रविवार, 19 जुलाई 2020

भव्य राम मंदिर में निर्मित होंगे 5 गुबंद

कविता गर्ग


अयोध्या। राम मंदिर के भूमिपूजन के शुभमुहूर्त का ऐलान होने वाला है। शनिवार को श्रीराम मंदिर तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में भूमिपूजन के लिए 3 और 5 अगस्त की तारीख तय करके पीएमओ को भेज दी गई है। अब इस पर आखिरी फैसला पीएमओ करेगा कि कौन सी तारीख को राम मंदिर का भूमिपूजन किया जाए। इसके साथ ही मंदिर के प्रस्तावित नक्शे और ऊंचाई में भी बदलाव किया गया है। अब राम मंदिर में 3 की जगह 5 गुंबद बनाने का फैसला किया गया है। राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद इसके निर्माण को लेकर संशय बरकरार था। लेकिन शनिवार को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट की बैठक में इसको लेकर अहम फैसले हुए। राम मंदिर से भारत के करोड़ों लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं।शनिवार को भूमिपूजन की खबर आई है, तो सबके मन में ये सवाल भी होगा कि अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर का स्वरूप क्या होने वाला है। आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर कैसा होगा भगवान राम का भव्य मंदिर।


प्रस्तावित मॉडल के मुताबिक 2.75 लाख घन मीटर भू-भाग पर बनने वाला राम मंदिर दो मंजिल का होगा। इस मंदिर की लंबाई 270 फुट, चौड़ाई 140 फुट और ऊंचाई 128 फुट होगी. 330 बीम और दोनों मंजिल पर 106-106 यानी कुल 212 खंभों वाले मंदिर में पांच दरवाजे होंगे। ये दरवाजे मंदिर के पांच हिस्सों यानी गर्भगृह, कौली, रंग मंडप, नृत्य मंडप और सिंह द्वार में लगाए जाएंगे। राम मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण मकराना के सफेद संगमरमर से किया जाएगा। गर्भगृह के ठीक ऊपर 16.3 फीट का प्रकोष्ठ बनाया जाएगा, जिस पर 65.3 फुट ऊंचे शिखर का निर्माण होगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि सोमपुरा ही मंदिर का निर्माण करेगा। सोमनाथ मंदिर को भी इन्हीं ने बनाया था। मंदिर बनाने में पैसे की कमी नहीं होने दी जाएगी। समाज के 10 करोड़ परिवारों से पैसा जुटाया जाएगा. जिसके बाद मंदिर का निर्माण शुरू किया जाएगा।


आपको बता दें कि शनिवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की बैठक हुई, जिसमें राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन की तिथि तय की गई। ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि राम मंदिर के निर्माण के लिए पीएमओ को भूमिपूजन के लिए तीन और पांच अगस्त का प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि इस बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र के साथ ट्रस्ट के 11 ट्रस्टी भी मौजूद रहे, जबकि चार सदस्य वीडियो कन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल हुए। मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन की तारीख तय हो गई है।


उन्होंने बताया कि बैठक में सभी लोगों ने राम मंदिर निर्माण को लेकर प्रसन्नता जाहिर की। साथ ही जमीन से प्राप्त अवशेष को देखा। हालांकि मिट्टी की ताकत कितनी है, इसकी रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। इसके बाद यह निर्णय होगा कि नींव कितनी रखी जाएगी।


बॉलीवुड फिल्म डायरेक्टर रजत का निधन

मुंबई। बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है। जाने-माने फिल्म डायरेक्टर रजत मुखर्जी (Rajat Mukherjee) का निधन हो गया। उनका निधन बीती रात जयपुर में हुआ है। बताया जा रहा है कि उन्हें अप्रैल महीने से ही किडनी में कुछ परेशानी थी, जिसके चलते वो अस्पताल में भर्ती हुए थे।


वहीं रजत मुखर्जी के निधन की खबर ने इंडस्ट्री को हिलाकर रख दिया है। ये खबर सुनकर अभिनेता मनोज बाजपेयी भी सदमे में हैं। उन्होंने सोशल मीडिया (Social Media) के जरिये रजत मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है।


रजत मुखर्जी मुंबई में रहते थे, लेकिन लॉकडाउन होने के बाद से वो अपने शहर जयपुर चले गए थे। वहीं कल रात उन्होंने अंतिम सांस ली है। वो किडनी से जुड़ी बीमारी से तो जूझ ही रहे थे, लेकिन इसके साथ ही उन्हें फेफड़ों में इनफेक्शन होने की बात भी सामने आई है। निर्देशक रजत मुखर्जी अपनी फिल्म प्यार तूने क्या किया, रोड, लव इन नेपाल और उम्मीद जैसी कई फिल्मों के लिए जाने जाते थे।


फोन टैपिंगः प्रमुख सचिव को किया तलब


  • फोन टेपिंग में राज्य के प्रमुख सचिव से रिपोर्ट तलब

  • विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़ा ऑडियो वायरल


नई दिल्ली। राजस्थान में सियासी खींचतान के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने फोन टेपिंग मामले में राज्य के प्रमुख सचिव से रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों ने बताया कि मामले में गृह मंत्रालय ने राजस्थान के प्रमुख सचिव से रिपोर्ट तलब की है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसे प्राइवेसी का हनन बताया था।


सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि गृह मंत्रालय ने कथित फोन टेपिंग मामले के संबंध में राजस्थान के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी है। बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय कथित रूप से लीक हुई ऑडियो बातचीत मामले पर कड़ी नजर रख रहा है, जिसकी राजस्थान पुलिस जांच कर रही है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ऑडियो राजस्थान में गहलोत सरकार को गिराने के लिए संजय जैन के साथ भंवर लाल शर्मा की बातचीत की है। कथित बातचीत लगभग 30 विधायकों को लेकर है जिसमें भंवर लाल शर्मा और संजय जैन एक दूसरे से बात कर रहे हैं। इस ऑडियो क्लिप की जांच के लिए एसओजी की टीम मानेसर स्थित होटल पहुंची थी लेकिन वहां भंवरलाल शर्मा नहीं मिले।


बीजेपी ने बताया था प्राइवेसी का हनन


बता दें कि जिस टेप को लेकर कांग्रेस बीजेपी का पर्दाफाश करने का दावा कर रही थी, बीजेपी ने उस पर ही सवाल खड़े किए थे। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था कि राजस्थान सरकार सबकी प्राइवेसी का हनन कर रही है। जब राज्य में लोग कोरोना काल में वेंटिलेटर के लिए तरस रहे हैं तो कांग्रेस विधायक स्विमिंग पूल में स्विमिंग कर रहे हैं।


बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बताएं संजय जैन कौन है? हम इसे मैन्युफैक्चर्ड झूठ मानते हैं। संबित पात्रा ने कहा कि क्या बीजेपी ही सबकुछ कंट्रोल कर रही है? बिल्कुल नहीं, ये उनके पाप हैं। कांग्रेस घर में ही साजिश रची गई। हम लगातार कह रहे हैं कि ऑडियो टेप फर्जी है। संबित पात्रा ने फोन टेपिंग मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी। उन्होंने कहा कि फोन टेपिंग मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए कि मानक प्रक्रिया का पालन किया गया था या नहीं।


गहलोत को अन्य विधायकों का समर्थन

भारतीय ट्राइबल पार्टी के दोनों विधायकों ने गहलोत सरकार को समर्थन देने की घोषणा की है। बीटीपी के विधायक रामप्रसाद और राजकुमार रौत ने कहा कि चुनी हुई सरकार को गिराने का प्रयास गलत है। हम सरकार के साथ हैं।



  • गहलोत सरकार को राहत, BTP के दो विधायकों ने किया समर्थन का ऐलान

  • BTP का गहलोत सरकार को समर्थन देने का ऐलान विधायकों ने सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की


जयपुर। राजस्थान में जारी सियासी उठापटक के बीच गहलोत सरकार को राहत मिली है। भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दोनों विधायकों ने गहलोत सरकार को समर्थन देने की घोषणा की है।


बीटीपी के दोनों विधायकों ने शनिवार को सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की और समर्थन का ऐलान किया। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दोनों विधायकों ने उनकी प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के साथ मुलाकात की। अपने मांगपत्र के साथ चर्चा कर उन्होंने सरकार को समर्थन देने की घोषणा की।


बीटीपी के विधायक रामप्रसाद और राजकुमार रौत ने कहा कि चुनी हुई सरकार को गिराने का प्रयास गलत है। हम सरकार के साथ हैं। इससे पहले अशोक गहलोत और सचिन पायलट की लड़ाई में भारतीय ट्राइबल पार्टी के अध्यक्ष महेश भाई वसावा ने अपनी पार्टी के दोनों विधायकों को वोटिंग के दौरान अनुपस्थित रहने को कहा था।


महेश भाई वसावा ने कहा कि दोनों विधायक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के समय न कांग्रेस, न गहलोत, न सचिन पायलट और न ही बीजेपी को वोट करें। अध्यक्ष महेश वसावा ने ये भी कहा कि अगर विधायक पार्टी के आदेशों की अवहेलना करते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।


वहीं, अब शनिवार को हुई कॉन्फ्रेंस में दोनों विधायकों ने कहा कि सरकार से हमने कुछ मांग की थी, जिससे मानने के लिए अब सरकार तैयार है। हम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के समर्थन के लिए तैयार हैं। अगर फ्लोर टेस्ट होता है, तो हम कांग्रेस का समर्थन करेंगे।


यूपी में जंगलराज, स्मृति जवाब देंः कांग्रेस


  • सरकार के लिए शर्मनाक, इंसाफ के लिए आत्मदाह को मजबूर हैं पीड़िता: वीरेंद्र चौधरी

  • स्मृति ईरानी जबाब दें, अमेठी की पीड़ित महिलाएं आत्मदाह को मजबूर क्यों हुईं: दीपक सिंह

  • योगीराज में पुलिस-आपराधिक गठजोड़ से मजबूर पीड़िता आत्मदाह को मजबूर हुई:दीपक सिंह

  • ध्वस्त कानून व्यवस्था को छुपाने के लिए कांग्रेस प्रवक्ता को साजिश में फंसाने की कोशिश कर रही है सरकार:दीपक सिंह


लखनऊ । उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि प्रदेश पूरे प्रदेश में जंगलराज है। अपराधियों और पुलिस का गठजोड़ चरम पर है। प्रदेश की जनता अपराधियों और पुलिस के रवैए से त्राहिमाम कर रही है।


उत्तर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि प्रदेश में जंगलराज का यह आलम है कि इंसाफ के लिए जनता आत्मदाह को मजबूर है। उन्होंने कहा कि अमेठी की जामों की रहने वाली दो महिलाएं दबंगो और पुलिस की रवैए से इतनी परेशान थीं कि उन्हें आत्मदाह को मजबूर होना पड़ा। यह प्रदेश सरकार के जंगलराज का चरम है कि पीड़ित आत्मदाह को मजबूर हो रहे हैं। योगी आदित्यनाथ की सरकार को चुल्लूभर पानी मे डूब जाना चाहिए।


विधान परिषद नेता दीपक सिंह ने कहा कि अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी लॉक डाउन में जनता की सेवा करने के बजाय लूडो और अंताक्षरी खेल रही थीं। अब उनके क्षेत्र में सत्ता संरक्षण में अपराध इतना बढ़ गया कि जनता आत्मदाह को मजबूर है। वे आखिर कहां गायब हैं।


श्री दीपक सिंह ने कहा कि सरकार ने अपनी गलती मानते हुए थाने के दरोगा को सस्पेंड भी किया है। फिर ये बिना सर पैर की साज़िश क्यों रच रही है।


कांग्रेस विधानमंडल दल नेता ने कहा कि विधानसभा के गेट नम्बर तीन पर आत्मदाह के बाद प्रशासनिक कमी को छुपाने के कांग्रेस प्रवक्ता को फंसाने की भाजपा साजिश रच रही है। भाजपा को राजनीतिक शिष्टाचार नहीं भूलना चाहिए। कोई भी पीड़ित किसी भी राजनीतिक या सामाजिक संगठनों से मदद मांगता है। उसके दफ्तर जाता है, यह एक सामान्य सी बात है। भाजपा क्या कभी विपक्ष में नहीं रही है। क्या भाजपा कभी विपक्ष में नहीं होगी।


उन्होंने कहा कि हजरतगंज से लेकर जामों तक पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही क्यों हो रही है? उन्होंने कहा कि पुलिस और अपराधियों के गठजोड़ के चलते पीड़ित आत्मदाह को मजबूर हुईं हैं। भाजपा नेताओं से लेकर पुलिस के आला अफसरों तक न्याय की गुहार लगाने वाली पीड़ित महिलाएं आत्मदाह करने को क्यों मजबूर हुईं इसका जवाब भाजपा को देना पड़ेगा।               


शिव आस्था से जुड़े कुछ नियम

सावन की शिवरात्रि का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व होता है। इस दिन भगवान शिव की उपासना करने से जीवन में खुशहाली आती है। साथ ही व्रत करने और शिवलिंग पर जल चढ़ाने से लाभ मिलता है। हालांकि शिवरात्रि पर कुछ लोग जाने-अंजाने में बड़ी भूल कर बैठते हैं। शिव पुराण में भोलेनाथ की पूजा से संबंधित वर्णन मिलता है। आइए जानते हैं मंदिर में शिव की पूजा करते वक्त हमें कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए।


1. तुलसी को भगवान व‌िष्‍णु ने पत्नी रूप में स्वीकार क‌िया है। इसल‌िए तुलसी से श‌िव जी की पूजा नहीं की जाती है। तुलसी को शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए।


2. भगवान शिव को जल चढ़ाते वक्त खास बर्तन का इस्तेमाल किया जाता है। हमेशा याद रखें कि शिवलिंग पर जल तांबे के लोटे से चढ़ाया जाता है, जबकि पीतल के लोटे से दूध चढ़ाया जाता है।


3. तिल या तिल से बनी कोई वस्तु भी भगवान शिव को अर्पित नहीं करनी चाहिए। इसे भगवान व‌िष्‍णु के मैल से उत्पन्न हुआ माना जाता है, इसल‌िए इसे भगवान श‌िव को नहीं अर्प‌ित करना चाह‌िए।


4. हल्दी का संबंध भगवान व‌िष्‍णु और सौभाग्य से है, इसल‌िए यह भगवान श‌िव को नहीं चढ़ता है। अगर ऐसा आप करती हैं तो इससे आपका चंद्रमा कमजोर होने लगता है और चंद्रमा कमजोर होने से आपका मन चंचल हो जाएगा आप किसी एक चीज में मन लगाकर काम नहीं कर पाएंगे।


5. उबले हुए दूध से शिवलिंग का अभिषेक ना करें. शिवलिंग का अभिषेक सदैव ठंडे जल और कच्चे दूध से करना चाहिए।


6. भगवान शिव को नारियल तो चढ़ा सकते हैं लेकिन नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए। इससे धन की हानि होती है।


7. केतकी का फूल भी भगवान शिव को कभी भी नहीं चढ़ाना चाहिए।


8. भगवान श‌िव को अक्षत यानी साबूत चावल अर्प‌ित क‌िए जाने के बारे में शास्‍त्रों में ल‌िखा है। टूटा हुआ चावल अपूर्ण और अशुद्ध होता है, इसल‌िए यह श‌िव जी को नहीं चढ़ता।


9. भगवान श‌िव ने शंखचूड़ नाम के असुर का वध क‌िया था। शंख को उसी असुर का प्रतीक माना जाता है, जो भगवान व‌िष्‍णु का भक्त था। इसल‌िए व‌िष्णु भगवान की पूजा शंख से होती है, श‌िव की नहीं।


भारत में कोरोना कम्युनिटी स्प्रेडः आईएमए


















एएनआई से बात करते हुए आईएमए (हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया) के अध्यक्ष डॉ वीके मोंगा ने कहा, ‘यह अब घातक रफ्तार से बढ़ रहा है। हर दिन मामलों की संख्या लगभग 30,000 से अधिक आ रही है। यह देश के लिए वास्तव में एक खराब स्थिति है। कोरोना वायरस अब ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रहा है, जो की एक बुरा संकेत है। इससे पता चलता है कि देश में कोरोना का कम्यूनिटी स्प्रेड शुरू हो चुका है।
















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