सोमवार, 20 जुलाई 2020

चीन ने मोदी को अपने जाल में फंसाया

भीष्म पटेल


नई दिल्ली। लोकसभा सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमे वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपनी फर्जी छवि पेश करने को लेकर हमला बोल रहे हैं। चीन मसले पर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए इस वीडियो में राहुल कहते हैं, यह साधारण सीमा विवाद नहीं है, मेरी चिंता यह है कि चीनी हमारी सीमा में बैठे हैं। चीन बगैर रणनीतिक सोच के कोई कदम नहीं उठाते हैं। इस वीडियो को चीन की रणनीति उजागर के नाम से राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर साझा किया है।


यह साधारण सीमा विवाद नहीं


राहुल कहते हैं कि चीनियों के दिमाग में उनके दिमाग में संसार का नक्शा खींचा हुआ है और वो अपने हिसाब से उसे आकार दे रहे हैं। जो वह कर रहा है, वह उसका पैमाना है, उसी के तहत ग्वादर है, उसी में बेल्ट एंड रोड आता है। यह दरअसल इस संसार की पुनर्रचना है। इसलिए जब आप चीनियों के बारे में सोचें, आपको यह समझना होगा कि वह किस स्तर पर सोच रहे हैं। अब अगर आप सामरिक स्तर पर देखें, वह अपनी स्थिति मजबूत कर रहे हैं, चाहे वह गलवान हो, डेमचोक हो या फिर पैंगोंग झील। इनका स्पष्ट इरादा है, मजबूत स्थिति में जाना। हमारे हाइवे से वो परेशान हैं। वह हमारा हाइवे बंद करना चाहते हैं और अगर वह कुछ बड़ा सोच रहे हैं, पाकिस्तान के साथ कश्मीर में। लिहाजा यह साधारण सीमा विवाद नहीं है।             


भारत की दो वैक्सीन का मानवीय परीक्षण

नई दिल्ली। कोरोना वायरस से निजात दिलाने वाली वैक्सीन कब तक बनेगी? हर किसी के जेहन में आज यही सवाल गूंज रहा है। दुनियाभर में कई वैक्सीन कैंडिडेट्स की खोज इस पर जारी है। वर्तमान में लगभग 18 वैक्सीन कैंडिडेट्स को ह्यूमन ट्रायल स्टेज पर टेस्ट किया जा रहा है, जिसमें से दो भारतीय वैक्सीन भी हैं। हैदराबाद की ‘भारत बायोटेक’ और अहमदाबाद की कंपनी ‘जायडस कैडिला’ ने ये वैक्सीन तैयार की हैं। जुलाई के मध्य में इनका ट्रायल शुरू हो चुका है। किसी भी वैक्सीन का आखिरी चरण ह्यूमन ट्रायल ही होता है। ह्यूमन ट्रायल काफी लंबा होता है। कई बार नतीजे तक पहुंचने में सालों लग जाते हैं।


क्या होता है ह्यूमन ट्रायल?
किसी भी दवा या ड्रग का इंसान पर परीक्षण ह्यूमन ट्रायल कहलाता है। इस परीक्षण में मुख्य रूप से दो पहलुओं की जांच की जाती है. पहला, वैक्सीन या दवा सुरक्षित है या नहीं। दूसरा, क्या दवा वाकई अपना काम करने में कारगर है। क्या वो रोगजनक वायरस के खिलाफ शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने में सक्षम है।


कितने लोग ले सकते हैं हिस्सा?
ह्यूमन ट्रायल के किसी विशेष चरण में कितने स्वयंसेवकों का हिस्सा होना चाहिए, इसके लिए कोई अंतरराष्ट्रीय मानक निर्धारित नहीं है। आमतौर पर, इसके पहले चरण में कम लोगों पर दवा को टेस्ट किया जाता है। जबकि दूसरे और तीसरे चरण में लोगों के बड़े समूह पर टेस्टिंग होती है। हालांकि US की फूड एंड ड्रग ऑथोरिटी ने इसमें लोगों की संख्या को लेकर जानकारी दी है।


अलग-अलग स्टेज पर इतने लोग ले सकते हैं भाग


1. ह्यूमन ट्रायल के पहले चरण में वॉलंटियर्स की संख्या 20 से 100 के बीच हो सकती है।


2. ह्यूमन ट्रायल के दूसरे चरण में वॉलंटियर्स की संख्या 100 से अधिक हो सकती है।


3. ह्यूमन ट्रायल के तीसरे स्टेज में वॉलंटियर्स की संख्या 1000 के पार हो ससकती है।


4. ह्यूमन ट्रायल के चौथे व अंतिम चरण में हजारों लोगों पर दवा या ड्रग को टेस्ट किया जाता है।


भारतीय वैक्सीन से सफलता की कितनी उम्मीद?
भारत में कोरोना वायरस की दो वैक्सीन को ह्यूमन ट्रायल स्टेज पर टेस्ट किया जा रहा है। पहली वैक्सीन हैदराबाद की भारत बायोटेक ने ICMR (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) के साथ मिलकर बनाई है, जबकि दूसरी वैक्सीन अहमदाबाद की प्राइवेट फार्मास्यूटिकल कंपनी जायडस कैडिला ने विकसित की है।


भारत बायोटेक: भारत बायोटेक द्वारा विकसित वैक्सीन Covaxin का ह्यूमन ट्रायल जुलाई के मध्य में शुरू हो चुका है। ह्यूमन ट्रायल के पहले चरण में 375 लोग हिस्सा लेंगे। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि परीक्षणों के संयुक्त चरणों को पूरा होने में एक वर्ष और तीन महीने का समय लग सकता है।


आय 14 हजार, स्विस बैंक में 196 करोड़

डी नंदनी


मुंबई। 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस महिला के स्विस बैंक खाते में 196 करोड़ रुपए ब्लैक मनी मिली है। हैरत में डालने वाली बात यह है कि यह बुजुर्ग महिला केवल 14 हजार रुपए मासिक आमदनी होने का दावा करती है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आयकर अपीलीय अधिकरण की मुंबई बेंच के आदेश के बाद अब आरोपी महिला से हर्जाना वसूला जाएगा। दरअसल, अब वृद्धा से टैक्स के साथ ही पेनाल्टी भी वसूली जाएगी।


दरअसल, 80 वर्षीय रेणु थरानी का एचएसबीसी जेनेवा में खाता है। स्विस बैंक में थरानी फैमिली ट्रस्ट के नाम के इस बैंक की इकलौती विवेकाधीन लाभार्थी हैं। केमन आइलैंड आधारित जीडब्ल्यू इन्वेस्टमेंट के नाम पर इस बैंक खाते को जुलाई 2004 में आॅपन किया गया था। जिसके बाद इस कंपनी ने व्यवस्थापक के तौर पर फंड को फैमिली ट्रस्ट को स्थानातंरित कर दिया। मामले में खुलासा तब हुआ जब 2005-06 में दाखिल आईटी रिटर्न के समय थरानी इसकी जानकारी छिपाई। यह मामल 31 अक्टूबर 2014 को रि—आॅपन किया गया। इस दौरान थरानी की ओर से एक शपथपत्र दिया गया, जिसमें बताया गया कि उनका एचएसबीसी जेनेवा में कोई बैंक खाता नहीं है। यही नहीं यह भी बताया गया कि वह जीडब्ल्यू इन्वेस्टमेंट बैंक में डायरेक्टर या शेयरहोल्ड नहीं थीं। इसके साथ ही थरानी को खुद को नॉन रेजिडेंट भी बताया। उन्होंने दावा किया कि अगर कोई ऐसा धन है भी तो उससे पर कोई कर नहीं लगाया जा सकता।


थरानी ने अपने आईटी रिटर्न में इस बात का भी जिक्र किया कि उनकी सालाना आमदनी केवल 1.7 लाख रुपए है। उन्होंने इसमें बेंगलुरु का अड्रेस दिया था और करदाता स्टेटस इंडियन बताया। इस पर जब ITAT बेंच को शक हुआ तो उसने सवाल खड़ा किया कि ऐसा कैसे हो सकता है कि वह तब वह एनआरआई रेजिडेंशियल स्टेटस के फर्स्ट ईयर में हों और इतने से टाइम में 200 करोड़ रुपए खाते में जमा हो गए।              


हम जानते हैं सचिन निकम्मा हैः अशोक

जयपुर। जराजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट पर तीखा हमला किया है। सोमवार को अशोक गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट ने कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है, उन्हें काफी कम उम्र में बहुत कुछ मिल गया था। सीएम ने कहा कि उन्हें पता था कि सचिन पायलट नाकारा थे।


"एक छोटी खबर भी नहीं पढ़ी होगी किसी ने कि पायलट साहब को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाना चाहिए। हम जानते थे कि वो (सचिन पायलट) निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है खाली लोगों को लड़वा रहा है": राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत


इससे पहले भी राजस्थान के सीएम की ओर से सचिन पायलट पर निशाना साधा जा चुका है। अब सोमवार को अशोक गहलोत ने कहा कि हमने कभी सचिन पायलट पर सवाल नहीं किया, सात साल के अंदर एक राजस्थान ही ऐसा राज्य है जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की मांग नहीं की गई। हम जानते थे कि वो निकम्मे थे, नाकारा थे लेकिन मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मुख्यमंत्री बनकर आया हूं। हम नहीं चाहते हैं कि उनके खिलाफ कोई कुछ बोले, सभी ने उनको सम्मान दिया है।पूर्व डिप्टी सीएम पर सीएम गहलोत ने आरोप लगाया कि ये जो खेल अभी हुआ है, वो दस मार्च को होना था। 10 मार्च को मानेसर गाड़ी रवाना हुई थी, लेकिन तब हमने उस मामले को सभी के सामने लाए। अशोक गहलोत ने कहा कि वो कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहते थे, बड़े-बड़े कॉरपोरेट उनकी फंडिंग कर रहे हैं। बीजेपी की ओर से फंडिंग की जा रही है, लेकिन हमने सारी साजिश फेल कर दी।


राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश में गुंडागर्दी हो रही है, मनमर्जी के हिसाब से छापे मारे जा रहे हैं। मुझे दो दिन पहले ही पता लग गया था कि मेरे करीबियों के छापे पड़ेंगे। अशोक गहलोत ने दावा किया कि आज सचिन पायलट के समर्थन में जितने वकील केस लड़ रहे हैं, सभी महंगी फीस वाले हैं तो उनका पैसा कहां से आ रहा है। क्या सचिन पायलट सभी पैसा दे रहे हैं?


सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि पायलट साहब गाड़ी चलाकर खुद दिल्ली जाते थे, छुपकर जाते थे। हमने सचिन पायलट की साजिश का पर्दाफाश किया, बीजेपी इसके पीछे खेल रही है। जो विधायक हमारे यहां पर रुके हैं, उनको कोई छूट नहीं है। लेकिन मानेसर में विधायकों के मोबाइल छीन लिए गए हैं, विधायक रो रहे हैं।


गौरतलब है कि एक तरफ कांग्रेस का नेतृत्व सचिन पायलट को वापस लाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन दूसरी ओर अशोक गहलोत उनपर सीधा निशाना साध रहे हैं। इससे पहले भी अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को निशाने पर लिया था और आरोप लगाया था कि हमारा डिप्टी सीएम ही सरकार गिराने में लगा था।


सभी प्लांस में रोज मिलेगा, 2 जीबी डाटा

कविता गर्ग


नई दिल्ली। कोरोनावायरस के चलकते अभी भी ज्यादातर लोग घर से काम कर रहे हैं ताकि खुद को सुरक्षित रख सके। इस बीच डेटा की खपत भी अधिक हो रही है जिसके चलते लोगों को परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है। चलिए आज आपको इसी समस्या से निकालने के लिए रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया के कुछ ऐसे प्लान्स की जानकारी देंगे जिसमे प्रतिदिन आपको 2 जीबी डेटा का लाभ मिलेगा।


Jio 2GB Data Plan


रिलायंस जियो के पास 249 और 599 रुपये वाले दो प्रीपेड प्लान्स हैं जिसमें हर दिन 2 जीबी डेटा का लाभ मिलेगा। इन दोनों प्लान्स की वैधता 28 और 84 दिनों की है। इसके अलावा इन दोनों पैक में हर दिन 100 फ्री एसएमएस के साथ जियो टू जियो पर अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग का फायदा मिलेगा। साथ ही दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग के लिए 1000 और 3000 मिनट्स मिलेंगे। वहीं जियो डिजिटल प्लैटफॉर्म और ऐप्स के सर्विसेज फ्री मिलेंगे।


Airtel 2GB Data Plan


कंपनी के पास 298 रुपये और 698 रुपये वाला दो प्लान है जिसमें हर दिन 2 जीबी डेटा मिलेगा। इसके अलावा इनकी वैधता 28 और 84 दिनों की है। इन पैक्स में सभी नेटवर्क्स पर अनलिमिटेड कॉलिंग और हर रोज 100 फ्री एसएमएस भी मिलेगा। इन प्लान्स में अन्य बेनिफिट्स के तहत एयरटेल थैंक्स ऐप के साथ यूजर्स को 2 जीबी फ्री क्लाउड स्टोरेज भी मिलता है। साथ ही Xstream Premium और Wynk Music सब्सक्रिप्शन, Hellotunes और FASTag ट्रांजैक्शन पर 150 रुपये का कैशबैक भी दिया जा रहा है।


Vodafone-Idea 2GB Data Plan


वोडाफोन और आइडिया के कस्टमर्स को कंपनी डबल डेटा बेनिफिट्स भी ऑफर कर रही है। कंपनी के 299 रुपये और 699 रुपये वाले प्लान में 28 दिन और 84 दिन की वैलिडिटी मिलेगी। इनमें 2 जीबी डेटा के अलावा 2 जीबी एक्सट्रा डेटा का भी फायदा मिलेगा। यानी रोज कुल 4 जीबी डेटा मिलेगा। इसके अलावा सभी नेटवर्क्स पर अनलिमिटेड कॉलिंग और रोज 100 फ्री मैसेज मिलेगा। ये प्लान वोडाफोन/आइडिया विडियो प्लैटफॉर्म्स और ZEE5 का सब्सक्रिप्शन भी ऑफर करते हैं।              


दुबे एनकाउंटर पर जांच कमेटी की गठित

नई दिल्ली।सुप्रीम कोर्ट में विकास दुबे एनकाउंटर मामले की सुनवाई के दौरान CJI ने उत्तरप्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए विकास दुबे को पैरोल स्वीकृत होने पर हैरानी जताई है | CJI ने तल्ख़ टिप्पणी करते हुए पूछा कि आखिर इतने अधिक केस होने के बावजूद विकास दुबे को पैरोल कैसे स्वीकृत हो गई | CJI ने इसे सिस्टम की नाकामी बताते हुए कहा कि पूरा सिस्टम दांव पर है | उन्होंने मामले की जाँच के लिए एक कमेटी के गठन का निर्देश दिया | CJI ने कहा कि जांच कमेटी की सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज अध्यक्षता करेंगे |


विकास दुबे एनकाउंटर केस पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान गरमा गरम बहस भी हुई | इस दौरान सरकार की तरफ से एडवोकेट तुषार मेहता ने बताया कि मुठभेड़ सही थी | हालांकि, कोर्ट की तरफ से ये भी कहा गया कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था बनाने के लिए जिम्मेदार है और इसके लिए ट्रायल होना चाहिए था | साथ ही कोर्ट ने कहा है कि जांच कमेटी में पूर्व SC जज और एक पुलिस अधिकारी हमारे होंगे | इस कमेटी को उत्तरप्रदेश ने भी अपनी मंजूरी दे दी है | मामले की अगली सुनवाई बुधवार को होगी |


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जुलाई 21, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-343 (साल-01)
2. मंगलवार, जुलाई-21, 2020
3. शक-1943, श्रावण,शुक्ल-पक्ष, तिथि- प्रतिपदा, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:29,सूर्यास्त 07:23।


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.। भारी बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


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पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...