अपने वोट की चोट से करें भ्रष्ट और स्वार्थी राजनेताओं का सफाया। जनता को अपनी वोट के प्रति जागरूक करने के लिए जल्दी ही एक अभियान चलाकर चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएगी हरियाणा जाट महासभा: प्रदीप हुड्डा
रोहतक। हरियाणा जाट महासभा आने वाले बरोदा विधानसभा उपचुनाव में किसी भी राजनीतिक दल या पार्टी विशेष का साथ नहीं देगी। बल्कि प्रत्याशी की छवि और उसके व्यवहार पर समर्थन देगी। जल्दी ही हरियाणा जाट महासभा ने अपने कोर कमेटी की एक मीटिंग बुलाई है। मीटिंग में निर्णय लिया जाएगा की राजनीतिक पार्टियों द्वारा घोषित प्रत्याशी या निर्दिलिय प्रत्याशी किस का समर्थन करें। प्रत्याशी की छवि के अनुसार ही समर्थन दिया जाएगा। लगभग सभी पार्टी के शीर्ष नेता और निर्दलीय चुनाव लड़ने के इच्छुक प्रत्याशी हरियाणा जाट महासभा के संपर्क में हैं। हरियाणा में जाट वोट ज्यादा होने के कारण बिना जाटों के किसी का भी सत्ता में आना मुश्किल ही नही नामुकिन भी है। क्योंकि यह उपचुनाव सभी राजनीतिक दलों की आने वाले समय की दिशा और दशा दोनों तय करेगा। हरियाणा जाट महासभा पूरे हल्के में आने वाले दिनों में एक अभियान चलाने जा रही है कि अपने हल्के में विकास और अपने बच्चो का भविष्य देखते हुए साफ और स्पष्ट छवि वाले प्रत्याशी को ही वोट दे। आजकल राजनीति में अच्छे अनुभवी और साफ-सुथरी छवि वाले नेताओं की कमी बहुत ज्यादा खल रही है। ऐसे भ्रष्ट राजनेताओं के कारण हरियाणा प्रदेश बेरोजगारी में नंबर वन पर आ गया है। जमीनी स्तर पर जब बरोदा हल्के का दौरा किया गया तो वहां यह चीज निकल कर आई की पार्टी के नेता चुनाव से 6 महीने पहले और चुनाव के 6 महीने बाद तक ही नजर आते हैं। उसके बाद 4 साल तक उनका कोई अता-पता नहीं होता। सभी अपना घऱ भरने और स्वार्थ सिद्ध करने में लग जाते है। समाज हित में कोई काम नहीं करवाए जाते। बल्कि सभी अपना घर भरने औऱ अपने पारिवारिक सदस्यों को एडजस्ट करने में लग जाते हैं। चापलूस और स्वार्थी किस्म के लोग अपने चक्कर में गरीब व आम आदमी को दबलकुचल कर पीछे छोड़ जाते हैं। आम आदमी और गरीब की सुनवाई ही नही हो पाती है। जाट महासभा जनता से अपील करती है की आने वाले विधानसभा उपचुनाव में साफ स्पष्ठ और सुथरी छवि के प्रत्याशी को ही वोट दें। जिससे उनके क्षेत्र का विकास हो सके। किसी भी भ्रम या राजनेताओं के बहकावे में न आए। अपनी सोच और अपनी समझ से काम ले। अपनी वोट की चोट से भ्रष्ट और स्वार्थी राजनीतिक नेताओं का सफाया करें क्योंकि यह मौका आपको 5 साल में एक बार मिलता है। हरियाणा जाट महासभा हमेशा आम इन्सान की परेशानियों को हमेशा जोर शोर से उठाती रही हैं,और आगे भी समाज के हितों के लिए उठाती रहेगी।