रविवार, 19 जुलाई 2020

धनखड़ को बनाया प्रदेश भाजपा अध्यक्ष

राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ को प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष बना दिया गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा ने धनखड़ के नियुक्ति आदेश जारी किए हैं। धनखड़ की प्रदेश अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के बाद इस मामले को लेकर कई महीनों से चला आ रहा चर्चाओं का दौर समाप्त हो गया है।


तय हो गया था गुर्जर का नाम- 


हालांकि हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष पद पर केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का नाम तय कर दिया गया था। लेकिन गुर्जर मंत्री पद छोडऩे के लिए तैयार नहीं हुए थे। इसके चलते उनकी ताजपोशी करने के बावजूद रोक दी गई थी। हालांकि भाजपा के कई बड़े नेताओं ने अपने टवीट के जरिए गुर्जर को अध्यक्ष बनने की बधाई तक दे दी थी। मगर बाद में उस टवीट को अधिकारिक घोषणा ना होने की वजह से डिलीट कर दिया था।


इनके नाम भी थे चर्चाओं में- इसके बाद से हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष का मुद्दा पूरे राज्य की राजनीति में गर्माया हुआ था। इस पद पर कैप्टन अभिमन्यु , विधायक महीपाल ढांडा, तत्कालीन अध्यक्ष सुभाष बराला सहित कई नाम चर्चाओं में थे। सीएम मनोहर लाल की इनमें से पहली पसंद सुभाष बराला ही थे। वह चाहते थे कि दोबारा से उन्हें ही अध्यक्ष बना दिया जाए। लेकिन इसके लिए भाजपा नेतृत्व तैयार नहीं था। सीएम की ओर से दूसरा नाम कृष्णपाल गुर्जर का था। लेकिन गुर्जर चाहते थे कि केंद्रीय मंत्री रहते हुए ही उन्हें अध्यक्ष बना दिया जाए। इसके लिए संभवतय: भाजपा में एक राय नहीं बन पाई। वहीं कैप्टन अभिमन्यु को लेकर भीतर खाने सीएम की सहमति नहीं थी। इसलिए सभी विवादों को दरकिनार करते हुए भाजपा ने पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ के नाम पर मोहर लगा दी है। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने का पत्र भी दे दिया गया है।           


आम आदमी को न्याय कैसे मिलेगाः जज

नई दिल्ली। देश में न्याय व्यवस्था अक्सर आलोचना का शिकार होती रहती है। अब सुप्रीम कोर्ट की जज ने ही इस पर सवाल खड़े कर दिये हैं। सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस भानुमति ने शुक्रवार को आखिरी बार सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही का संचालन किया क्योंकि ये उनका आखिरी दिन था। उन्होंने अपने विदाई भाषण में कहा कि निचली अदालत से शीर्ष अदालत तक उन्होंने लगभग तीस साल तक न्यायाधीश के तौर पर काम किया है। इस दौरान उनके सामने बिना वजह मुकदमों में अवरोधों का अंबार लगा रहा। उन्होंने न्याय मिलने में देरी को लेकर अपनी पीड़ा जाहिर की।

गौरतलब है कि जस्टिस भानुमति ने निर्भया हत्याकांड में ऐतिहासिक फैसला दिया। उन्होंने इस मामले के चार दोषियों को मौत की सजा सुनाई थी। न्यायिक प्रक्रिया में देरी को लेकर चिंता जताते हुए जस्टिस भानुमति ने अपने पिता के साथ घटी दुर्घटना और मुआवजा मिलने में हुई देरी का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, मैंने अपने पिता को एक बस हादसे में खो दिया था। जब मैं दो साल की थी। हमें जटिल न्यायिक प्रक्रियाओंं की वजह से पैसा नहीं मिल सका। मैं खुद न्याय प्रक्रिया की खामियों की भुक्तभोगी हूं।

पुलिस में निकली है कई पदों पर वैकेंसी




















कविता गर्ग


नई दिल्ली। अगर आप महज 10वीं या 12वीं पास हैं तब भी आपके लिए अभी सरकारी नौकरी पाने का बेहतरीन अवसर है। असम पुलिस में दरअसल, एक्साइज कॉन्स्टेबल और असिस्टेंट इंस्पेक्टर ऑफ एक्साइज के पद पर वैकेंसी निकली हुई है। इसकी डेडलाइन बढ़ा दी गई है। अगर आप इन पदों के लिए जरूरी योग्यता पूरी करते हैं तो अब 25 जुलाई 2020 तक ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। पहले 6 जुलाई 2020 आखिरी तारीख थी।


वैकेंसी की मुख्य बातें


पद का नाम – एक्साइज कॉन्स्टेबल और असिस्टेंट इंसपेक्टर ऑफ एक्साइज
खाली सीटों की संख्या – 203
योग्यता – एक्साइज कॉन्स्टेबल के लिए 10वीं पास, असिस्टेंट इंसपेक्टर ऑफ एक्साइज के लिए 12वीं पास
उम्रसीमा – 18 से 38 साल (आरक्षण नियमों के मुताबिक योग्य कैंडिडेट को उम्रसीमा में छूट मिलेगी)
पे स्केल – 14000–49000/- रुपए प्रति माह, (असिस्टेंट इंसपेक्टर ऑफ एक्साइज के लिए ग्रेड पे 6200 रुपए और एक्साइज कॉन्स्टेबल के लिए 5000 रुपए)


ऐसे करें अप्लाई


इन पदों पर अप्लाई करने के लिए https://exciserect20.slprbassam.in/ लिंक पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई करना है। आप http://slprbassam.in/ या http://assampolice.gov.in/ पर भी जाकर अप्लाई कर सकते हैं. इस वैकेंसी में अप्लाई करने के लिए कोई एप्लीकेशन फीस नहीं देनी है। कैंडिडेट इस वैकेंसी की ज्यादा जानकारी के लिए ऑफिशियल वेबसाइट http://www.slprbassam.in/ पर भी विजिट कर सकते हैं।


जरूरी तारीख


ऑनलाइन अप्लाई करने की शुरुआत – 16 जून 2020
ऑनलाइन अप्लाई करने की आखिरी तारीख – 25 जुलाई 2020


















रेलवे ने वेटिंग का लफड़ा किया खत्म

कविता गर्ग


नई दिल्ली। अगर आप ट्रेनों से अक्सर यात्रा करते हैं और कन्फर्म टिकट न मिलने से परेशान रहते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। भारतीय रेलवे यात्रियों को कन्फर्म टिकट देने के लिए प्लानिंग कर चुका है. रेलवे ने तीन साल का प्लान तैयार किया है। इस प्लान के पूरा होने पर यात्रियों को 24 घंटे में कभी भी कन्फर्म टिकट मिल सकेगी। आप IRCTC की टिकटिंग वेबसाइट irctc.co.in के जरिए या किसी टिकट काउंटर पर जा कर कन्फर्म टिकट ले सकेंगे।


रेलवे की प्लानिंग के मुताबिक दिल्ली  से मुंबई और दिल्ली से हावड़ा रूट पर सबसे पहले यात्री ट्रेनों से वेटिंग लिस्ट खत्म किए जाने का प्लान है। इन रूटों पर पर यात्रियों को किसी भी समय कन्फर्म टिकट मिल सकेगा। अगले तीन सालों में इन रूटों पर कन्फर्म टिकट मिलना शुरू हो जाएगा।


रेलवे 2021 दिसम्बर तक डीएफसी कॉरीडोर को पूरी तरह से बना कर तैयार करने के लिए तेजी से काम कर रहा है। इस कॉरीडोर के बनने के बाद सभी मालगाड़ियां इसी कॉरीडोर पर चलेंगी। इससे रेलवे के सामान्य नेटवर्क पर और ज्यादा यात्री ट्रेनों को चलाया जा सकेगा। उम्मीद की जा रही है कि डीएफसी के बन जाने के बाद रेलवे की ट्रांसपोर्टेशन क्षमता तीन से चार गुना तक बढ़ जाएगी। ऐसे में यात्रियों को ज्यादा ट्रेनें चला कर कन्फर्म सीट दी जा सकेगी। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष के मुताबिक आने वाले समय में रेलवे यात्रियों की मांग के आधार पर ट्रेनें चलाने की स्थिति में होगा।


रेलवे बड़े पैमाने पर प्राइवेट ट्रेनें चलाने की तैयारी भी कर रहा है। ये ट्रेनें यात्रियों की मांग के आधार पर चलायी जाएंगी। इस ट्रेनों के चलते भी रेल यात्रियों को आसानी से कन्फर्म टिकट मिल सकेगा।


भारतीय रेलवे ने कोविड महामारीके चलते ट्रेनों को बंद किए जाने का फायदा उठाते हुए देश में बड़े पैमाने पर अपने रेल नेटवर्क को बेहतर बनाने का काम किया है। रेलवे ने मार्च 2025 तक देश के सात सबसे व्यस्त रहने वाले रूटों को सेमी हाई स्पीड रूट में बदलने का टार्गेट तय किया है। वहीं रेलवे इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है कि रेल से यात्रा करने वाले यात्रियों को मांग के मुताबिक कन्फर्म सीट दी जा सके।


रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक रेलवे स्वर्णिम चतुर्भुज और उससे जुड़ी रेल लाइनों और दिल्ली से गुवाहाटी समेत 11.295 किलोमीटर की हाई स्पीड लाइनें को मार्च 2025 तक इस तरह डेवलप किया जाएगा कि इन लाइनों पर ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलायी जा सकें। इन रेल लाइनों पर रेलवे का 60 फीसदी से अधिक ट्रैफिक चलता है।


रिकॉर्डः संक्रमितो का आंकड़ा 38 हजार

नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या ने आज सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। देश में पहली बार कोरोना के नए मरीजों का आंकड़ा 38 हजार के पार पहुंच गया। शनिवार को कोरोना (Corona) के 38 हजार 902 कोरोना केस सामने आए, जिसके बाद देश में कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 10 लाख 77 हजार 618 हो गई। पिछले 24 घंटे में कोरोना महामारी के चलते 543 मरीजों ने दम तोड़ दिया है। शनिवार को देश में कोरोना के 34,884 नए मामले सामने आए थे जबकि 671 लोगों की मौत हुई थी। स्वास्थ्य मंंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना के अब 3,73,379 एक्टिव केस हैं। कोरोना महामारी से अब तक 26,816 मरीजों की मौत हो गई है और 6,77,422 लोग ठीक हो चुके हैं. एक विदेशी लौट चुका है। इन सबके बीच अच्छी बात ये ही है कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने के आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। देश में रिकवरी रेट 65.24% हो गया है। कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र प्रभावित दिख रहा है। महाराष्ट्र में शनिवार को कोविड-19 के 8,348 नए मामले सामने आने के बाद मामलों की कुल संख्या तीन लाख के पार पहुंच गई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना महामारी के चले 144 और मरीजों की मौत हो गई। महाराष्ट्र में अब तक 11,596 लोगों की मौत कोरोना महामारी के कारण हो चुकी है। राज्य में अब कोरोना से कुल 3,00,937 लोग संक्रमित हैं। राज्य में अब तक 1,65,663 मरीजों को ठीक कर घर भेजा जा चुका है। बिहार में शनिवार को कोविड-19 के 1,667 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या 25,000 के करीब पहुंच गई। इस दौरान चार और मौतों के साथ मृतकों की संख्या 177 तक पहुंच गई। इस माह के शुरुआती 18 दिनों में संक्रमण के मामले 2.5 गुना बढ़ गए हैं। बिहार में मरीजों के ठीक होने की दर भी एक जुलाई के 77.52 प्रतिशत से घटकर 63.17 प्रतिशत हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, राज्य में शनिवार को कोरोना वायरस के 1,667 मामले सामने आए हैं, जिससे संक्रमितों की कुल संख्या 24,967 पहुंच गई है। बुलेटिन के मुताबिक, संक्रमण के कारण चार और मरीजों की मौत हो गई, जिनमें से दो मौतें गया में हुई हैं, जबकि एक-एक मौत जहानाबाद और किशनगंज में हुई है। गुजरात में शनिवार को कोविड-19 के 960 नए मामले सामने आए, जो राज्य में अब तक एक दिन में आए सर्वाधिक मामले हैं। नए मामलों के साथ राज्य में संक्रमण के कुल मामले 47,476 तक पहुंच गए। विभाग ने कहा कि संक्रमण के कारण 19 और मरीजों की मौत होने से राज्य में मृतकों की संख्या 2,127 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक गुजरात में अब 11,344 मरीजों का उपचार चल रहा, जिसमें 75 रोगियों की हालत गंभीर है। सूरत जिले में संक्रमण के सबसे अधिक 268 मामले सामने आए हैं, जिससे जिले में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 9,973 हो गई है।


सावधानः फैल सकता है कोरोना संक्रमण

नई दिल्ली। दुनियाभर में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बार फिर आगाह किया है कि अभी स्थिति और भी ज्यादा खराब हो सकती है। WHO ने कहा है कि जिस रफ्तार से कोरोना (Corona) मरीजों की संख्या बढ़ रही है वह डराने वाली है। बता दें कि भारत में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड तोड़ 38,902 केस सामने आए हैं जबकि इस दौरान 543 मरीज़ों की मौत हुई है। बता दें कि डब्ल्यूएचओ ने ‘कोविड-19 वायरस संचरण के साधन: संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए एहतियाती सिफारिशों के निहितार्थ’ शीर्षक से प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में कुछ संशोधन किए हैं। इस नई रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना वायरस का किन वजहों से तेजी से एक दूसरे तक पहुंच जाता है। डब्लूएचओ के मुताबिक अगर इन कारणों से बचा जाए तो कोरोना महामारी से भी बचा जा सकता है।
कोरोना महामारी से कौन से हैं कारण


कोरोना महामारी का संक्रमण किसी संक्रमित व्यक्ति से किसी दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से तेजी से फैलता है। इससे बहुत जल्द कोई स्वस्थ्य व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है।


किसी संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने से भी कोरोना वायरस दूसरे व्यक्ति तक जा सकता है। ऐसे में हर समय मुंह में कपड़ा या मास्क लगाकर रखें।
कोरोना संक्रमित व्यक्ति से भी दूसरे इंसान में कोरोना के संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ता है। ऐसे में सर्जरी के समय इस बात का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है।
संक्रमित मां से उसके बच्चे में संक्रमण की संभावना काफी ज्यादा होती है। ऐसे में डिलीवरी के दौरान डॉक्टरों को विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। कई बार कोरोना वायरस की चपेट में जानवर भी आ जाते हैं ऐसे में इन जानवरों के संपर्क में आने से भी कोरोना का खतरा बढ़ जाता है। कोरोना से संक्रमित व्यक्ति अगर खुले में शौच करता है तो उससे भी कोरोना वायरस से संपर्क में आने की संभावना बढ़ जाती है।
कोरोना संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर हवा में पहुंचने वाली बूंदों के संचरण से भी संक्रमण फैल सकता है।
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस के संक्रमण के नए मामलों ने लगातार दूसरे दिन रिकॉर्ड तोड़ा है। यह रिकॉर्ड शनिवार को एक बार फिर टूट गया। शनिवार को 24 घंटे में दुनिया में 2,59,848 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। शनिवार को सबसे ज्यादा मामले अमेरिका, ब्राजील, भारत और दक्षिण अफ्रीका से आए हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार शुक्रवार को 2,37,743 नए मामले दर्ज किए गए थे। 10 मई के बाद एक दिन में कोरोना के संक्रमण से मरने वालों का भी रिकॉर्ड टूटा है। 17 जुलाई को कोरोना के संक्रमण से मरने वालों की संख्या 7,360 तक पहुंच गई। जुलाई में रोजाना कोरोना वायरस मरने वालों की संख्या 4,800 के करीब रही है। जून में रोजाना मरने वालों का औसत 4600 के करीब था।


प्रेमी युगल के बाद सहेली ने की आत्महत्या

बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें सिर्फ 4 दिन के अंदर 3 लोगों ने एक के बाद एक फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सबसे पहले बालाघाट के लांजी निवासी 22 वर्षीय राजेश ने 12 जुलाई को अपने खेत के एक पेड़ में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।अपने प्रेमी की आत्महत्या की खबर मिलते ही उसकी प्रेमिका 19 वर्षीय सगुंता बाई टेकाम ने भी 4 दिन बाद यानी 16 जुलाई को अपने घर के पास खेत में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। प्रेम प्रसंग में प्रेमी जोड़े की आत्महत्या की घटनाएं कई बार सामने आ चुकी हैं, लेकिन यह मामला थोड़ा अलग है। यहां प्रेमी और प्रेमिका के फांसी लगाने के बाद एक और युवती ने खुदकुशी कर ली. यह युवती सगुंता बाई की सहेली है।


जब जानकी ऊईके नाम की युवती को पता चला कि उसकी सहेली सगुंता बाई ने सुसाइड कर लिया है, तो जानकी ने भी उसी के पास पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सगुंता बाई और जानकी रिश्ते में बहन भी लगती थीं। सगुंता बाई के भाई मानसिंह ने पुलिस को बताया कि सगुंता बाई ने घर के पास के जंगल में पेड़ से लटककर फांसी लगा ली है। जब सूचना मिलने पर हम जंगल पहुंचे, तो देखा कि सगुंता की मौत हो चुकी थी। इसके बाद सगुंता के शव को पेड़ से नीचे उतारा और घर लेकर आए। इसके बाद सगुंता को लांजी ले जाया गया। सगुंता बाई को देखने उसकी सहेली जानकी भी पहुंची थी। जानकी अपनी सहेली की मौत बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसने भी खुदकुशी कर ली।


जब जानकी घर में नहीं दिखी, तो परिजनों ने खोजबीन की। इस दौरान जानकी का शव जंगल में पेड़ से लटका मिला। बताया जा रहा है कि जानकी ने चुनरी से फांसी लगाकर जान दे दी। बताया जा रहा है कि सगुंता बाई की शादी राजेश से होने वाली थी, लेकिन किसी कारणवश नहीं हो पाई। इसके चलते राजेश ने फांसी लगाई। इसके बाद राजेश के वियोग में सगुंता ने भी खुदकुशी कर ली।


पुलिस ने शुरू की जांच


इस मामले की जांच कर रही पुलिस का कहना है कि दोनों युवतियों द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने का मामला सामने आया है। दोनों युवतियों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए लांजी के सिविल अस्पातल भेज दिया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया।


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न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...