करोड़ों युवाओं के प्रेरणा स्रोत थे चंद्रशेखर आजाद
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। लोनी मानव कल्याण चैरिटेबल फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी ने अपने समस्त पदाधिकारियों के साथ नवनिर्मित हॉस्पिटल नाईपुरा पहला पौधा नीमका चंद्रशेखर आजाद जन्म दिवस पर लगाकर हर्षोल्लास से मनाया जन्म दिवस। अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी ने बताया चंद्रशेखर आजाद का जन्म आज ही 1906 में मध्य प्रदेश के भाबरा गांव में हुआ। अध्ययन के लिए वाराणसी की संस्कृत पाठशाला भेजा गया। 15 साल की उम्र में असहयोग आंदोलन में भाग लेने के कारण 15 कोडो की सजा मिली क्रांतिकारी संगठन हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन से जुड़े रहे। 27 फरवरी 1931 को तत्कालीन इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में पुलिस ने उन्हें घेर लिया। मुकाबले के बाद खुद अपने आप को गोली मारकर चंद्रशेखर आजाद ने जीवन त्याग दिया और कहा दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे। आजाद ही है और आजाद ही रहेंगे। लेकिन एक सवाल आज भी खड़ा है देश के उन करोड़ों युवाओं के लिए चंद्रशेखर आजाद ने हमें आजादी तो दिला दी। अंग्रेजों से लड़कर लेकिन आज देश और प्रदेश में नक्सलवाद आतंकवाद और देश में जातिवाद धर्म संप्रदाय हिंसा से आजादी कौन दिलाएगा ? आज देश के करोड़ों युवाओं को क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद से प्रेरणा लेनी चाहिए। बचपन से ही जिनके अंदर देश प्रेम जागृत था आजाद के दोस्त ने कहा चंद्रशेखर तुम्हारे घर की हालत बहुत खराब है मां बाप भूखे हैं जो धन अंग्रेजों से लूटा है। उसमें से कुछ घर के लिए दे दो चंद्रशेखर आजाद ने दोस्त से कहा इसका एक भी पैसा किसी को नहीं दिया जाएगा देश के काम आएगा किसी ने इसमें से लिया तो गोली मार दूंगा धन्य है। वह मां बाप जिनके यहां चंद्रशेखर आजाद पैदा हो आज चंद्रशेखर आजाद के जन्मदिवस पर हम युवाओं को अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी ने शपथ दिलाई भी हम अपने जीवन में शराब गुटका बीड़ी सिगरेट पान तमाखू आदि से हम आजाद होते हैं कभी सेवन नहीं करेंगे इस मौके पर मनीष जैन राकेश ठाकुर सुशील मोघा नरेश कुमार प्रवीण कुमार मौजूद रहे।