रविवार, 12 जुलाई 2020

वोट की चोट से करें भ्रष्टचार का सफाया

अपने वोट की चोट से करें भ्रष्ट और स्वार्थी राजनेताओं का सफाया। जनता को अपनी वोट के प्रति जागरूक करने के लिए जल्दी ही एक अभियान चलाकर चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएगी हरियाणा जाट महासभा: प्रदीप हुड्डा



रोहतक। हरियाणा जाट महासभा आने वाले बरोदा विधानसभा उपचुनाव में किसी भी राजनीतिक दल या पार्टी विशेष का साथ नहीं देगी। बल्कि प्रत्याशी की छवि और उसके व्यवहार पर समर्थन देगी। जल्दी ही हरियाणा जाट महासभा ने अपने कोर कमेटी की एक मीटिंग बुलाई है। मीटिंग में निर्णय लिया जाएगा की राजनीतिक पार्टियों द्वारा घोषित प्रत्याशी या निर्दिलिय प्रत्याशी किस का समर्थन करें। प्रत्याशी की छवि के अनुसार ही समर्थन दिया जाएगा। लगभग सभी पार्टी के शीर्ष नेता और निर्दलीय चुनाव लड़ने के इच्छुक प्रत्याशी हरियाणा जाट महासभा के संपर्क में हैं। हरियाणा में जाट वोट ज्यादा होने के कारण बिना जाटों के किसी का भी सत्ता में आना मुश्किल ही नही नामुकिन भी है। क्योंकि यह उपचुनाव सभी राजनीतिक दलों की आने वाले समय की दिशा और दशा दोनों तय करेगा। हरियाणा जाट महासभा पूरे हल्के में आने वाले दिनों में एक अभियान चलाने जा रही है कि अपने हल्के में विकास और अपने बच्चो का भविष्य देखते हुए साफ और स्पष्ट छवि वाले प्रत्याशी को ही वोट दे। आजकल राजनीति में अच्छे अनुभवी और साफ-सुथरी छवि वाले नेताओं की कमी बहुत ज्यादा खल रही है। ऐसे भ्रष्ट राजनेताओं के कारण हरियाणा प्रदेश बेरोजगारी में नंबर वन पर आ गया है। जमीनी स्तर पर जब बरोदा हल्के का दौरा किया गया तो वहां यह चीज निकल कर आई की पार्टी के नेता चुनाव से 6 महीने पहले और चुनाव के 6 महीने बाद तक ही नजर आते हैं। उसके बाद 4 साल तक उनका कोई अता-पता नहीं होता। सभी अपना घऱ भरने और स्वार्थ सिद्ध करने में लग जाते है। समाज हित में कोई काम नहीं करवाए जाते। बल्कि सभी अपना घर भरने औऱ अपने पारिवारिक सदस्यों को एडजस्ट करने में लग जाते हैं। चापलूस और स्वार्थी किस्म के लोग अपने चक्कर में गरीब व आम आदमी को दबलकुचल कर पीछे छोड़ जाते हैं। आम आदमी और गरीब की सुनवाई ही नही हो पाती है। जाट महासभा जनता से अपील करती है की आने वाले विधानसभा उपचुनाव में साफ स्पष्ठ और सुथरी छवि के प्रत्याशी को ही वोट दें। जिससे उनके क्षेत्र का विकास हो सके। किसी भी भ्रम या राजनेताओं के बहकावे में न आए। अपनी सोच और अपनी समझ से काम ले। अपनी वोट की चोट से भ्रष्ट और स्वार्थी राजनीतिक नेताओं का सफाया करें क्योंकि यह मौका आपको 5 साल में एक बार मिलता है। हरियाणा जाट महासभा हमेशा आम इन्सान की परेशानियों को हमेशा जोर शोर से उठाती रही हैं,और आगे भी समाज के हितों के लिए उठाती रहेगी।


मोहाली में 1 साथ 26, चंडीगढ़ में 10 मामले

 मोहाली में एक साथ कोरोना के 26, चंडीगढ़ में 10 आये मामले



चंडीगढ़/मोहाली। चंडीगढ़ व मोहाली में रविवार को 36 नये मामले आये हैं, चंडीगढ़ में जहां रविवार को आये 10 मामलों में सेक्टर 32, 19, 45, 21, 63 व सेक्टर 7 से नये मामले आये हैं जबकि 4 कोरोना के मरीज ठीक होकर अपने घर पहुंच गये हैं। इस प्रकार चंडीगढ़ में पॉजिटिव मरीजों की संख्या में 559 व एक्टिव केस 134 रह गये हैं। मोहाली जिला में भी कोरोना ने कहर मचा दिया है। इस दौरान 26 नए मामले सामने आए हैं। सभी को ज्ञान सागर अस्प्ताल बनूड में भती करवाया गया है। सिविल सर्जन डॉ मनजीत सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि अब जिले में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 392 पहुंच गई हैं। जबकि 271 लोग तंदरुस्त हो चुके हैं। सात लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 114 एक्टिव मरीज है। सेहत विभाग के मुताबिक रविवार को नयागांव में तीन महिलाएं कोरोना पॉजिटिव आई। इनक आयु क्रमश: पच्चीस, 26 और 29 साल है। शिवजोत इनक्लेव खरड़ में 33 साल की महिला, गिल्को खरड में 54 साल की महिला, शिवालिक होम्स खरड में 58 साल की महिला और 34 साल का पुरुष, सन्नी इनक्लेव खरड़ में 41 साल की महिला कोरोना की शिकार हुई है।


इसी तरह ढकौली में 43 साल का पुरुष, 63 साल का बुजुर्ग और 41 साल का बुजुर्ग पॉजिटिव आया है।। सेक्टर-97 में 67 साल की महिला, डेराबस्सी में 69 साल की महिला, झंजेड़ी में 65 साल की महिला और 20 साल का युवक, कुराली के वार्ड नंबर पंद्रह में बीस साल की महिला, छह साल की लड़की, दो साल का लड़का व 34 साल का बुजुर्ग व कुराली के वार्ड नंबर चार में तीस का पुरुष व तीस साल की महिला पॉजिटिव आई है।सन्नी इनक्लेव जीरकपुर में तीस साल की महिला, आठ साल की लड़की व 55 साल का पुरुष पॉजिटिव आया है। सोहाना में 24 साल की महिला व 22 साल की महिला कोरोना पॉजिटिव आई है।


सेहत विभाग ने लोगों को अलर्ट रहने की नसीहत दी है। जिक्रयोग है कि मोहाली पहले कोरोना मुक्त हो चुका था। इसके बाद जैसे ही इंटर स्टेट मूवेंट शुरू हुई है, उसके बाद से कोरोना संबंधी नए केस आने शुरू हुए है।



संक्रमण मिलने पर सीएससी किया सील

प्रशांत शर्मा
डलमऊ/रायबरेली। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को महिला कर्मचारी की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद अधिकारियों के होश उड़े हुए हैं। क्योंकि जिस महिला कर्मचारी की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है, वह महिला कर्मचारी टीकाकरण के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही थी।
आपको बता दें कि, इतना ही नहीं महिला कर्मचारी सीएचसी के आवासीय परिसर में रहती थी। इसके साथ ही अन्य कर्मचारी भी आवासीय परिसर में रहते है। शुक्रवार को देर रात अधिकारियों के निर्देश पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डलमऊ को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। दूसरी तरफ डलमऊ सीएचसी परिसर में इलाज कराने आ रहे मरीजों को पुलिस वापस कर रही है। एक तरफ जहां लोगों को इस महामारी से बचाने का प्रयास किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ बीमारी से ग्रसित मरीजों का इलाज ना होने से परिजन काफी परेशान हो रहे हैं।
सीएचसी प्रभारी विनोद सिंह चौहान ने बताया कि, महिला कर्मचारी के  कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उच्चाधिकारियों के निर्देश पर करीब 60 कर्मचारियों के खून के नमूने लिए गए हैं। सोमवार को रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।            


घर से निकलना है तो मास्क लगाना है

डोर टू डोर सर्विसलेस अभियान का कोविड-19 नोडाल अधिकारी ने किया निरीक्षण


संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत स्वच्छता का लिया 


जायजा


घर से निकलना है तो मास्क लगाना है
 गोपीचंद सैनी


बागपत। शासन द्वारा नामित कोविड-19 नोडल अधिकारी  ऊर्जा सचिव श्री एम देवराज जी व जिलाधिकारी शकुन्तला गौतम ने डोर टू डोर सर्विस लेंस अभियान के अंतर्गत  बागपत शहर की  बाल्मीकि कॉलोनी मे पहुंच कर औचक निरीक्षण किया और परिवार के सदस्यों से जानकारी प्राप्त की स्वास्थ्य विभाग की टीम आशा और एएनएम द्वारा घर पर स्वास्थ्य संबंधित जानकारी ली गई या नहीं जिसमें सभी परिवार के सदस्यों  सदेश चौहान  पुत्र नरेंद्र चौहान ,टेकचंद  पुत्र हरकेश ,राजकुमार पुत्र  फूल सिंह  ने ज्ञानो पत्नी ओम प्रकाश ने बताया की आशा, एएनएम द्वारा स्टीकर भी लगाए जा रहे हैं और थर्मल स्क्रीनिंग भी की जा रही है और  खांसी, बुखार ,जुखाम ,टीवी कैंसर आदि इत्यादि रोगों से संबंधित जानकारी ली जा रही है ममता ,सविता आंगनवाड़ी मौके पर स्टीकर लगाती मिली और घरों पर स्टीकर भी लगाए जा रहे हैं परिवार के सदस्यों ने बताया।


कोविड-19 नोडल अधिकारी ऊर्जा सचिव एम देवराज व जिलाधिकारी ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत भी साफ सफाई का जायजा लिया और अधिशासी अधिकारी को ब्रह्द स्वच्छता अभियान चलाए जाने के लिए निर्देशित किया।
    
उन्होंने कहा गली मोहल्लों में किसी भी प्रकार की गंदगी नहीं होनी चाहिए और साफ सफाई युद्ध स्तर पर कराई जाए और लोगों को भी साफ सफाई के लिए प्रेरित किया जाए।
  जिलाधिकारी ने कहा कोविड-19 वैश्विक महामारी से बचने के लिए आप सभी लोग लॉकडाउन का अनुपालन करें अपने घर में रहें सुरक्षित रहें 2 गज की दूरी मांस है जरूरी के सिद्धांत पर अपनी जिंदगी व्यतीत करें अत्यधिक आवश्यकता पड़ने पर ही घर से बाहर निकले मास्क लगाकर । जिलाधिकारी ने बागपत, बड़ौत शहर का भ्रमण किया और लॉक डाउन की स्थिति का भी जायजा लिया जिसमें सभी जनपदवासी लॉकडाउन का अनुपालन कर रहे हैं और शहर गलियों में सन्नाटा नजर आ रहा है। इसलिए सभी लोग लॉकडाउन का अनुपालन करें और अपने आप को सुरक्षित करें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी हुबलाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी ओमपाल सिंह ,एसडीएम राम नयन, सी एच सी अधीक्षक बागपत विभास राजपूत सहित आदि अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।


डूबने से 7 बच्चों की मौत, पसरा मातम

नदी में डूबने से 7 बच्चों की मौत, घर में पसरा मातम


पटना। बिहार में कोरोना संकट के बीच इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है। नदी में नहाने के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ है। नदी में डूबने से 7 बच्चों की मौत हो गई है। बच्चों की मौत की खबर सुनते ही उनके घर में कोहराम मच गया है। घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
अरवल और वैशाली जिले में दो हादसे हुए हैं. नदी में डूबने से अरवल में 4 और वैशाली में 3 बच्चों की मौत हो गई है। मिली जानकारी के मुताबिक अरवल में सोन नदी में स्नान करने के दौरान चार बच्चों की नदी के तेज बहाव में डूबने से मृत्यु हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी एक ही परिवार के बच्चे सुबह में नदी में स्नान करने गए थे। तभी स्नान के दौरान बालू निकासी के लिए खोदे गए गड्ढे में फिसल गए और तेज धार व गड्ढे के कारण बन रहें भवरी से बाहर नहीं निकल पाए और एक एक कर उसी में सभी बच्चे बैठ गए।
जानकारी के अनुसार मल्हीपट्टी निवासी गौहर अली जो कपड़ा सिलाई का काम करते हैं उनके घर के चार बच्चे दस बजे के बाद घर से स्नान करने को कह कर निकल गए। गौहर अली खुद दुकान पर चले गए। काफी देर हुआ बच्चों को घर से गए हुए तब खोजबीन शुरू हुआ। तभी किसी ने बताया कि सभी सोन नदी तरफ गए हैं। बच्चों के साथ गए हुए बच्चे लौट रहें थे तब उनसब ने बताया कि चार बच्चे डूबे हुए हैं। उसके बाद लोगों का हुजूम खोजने के लिए निकल पड़ा। यह खबर जैसे जैसे जिसे मिला सभी सोन नदी तरफ दौड़ पड़े। उसके बाद गोताखोर को बुलाया गया। घंटो मेहनत के बाद एक एक कर सभी शव को नदी से निकाला गया।
मरने वाले बच्चे असगर अली सात वर्ष गौहर अली का पुत्र, पुत्री अलिसा प्रवीण नौ वर्ष, भांजी साईंमा परवीन 10 वर्ष पिता मंसूर आलम घर दाउदनगर औरंगाबाद और भांजा जैद आलम 12 वर्ष पिता जहीर खान हसपुरा ओरंगाबाद के निवासी हैं। सभी शव को घटना स्थल से निकलकर सदर थाना ने पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा पोस्टमार्टम के बाद सभी शव को परिजनों को सौंप दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही सदर सदर प्रखंड के अंचल अधिकारी अंजू सिंह थानाध्यक्ष रंजीत वत्स पहुंच गए थे। घटना स्थल पर पहुंचकर प्रखंड विकास पदाधिकारी सुशील ने बीस बीस हजार रूपये का चेक मृतक के परिजनों को सौपा।
उधर दूसरी ओर, वैशाली के चेहराकलां प्रखंड के सरसीकन गांव में पोखर में नहाने के दौरान तीन बच्चे डूब गए। जिससे उनकी मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक जबतक बच्चों को पानी से बाहर निकाला जाता तीनों की सांसें थम चुकीं थीं। तीनों बच्चे तीन परिवार के थे। मृतकों में भरथ पासवान का पुत्र गोलू कुमार (12), रंजीत पासवान का पुत्र मनीष कुमार (10) एवं विशेश्वर पासवान का पुत्र सोम कुमार शामिल हैं।


कर्मचारियों को 4 दिन काम पर बुलाएंं

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढते प्रकोप को  योगी सरकार ने से निपटने के लिए हफ्ते में दो दिन (शनिवार-रविवार) लॉकडाउन का ऐलान किया है। जिसके बाद पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अधिकारियों और कर्मचारियों को सप्ताह में केवल 4 दिन काम पर बुलाने की बात कही है।

उन्होंने आगे कहा कार्यदिवस सोमवार से बृहस्पतिवार तक होने चाहिए और साप्ताहिक बंदी शुक्रवार, शनिवार और रविवार को होनी चाहिए। कोरोना वायरस को देखते हुए अतिरिक्त प्रतिबंध भी लगाये जाने चाहिए। इससे वायरस के प्रसार को रोकने में ही नहीं, बल्कि लोगों को घर में परिवार के साथ रहने और अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने में भी मदद मिलेगी।                  

उच्च शिक्षण संस्थानों का कैलेंडर जारी

बरेली। राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों का शैक्षिक कैलेंडर जारी किया गया है। उच्च शिक्षा विभाग ने स्नातक प्रथम वर्ष के एडमिशन 15 सितंबर तक और परास्नातक की प्रवेश प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक संपन्न करने की समयसीमा तय की है।


विशेष सचिव मनोज कुमार ने कैलेंडर जारी करते हुए कहा कि राज्य में 4 अगस्त से स्नातक द्वितीय व तृतीय वर्ष और परस्नातक की ऑनलाइन कक्षाएं संचालित होंगी। शासन ने स्थितियां सामान्य होने की संभावना व्यक्त करते हुए एक अक्टूबर से पठन-पाठन प्रक्रिया सामान्य रूप में लाने का भरोसा जताया है।               

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-343, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. मंगलवार, नवंबर 26, 2024 3. शक-1945, कार्तिक, कृष्ण-पक्ष,...