मंगलवार, 7 जुलाई 2020

सुशांत की आत्महत्या में आया नया मोड़

मुंबई। सोशल मीडिया में ये मैसेज बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर दिशा सालियान (Disha Salian) बॉलीवुड एक्टर सूरज पंचोली के बच्चे की मां बनने वाली थी, इसलिए उन्होंने 14 मंजिला इमारत से कूदकर अपनी जान दे दी। इस पर दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान (Disha Salian) के परिवार ने सोशल मीडिया पर दिवंगत मैनेजर (दिशा) के बारे में लगाए जा रहे कयासों पर प्रतिक्रिया देते हुए एक बयान जारी किया है।


बयान में कहा गया है, “जो कोई भी यह पढ़ रहा है, आप शायद हमें और दिशा को व्यक्तिगत रूप से जानते होंगे या नहीं जानते होंगे, लेकिन हम सभी में एक चीज समान है। हम सभी इंसान हैं और महसूस करने की क्षमता रखते हैं। इस प्रकार हम आशा करते हैं कि आप सभी हमारे दर्द को समझते हैं।


लालू यादव के डॉक्टर भी निकले संक्रमित

रायपुर। झारखंड में सोमवार को 9 जिलों में कोरोना के 39 नए संक्रमित मरीज मिलने के साथ ही राज्य में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 2854 हो गई है। 6 जुलाई को मिले 39 नए कोरोना पॉजिटिव में लोहरदगा के सिविल सर्जन भी Covid-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। लोहरदगा सिविल सर्जन के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद कोरोना के राडार पर लोहरदगा जिले का पूरा स्वास्थ्य महकमा के साथ-साथ जिला प्रशासन भी आ गया है, क्योंकि कोरोना काल में सिविल सर्जन कई महत्वपूर्ण बैठकों में हिस्सा लेते रहे हैं। ऐसे में उनकी कांटेक्ट ट्रेसिंग लिस्ट काफी लंबी हो सकती है। वहीं, इलाज के दौरान अभी तक 20 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई है। सोमवार को प्रदेश में मिले 39 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 4 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, इनमें से एक RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद की सुरक्षा में तैनात जवान भी शामिल है। गनीमत यह रही कि पुलिसकर्मी छुट्टी से लौटा था और ड्यूटी जॉइन करने से पहले उसकी जांच कराई गई तो वह कोरोना पॉजिटिव निकल गया।


किस-किस जिले में मिले कितने मरीज


चतरा में 03, पूर्वी सिंहभूम में 12, हजारीबाग में 04, कोडरमा में 02, लातेहार में 01, लोहरदगा में 02, पलामू में 01, रांची में 10 और सरायकेला में 04 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। हालांकि, लोहरदगा में 03 और पॉजिटिव केस मिले हैं पर उसकी पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने अभी नहीं की है।


राज्य में कोरोना के अभी 766 एक्टिव मरीज


सोमवार को जहां कोरोना के 39 नए केस मिले हैं, वहीं अलग-अलग जिलों के 23 कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक भी हुए हैं। इस तरह अभी राज्य में कोरोना के 766 एक्टिव केस है और सभी का इलाज अलग-अलग कोविड सेंटर में चल रहा है। राज्य में आज ठीक हुए 23 संक्रमितों को मिलाकर 2068 कोविड संक्रमित ठीक होकर घर लौट गए हैं।


राज्य में सबसे ज्यादा संक्रमित हैं प्रवासी


राज्य में कोरोना संक्रमितों में सबसे अधिक संख्या प्रवासियों की है। 2854 संक्रमितों में से 2109 प्रवासी हैं जो कि लॉकडाउन में अपने राज्य लौटे और कोरोना पॉजिटिव पाए गए। राज्य में 45643 संदिग्ध को संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर में जबकि 281305 संदिग्ध को होम क्वारंटाइन में रखा गया है।


झारखंड में कोरोना के आंकड़े


राज्य में कोरोना का 7डेज ग्रोथ रेट है 2.32. वहीं देश में यह 3.5 प्रतिशत है। राज्य में अभी 30.17 दिन में दुगुणा होने की रफ्तार है, जबकि देश का आंकड़ा 20.17 दिन का है। राज्य में कोरोना का रिकवरी रेट 72.46 प्रतिशत है. वहीं, देश का औसत कोरोना रिकवरी रेट 60.86 प्रतिशत है। सूबे कोरोना पीड़ितों की मृत्यु दर 0.70 प्रतिशत है जबकि देश का यह 2.82 प्रतिशत है।


अपराधियों को उनकी जगह पहुंचाइए

बृजेश केसरवानी


लखनऊ। कानपुर कांड के बाद शनिवार रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया और आपराधिक गिरोह पर टूट पड़ो की नीति के तहत कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस दुर्दांत वारदात के बाद सीएम योगी ने एक बार फिर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से साफ कहा कि अपराधियों को वहीं पहुंचाइए, जहां उनकी जगह है।


उन्होंने माफिया को नए सिरे से सूचीबद्ध कर अभियान के तहत उन पर शिकंजा कसने का भी कड़ा निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर कांड में फरार हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे व उसके साथियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए पुलिस को एक सप्ताह का समय दिया है। कानपुर कांड के बाद अब एक बार फिर सूबे में अपराधियों के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन चलने के साफ संकेत हैं।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार रात डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी व सभी एडीजी जोन के साथ समीक्षा बैठक की। सभी जोन में अपराधियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई की समीक्षा भी की। वाराणसी जोन व गौतमबुद्धनगर में अपराधियों के विरुद्ध हुई कार्रवाई पर संतोष जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अन्य जोन में भी इसी तर्ज पर कार्रवाई का कड़ा निर्देश दिया। जिन जोन में कार्रवाई कम रही, उन्हें अल्टीमेटम भी दिया। कहा कि कोरोना के चलते बीते दिनों बहुत कुछ प्रभावित रहा। अब पुलिस माफिया को नए सिरे से सूचीबद्ध करे और लगातार कार्रवाई की जाए। अपराधियों में पुलिस का भय कायम रहना चाहिए।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी एडीजी जोन फील्ड में जाएं। जिलों में जाकर बैठक करें और अपराधियों की सूची व उनके विरुद्ध की जा रही कार्रवाई की नियमित समीक्षा भी जरूर करें। डीजीपी ने भी अधीनस्थों को बड़े से लेकर छोटे अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखने का कड़ा निर्देश दिया है। कहा कि वांछित आरोपितों से लेकर पुराने अपराधियों के विरुद्ध दर्ज मामलों की समीक्षा के साथ ही कोर्ट में प्रभावी पैरवी की जाए। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कानपुर कांड में अब तक 150 से अधिक स्थानों पर दबिश दिए जाने से लेकर अन्य बिंदुओं पर की जा रही कार्रवाई की पूरी जानकारी दी। बताया कि हर स्तर पर फरार आरोपितों की तलाश कराई जा रही है।


महिला पीसीएस ने फांसी लगा दी जान

ड्राइवर से किसी बात पर नाराज थीं मणि मंजरी…


लखनऊ/बलिया। बलिया में पीसीएस अधिकारी मणिमंजरी ने फांसी लगाकर जान दे दी। उनकी तैनाती मनियर नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी (ईओ) के पद पर थी। आवास विकास कालोनी में पंखे के हुक से लटकती उनकी लाश मिली। सूचना मिलते ही डीएम हरि प्रताप शाही व एसपी देवेन्द्र नाथ के साथ ही फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया एवं साक्ष्य जुटाए। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट और अधिशासी अधिकारी की कॉल डिटेल के जरिए आत्महत्या की वजह की जांच में जुट गई है।
गाजीपुर के भांवरकोल की रहने वाली (30 वर्षीय) मणिमंजरी राय की तैनाती करीब दो साल पहले मनियर नगर पंचायत के ईओ पद पर हुई थी। वह जिला मुख्यालय पर आवास विकास कॉलोनी में किराये के मकान में रहती थी और यहीं से मनियर आना-जाना था।
दरवाजा तोड़कर फंदे से उतारा गया शव…..
कई फ्लैट वाले बड़े मकान में तीसरे तल पर अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय का फ्लैट था। सोमवार को वह घर में अकेले ही थी। उनके फ्लैट के बगल वाले फ्लैट में रहने वाली एक महिला को ईओ के कमरे की खिड़की के शीशे से कुछ हिलता हुआ दिखाई दिया। आसपास के लोगों को किसी अनहोनी की आशंका हुई। उसके बाद डायल 112 और पुलिस को इसकी सूचना दी गई। दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर पहुंची तो बेड के ऊपर ही फंदे पर मणि मंजरी राय का शव लटक रहा था। टीम ने पूरी जांच पड़ताल करने के बाद शव को नीचे उतारा। देर रात तक डीएम-एसपी मौके पर मौजूद रहे।
शव के पास ही मिला सुसाइड नोट…..
पीसीएस अधिकारी द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर मिलने पर संयुक्त मजिस्ट्रेट विपिन कुमार जैन व अन्नपूर्णा गर्व के अलावा सदर तहसीलदार शिवसागर दुबे, नायब तहसीलदार जया सिंह, ईओ बांसडीह सीमा राय, ईओ सिकंदरपुर संजय राव समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिशासी अधिकारीके शव के पास एक सुसाइड नोट मिला। इसमें उन्होने लिखा- मैं दिल्ली-मुंबई से बचकर बलिया में चली आई। लेकिन, यहां मुझे रणनीति के तहत फंसाया गया है। इससे मैं काफी दुखी हूं, लिहाजा मेरे पास आत्महत्या करने के लिए अलावा कोई विकल्प नहीं है। हो सके तो मुझे माफ कर दीजिएगा।पुलिस सूत्रों के मुताबिक अधिशासी अधिकारी को किसने जान-बूझकर और किस मामले में फंसाया, इसमें कौन-कौन लोग हैं, यह सब जांच का विषय है।
ड्राइवर को भगा दूसरे चालक को बुलाया था…..
मनियर नगर पंचायत से जुड़े लोगों के अनुसार बीते शनिवार को अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय व उनके चालक के बीच कोई बात हुई थी, वह अपने चालक से काफी नाराज थीं। नगर पंचायत पहुंचते ही उन्होने अपने चालक को भगा दिया था और नगर पंचायत अध्यक्ष को फोन कर दूसरा चालक बुलाया था। वह चालक राय को मनियर से लगभग चार किलोमीटर दूर छितौनी ग्राम सभा तक छोड़कर लौट गया था। वहां से मणि मंजरी राय अपनी गाड़ी स्वयं ड्राइव करते हुए बलिया स्थित आवास विकास कॉलोनी के अपने मकान में पहुंची थी। इसके बाद वह मनिया नगर पंचायत नहीं गईं और सोमवार की देर रात फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया।
पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी राय ने सुसाइड क्यों किया यह अभी स्पष्ट नहीं है। हालांकि उन्होने कमरे में सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें स्वयं को साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया है। एसपी देवेंद्रनाथ का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, जल्द खुलासा किया जाएगा। (8 जुलाई 2020)


विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा


नेपाल ने तटीय बांध तोड़ने की धमकी दी

कविता गर्ग


नई दिल्ली। नेपाल के रौतहट जिला प्रशासन ने बंजरहा के पास भारतीय सीमा में नो मेंस लैंड से सटे हुए लालबकेया नदी के तटबंध के एक हिस्से को हटाने को कहा है। नेपाल ने इसे नहीं हटाने पर इसे तोडऩे की धमकी दी है।


नेपाल का दावा है कि बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग ने दो मीटर चौड़ा और 200 मीटर लंबा तटबंध नो-मेंस लैंड को अतिक्रमित कर बनाया है। नेपाल ने कहा है कि इसे हटाया नहीं गया तो इसे तोड़ कर हटा देंगे। इधर खतरा इस बात का है कि बरसात के इस मौसम में अगर तटबंध को हटाया गया, तो इलाके के लोगों को बाढ़ से जान-माल का भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। रौतहट के डीएम वासुदेव घिमिरे ने प्रेस कॉन्फे्रंस कर नेपाली मीडियाकर्मियों से कहा है कि दोनों देशों की भू-मापक टीम द्वारा की गयी पैमाइश में पाया गया है कि  11 स्थानों पर पिलर बनाया गया है। मापी में पाया गया है कि बांध को कहीं दो मीटर तो कहीं एक मीटर नो-मेंस लैंड को अतिक्रमित कर बनाया गया है।


बताया कि दोनों देशों के सुरक्षाकर्मियों व अधिकारियों की उपस्थिति में नो-मेंस लैंड को अतिक्रमण कर बागमती तटबंध बनाने की पुष्टि के बाद नो-मेंस लैंड को खाली करने पर सहमति बनी है। नो-मेंस लैंड के बीच में बने पिलर से 9.1 मीटर उत्तर व दक्षिण अथाज़्त 18.2 मीटर नो-मेंस लैंड की जमीन पहले से ही निर्धारित है। नो-मेंस लैंड की जमीन पर कोई निर्माण कार्य नहीं होना है। इसके बावजूद भी वहां तटबंध बना दिया गया है। रौतहट डीएम ने यहां तक कह दिया कि नो-मेंस लैंड पर बने बांध को हटाने पर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच सहमति बन गयी है। इसके बावजूद भी बांध को नहीं हटाया गया, तो नेपाल सरकार स्वयं बांध हटा देगी।


अंतरराष्ट्रीय कोर्ट पहुंचा उइगर मामला

कविता गर्ग


बीजिंग। चीन में उइगर समुदाय पर जारी मानवाधिकार उल्लंघन और शोषण का मामला अब इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट पहुंच गया है। उइगर समुदाय से जुड़ी संस्था ईस्ट टर्किश गर्वमेंट और ईस्ट तुर्किस्तान नेशनल अवेकनिंग मूवमेंट ने चीन के खिलाफ कोर्ट में उइगर समुदाय के नरसंहार, मानवाधिकार उल्लंघन और शोषण का मामला दर्ज कराया है।


उइगर समुदाय की निर्वासित सरकार ने कोर्ट से कहा है कि वह बीजिंग को उइगर नरसंहार और क्राइम अगेंस्ट ह्यूमैनिटी के मामलों में सवाल करे। ये पहला मामला है जब चीन से अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अंतर्गत उइगर समुदाय पर जारी अत्याचार से संबंधित पूछताछ की जा सकती है।


लंदन के वकीलों के एक समूह ने चीन में उइगर समुदाय पर जारी अत्याचार और हजारों उइगरों को कानून का उल्लंघन कर कंबोडिया और तजिकिस्तान डिपोर्ट किये जाने के संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने भी मामले में रूचि जाहिर की है और चीन पहली बार जांच के घेरे में आ सकता है। इस केस में जिनपिंग समेत कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार से जुड़े 80 लोगों पर उइगर समुदाय के नरसंहार का आरोप लगाया गया है। वहीं आशंका जतायी जा रही है कि इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में नरसंहार, युद्ध अपराध और अन्य मानवाधिकार हनन के अंतरराष्ट्रीय मामलों की सुनवाई होती है। तो इस बात का पूरा शक है कि चीन इस कोर्ट के अधिकार क्षेत्र को नहीं मानेगा और जांच के लिए तैयार होगा।


अपील दायर करने वाले वकीलों में से एक रॉनडी डिक्सन ने कहा कि नरसंहार के मामलों में कोर्ट के अधिकार क्षेत्र में चीन भी आता है। चीन और कंबोडिया दोनों देश कोर्ट के सदस्य हैं और इस नजर से ये एक निजी नहीं अंतरराष्ट्रीय मामला भी है। उन्होंने कहा कि ये बेहद अहम केस साबित हो सकता है।क्योंकि चीन को मानवाधिकारों के हनन और उइगर नरसंहार के लिए अभी तक किसी भी जवाबदेही का सामना नहीं करना पड़ा है।


मुठभेड़ में जवान शहीद, आतंकी मारा

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के गुसो सेक्टर में मंगलवार सुबह से ही भारतीय सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जारी है। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में एक आतंकी को मार गिराया है। हालांकि इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों का एक जवान भी शहीद हो गया है।


बताया जा रहा है कि आतंकियों के साथ हो रही मुठभेड़ में फायरिंग के दौरान दो जवान घायल हो गये थे, जिसमें से एक जवान ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि दूसरे की हालत गंभीर बताई जा रही है। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों ने गुसो के एक घर में तीन आतंकियों को घेर रखा है और दोनों ओर से फायरिंग जारी है। सुरक्षाबलों को खुफिया सूचना मिली थी कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के गुसो सेक्टर में कुछ आतंकी छुपे हुए हैं। खबर थी कि आतंकी एक घर में छुपकर किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की योजना तैयार कर रहे हैं।


सूचना के आधार पर सेना ने स्थानीय पुलिस और सीआरपीफ की एक टोली के साथ मिलकर एक टीम तैयार की और इलाके को घेरना शुरू कर दिया। खुद को घिरता देख आतंकियों ने घर के अंदर से ही फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना में सेना क एक जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक जवान घायल हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाके के दौरान एक जवान शहीद हो गया। वहीं सुरक्षा बलों ने भी एक आतंकी को मार गिराया गया है। भारतीय सुरक्षाबलों ने अभी भी पूरे इलाके को घेर रखा है।


रेल परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास करेंगे

रेल परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास करेंगे  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 जनवरी को दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसि...