बुधवार, 15 जुलाई 2020

चला सिंधिया की चाल अपनी भी गायब

नीलमणि पाल


जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे डिप्टी सीएम सचिन पायलट खुद राजस्थान सरकार गिराने की डील कर रहे थे। हमारे विधायकों को पैसे के लालच दिए जा रहे हैं. मेरे पास सबूत है। सचिन पायलट पर हमला बोलते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि पहले भी हमें अपने विधायकों को 10 दिन तक होटल में रखना पड़ा। अगर उस वक्त हम नहीं रखते तो आज जो मानेसर वाला खेल हुआ है, वो उस समय होने वाला था। रात के दो बजे लोगों को भेजा रहा था। खुद षड्यंत्र में शामिल नेता सफाई दे रहे थे।


सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे डिप्टी सीएम हो या पीसीसी चीफ, उनसे जब खरीद-फरोख्त की जानकारी मांगी गई तो सफाई दे रहे हैं. वह खुद षड्यंत्र में शामिल थे। दिल्ली में बैठे लोगों ने सरकार गिराने की साजिश रची। लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश हो रही है। कर्नाटक और मध्य प्रदेश की तरह साजिश हो रही है।


सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि आज सीबीआई, इनकम टैक्स, ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है। हम तो तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। 40 साल की राजनीति हो गई. हम तो नई पीढ़ी को तैयार करते हैं। आने वाला कल उनका है. हमारी बहुत रगड़ाई हुई थी। 40 सालों तक जिन्होंने संघर्ष किया, वो आज मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और पार्टी के शीर्ष पर हैं।


सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि लोग कहते हैं हम नई पीढ़ी को पसंद नहीं करते हैं। राहुल गांधी, सोनिया गांधी और खुद अशोक गहलोत उन्हें पसंद करता है। गवाह है कि जब भी मीटिंग होती है तो मैं युवाओं और एनएसयूआई के लिए लड़ाई लड़ता हूं। इनकी रगड़ाई नहीं हुई थी, इसलिए यह समझ नहीं पा रहे हैं।


सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि इनकी बिना रगड़ाई हुए केंद्रीय मंत्री और पीसीसी चीफ बन गए। अगर रगड़ाई हुई होती तो आज और अच्छा काम करते। आज हमसे अच्छा काम ये कर सकते हैं। अगर ये खुद ही हॉर्स ट्रेडिंग को पसंद करेंगे और उसका हिस्सा बनेंगे तो देश को बर्बाद करेंगे।


बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़ी

मनोज सिंह ठाकुर


टोक्यो। जापान में मूसलाधार बारिश के कारण आयी बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या बढ़कर 76 हो गयी है जबकि 13 लोग अब भी लापता हैं। एनएचके प्रसारक ने बुधवार को यह जानकारी दी। उसने बताया कि एक व्यक्ति को गंभीर हालत में बचाया गया है। जापान में 21 प्रांतों में मूसलाधार बारिश के कारण आयी बाढ़ और भूस्खलन से 15,000 से अधिक मकानों को नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने इस सप्ताह के दौरान भारी बारिश जारी रहने का अनुमान जताया है।


बिहार में प्रशासन व तंत्र ने मचाई लूट

बिहार में जन्म लेना अभिशाप है या है कोई चक्रव्यूह : गणेश कुमार


सुपौल। एक तरफ जहां पूरी दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से जूझ रही है वहीं भारत-चीन सीमा विवाद भी देश की परेशानियां बढ़ा रही है तो इधर बिहार सरकार ने प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के लिए भ्रष्टाचार व लूट खसोट के दरवाजे खोल दिए हैं।भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति व कुशल नेतृत्व अब तक बेहद सराहनीय रहा है।


कोरोना संक्रमण को ले लागू लॉकडाउन की अवधि में जनता के सहायतार्थ प्रदेश सरकार द्वारा जारी राशि(अनाज,मास्क,साबुन आदि) घोर मनमानी और भ्रष्टाचारी का शिकार होकर संलिप्त प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के तिजोरियों का वजन बढ़ा रही है।लूट खसोट में संलिप्त प्रतिनिधि व अधिकारियों का तंत्र इतना मजबूत है कि उनपर नकेल कसना सरकार के बस से बाहर की बात है या फिर सरकार नकेल कसना नहीं चाहती।भ्रष्टाचार का ये कारनामा पूरे प्रदेश में व्याप्त है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की तीव्र गति से बढ़ रही संख्या पर समता पार्टी प्रदेश मीडिया प्रभारी गणेश कुमार ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आखिर प्रदेश किस ओर जा रहा है,क्या भ्रष्टतंत्र बिहार का वजूद मिटाने पर तुला हुआ है,लाचार जनता को और ज्यादा लाचार क्यों बनाया जा रहा है,क्या बिहार में जन्म लेना अभिशाप है ?


बिहार सरकार द्वारा 31 जुलाई तक प्रदेश में सम्पूर्ण लॉकडाउन लागू करने के फैसले का स्वागत करते हुए गणेश कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी को ले सरकार यदि लॉकडाउन में छूट देने में जल्दबाजी नहीं करती तो शायद आज स्थिति विकराल नहीं होती साथ हीं प्रदेश की जनता से विनम्र अपील करते हुए कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के नियमों का पालन अवश्य करें।             


यूपी पुलिस एक बार फिर हुई बेनकाब

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर के बर्रा से अगवा युवक के परिवार पर उस वक्त बड़ी आफत टूट पड़ी जब अपहरणकर्ताओं को फिरौती के 30 लाख रुपए दे दिए इसके बाद भी अपहृत युवक को पुलिस छुड़ा नहीं सकी। सोमवार देर रात बदमाशों के बताई जगह पर रुपयों भरा बैग फेंका गया, अपहरणकर्ता बैग लेकर निकल गए पर युवक को नहीं छोड़ा। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की निगरानी में पैसे दिए गए। पीड़ित परिवार ने एसएसपी कार्यालय पर मंगलवार को हंगामा किया। वहीं, रात को एसएसपी ने बर्रा थाने का जायजा लेकर पीड़ित के परिजनों से बातचीत की।


कानपुर के बर्रा-5 निवासी लैब टेक्नीशियन का 22 जून को अपहरण हो गया था। उनके परिवार वालों को फोन कर बदमाशों ने तीस लाख की फिरौती मांगी। इसकी जानकारी परिजन लगाकर एसपी साउथ व बर्रा इंस्पेक्टर को रिकॉर्डिंग के साथ दे रहे थे। आरोप है कि पुलिस के कहने पर उन्होंने सोमवार देर रात अपहरणकर्ताओं के बताए पते पर गुजैनी हाईवे से झांसी रेलवे लाइन के पास पुल से 30 लाख रुपए से भरा बैग नीचे फेंका। पुलिस 100 मीटर दूरी से अपहरणकर्ताओं पर नजर बनाए हुए थीं लेकिन वह उन्हें चकमा देकर रुपयों भरा बैग लेकर भाग निकले। बेटे के न मिलने पर परिजनों ने बर्रा पुलिस पर अपहरणकर्ताओं से मिलीभगत का आरोप लगाया है।


मकान और शादी के जेवर तक बेचे
बेटे को छुड़ाने के लिए माता-पिता ने अपने जेवर और मकान तक बेच दिया था। बहन ने एसएसपी ऑफिस में बिलखते हुए कहा कि घर और खेती बेचने के साथ ही रिश्तेदारों से किसी तरह उधार रुपए लेकर भाई को छुड़ाने की व्यवस्था की थी।


लगातार आए फोन, ट्रेस न कर पाई पुलिस
परिजनों का आरोप है कि अपहरणकर्ता के 29 जून से लगातार फोन कर रहे थे। उन्होंने पुलिस को न केवल जानकारी दी बल्कि हर कॉल की रिकॉर्डिंग तक मुहैया कराई। इतना सब कुछ होने के बावजूद पुलिस ट्रेस नहीं कर पाई।


विश्वास में कर्ज लेकर रकम भी गंवाई
अपहृत युवक की बहन का आरोप है कि जब अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम न देने पर भाई को भूल जाने की धमकी दी तो उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी। इस पर पुलिस ने परिवार पर विश्वास में लेते हुए अपहरणकर्ताओं को रकम देने को कहा था। पुलिस के कहने पर ही पिता पुलिस के दिए हुए बैग में रुपए लेकर अपहरणकर्ताओं को देने गए।


ट्रैक करने को बैग में डाला था मोबाइल
युवक के पिता ने बताया कि फिरौती की रकम देने के लिए पुलिस ने अपना एक बैग और उसमें एक मोबाइल भी रखा था। इससे अपहरणकर्ताओं को ट्रेस किया जा सके लेकिन अब पुलिस कह रही है कि बैग पुल से फेंकने की वजह से उसमें रखा मोबाइल ऊंचाई से गिरकर टूट गया जिसकी वजह से उन्हें ट्रैक नहीं किया जा सका।


चकरपुर से अपहरणकर्ताओं ने लिया था सिमकार्ड
चकरपुर मंडी में काम करने वाली नौबस्ता खाड़ेपुर निवासी महिला ने 26 जून को चकरपुर की एक शॉप से सिमकार्ड लिया था। दुकानदार ने धोखे से उसकी आईडी पर ही एक और सिम एक्टीवेट कर लिया और किसी को बेच दिया। इसी सिमकार्ड से अपहरणकर्ताओं ने युवक के परिजनों से फिरौती मांगी। हालांकि पुलिस ने महिला को पकड़ा तो उसने पूरा मामला बताया जिसके बाद पुलिस ने दुकानदार भी पकड़ा जिसे पांच-छह दिन बाद छोड़ दिया गया। अपहरणकर्ता ने युवक के पिता से लगातार फोन पर संपर्क करते हुए फिरौती की रकम मंगाने के लिए पहले बर्रा, तात्याटोपे नगर फिर पनकी लोहिया चौराहा और इसके बाद अचानक गुजैनी-झांसी रेलवे लाइन के पास बुला लिया।


इस प्रकरण में दो तरह से तथ्य सामने आ रहे हैं। पुलिस कह रही है बैग में पैसा नहीं था। परिजन कह रहे हैं कि पैसा था। इस प्रकरण को मैं खुद मॉनीटर कर रहा हूं। यदि इस मामले में पुलिस कर्मी दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। - दिनेश कुमार पी, एसएसपी


कहां गए, 3 मौतो पर ढींगे हांकने वाले

तीन मौतों के बाद नहीं पसीजा सांसद विधायकों का रत्ती भर दिल


सांसद विधायक के ऊंचे महल कोठी देखकर पीड़ित जनता की मुश्किलें नहीं होंगी दूर


फोटो छपास तक सीमित रहते हैं सांसद विधायक जनप्रतिनिधि


कौशाम्बी। जिले के भरवारी कस्बे में ढाई महीने पूर्व आतिशबाज के घर में विस्फोट होने के बाद तीन लोगों की मौत के मामले में लंबी लंबी डींग हांकने वाले किसी भी सांसद विधायक का दिल नहीं पसीजा है। आज तक मृतक परिवार को मदद में इन सांसद विधायकों द्वारा फूटी कौड़ी नहीं दी गई है। केंद्र और प्रदेश सरकार से भी गरीब परिवारों को आर्थिक मदद दिलाने का प्रयास सांसद विधायकों ने अभी तक ही नहीं किया है। मदद के नाम पर पूर्व सांसद विधायक भी आगे नही आ सके है, जिससे इनकी जनता के प्रति लगाव का अंदाजा लगाया जा सकता है। पीड़ित परिवार न्याय के लिए भटक रहा है, अभी तक उसे किसी प्रकार की आपदा पीड़ित की सहायता राशि भी नहीं मिल सकी है। इतना ही नहीं इस हादसे के जिम्मेदार लोगों की अभी तक पूरी तरह से गिरफ्तारी भी पुलिस नहीं कर सकी है। पुलिस भी हादसे के जिम्मेदारों के आगे घुटने टेक चुकी है, अब गुनहगारों की मदद कौन कर रहा है यह जनता के बीच चर्चा का विषय है। 


गौरतलब है कि जनता के वोट लेकर लोकसभा एवं विधानसभा का सफर तय करने वाले सांसद और विधायक के ऊंचे महल की कोठी देखकर पीड़ित जनता की मुश्किलें आसान नहीं हो पाएगी जब तक उनकी समस्याओं को धरातल पर उतरकर सुना और समझा ना जा सके। चुनावी समय में इन्हीं सांसद और विधायक के द्वारा बड़े - बड़े वादों का पुलिंदा खड़ा कर दिया जाता है,जबकि झूठे वादों में फंसकर जनता सांसद विधायक को उस मुकाम तक पहुंचा देती है जहां से पीड़ित जनता की मुश्किलें आसान हो जाए लेकिन जब उनकी मुश्किलें आसान होती नहीं दिखाई देती है बल्कि और बढ़ने लगती है तो यही जनता अपने आपको ठगा हुआ महसूस करती हैं।


इन्हीं सांसद विधायक जनप्रतिनिधियों जो अपने आपको पीड़ित जनता का मसीहा बताकर बड़े मंच पर खड़े होकर लंबे चौड़े भाषण देते हैं व अपने आपको सांसद विधायक का निष्ठावान प्रतिनिधि बताकर फोटो  छपास तक ही सीमित रहते हैं इनका भी क्षेत्रीय पीड़ित जनता से कोई वास्ता दूर - दूर तक नहीं होता है।


इसी तरह भरवारी नगर पंचायत में कई वर्षों से अवैध पटाखा कम्पनी घनी आबादी बस्ती में संचालित हो रही थी जिसमें आर्थिक स्थिति से जूझ रहे नाबालिक बच्चों से पटाखा बनवाने का कार्य कराया जाता था। ढाई माह पूर्व उस पटाखा कम्पनी में बारूद की चिंगारी से अचानक ब्लास्ट हो गया। पटाखा कम्पनी में काम कर रही एक महिला समेत दो नाबालिक बच्चियों के चीथड़े उड़ गए। धमाका इतना तेज था कि आस पास के मकान की ईंट भी उखड़ गई है थी।सूचना पाकर घटनास्टल पर प्रशासन पहुंचकर आर्थिक तंगी से जूझ रहे पीड़ित परिवार को सांत्वना दिलाते हुए आर्थिक सहायता व प्रधानमंत्री आवास सहित हर संभव मदद दिलाए जाने का आश्वासन दिए जो आज तक पीड़ित परिवार को नहीं मिल सका है।


अवैध पटाखा कम्पनी संचालित करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही कराए जाने का आश्वासन भी दिए।लेकिन ढाई माह बीत जाने के बावजूद भी अवैध पटाखा कम्पनी के संचालक खुलेआम घूम रहे हैं जो पीड़ित परिवार के ऊपर धमकियों भरा सुलह होने का दबाव बना रहे हैं। इस बात की शिकायत लेकर कई बार पीड़ित परिवार के सदस्य क्षेत्रीय संसद विधायक से मिलकर अपनी समस्या बताना चाहा, लेकिन उनके प्रतिनिधि कोरोना महामारी का हवाला देते हुए पीड़ित परिवार को वापस कर देते हैं। दिल दहला देने वाली इन तीन बातों में माननीयों का दिल नहीं पसीजा तो आम जनता की समस्या के समाधान में कितना गंभीर होते होंगे इसका अंदाजा भी लगाया जा सकता है।


राजकुमार 


प्रशासन से बैरिकेटिंग खोलने की अपील

पूरामुफ्ती मनौरी मुख्य मार्ग में बैरिकेटिंग खुलवाने के लिये मनौरी बाजार व कई गाँव के लोगो की जिला प्रशासन से अपील


मनौरी कौशाम्बी। पूरामुफ्ती थानांतर्गत मनौरी बाजार में कोरोना संक्रमित की बढ़ती संख्या को देखते हुए कौशाम्बी जिलाधिकारी ने 14 दिन के लिए सीज़ कराने का आदेश दिया। बाजार की सभी दुकानों पूर्ण रूप से बन्द कराने और मनौरी बाजार को चारों तरफ से बैरिकेटिंग कराने का भी आदेश दिया गया। सभी मुख्य मार्ग बन्द होने से मनौरी बाजार के ग्रामीणों में दहशत , ग्रामीणों का कहना है कि अगर किसी की तबियत खराब हो जाय तो इलाज़ कराने किस मार्ग से जाएगा, बैरिकेटिंग इतनी तगड़ी है कि मोटर सायकिल भी नही निकल सकती। मुख्य मार्ग पर बैरिकेटिंग होने पर मनौरी बाजार में सब्जी वाले, दूध वाले, गैस सिलेंडर डिलेवरी वाले आदि लोगो का बाजार में प्रवेश नही मिल पा रहा है।


जबकि मनौरी बाजार के सभी व्यापारी जिला प्रशासन के निर्देशों का पूर्णतया पालन करते हुए अपनी दुकानें बन्द करके अपने घर के अंदर रह रहे है। अगर जल्द ही मुख्य मार्गों से बैरिकेटिंग नही हटाई गई तो बाजार में खाने पीने की काफी दिक्कत के साथ ही और परेशानी झेलनी पड़ेगी। मनौरी बाजार से लगे और भी गाँव मनौरी गाँव, मरदान पुर, जनका, मीरपर असरापुर, चिल्ला शाहबाज़ी, रतगहा, पुरैनी भी इन्ही परेशानियों से जूझ रहे है और जिला प्रशासन से अपील किये है कि मुख्य मार्ग की बैरिकेटिंग को खोला जाय।


रिपोर्ट : -राकेश कुमार केशरवानी


6 लाख ठीक हुए, 24309 की मौत

डी नंदनी


  नई दिल्ली। चीनी वायरस कोरोना यानी कोविड 19 के संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए देश में 24 मार्च से जारी लॉकडाउन का आज 111वां दिन है। वहीं देश में जारी अनलॉक-2.0 का आज 15वां दिन है। पहले अनलॉक-1.0 और अब अनलॉक-2.0 के तहत देश में शर्तों के साथ होटल, मॉल, धार्मिक स्थल समेत कई सार्वजनिक जगह भी खुल चुके हैं। जन जीवन और अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटने लगी है। लेकिन इन सबके बीच देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रहा है।


कोरोना का कहर देश में लगातार जारी है। हर रोज मरीजों की बढ़ती संख्या परेशान करने वाली हैं। अब तक 9,36,181 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि कोरोना की चपेट में आकर अब तक 24, 309 लोगों की मौत हो चुकी है। अच्छी बात ये है कि देश में अब तक 5 लाख 92 हजार से ज्यादा लोग ठीक होकर अपने-अपने घरों को पहुंच चुके हैं।


स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज सुबह जारी ताजा अपडेट के मुताबिक, देश में कुल कंफर्म केस की संख्या 9,92,032 है, जिसमें 24,309 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी देश में 3,19,840 एक्टिव केस हैं। वहीं, ठीक होने वालों का आंकड़ा बढ़कर 5,92,032 हो गया है। पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना संक्रमितों के रिकॉर्ड 29,429 नए मामले सामने आए। जबकि 582 लोगों की मौतें हुई।             


'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...