गुरुवार, 9 जुलाई 2020

कहां उड़ रही है विकास की चिड़िया

रायपुर। पूर्व सीएम और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, भूपेश सरकार पर हमला बोलने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। रमन सिंह ने एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि छत्तीसगढ़ में पता नहीं डेढ़ साल से विकास की चिड़िया कहां उड़ रही है। जिन मुद्दों पर चश्मा और आइना दिखाया गया था, जिसमें सब कुछ दिखता था, वो कहां गया ?


दरअसल भूपेश बघेल ने विपक्ष में रहते हुए 2018 में गुमशुदा विकास की चिड़िया पर तंज कसते हुए आइना दिखाने की कोशिश की थी। एक के बाद एक कई वीडियो जारी कर चश्मा और आइना के जरिए प्रदेश में विकास के दावों को झूठा बताते हुए दिखाया था। उसी ट्वीट को अपने ट्विटर पर ट्वीट कर रमन ने भूपेश को “विकास की चिड़िया” याद दिलाई है। 


रमन सिंह ने ‘न’ शब्द का उपयोग कर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट पर कहा कि न सड़क, न अस्पताल, न स्कूल, न कॉलेज, न रोजगार, न शराबबन्दी, न समर्थन मूल्य, न रोजगार भत्ता, न भर्ती, न बकाया बोनस। इसके जरिए उन्होंने सीएम भूपेश को उनके द्वारा किए गए वादे की याद दिलाई है. जिन्हें अभी तक पूरा नहीं किया गया है।


बता दें कि भूपेश बघेल ने 2 साल पहले किए गए अपने ट्वीट में कहा था कि ‘छत्तीसगढ़ राज्य में पिछले 15 सालों से विकास की चिड़िया गायब है, अगर आप में से कोई भी इसके बारे में कोई जानकारी हो तो नीचे दिए गए पते पर अवश्य सूचित करें। मेरे एक अभिन्न मित्र को इसकी सख्त आवश्यकता है’। इसमें बघेल ने विकास की चिड़िया को गुमशुदा बताते हुए तलाश करने की बात कही थी।


सीएम का पुतला फूंकने पर मामला दर्ज

चंदन दुबे


अमेठी। प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करने,महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ धरना प्रदर्शन 69000 शिक्षक भर्ती की सीबीआई जांच की मांग कानपुर पुलिस हत्याकांड की आलोचना एवं प्रयागराज हत्याकांड जैसी घटनाओं 04-07-2019 को अमेठी के अंबेडकर तिराहे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला दहन करने के मामले में अमेठी पुलिस प्रशासन ने सपा नेता सूबेदार यादव ,अरविंद यादव, भोला यादव,वकील खान,बृजेश यादव,अशोक यादव ,नंदलाल,आजाद यादव,कुलदीप यादव,राहुल यादव,सूरज सहित 11 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं 147,188,269,506 में मुकदमा पंजीकृत किया।



इस बारे में सपा नेता सूबेदार यादव ने कहा कि सरकार मुकदमा पंजीकृत कर के समाजवादियों की आवाज को दबाने का कार्य कर रही है लेकिन सरकार हमारी आवाज को दबा नहीं पाएगी। इसके लिए हम सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन करने को भी तैयार है।                  


दुबे मामले में सरकार असफलः प्रियंका

लखनऊ। उत्तर प्रदेश का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर और कानपुर में आठ पुलिस जवानों की हत्या के आरोपी विकास दुबे को गुरुवार की सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके साथ उसके दो साथी भी गिरफ्तार किए गए हैं। लेकिन विकास की गिरफ्तारी पर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर हो गया है। सामाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के बाद अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी कई सवाल खड़े किए हैं।


प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं। यूपी सरकार को मामले की CBI जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई। अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है।


समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि खबर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है। अगर ये सच है तो सरकार साफ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी। साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके।


विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया है। विकास दुबे को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो उज्जैन में महाकाल का दर्शन कर बाहर निकला था। विकास दुबे की तलाश में पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही थीं। बताया जा रहा है कि महाकाल मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद विकास ने चिल्ला-चिल्ला कर बाताया कि वो ‘विकास दुबे’ है। इसके बाद मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा गार्डों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। मध्य प्रदेश पुलिस विकास दुबे को सीधा यूपी पुलिस को सौंपेगी। विकास को कोर्ट में पेश नहीं किया जाएगा। पहले उसे उज्जैन की कोर्ट में पेश किया जाना था। यूपी पुलिस विकास को लेने के लिए मध्य प्रदेश के लिए रवाना हो चुकी है।


अमेरिकाः 24 घंटे में 61000 संक्रमित

न्यूयॉर्क। अमेरिका में कोरोना संक्रमण ने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और ये अब पहले से भी तेजी से फ़ैल रहा है। बुधवार को अमेरिका में संक्रमण के करीब 61 हज़ार मामले सामने आहे जिसके बाद कुल मामलों की संख्या बढ़कर 30 लाख से भी ज्यादा हो गयी है। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने के मुताबिक, बीते हफ्ते से अमेरिका के 35 राज्यों में नए मामले बढ़ रहे हैं। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब भी कह रहे हैं कि सब कंट्रोल में है और स्कूलों को जल्द से जल्द खोल देना चाहिए।


संक्रमण के बढ़ते मामलों के बावजूद व्हाइट हाउस देश के स्कूलों को दोबारा खोलने का दबाव डाल रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि स्कूल नहीं खुलने पर उन्हें दी जाने वाली फंडिंग में कटौती की जाएगी। उन्होंने स्कूलों से जुड़े सेंटर फॉर डीसीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के गाइडलाइन्स पर भी सवाल उठाए। वहीं,उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा कि हम सुरक्षित तरीके से स्कूल दोबारा खोल सकते हैं। जॉन्स हॉप्किंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या तीस लाख के पार चली गई है। वहीं अभी तक एक लाख 31 हज़ार मौतें दर्ज की गई हैं।


टूट रहे सभी रिकॉर्ड लेकिन ट्रंप निश्चिंत


बुधवार के दिन कैलिफ़ोर्निया और टेक्सास में 24 घंटे के अन्दर दस-दस हज़ार से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं, जो कि एक रिकॉर्ड है। हालांकि मामले लगातार बढ़ने के बावजूद व्हाइट हाउस चाहता है कि स्कूलों समेत कुछ जगहों को खोला जाए। व्हाइट हाउस में कोरोना वायरस टास्क फोर्स का नेतृत्व कर रहे अमरीका के उप-राष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा कि नियम ‘बहुत ज़्यादा कड़े’ नहीं होने चाहिए। उन्होंने कहा कि मामले कम हो रहे हैं। वहीं कोरोना वायरस को लेकर व्हाइट हाउस के सलाहकार और संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथनी फॉसी ने कहा है कि कोरोना वायरस की सिर्फ पहली लहर में ही देश घुटनों पर आ गया है।


बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में पेंस ने महामारी से निपटने के ट्रंप प्रशासन के तरीक़े का बचाव किया और अपना मास्क नीचे करते हुए कहा, ‘हम शोक में डूबे लोगों के साथ हैं। देश भर में हमारे स्वास्थ्य कर्मियों ने असाधारण काम किया है। देश की औसत मृत्यु दर लगातार कम और स्थिर है। साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका का सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन यानी सीडीसी स्कूल खोलने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी करेगा। इससे पहले ट्रंप ने एक्सपर्ट बॉडी की एक योजना की ये कहते हुए आलोचना की थी कि वो “बहुत कड़ी और महंगी है” साथ ही उन्होंने ये धमकी भी दी कि जो स्कूल पतझड़ के मौसम के बाद नहीं खुलेंगे, उनकी फंडिंग रोक दी जाएगी।


सीएम योगी ने अफसरों को दिए आदेश

 नरेश गुप्ता


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को दिए निर्देश।


मुख्यमंत्री ने टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 35 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने के निर्देश दिए।


लखनऊ। रैपिड एन्टीजन टेस्ट के माध्यम से भी भारी मात्रा में टेस्ट प्रतिदिन किए जाए। अधिक से अधिक सैम्पल लेने के लिए अतिरिक्त टीमें गठित करते हुए इनके सदस्यों को सैम्पल कलेक्शन का प्रशिक्षण दिया जाए। टेस्टिंग प्रयोगशालाओं के सभी जांच उपकरणों को क्रियाशील रखने के निर्देश। निजी चिकित्सालयों को ट्रूनैट मशीन की स्थापना एवं उसके उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जाए। कोविड हेल्प डेस्क की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाए। अनलाॅक अवधि में लोग अनावश्यक घर से बाहर न निकलें।प्रदेश में तीन दिवसीय विशेष स्वच्छता अभियान संचालित करने के निर्देश। यह अभियान आगामी शुक्रवार, शनिवार तथा रविवार को चलाया जाएगा। विशेष स्वच्छता अभियान में सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखें।


अस्पतालों में 48 घण्टे का ऑक्सीजन बैकअप अवश्य उपलब्ध रहना चाहिए। पुलिस तथा पी0ए0सी0 कर्मियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान एन्टीलार्वा रसायन का छिड़काव किया जाए, फाॅगिंग की भी प्रभावी कार्यवाही की जाए। पानी की टंकियों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। विशेष प्राथमिकता प्रदान करते हुए गांवों में सामुदयिक शौचालय का निर्माण कराया जाए-सीएम योगी।            


सत्यमेव जयते 'संपादकीय'

मधुकर कहिन


व्यक्ति की झूठी कहानी सुनिए


इस देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि 'सत्यमेव जयते' का मतलब क्या है ? 'सत्यमेव जयते' हमारे 'राष्ट्र-चिन्ह' के नीचे लिखे देवनागरी के दो शब्द है। जिसका अर्थ है सत्य ही जीतता है। 'सत्यमेव जयते' नाम से पत्रकारिता में एक नया प्रयोग करने जा रहा हूँ। जिसके तहत हम आप तक ऐसी चीजें पहुंचाएंगे जिनको देखते ही आपको सफेद झूठ और काले सच का सामना करने में तकलीफ नहीं होगी।


'सत्यमेव जयते' को यदि आप सत्य की जीत के उत्सव का अभियान समझ ले तो भी कोई अतिशयोक्ति नहीं है। सो आज 'सत्यमेव जयते' की पहली कड़ी में अपनी आंखों से देखिए अजमेर से जुड़े एक चेहरे का नंगा सच।


 'जय हिन्द'


 नरेश राघानी


भूखों को भोजन 'मोदी' योजना चौपट

मोदी सरकार की भूखों को भोजन कराने की योजना चौपट


दबंग कोटेदार के आतंक से त्रस्त है भूखे गरीब कार्ड धारक 


कौशाम्बी। कोरोनावायरस की महामारी में जहां सरकार एक तरफ हर भूखे गरीब को दो जून रोटी की व्यवस्था कराने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन के जरिए कोटेदारों को दे दिया है। वही भ्रष्टाचार में लिप्त अपनी आदत के अनुसार कोटेदार सरकारी गोदामों से गेहूं चावल उठाने के बाद उन्हें गरीबों भूखों के बीच वितरण करने में आनाकानी करते हैं। जिससे गरीबों के सामने पेट भरने की समस्या बनी रहती है।


कोटेदारों से राशन न मिलने पर भूखे गरीब आवाज उठाते हैं तो पुलिस बुलाकर उनके ऊपर पुलिसिया कार्रवाई करने से भी दबंग कोटेदार बाज नहीं आते हैं कोटेदारों का पूर्ति विभाग में इस कदर दबदबा है कि पूर्ति अधिकारी भी कोटेदारों के तमाम गुनाह को नजरअंदाज कर देते हैं। जिससे कोटेदार अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं ।


कोटेदारों के इस कारनामे के चलते केंद्र की मोदी सरकार की भूखों को भोजन कराने की योजना चौपट होती दिख रही है। ऐसा नहीं कि कोटेदार तानाशाही अपने बल बूते पर कर रहे हो पूर्ति विभाग के अधिकारी किसी लालच बस इन्हें गलत तरीके से संरक्षण दे रहे हैं जिससे कोटेदार से अधिक पूर्ति अधिकारी भी दोषी है ताजा मामला सिराथू विकासखंड के जलालपुर टेगाई गांव के कोटेदार से जुड़ा है ।


सिराथू बिकास खण्ड के जलालपुर टेगाई गांव के कोटेदार आरिफ पर राशन कम देने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। राशन ना मिल पाने से जनता में आक्रोश ब्याप्त है गांव की जनता का कहना है कि राशन ना मिलने पर जब बोला जाता है। तो पुलिस को बुलाकर कोटेदार मारपीट करवा देते है अभी पुलिस बुलाकर कार्ड धारक राधेश्याम साहू को मरवाया गया है। इस सम्बंध में रेनू दिवेदी सप्लाई इंसपेक्टर सिराथू से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन बात नही हो सकी।


रामप्रसाद गुप्ता 


अभिनेत्री नम्रता ने अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की

अभिनेत्री नम्रता ने अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की  कविता गर्ग  मुंबई। भोजपुरी सिनेमा की बोल्ड अदाकारा नम्रता मल्ला ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर ...