रविवार, 12 जुलाई 2020

दिशा-निर्देशों के अनुरूप संक्रमण से बचें

लॉक डाउन के दिशा निर्देशों को मानना ही होगा-व संक्रमण से बचना होगा-- कोतवाल राकेश तिवारी


कड़ाधाम/कौशाम्बी। वैश्विक महामारी कोविड कोरोना -19 से पूरा विश्व संकट के दौर से गुजर रहा है इस महामारी के चलते अन्य देशों के साथ भारत देश की भी स्थिति सुधरती नही दिख रही बीते 2 महीने से रोज नए नए कोरोना संक्रमित केस सामने आ रहे हैं जिसको लेकर जिले के उच्च अधिकारी भी परेशान हैं। ज्यादा संक्रमण न फैलने पाए उसके लिए अपने अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने अपने क्षेत्रों में सक्रियता बरतने का आदेश दे रखे हैं।


पुलिस अधीक्षक श्री अभिनंदन के निर्देशानुसार कड़ा धाम कोतवाल राकेश तिवारी अपने हमराहियों के साथ क्षेत्र में बराबर भ्रमण कर लगाए गए धनात्मक लॉक डाउन के दिशा निर्देशों का पालन करवा रहे हैं।


 कड़ा धाम कोतवाली अंतर्गत, देवीगंज की एक बड़ी बाजार में शुमार हैं यहां से पूरे क्षेत्र के फुटकर और थोक दुकानदार सामानों की खरीददारी करते हैं जिससे बाजार में भीड़ एकत्र हो जाती है  हलांकि सरकार के निर्देशों के अनुसार कल सोमवार से मिनी लाकडाउन कर दिया गया है हफ्ते में 5 दिन दुकान खुलेंगी एवं शनिवारी रविवार को दुकान और प्रतिष्ठान बन्द करने का दिन निर्धारित कर दिए गए !और दो गज की दूरी भी सख्ती से निर्धारित कर दिया गया है फिर भी कुछ मनबढ़ दुकानदारों की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग के टूटने  एवम संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है !


उस पर गौर करते हुए देवीगंज के तमाम दुकानदारों को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए इंस्पेक्टर राकेश तिवारी,व ब्यापरियो के देवीगंज ब्यापार मंडल अध्यक्ष प्रमोद साहू ,महामंत्री मोमीन अंसारी ने कहा जिन दुकानों को जिस दिन खोलने और बंद करने का दिन निर्धारित किया गया व और कई दुकानों को खोलने के नियम है।तभी तक खोलें और दुकानों में सेनेटाइजर हाथ धोने का साबुन प्रत्येक व्यक्ति मास्क सोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लॉक डाउन के लिए दिए गए दिशा निर्देशों पालन करें अन्यथा विधिक कार्रवाई की जाएगी।।


ज्ञानू सोनी 


लॉकडाउन में चला पुलिस का गुंडा राज

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। पुलिस के व्यवहार को देख कर लग रहा है कि मानो उसे लॉकडाउन में अपनी मनमर्जी करने की पूरी छूट मिल गई है। शुक्रवार रात से जारी प्रदेश व्यापी लॉकडाउन में गाज़ियाबाद के कई स्थानों से पुलिस की ज़्यादतियों की खबरें आ रही हैं। 


इंदिरापुरम, वसुंधरा, राज नगर एक्सटेंशन, लोनी, साहिबाबाद और पुराने शहर के अनेक दुकानदार अखबारों के दफ्तरों और अधिकारियों को फोन कर लगातार शिकायतें कर रहे हैं कि मोटर साइकिल और पीआरवी सवार पुलिसकर्मी डंडे के बल पर दूध, ब्रेड और राशन आदि की दुकानें भी बंद करा रहे हैं। बहुत से स्थानों पर ठेले पर सब्जी और फल बेचने वालों ने भी पुलिस के दुर्व्यवहार की शिकायतें की हैं।


प्रशासन की ओर से स्पष्ट हैं आदेश


आपको बता दें कि मुख्य सचिव (शासन) राजेन्द्र कुमार तिवारी द्वारा 9 जुलाई को जारी आदेश के क्रम संख्या 2 में स्पष्ट लिखा है कि “इस अवधि में समस्त आवश्यक सेवाएँ यथा-स्वास्थ्य एवं चिकित्सकीय सेवाएँ आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पूर्व की भांति खुले रहेंगे और इन सेवाओं में कार्यरत व्यक्तियों, कोरोना वारियर, स्वच्छता कर्मी व डोर-स्टेप डिलिवरी से जुड़े व्यक्तियों के आने-जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा”।


पुलिस कप्तान के आदेश भी बेअसर


पुलिसकर्मियों की ज़ोर जबरदस्ती को देखते हुए एसएसपी कलानिधि नैथानी ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए थे कि वे आवश्यक सेवाओं से जुड़े व्यक्तियों को परेशान न करें।  लेकिन आश्चर्य की बात है कि चौकी स्तर पर तैनात पुलिसकर्मियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है।


कैसे करें विरोध, दुकानदारों की है मजबूरी


गलियों में छोटी-छोटी राशन की दुकानें लगाने वाले दुकानदार चाह कर भी गाज़ियाबाद पुलिस की इस जबरदस्ती का विरोध नहीं कर पा रहे हैं।  लोनी में ऐसी ही एक परचून की दुकान चलाने वाले दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हमारी मजबूरी है हमें यहीं पर रहना है। अगर हम बड़े अधिकारियों से इन पुलिसवालों की शिकायत करेंगे तो पता नहीं हमें कल किस आरोप में फंसा कर थाने में बंद कर दें।                                


973 वाहनों का चालान, 4 सीज किए


विजय भाटी

गौतम बुध नगर। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते केसों के मद्देनजर प्रदेश द्वारा 13 जुलाई शाम पांच बजे तक लगाए गए लॉकडाउन का एनसीआर के यूपी वाले हिस्सों में कड़ाई से पालन कराया गया जा रहा है। पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह के निर्देश पर रविवार को भी जिले में पुलिसकर्मी काफी सतर्क व चैकस नजर आए। इस बीच रविवार तक गौतमबुद्धनगर में लॉकडाउन के उल्लंघन के 18 मुकदमे विभिन्न थानों में दर्ज किए गए वहीं 62 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।


पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने रविवार को बताया कि पिछले 24 घंटे में 200 चेकिंग प्वाइंट पर 1950 वाहनों को चेक किया गया जिसमें से 973 वाहनों का चालान व 4 वाहन को सीज किया गया। उन्होने बताया कि 40650 रुपये का जुर्माना भी वसूला गया है। सिंह ने बताया कि यह कार्रवाई जिला में लगातार चलता रहेगा। पुलिस कमिश्नर ने सभी पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को स्पष्ट रूप से कहा है कि लाॅकडाउन का पालन कराने में किसी तरह की कोई नरमी न बरती जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली से सटी नोएडा की जिन सीमाओं को सील किया गया है वहां विशेष सतर्कता बरती जाए। वाहनों की चेकिंग के अलावा यह भी देखा जाए कि कोई शख्स बिना मास्क पहने तो नहीं घूम रहा। बता दें कि यूपी में फिर से लागू लाॅकडाउन की वजह से दिल्ली से सटी गाजियाबाद और नोएडा की सीमाएं सील की गई हैं जिनकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ा है।               

शहीद स्मारक पर 'श्रद्धांजलि' कार्यक्रम

कारगिल विजय भारतीय सेना के अदम्य साहस और शौर्य का परिणाम। योगेश सौरोत


रतन सिंह चौहान
होडल। भारत स्काउट्स एंड गाइड्स पलवल द्वारा कारगिल शहीद राजवीर सिंह सौरोत के 21 वें शहीदी दिवस पर गांव गढ़ी पट्टी स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए संस्था के जिला संगठन आयुक्त योगेश सौरोत ने कहा की कारगिल की लड़ाई भारतीय सेना के अदम्य साहस और शौर्य का परिणाम है। यह युद्ध बहुत ही विपरीत परिस्थितियों में लड़ा गया लेकिन भारतीय सेना ने अपने पराक्रम के द्वारा  दुश्मनों को तबाह करते हुए अपनी सीमाओं की रक्षा की । इस अवसर पर शहीद के बड़े भाई  प्रताप सिंह सौरोत को शॉल भेंट करके सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि 1999 में कारगिल की लड़ाई में 17 जाट रेजीमेंट के लांस नायक राजवीर सिंह सौरोत ने अपनी शहादत दी। उनकी पुण्य तिथि पर प्रतिवर्ष देशभक्ति से परिपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस बार कोरोना महामारी के संक्रमण के कारण कारण उस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया। इस बार शहीद की पुण्य स्मृति में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्था के जिला संयोजक विष्णु गौड़  ने कहा कि इस संपूर्ण क्षेत्र को शहीद राजवीर सिंह की शहादत पर गर्व है तथा  शहीद राजवीर के जीवन से प्रेरणा लेकर आज गढ़ी पट्टी गांव के सैकड़ों युवक भारतीय सेना में भर्ती हुए हैं। इसका श्रेय उन्होंने राजवीर सिंह की शहादत को दिया। इस अवसर पर कारगिल शहीद नायक समुद्र सिंह हुड्डा सेवा समिति के महासचिव दीपचंद सौरौत, एच.जी.एम. विद्यालय के प्रबंधक ज्ञानचंद सौरोत, शहीद के परिजन मास्टर जसवंत सिंह पार्षद, धर्मपाल, लाल सिंह ,  प्रीतम सिंह ,रंजीत सिंह, प्रकाश वीर पीटीआई मास्टर मनोहर लाल, तुलसीराम आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।               


सीएम के खिलाफ अनशन की घोषणा

स्वामी शिवानंद ने की अनशन की घोषणा। सीएम को बताया अपहरणकर्ता और खनन माफिया


पंकज कपूर


हरिद्वार। गंगा की निर्मलता अविरलता और स्वच्छता के लिए हरिद्वार की मातृ सदन संस्था के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने एक बार फिर से अनशन की घोषणा कर दी है। कोविड-19 के कारण स्वामी शिवानंद ने 29 मार्च को माँ गंगा की स्वछता अविरलता और विभिन्न मांगों को लेकर चल रहे अनशन को विराम देने के बाद स्वामी शिवानंद ने अब 3 अगस्त से अनशन शुरू की करने की बात कही है। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर संस्था के परमाध्यक्ष एक बार फिर अनशन की रहा पर है। यही नही अनशन शुरू करने की घोषण के दौरान स्वामी शिवानंद ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर बड़ा हमला बोलते हुए उन्हें अपहरणकर्ता और खनन माफिया बताया है।


गंगा में खनन पर पाबन्दी, गँगा पर प्रस्तावित और निर्माणधीन परियोजनाओं को निरस्त करने और स्वामी ज्ञान स्वरुप सानंद द्वारा बनाये गए गँगा एक्ट को लागु करने समेत स्वामी शिवानंद की पाँच सूत्रीय मांगे है। जिनको लेकर स्वामी शिवानंद ने 3 अगस्त से अनशन शुरू करने की घोषणा की है। स्वामी का आरोप है कि, प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी कई माँगे पूरा करने ही वाले थे लकिन उत्तराखंड सरकार और एक केंद्रीय मंत्री ने ऐसा नहीं होने दिया। सरकार ने लॉकडाउन का फायदा उठाकर गँगा में जमकर पोकलैंड और जेसीबी मशीनों से अवैध खनन करवाया। मातृ सदन इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक गंगा को बचाने के लिए मातृ सदन बलिदान देता रहेगा।


वही स्वामी शिवानंद ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की तुलना करते हुए कहा है कि, मुख्यमंत्री योगी जहां आतंकवादियों का एनकाउंटर करते है तो वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत साधुओं का अपहरण करते है और बड़े खनन माफिया है। मातृ सदन के कई साधु माँ गंगा की स्वछता अविरालत और निर्मलता के लिए अपने प्राणों की आहुति दे चुके है। संस्था के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद वृद्धावस्था में भी एक बार फिर माँ गंगा के लिए अनशन की रहा पर है। देखने वाली बात होगी कि, मांगो का संज्ञान लेकर सरकार द्वारा माँ गंगा की स्वच्छता निर्मलता और अविरलता के लिए कितने जरूरी कठोर कदम उठाये जाते है या फिर गंगा के लिए मातृ सदन के साधु पूर्व की तरह अपने प्राणों की आहुति देते रहते है।              


मध्यप्रदेश में कांग्रेस को 1 और झटका




















भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस को एक और झटका लगा है। छतरपुर जिले की बड़ामलहरा सीट से कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रोटेम स्पीकर मध्यप्रदेश विधानसभा रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।


मध्यप्रदेश विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा का बयान भी सामने आया है। रामेश्वर शर्मा ने कहा कि प्रद्युम्न सिंह लोधी ने कल ही इस्तीफा दे दिया था । हमने उन्हें सोचने का वक्त दिया था, आज हमने विधिवत कार्रवाई के लिए कहा है। प्रोटेम स्पीकर के बंगले पर विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह भी थे मौजूद थे।


बता दें कि प्रद्युम्न सिंह लोधी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। राजधानी भोपाल में एक प्रेस कांफ्रेंस में प्रद्युम्न सिंह लोधी ने बीजेपी ज्वाइन करने की औपचारिक घोषणा की, इस मौके पर सीएम शिवराज, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा मौजूद रहे। प्रद्युम्न सिंह लोधी के बीजेपी ज्वाइन करने के पीछे का कारण ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद से लोधी के करीबियों के निशाने पर लिया जाना बताया गया है। उपचुनाव को लेकर मध्यप्रदेश में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। इससे पहले मार्च में 22 कांग्रेस विधायकों ने पार्टी छोड़ दी थी और बीजेपी में शामिल हो गए थे।कहा तो ये भी जा रहा है कि कांग्रेस के और विधायक भी पार्टी छोड़ सकते हैं।


प्रद्युम्न सिंह लोधी ने दिसंबर 2018 में विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी ललिता यादव को शिकस्त दी थी। 2003 में पहली बार उमा भारती मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं तब वह बड़ामलहरा सीट से ही विधायक चुनी गईं थीं।            


















पत्नी को मार, सिपाही ने की आत्महत्या

बागपत। घटना बागपत जिले की बिनौली थाना इलाके के रंछाड गांव की है। यहां सिपाही ने पहले पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली। पारिवारिक कलह वारदात की वजह बताया गया है। सिपाही सहारनपुर में तैनात था और पिछले कई महीने से ड्यूटी पर नहीं गया था। रंछाड गांव निवासी सोनू (35) यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात था। इन दिनों उसकी ड्यूटी सहारनपुर में थी। एसओ बिनोली रवेंद्र कुमार यादव ने बताया कि वह पिछले कई माह से ड्यूटी पर नहीं गया था। 


शनिवार रात सिपाही शराब पीकर घर पहुंचा तो उसकी पत्नी साक्षी ने इसका विरोध किया। इस बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई।  सिपाही ने साक्षी पर तमंचे से फायर कर दिया गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद वह खुद भी कमरे में फांसी के फंदे पर झूल गया। 


मकान के निचले हिस्से से जब तक परिवार के लोग पहुंचे सोनू की भी मौत हो चुकी थी। बिनौली थाने पर मामले की जानकारी दी गई।  सीओ बड़ौत  आलोक कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। साक्षी छपरौली थाना क्षेत्र के कूड़ी गांव की रहने वाली थी। सिपाही सोनू के पिता यूपी पुलिस में थे उनकी असमय मौत के बाद ही उसे नौकरी मिली थी।               


कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...