अश्वनी उपाध्याय, पालूराम
गाज़ियाबाद। मेरठ मंडल के जनपद मेरठ, गाज़ियाबाद, गौतमबुधनगर एवं बागपत में कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी जन सामान्य को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाने, कोरोना पीड़ित मरीजों का कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुरूप यथा समय इलाज संभव कराने तथा संभावित करोना मरीजों की खोज के संबंध में जीडीए के सभागार में नीति आयोग भारत सरकार के माननीय सदस्य विनोद कुमार की अध्यक्षता में सभी को पूर्ण के संक्रमण से सुरक्षित करने के उद्देश्य से आगे की कार्य योजना के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई हैं।
आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवम् परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद के द्वारा प्रदेश स्तर पर कोविड-19 महामारी को लेकर की जा रही कार्रवाई एवं व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा पूरे भारत में 2 जुलाई से 12 जुलाई तक सर्विलेंस के लिए विशेष अभियान संचालित किया गया हैं। जिसमें संभावित कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की खोज एवं अन्य बीमारियों के संबंध में डाटा प्राप्त भी किया गया हैं। उन्होंने बताया कि जो भी संभावित कोरोना के व्यक्ति मिले है उनकी तत्काल पूरे प्रदेश में जांच करने के उपरांत पॉजिटिव पाए जाने वाले कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को आइसोलेट करते हुए उनका तत्काल इलाज संभव कराया जा रहा हैं।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी को लेकर प्रदेश सरकार निरंतर गंभीरता के साथ कार्यवाही सुनिश्चित कर रही हैं और पूरे प्रदेश में वर्तमान तक 11 लाख कोरोना टेस्टिंग कराई गई हैं, जो अन्य प्रदेशों से बहुत अधिक हैं, जन सामान्य को जागरूक करने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश में लगातार कार्यक्रम किए जा रहे हैं, ताकि सभी जन सामान्य को जागरूक करते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित किया जा सकें। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव ने माननीय सदस्य को एनसीआर के लिए 5 लाख एंटीजन कि भारत सरकार के माध्यम से एनसीआर के जनपदों को उपलब्ध कराने एवम् अनुरोध किया गया ताकि दिल्ली के पास के एनसीआर जिलों में और अधिक तेजी के साथ कोरोना वायरस टिंग का कार्य आगे बढ़ाया जा सकें। बैठक में नीति आयोग के माननीय सदस्य के द्वारा उत्तर-प्रदेश में कोविड-19 महामारी को लेकर किए जा रहे प्रयासों की सराहना की तथा एंटीजन किट भारत सरकार के माध्यम से उपलब्ध कराने के लिए आश्वस्त भी किया गया हैं। इस अवसर पर मेरठ मंडल के कमिश्नर अनीता सी मेश्राम ने कोविड-19 को लेकर मंडल के जनपद गौतमबुधनगर, गाज़ियाबाद, मेरठ एवं बागपत में की जा रही कार्रवाई के संबंध में विस्तार पूर्वक रूप से जानकारी उपलब्ध कराई गई हैं।
उन्होंने बताया कि सभी जनपदों में संक्रमण की ट्रांसमिशन की चेन को तोड़ने के लिए लगातार विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर कोरोना मृत्यु दर को न्यूनतम करने के लिए भी अधिकारियों के स्तर पर विशेष प्रयास जानकारी हैं। उन्होंने कहा कि चारों जनपदों में 1,75,358 कोरोना टेस्टिंग की गई हैं। वहीं, दूसरी ओर विगत 26 जून से 12 जून तक इस कार्य में तेजी लाकर 11,618 कोरोना टेस्टिंग की गई हैं, वहीं 2 जुलाई से 12 जुलाई तक चलने वाले विशेष सर्विलांस अभियान के अंतर्गत 32 लाख 78 हज़ार 871 सर्वे का कार्य भी सुनिश्चित किया गया हैं। जिसके तहत चारों जनपदों में 14,333 कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों की खोज की गई हैं।
उन्होंने बताया कि इन जनपदों में 772 कोविड हेल्प टेक्स्ट स्थापित हैं तथा 2, 277 गांव एवं शहरों में मोहल्ला निगरानी समिति कार्य कर रही हैं। नीति आयोग के माननीय सदस्य के द्वारा चारों जनपदों के जिलाधिकारियों से भी कोविड-19 महामारी के संबंध में फीडबैक प्राप्त किया गया हैं। जिलाधिकारी गाज़ियाबाद के द्वारा माननीय सदस्य को अवगत कराया गया है कि जनपद में अत्यंत गंभीर मरीजों के लिए दिल्ली जैसी सुविधाएं जनपद में उपलब्ध नहीं हैं और यहां के मरीज दिल्ली में जाने पर वहां के चिकित्सालयों में उनका इलाज नहीं किया जा रहा हैं। माननीय सदस्य के द्वारा इस बिंदु पर बहुत ही गंभीरता के साथ विचार किया गया है और भारत सरकार के माध्यम से कार्रवाई करने के लिए आश्वस्त भी किया गया हैं। इसी प्रकार उन्होंने लोनी एवं खोड़ा व दिल्ली से सटे हुए होने के कारण वहां पर कोविड-19 को लेकर एकरूपता के साथ कार्रवाई करने के लिए भी माननीय सदस्यों को अवगत कराया गया हैं।बैठक में अन्य जनपदों के जिला अधिकारियों द्वारा भी अपने-अपने जनपद में कोविड-19 महामारी को लेकर की जा रही कार्रवाई के संबंध में विस्तार पूर्वक रूप से जानकारी उपलब्ध कराई गई हैं। आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में एनसीआर के जनपदों के संबंध में सभी अधिकारियों के कार्यो की सराहना की गई हैं और आगे भी इसी क्षमता के साथ कार्य करने की अपेक्षा की गई हैं। उन्होंने अंत में अपने उद्बोधन मैं कहा है कि करोना महामारी से जन सामान्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से जनता के सहयोग से इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाए और इसे पैनिक ना करते हैं, जनता को जागरूक करने के लिए विशेष जागता कार्यक्रम संचालित किया जाए। दूसरी ओर उन्होंने कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुरूप ही सभी अस्पतालों में इलाज करने का आवाह्न किया ताकि सभी मरीज यथा समय एक होकर अपने घर पहुंच सकें। अंत में जिला अधिकारी अजय शंकर पांडे ने माननीय सदस्य एवं सभी अधिकारियों का धन्यवाद किया हैं।