की सुनवाई स्थगित करना ही उचित समझा और पहले पांच अगस्त की तारीख मुकर्रर कर दी, लेकिन मेहता ने कहा कि पांच अगस्त वह दिन है, जिस दिन पिछले वर्ष जम्मू कश्मीर को संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए के तहत जारी विशेष अधिकार समाप्त कर दिये गये थे और उसी दिन से प्रदेश में 4जी सेवा बाधित की गयी थी, इसलिए इस तारीख के बाद की कोई तारीख मुकर्रर की जानी चाहिए। न्यायालय ने इसके उपरांत सात अगस्त की तारीख तय की।         


लोक निर्माण विभाग तक पहुंचा वायरस

लोक निर्माण विभाग तक पहुंचा कोरोना वायरस


कौशाम्बी कोरोना वायरस का प्रकोप रोज बढ़ रहा है


कौशांबी। लोक निर्माण विभाग तक पहुंचा कोरोना वायरस कौशाम्बी कोरोना वायरस का प्रकोप बहुत तेजी से बढ़ रहा है। मास्क लगाना और सैनिटाइजर करना सब बेकार सावित हो रहा है। क्योंकि मास्क लगाना और सैनिटाइजर करने के बाद भी बड़ी तेजी के साथ बढ़ रहा है। कोरोना वायरस लोक निर्माण विभाग में प्रत्येक व्यक्ति सैनिटाइजर कराया जाता था लेकिन सोमवार की शाम को लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता चालक राज कुमार यादव कोरोना पॉजिटिव पाया गया जिसके चलते लोक निर्माण विभाग का कार्यालय पूरी तरह से सील कर दिया गया है।


सुशील दिवाकर, राजू


राजस्थान में फिर हुआ लॉकडाउन

राजस्थान में फिर से लॉकडाउन की आहट, कई जिले पूर्ण और आशिंक बंद?


अब तक बूंदी जिले को सात दिन के लिए बंद किया गया है। साथ ही उदयपुर, बांसवाडा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर समेत कई जिलों में बाजारों को कुछ घंटे पहले बंद किया जा रहा है ताकि संक्रमण की चेन को रोका जा सके।


जयपुर। कोरोना के हर दिन बन रहे नए रिकॉर्ड्स के बीच अब फिर से राज्य में लॉकडाउन की आहट शुरू हो गई है। दरअसल इस बार तो राज्यापाल ने प्रदेश को संभालने वाले आईपीएस और आईएएस अफसरों से हालात जाने हैं और उनको सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। देश के कई अन्य राज्य भी लॉकडाउन की ओर जाने लगे हैं। कारण मरीजों की बढ़ती संख्या और वैक्सीन उपलब्ध नहीं होना बताया जा रहा है। ऐसे हालातों में प्रदेश में भी एक बार फिर से लॉकडाउन लगने के आसार हो रहे हैं। इस बारे में पुलिस मुख्यालय की मदद से सरकार भी सभी जिलों पर नजर बनाए रखे है। सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को इसके लिए रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। हांलाकि लॉकडाउन को लेकर अंतिम फैसला सरकार को ही लेना है।


*लॉकडाउन के कई विकल्प, तैयारी कर रही पुलिस*
बिहार समेत, यूपी, एमपी और अन्य कई राज्यों ने पूर्ण और आंशिक लॉकडाउन किया गया। कई राज्यों में यह अभी भी जारी है। इस बीच प्रदेश में भी लॉकडाउन के विकल्प तलाश किए जा रहे हैं। लेकिन सख्त जुर्माने और अन्य तरह की सख्ती के बाद भी हालात हर दिन हाथों से बाहर निकलते जा रहे हैं। हाल ही में अलवर शहर के कई बड़े बाजारों ने सप्ताह में दो दिन सोमवार और मंगलवार को पूरी तरह से बाजार बंद रखने की प्लानिंग की है। कोटा जिले में कई बड़े बाजारों ने काम के घंटे काम कर दिए हैं। जयपुर शहर में भी नियमों की पालना को लेकर सबसे ज्यादा सख्ती की जा रही है। इसके बाद भी मरीज बढ़ ही रहे हैं। ऐसे में अब जिलों की पुलिस को कहा गया है कि पूर्ण या आंशिक लॉकडाउन को लेकर तैयारी रखें और थानों की पुलिस को इस बारे में सूचित करें ताकि जल्द ही इस बारे में सख्त फैसला लिया जा सके। अब तक बूंदी जिले को सात दिन के लिए बंद किया गया है। साथ ही उदयपुर, बांसवाडा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर समेत कई जिलों में बाजारों को कुछ घंटे पहले बंद किया जा रहा है ताकि संक्रमण की चेन को रोका जा सके।


*इन जिलों में लगातार बढ़ रही है मरीजों की संख्या* 
प्रदेश में पिछले चार दिनों से हर रोज ग्यारह सौ से भी ज्यादा मरीज आ रहे हैं। हर दिन औसतन तीन से चार मौतें भी हो रही हैं। जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अलवर समेत करीब आठ से दस बड़े शहरों में मरीजों की संख्या हर रोज बढ़ रही है। इस अनुपात में मरीजों का इलाज भी लगातार चैलेंज बनता जा रहा है। जयपुर शहर की बात करें तो यहां पर दो सौ से भी ज्यादा जगहों पर हर रोज बंद और करफ्यू लगाया जा रहा है ताकि संक्रमण को रोका जा सके। लेकिन हर रोज नए क्षेत्रों में यह फैल रहा है।


*राजस्थान का रिकवरी रेट अन्य राज्यों से कम*
बात अगर राजस्थान के रिकवरी रेट की करें तो वह अन्य कई बड़े राज्यों से कम है। दिल्ली, हरियाणा, एमपी और मध्यपदेश जैसे राज्य मरीजों की रिकवरी होने में राजस्थान से आगे हैं। हांलाकि पिछले कुछ समय से रिकवरी रेट बढ़ रहा है लेकिन यह इतना नहीं है कि मरीज और जल्दी स्वस्थ हों।  गौरतलब है कि प्रदेश में स्कूल, कॉलेज और अन्य बडे शिक्षण संस्थान फिलहाल पूरी तरह से बंद है। आवागमन पर भी सख्ती की गई है और एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वाले लोगों की भी पूरी जानकारी फिर से रखना शुरू कर दिया गया है। इस बीच एक अगस्त से अनलॉक तीन की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि जिम और सिनेमा हॉल के कुछ नियमों की पालना करने पर खोलने की अनुमति दी जा सकती है। मंदिरों के लिए अभी किसी तरह की कोई गाइडलाइन नहीं आई है।              


राम मंदिर निर्माण में लगेगा बंशी का पत्थर

राम मंदिर निर्माण में लगेंगा बंशी पहाड़ का पत्थर,जानिए क्यों हैं खास


भरतपुर का पत्थर होगा इस्तेमाल


पानी डालने से पत्थर में आती है चमक
अयोध्या/भरतपुर। पहले भी भरतपुर से काफी मात्रा में राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थर अयोध्या जा चुका हैं।भरतपुर के रुदावल क्षेत्र बंशी पहाड़पुर के पत्थर का इस्तेमाल पहले भी कई प्राचीन इमारतों के निर्माण कार्य मे इस्तेमाल हो  चुका हैं। बंशी पहाड़पुर से निकलने वाले पत्थर की उम्र करीब 5000 वर्ष तक मानी जाती हैं।


अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को भूमि पूजन होना है। जाहिर है लंबे समय से समाज के एक बड़े वर्ग में राम मंदिर को देखने की लालसा रही है। ऐसे में इस मंदिर को भव्य तो बनाया जाएगा ही, इसके साथ ही मंदिर निर्माण में प्रयोग किए जाने वाले पत्थर भी बेहद खास होने वाले हैं। बताया जा रहा है कि मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान के भरतपुर का पत्थर इस्तेमाल किया जाएगा। भरतपुर के बंशी पहाड़पुर के पत्थरों के बारे में मान्यता है कि इसकी गुणवत्ता काफी अच्छी होती है। साथ ही यह लंबे समय तक चमकता रहता है।             


पूर्व विधायक के भाई का निधन, शोक व्यक्त

अतुल त्यागी


पूर्व एमएलसी नसीब पठान ने पूर्व विधायक गजराज सिंह के छोटे भाई के निधन पर शोक व्यक्त किया


शीर्ष कांग्रेस नेताओं ने पूर्व विधायक गजराज सिंह के छोटे भाई के निधन पर संवेदना व्यक्त की


हापुड़। 28 जुलाई मंगलवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और 2 बार के पूर्व एमएलसी नसीब पठान पूर्व विधायक गजराज सिंह के श्रीनगर स्थित आवास पर पहुंचे और उनके छोटे भाई के दुर्घटना में आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया। इस दौरान फोन पर भी कई सीनियर कांग्रेसियों ने पूर्व विधायक गजराज सिंह को सांत्वना व्यक्त की। मधुसूदन मिस्त्री, छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पूनिया जी, एआईसीसी के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल जी ने फोन पर पूर्व विधायक गजराज सिंह से बात की और दुःख की इस घड़ी में भरोसा दिलाया कि समस्त कांग्रेस परिवार उनके साथ खड़ा है। पूर्व विधायक गजराज सिंह 4 बार हापुड़ से विधायक रहे हैं और क्षेत्र में लोकप्रिय हैं। उनकी छवि एक जनप्रिय नेता की है। छोटे भाई के आकस्मिक निधन से उन्हें आघात पहुंचा है। जब से छोटे भाई के निधन का समाचार लोगों को मिला है तब से उनके घर संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है। पूर्व एमएलसी नसीब पठान जी ने भी कहा कि गजराज सिंह के साथ उनके बहुत पुराने संबंध हैं और उन्होंने भी गजराज सिंह के साथ मिलकर खूब संघर्ष किया है। उन्होंने कहा कि जैसी ही उन्हें ये समाचार मिला वो तुरंत संवेदना ज़ाहिर करने के लिए गजराज सिंह जी के घर पहुंचे। पूर्व एमएलसी नसीब पठान ने पूर्व विधायक गजराज सिंह के आवास पर पहुंचकर उन्हें सांत्वना दी।             


'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...