सोमवार, 20 जुलाई 2020

सोने के भाव में आई मामूली गिरावट

नई दिल्ली। सप्ताह के पहले दिन आज सोमवार को सोने की वायदा कीमत 0.18 फीसद या 88 रुपये की गिरावट के साथ 48,879 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेंड करती दिखाई दी। एमसीएक्स पर सोमवार सुबह चार सितंबर 2020 की चांदी का वायदा भाव 0.15 फीसद या 81 रुपये की गिरावट के साथ 52,818 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेंड कर रहा था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोमवार सुबह चांदी की वायदा और हाजिर दोनों ही कीमतों में गिरावट देखी गई है।


अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोमवार सुबह सोने के वायदा और हाजिर दोनों भाव गिरावट के साथ ट्रेंड करते दिखे हैं। ब्लूमबर्ग के अनुसार, सोमवार सुबह कॉमेक्स पर सोने का वैश्विक वायदा भाव 0.03 फीसद या 0.60 डॉलर की गिरावट के साथ 1,809.40 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड करता दिखा। वहीं, सोने का वैश्विक हाजिर भाव सोमवार सुबह 0.10 फीसद या 1.90 डॉलर की गिरावट के साथ 1,808.52 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड करता दिखा। सोने की तरह ही चांदी की भी वैश्विक वायदा और वैश्विक हाजिर दोनों कीमतों में सोमवाार सुबह गिरावट दर्ज की गई है। सोमवार सुबह कॉमेक्स पर चांदी की वैश्विक वायदा कीमत 0.32 फीसद या 0.06 डॉलर की गिरावट के साथ 19.70 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रही थी। वहीं, चांदी की वैश्विक हाजिर कीमत इस समय 0.10 फीसद या 0.02 डॉलर की गिरावट के साथ 19.31 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रही थी।            


4 राज्यों में तेजी से फैला कोरोना संक्रमण

नई दिल्ली। देश में कोरोना का प्रकोप बढ़ता रहा है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 40 हजार से अधिक नए केस सामने आए हैं। जो कि अब तक का सबसे भयावह आंकड़ा है। कोरोना ने देश के कुछ राज्यों में ताडंव मचा दिया है। आधे से अधिक संक्रमित देश के इन्ही राज्यों से हैं। जिनमें महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश से अधिक प्रभावित है। यहां संक्रमितों की कुल संख्या 7,16,890 तक पहुंच गई। जो कुल संक्रमितों का 64.12 फीसदी है। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या 310,455, तमिलनाडु में 170,693। दिल्ली में 122,723, कर्नाटक में 63,772 और उत्तर प्रदेश में 49,247 है। महाराष्ट्र में कोविड-19 से अब तक 1,69,569 लोग स्वस्थ हुए हैं।


वहीं तमिलनाडु में 1,17,915, राजधानी दिल्ली में 1,17,915, कर्नाटक में 23065 और उत्तर प्रदेश में 28,845 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। गौरतलब है कि  देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना (Corona )संक्रमण के एक दिन में रिकार्ड 40 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं। इसके संक्रमितों की संख्या बढ़कर 11.18 लाख हो गयी।केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 40,425 मामलों की पुष्टि हुई।


जिससे संक्रमितों की संख्या 11,18,043 हो गई। जबकि मृतकों की संख्या 681 बढ़कर 27,497 हो गयी है। इसी अवधि में 22,664 मरीज स्वस्थ हुए हैं। जिसे मिलाकर अब तक 7,00,087 लोग कोरोना से मुक्ति पा चुके हैं। देश में अभी कोरोना संक्रमण के 3,90,459 सक्रिय मामले हैं।विभिन्न राज्यों में पिछले 24 घंटों के दौरान स्थिति पर नजर डालें तो सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में संक्रमण के 9518 नये मामले सामने आए और 258 लोगों की मौत हुई। यहां अब संक्रमितों का आंकड़ा 3,10,455 और मृतकों की संख्या 11,854 है।


दिल्ली एम्स में को-वैक्सीन का ट्रायल शुरू

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। को-वैक्सीन नाम के स्वदेशी वैक्सीन का दिल्ली के एम्स में आज से ह्यूमन ट्रायल शुरू होने जा रहा है। इस वैक्सीन का नाम है ‘Covaxin’ और बहुत जल्द ये वैक्सीन महामारी का इलाज कर रहे डॉक्टरों के हाथों में आ सकती है।


‘Covaxin’ के पहले और दूसरे चरण के क्लीनिकल टेस्ट की अनुमति दी जा चुकी है और पिछले हफ्ते से इसका इंसानों पर टेस्ट शुरू हो चुका है। आइसीएमआर और भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड मिलकर ‘Covaxin’ बना रही है और आज से इसका ह्यूमन ट्राइल दिल्ली के एम्स में शुरू हो जाएगा। कोरोना किलर वैक्सीन का ह्यूमन टेस्ट दिल्ली एम्स के साथ साथ देश के कुल 12 सेंटर्स पर हो रहा है। पहले चरण में कुल 375 वॉलंटियर पर ट्रायल होगा, जिसमें से 100 लोगों का टेस्ट दिल्ली के एम्स में होगा। सिर्फ 18 से 55 साल के उम्र के लोग ही ट्रायल में शामिल हो सकेंगे।


बता दें कि जिस शख्स पर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल होगा पहले उसका कोविड टेस्ट किया जाएगा। खून, लीवर, बीपी और किडनी समेत तमाम टेस्ट में स्वस्थ पाए जाने वाले को ही वैक्सीन की डोज दी जाएगी। इसके बाद ये तय होगा कि इसके अगले चरण में क्या होने वाला है।


देश की आर्थिक हालत पर ध्यान दें सरकार

सोलापुर। राम मंदिर, कोरोना संक्रमण और अर्थव्यवस्था के मुद्दों को लेकर इशारों ही इशारों में बीजेपी पर निशाना साधते हुए एनसीपी नेता शरद पवार ने सोलापुर में पत्रकारों से कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि राम मंदिर बनने से कोरोना ख़त्म हो जाएगा। हमें अपनी प्राथमिकता तय करनी होगी. यह तय करना होगा कि महत्वपूर्ण क्या है।


उन्होंने कहा कि सरकार को देश की आर्थिक हालत पर ध्यान देना चाहिए. इससे एक दिन पहले ही, शनिवार को अयोध्या में मंदिर निर्माण के मद्देनज़र राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की दूसरी बैठक हुई थी। बैठक के बाद ट्रस्ट के सदस्य और बीजेपी नेता कामेश्वर चौपाल ने बताया कि मंदिर की आधारशिला रखने के लिए तीन या पांच अगस्त की तारीख़ का प्रस्ताव रखा गया है। ट्रस्ट ने कहा था कि भूमिपूजन की तारीख़ का फ़ैसला प्रधानमंत्री कार्यालय करेगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर की आधारशिला रखने ख़ुद अयोध्या जाएंगे।


चीन ने मोदी को अपने जाल में फंसाया

भीष्म पटेल


नई दिल्ली। लोकसभा सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमे वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपनी फर्जी छवि पेश करने को लेकर हमला बोल रहे हैं। चीन मसले पर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए इस वीडियो में राहुल कहते हैं, यह साधारण सीमा विवाद नहीं है, मेरी चिंता यह है कि चीनी हमारी सीमा में बैठे हैं। चीन बगैर रणनीतिक सोच के कोई कदम नहीं उठाते हैं। इस वीडियो को चीन की रणनीति उजागर के नाम से राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर साझा किया है।


यह साधारण सीमा विवाद नहीं


राहुल कहते हैं कि चीनियों के दिमाग में उनके दिमाग में संसार का नक्शा खींचा हुआ है और वो अपने हिसाब से उसे आकार दे रहे हैं। जो वह कर रहा है, वह उसका पैमाना है, उसी के तहत ग्वादर है, उसी में बेल्ट एंड रोड आता है। यह दरअसल इस संसार की पुनर्रचना है। इसलिए जब आप चीनियों के बारे में सोचें, आपको यह समझना होगा कि वह किस स्तर पर सोच रहे हैं। अब अगर आप सामरिक स्तर पर देखें, वह अपनी स्थिति मजबूत कर रहे हैं, चाहे वह गलवान हो, डेमचोक हो या फिर पैंगोंग झील। इनका स्पष्ट इरादा है, मजबूत स्थिति में जाना। हमारे हाइवे से वो परेशान हैं। वह हमारा हाइवे बंद करना चाहते हैं और अगर वह कुछ बड़ा सोच रहे हैं, पाकिस्तान के साथ कश्मीर में। लिहाजा यह साधारण सीमा विवाद नहीं है।             


भारत की दो वैक्सीन का मानवीय परीक्षण

नई दिल्ली। कोरोना वायरस से निजात दिलाने वाली वैक्सीन कब तक बनेगी? हर किसी के जेहन में आज यही सवाल गूंज रहा है। दुनियाभर में कई वैक्सीन कैंडिडेट्स की खोज इस पर जारी है। वर्तमान में लगभग 18 वैक्सीन कैंडिडेट्स को ह्यूमन ट्रायल स्टेज पर टेस्ट किया जा रहा है, जिसमें से दो भारतीय वैक्सीन भी हैं। हैदराबाद की ‘भारत बायोटेक’ और अहमदाबाद की कंपनी ‘जायडस कैडिला’ ने ये वैक्सीन तैयार की हैं। जुलाई के मध्य में इनका ट्रायल शुरू हो चुका है। किसी भी वैक्सीन का आखिरी चरण ह्यूमन ट्रायल ही होता है। ह्यूमन ट्रायल काफी लंबा होता है। कई बार नतीजे तक पहुंचने में सालों लग जाते हैं।


क्या होता है ह्यूमन ट्रायल?
किसी भी दवा या ड्रग का इंसान पर परीक्षण ह्यूमन ट्रायल कहलाता है। इस परीक्षण में मुख्य रूप से दो पहलुओं की जांच की जाती है. पहला, वैक्सीन या दवा सुरक्षित है या नहीं। दूसरा, क्या दवा वाकई अपना काम करने में कारगर है। क्या वो रोगजनक वायरस के खिलाफ शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने में सक्षम है।


कितने लोग ले सकते हैं हिस्सा?
ह्यूमन ट्रायल के किसी विशेष चरण में कितने स्वयंसेवकों का हिस्सा होना चाहिए, इसके लिए कोई अंतरराष्ट्रीय मानक निर्धारित नहीं है। आमतौर पर, इसके पहले चरण में कम लोगों पर दवा को टेस्ट किया जाता है। जबकि दूसरे और तीसरे चरण में लोगों के बड़े समूह पर टेस्टिंग होती है। हालांकि US की फूड एंड ड्रग ऑथोरिटी ने इसमें लोगों की संख्या को लेकर जानकारी दी है।


अलग-अलग स्टेज पर इतने लोग ले सकते हैं भाग


1. ह्यूमन ट्रायल के पहले चरण में वॉलंटियर्स की संख्या 20 से 100 के बीच हो सकती है।


2. ह्यूमन ट्रायल के दूसरे चरण में वॉलंटियर्स की संख्या 100 से अधिक हो सकती है।


3. ह्यूमन ट्रायल के तीसरे स्टेज में वॉलंटियर्स की संख्या 1000 के पार हो ससकती है।


4. ह्यूमन ट्रायल के चौथे व अंतिम चरण में हजारों लोगों पर दवा या ड्रग को टेस्ट किया जाता है।


भारतीय वैक्सीन से सफलता की कितनी उम्मीद?
भारत में कोरोना वायरस की दो वैक्सीन को ह्यूमन ट्रायल स्टेज पर टेस्ट किया जा रहा है। पहली वैक्सीन हैदराबाद की भारत बायोटेक ने ICMR (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) के साथ मिलकर बनाई है, जबकि दूसरी वैक्सीन अहमदाबाद की प्राइवेट फार्मास्यूटिकल कंपनी जायडस कैडिला ने विकसित की है।


भारत बायोटेक: भारत बायोटेक द्वारा विकसित वैक्सीन Covaxin का ह्यूमन ट्रायल जुलाई के मध्य में शुरू हो चुका है। ह्यूमन ट्रायल के पहले चरण में 375 लोग हिस्सा लेंगे। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि परीक्षणों के संयुक्त चरणों को पूरा होने में एक वर्ष और तीन महीने का समय लग सकता है।


आय 14 हजार, स्विस बैंक में 196 करोड़

डी नंदनी


मुंबई। 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस महिला के स्विस बैंक खाते में 196 करोड़ रुपए ब्लैक मनी मिली है। हैरत में डालने वाली बात यह है कि यह बुजुर्ग महिला केवल 14 हजार रुपए मासिक आमदनी होने का दावा करती है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आयकर अपीलीय अधिकरण की मुंबई बेंच के आदेश के बाद अब आरोपी महिला से हर्जाना वसूला जाएगा। दरअसल, अब वृद्धा से टैक्स के साथ ही पेनाल्टी भी वसूली जाएगी।


दरअसल, 80 वर्षीय रेणु थरानी का एचएसबीसी जेनेवा में खाता है। स्विस बैंक में थरानी फैमिली ट्रस्ट के नाम के इस बैंक की इकलौती विवेकाधीन लाभार्थी हैं। केमन आइलैंड आधारित जीडब्ल्यू इन्वेस्टमेंट के नाम पर इस बैंक खाते को जुलाई 2004 में आॅपन किया गया था। जिसके बाद इस कंपनी ने व्यवस्थापक के तौर पर फंड को फैमिली ट्रस्ट को स्थानातंरित कर दिया। मामले में खुलासा तब हुआ जब 2005-06 में दाखिल आईटी रिटर्न के समय थरानी इसकी जानकारी छिपाई। यह मामल 31 अक्टूबर 2014 को रि—आॅपन किया गया। इस दौरान थरानी की ओर से एक शपथपत्र दिया गया, जिसमें बताया गया कि उनका एचएसबीसी जेनेवा में कोई बैंक खाता नहीं है। यही नहीं यह भी बताया गया कि वह जीडब्ल्यू इन्वेस्टमेंट बैंक में डायरेक्टर या शेयरहोल्ड नहीं थीं। इसके साथ ही थरानी को खुद को नॉन रेजिडेंट भी बताया। उन्होंने दावा किया कि अगर कोई ऐसा धन है भी तो उससे पर कोई कर नहीं लगाया जा सकता।


थरानी ने अपने आईटी रिटर्न में इस बात का भी जिक्र किया कि उनकी सालाना आमदनी केवल 1.7 लाख रुपए है। उन्होंने इसमें बेंगलुरु का अड्रेस दिया था और करदाता स्टेटस इंडियन बताया। इस पर जब ITAT बेंच को शक हुआ तो उसने सवाल खड़ा किया कि ऐसा कैसे हो सकता है कि वह तब वह एनआरआई रेजिडेंशियल स्टेटस के फर्स्ट ईयर में हों और इतने से टाइम में 200 करोड़ रुपए खाते में जमा हो गए।              


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...