सोमवार, 6 जुलाई 2020

निर्मला सीतारमण को कहा काली नागिन

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। सियासत में उल्टे सीधे बयान हलचल पैदा करते रहते हैं। ऐसे ही एक तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने विवादित टिप्पणी कर बवाल खड़ा कर दिया। सांसद ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बारे में अमर्यादित टिप्पणी कर कहाकि जिस तरह से लोग काली नागिन के डसने से मर जाते हैं, उसी तरह लोग सीतारमण की वजह से मर रहे हैं। इस पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए विरोध जताया और कहा कि यह टिप्पणी महिला विरोधी और अमर्यादित है।  पार्टी इसके लिए सांसद से माफी मांगने की मांग पर अड़ी हुई है।


दरअसल, देशभर में तेल की बढ़ती कीमतों और रेलवे के प्रस्तावित निजीकरण के खिलाफ राज्य के बांकुरा में एक रैली को संबोधित करते हुए कल्याण बनर्जी ने सीतारमण के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहाकि, जिस तरह एक जहरीले सांप ‘काली नागिन’ के काटने से इंसान मर जाता है, उसी तरह निर्मला सीतारमण की वजह से देश के लोग एक के बाद एक मर रहे हैं क्योंकि उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है। उनके इस बयान के बाद बवाल मचा हुआ है।     


शिवालयों में श्रद्धालुओं का जनसैलाब

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। सावन के पहले सोमवार के अवसर पर सभी शिव मंदिरों में भी भक्त सुबह-सुबह भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं। शिवालयों के बाहर भगवान के शिव के भक्तों की भीड़ उमड़ रही है, लेकिन कोरोना के चलते माहौल वैसा नहीं है, जैसा आज के दिन मंदिरों के बाहर पूर्व वर्ष तक दिखा करता था। फिर भी सावन में भगवान शिव को मनाने के लिए उनके भक्त मंदिर पहुंच रहे हैं।


देश के शिव मंदिरों में सावन के पहले दिन विधिवत पूजा-अर्चना की गई। सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा हो गई थी। भगवान शिव का श्रृंगार किया गया। सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक कर रहे हैं। सुबह से ही श्रद्धालु भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए कतारबद्ध लाइन में लगे रहे। सभु मंदिरों में प्रबंधन की ओर से खास इंतजाम भी किए गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने बैरिकेडिंग लगाई है, ताकि कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन न हो। मंदिर में सावन के पहले सोमवार को श्रद्धालु भगवान शिव की उपासना के लिए इकट्ठा हुए। मंदिर में प्रवेश से पहले श्रद्धालुओं का टेम्प्रेचर चेक किया गया। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखा गया।


वायरसः तीसरे नंबर पर पहुंचा भारत

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और दुनियाभर में सबसे ज्यादा संक्रमित केस के मामले में भारत तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। रूस को पीछे छोड़ भारत कोरोना संक्रमितों की संख्या में तीसरे पायदान पर आ गया. हालांकि अब भी अमेरिका और ब्राजील इस मामले में भारत से आगे हैं। पाकिस्तान 12वें पायदान पर है। वर्ल्डोमीटर के अनुसार भारत में इस समय 687,760 कोरोना मरीज हैं जबकि रूस में अब तक 681,251 संक्रमित केस सामने आ चुके हैं। पिछले 24 घंटे में देश में 13 हजार से ज्यादा केस दर्ज हुए हैं। इस दौरान कुल 13,856 मामले दर्ज किए गए।


जबकि रूस में अभी 681,251 केस हैं जिसमें पिछले 24 घंटे में 6,736 मामले सामने आए। तीसरे स्थान पर पहुंचे भारत से आगे अब सिर्प अमेरिका और ब्राजील रह गए हैं। हालांकि इन दोनों देशों में कोरोना संक्रमण के केस भारत में कुल संक्रमण केस की तुलना में दोगुना से कहीं ज्यादा है। कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा त्रस्त देश अमेरिका है जहां पर अब तक 29 लाख से ज्यादा यानी 2,953,014 मामले सामने आ चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 17,244 नए केस सामने आए। अमेरिका में अब तक 132,382 लोगों की मौत हो चुकी है।


अमेरिका के बाद ब्राजील का नंबर है और वहां 1,578,376 कोरोना केस सामने आ चुके हैं, जबकि इनमें से 64,365 लोगों की मौत हो चुकी है। तीसरे पायदान पर पहुंचे भारत में कुल 687,760 केस दर्ज हो चुके हैं जिसमें 19,568 लोगों की जान जा चुकी है। रूस में अभी 681,251 कोरोना केस हैं जिसमें 10,161 लोगों की मौत हो चुकी है। एक समय यूरोप में जमकर तबाही मचाने वाली यह महामारी अब वहां कम कहर बरपा रही है। यूरोप से रूस में सबसे ज्यादा महामारी फैली हुई है। रूस के बाद स्पेन (छठे), इंग्लैंड (आठवें) और इटली (10वें) शीर्ष 10 देशों में शामिल हैं।


एसएससी की प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट

नितिन सिन्हा


नई दिल्ली। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की प्रारंभिक परीक्षा टियर-1 का रिजल्ट बुधवार को घोषित हो गया। परीक्षा में देशभर से शामिल हुए 9 लाख 78 हजार 103 परीक्षार्थियों में से 1 लाख 53 हजार 621 पास हुए हैं। यही छात्र अगले चरण की परीक्षा यानी टियर-टू के लिए लिए सफल हुए हैं।


एसएससी सीजीएल 2019 टियर 1 परीक्षा ( SSC CGL 2019 Tier 1 examination ) 3 मार्च 2020 से 9 मार्च 2020 के बीच हुई थी। जो कैंडीडेट्स सीजीएल टियर 1 परीक्षा 2019 में सफल हुए हैं, वो एसएससी सीजीएल टियर- 2 में शामिल होने के पात्र हैं। एसएससी CGL टियर- II परीक्षा को 14 से 17 अक्टूबर 2020 के बीच होने की संभावना है।


एसएससी सीजीएल ने पास हुए छात्रों की तीन लिस्ट जारी की है। असिस्टेंट ऑडिट ऑफिसर और असिस्टेंट अकाउंट ऑफिसर के लिए 8,951 छात्र पास हुए हैं। सांख्यिकी अधिकारी और सांख्यिकी अन्वेषक ग्रेड-टू के लिए 19,391 छात्र सफल हुए। तीसरी लिस्ट में शामिल 1,25,279 छात्र टियर-टू में पहले और दूसरे प्रश्न पत्र की परीक्षा देंगे।


SSC CGL 2019 Tier I Result: ऐसे कर सकेंगे चेक
एसएससी सीजीएल टियर 1 रिजल्ट 2019 की घोषणा आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट ssc.nic.in पर की गयी है। परीक्षा में शामिल छात्रों को मिले नंबर के साथ अंसर शीट 7 जुलाई को इस वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी।



  • कैंडीडेट्स सबसे पहले ऑफिशियल साईट ssc.nic.in को लॉग इन करें।

  • Result सेक्शन पर जाकर CGL टैब पर क्लिक करें।

  • “Combined Graduate Level Examination Tier-1 Result 2019” के लिंक पर क्लिक करें।

  • क्लिक करते ही SSC CGL Tier-I Result (PDF File) आपके सामने ओपन हो जाएगी।


हवा से फैल रहा है कोरोना संक्रमण

नई दिल्ली। साइंटिस्ट्स का कहना है कि कोरोनावायरस एयरबोर्न है, जो कि एक कमरे में छोटे कणों के जरिए लोगों के सांस लेने पर उन्हें संक्रमित कर सकता है। सैकड़ों साइंटिस्ट्स कहते हैं कि इस बात के प्रमाण हैं कि हवा में छोटे कणों के जरिए कोरोनावायरस लोगों को संक्रमित कर सकता है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अब साइंटिस्ट्स द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन को कोरोनावायरस नियमों को संशोधित करने के लिए कहा जा रहा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने कहा था कि कोरोनोवायरस डिजीज मुख्य रूप से व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नाक या मुंह से निकलने वाली छोटी बूंदों के जरिए फैलता है।


रिपोर्ट के अनुसार, WHO को लिख गए एक ओपन लेटर में, जिसे रिसर्चर्स ने अगले सप्ताह एक साइंटिफिक जरनल में पब्लिश करने की योजना बनाई है, उसमें 32 देशों के 239 साइंटिस्ट्स ने छोटे कणों को दिखाते हुए सबूतों को रेखांकित किया है। उनका कहना है कि ये छोटे कण लोगों को प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि अभी WHO ने अभी इस मामले पर अपनी कोई टिप्पणी नहीं की है। साइंटिस्ट्स का कहना है कि चाहे बड़े ड्रॉप्लेट्स हों जो छींकने के बाद हवा के जरिए जूम होते हैं, या बहुत छोटी एक्सहेल्ड ड्रॉप्लेट्स हों जो एक कमरे में घूम सकते हैं वो लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। कोरोनोवायरस हवा के माध्यम से पैदा होता है और लोगों द्वारा सांस लेने पर उन्हें संक्रमित कर सकता है। हालांकि, स्वास्थ्य एजेंसी का कहना है कि वायरस के एयरबोर्न होने के प्रमाण पुख्ता नहीं हैं।


रिपोर्ट के अनुसार, WHO के संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के तकनीकी लीडर डॉ. बेनेडेट्टा अलेनग्रांजी ने कहा कि विशेष रूप से पिछले कुछ महीनों में, हम कई बार यह कहते रहे हैं कि हम एयरबोर्न ट्रांसमिशन को संभव मानते हैं लेकिन इसके कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जुलाई 07, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-329 (साल-01)
2. मंगलवार, जुलाई-07, 2020
3. शक-1943, श्रावण, कृष्ण-पक्ष, तिथि- दूज, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:31,सूर्यास्त 07:27।


5. न्‍यूनतम तापमान 26+ डी.सै.,अधिकतम-39+ डी.सै.। बरसात की संभावना।


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रविवार, 5 जुलाई 2020

2036 तक पुतिन राष्ट्रपति बने रहेंगे

मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन वर्ष 2036 तक राष्ट्रपति पद पर बने रहेंगे। उन्हें एक्सटेंशन दिए जाने से जुड़े संवैधानिक संशोधन पर रूस की जनता ने अपनी मुहर लगा दी है। व्लादिमिर पुतिन को वर्ष 2024 में अपना पद छोड़ना था लेकिन अब वो 2036 तक अपने पद पर बने रहेंगे। उन्हें  12 वर्षों का एक्सटेंशन मिला है। और इसी के साथ वो रूस में सबसे लंबे समय तक सत्ता में रहने वाले सर्वोच्च नेता बन जाएंगे। इससे पहले 29 वर्षों तक सत्ता में रहे थे। पुतिन की छवि एक राष्ट्रवादी नेता की है। पुतिन रूस को एक बार फिर से महाशक्ति बनाना चाहते हैं और रूस की 78 प्रतिशत जनता ने उनके पक्ष में मतदान करके एक बार फिर उन पर विश्वास जताया है। व्लादिमीर पुतिन का रूस की सत्ता के शिखर पर पहुंचने का सफर काफी दिलचस्प रहा है। साल 1952 में सेंट पीट्सबर्ग में पैदा हुए पुतिन ने अपने करियर की शुरुआत केजीबी (KGB) से की केजीबी सोवियत युग की सिक्योरिटी पुलिस हुआ करती थी। साल 1990 से 1996 तक मॉस्को आने से पहले वह सेंट पीट्सबर्ग एडमिनिस्ट्रेशन में काम करते रहे। अगस्त 1999 में रूस के प्रधानमंत्री बने।


यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...