सोमवार, 6 जुलाई 2020

यूपी पुलिस को छकाया, इनाम बढ़ाया

लखनऊ। कानपुर के बिकरू गांव में एक सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार चल रहे मुख्य आरोपी विकास दुबे पर अब इनाम की राशि को बढ़ा दिया गया है। उस पर इनाम राशि को डीजीपी एचसी अवस्थी ने बढ़ाते हुए ढाई लाख कर दिया है। इसके साथ ही उसकी गिरफ्तारी के लिए सर्चिंग अभियान को और भी तेज किए जाने की योजना तैयार कर ली है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक विकास को जल्द से जल्द ढूंढ लिया जाएगा। बता दें कि कानपुर आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने फरार चल रहे विकास दुबे पर इनाम की राशि बढ़ाने के लिए डीजीपी ऑफिस को लिखा था। इससे पहले उस पर 50 हजार और फिर बढ़ाकर एक लाख का इनाम कर दिया गया था।


बता दें कि विकास दुबे की गिरफ्तारी कि के लिए 40 थानों की फोर्स, एक हजार से अधिक दारोगा, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम उसकी चप्पे-चप्पे पर तलाश कर रही है। इसके बाद भी 72 घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस ने कानपुर, कानपुर देहात, उन्नाव और आस-पास के जिलों में विकास दुबे के पोस्टर चस्पा किए हैं। साथ ही राहगीरों को भी विकास की तस्वीर दिखाकर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। सूचना देने वाले को ढाई लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा।


तीन और पुलिसकर्मी निलंबित
उधर, आठ पुलिसकर्मियों की शहादत के मामले में अब कानपुर एसएसपी ने दो दरोगाओं समेत तीन पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया है। दरअसल इस मामले में यह पता चला है कि थाने के ही कुछ लोगों ने मुखबिरी की थी, जिसके बाद गैंगस्टर विकास दुबे ने अपने असलहाधारी गुर्गों के साथ घात लगाकर पुलिस टीम पर हमला किया था। इस मामले में पूरे थाने पर ही शक जताया जा रहा है। हालांकि कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार पी ने मामले में दो दारोगा और एक सिपाही को सस्पेंड करने की वजह जांच में लापरवाही बताई है।                


भाजपा ने पाला सफेद हाथीः भूपेश

शेखर शर्मा


रायपुर। छत्तीसगढ़ में जल्द ही निगम-मंडल में अध्यक्षों व संसदीय सचिवों की नियुक्ति हो सकती है। इधर नियुक्ति को लेकर बीजेपी अभी से ही हमलावर हो गयी है। खासकर संसदीय सचिवों की नियुक्ति को लेकर….बीजेपी का आरोप है कि उनके शासनकाल में कांग्रेस संसदीय सचिवों की नियुक्ति को लेकर कोर्ट तक पहुंच गयी थी, तो फिर वो अपने शासनकाल में संसदीय सचिवों की नियुक्ति कैसे कर सकती है। भाजपा ने तो संसदीय सचिवों की नियुक्ति को सफेद हाथी तक करार दिया है।


इधर बीजेपी के हमलावर रूख पर कांग्रेस की तरफ से खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोर्चा संभाला है। उन्होंने बीजेपी के आरोपों पर वार करते हुए सवाल पूछा है कि …अगर संसदीय सचिव सफेद हाथी है तो फिर भाजपा ने अपने शासनकाल में उसे क्यों पाला था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज एक कार्यक्रम के सिलसिले में बिलासपुर पहुंचे थे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में मरवाही चुनाव में जीत की हुंकार भरते हुए कहा कि यहां कांग्रेस का प्रत्याशी ही इस दफा जीतेगा।                   


उत्तराखंड में 325 कोविड केयर सेंटर

कोरोना सैंपल टेस्टिंग में किया पहले की तुलना में काफी सुधार। 325 कोविड केयर सेंटर भी स्थापित


पंकज कपूर


देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि, कोविड-19 को लेकर सर्विलांस, कान्टेक्ट ट्रेसिंग, सैम्पल टेस्टिंग, क्लिनिकल मैनेजमेंट और जन जागरूकता, इन पांच बातों पर विशेष जोर दिया जा रहा है। कोविंड-19 से लङाई के लिये हर प्रकार की तैयारी की गई है। स्थिति काफी कुछ नियंत्रण में होने पर भी हम पूरी तरह सतर्क हैं। राज्य में कोविड के दृष्टिगत हैल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को काफी मजबूत किया गया है। टेस्टिंग लैब, आईसीयू, वेंटिलेटर, पीपीई किट, एन 95 मास्क, आक्सीजन सपोर्ट की पर्याप्त व्यवस्था मौजूद है। नियमित सर्विलांस सुनिश्चित किया जा रहा है। घर-घर जाकर कोरोना जैसे संदिग्ध लक्षणों वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है। इसमें आशा और आंगनबाङी कार्यकत्रियों द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। लगभग सभी जिलों में सर्विलांस का एक राउंड पूरा किया जा चुका है। कई जिलों में दूसरा तो कुछ में तीसरा राउंड चल रहा है।


मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि, सेम्पल टेस्टिंग में पहले की तुलना में काफी सुधार किया गया है। कोरोना संक्रमण के शुरूआत में राज्य में एक भी टेस्टिंग लेब नहीं थी जबकि अब उत्तराखंड में 5 सरकारी और 2 प्राईवेट लेब में कोविड-19 संक्रमण के सैम्पल की जांच की जा रही है। इसके अतिरिक्त एनसीडीसी दिल्ली व पीजीआई चंडीगढ़ में भी सेम्पल टेस्टिंग के लिए भेजे जा रहे हैं। सेम्पल टेस्टिंग की सुविधा जिला स्तर पर कराने के लिए सभी जिलों को ट्रूनेट मशीनें उपलब्ध करा दी गई हैं। प्रदेश के चिकित्सालयों में फ्लू क्लिनिक के माध्यम से आ रहे समस्त श्वास व इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले मरीजों का कोविड-19 संक्रमण जांच के लिए सेम्पल लिए जा रहे हैं।


सेम्पल टेस्टिंग की संख्या बढाने के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। प्रति मिलियन जनसंख्या पर 6408 सेम्पल लिए जा रहे हैं। जल्द ही इसे देश के औसत के बराबर कर लिया जाएगा। देहरादून व नैनीताल दो जिलों में प्रति मिलियन सेम्पल राष्ट्रीय औसत से अधिक हैं। देहरादून जिले का औसत तो राष्ट्रीय औसत से दोगुना है। अन्य जिलों को भी सेम्पल टेस्टिंग बढाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए जरूरी संसाधन बढाए जा रहे हैं। प्रदेश में बनाए गए डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में हर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। वर्तमान में राज्य में 325 कोविड केयर सेंटर स्थापित हैं। इनमें कुल बेड क्षमता 22,890 है। जिनमें से 289 बेड उपयोगरत हैं। जबकि 22,601 बेड रिक्त हैं। इस प्रकार कोविड केयर सेंटर में पर्याप्त संख्या में बेड की उपलब्धता है।


राज्य में कोविड फेसिलिटी में आक्सीजन सपोर्ट बेड की संख्या 15 मई को 673 थी जो कि अब बढ़कर 1126 हो गई है। कोविड फेसिलिटी में आईसीयू बेड की संख्या 15 मई को 216 से बढाकर 247 और वेंटिलेटर की संख्या 116 से बढाकर 159 कर दी गई है। कोविड केयर सेंटर में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। एक तरफ सैम्पल टेस्टिंग में लगातार वृद्धि हो रही है वहीं रिकवरी रेट और डबलिंग रेट भी राष्ट्रीय औसत से कहीं बेहतर है और इनमें लगातार सुधार हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, जिस तरह से राज्य में सतर्कता बरती जा रही, उम्मीद है कि हम जल्द ही हालात पर नियंत्रण पा लेंगे। सभी जिलों में अधिकारी और कर्मचारी अपनी पूरी सजगता के साथ मिशनरी मोड में काम कर रहे हैं। उच्च स्तर से भी लगातार मानिटरिंग की जा रही है। जहां कमियां पाई जाती हैं उन्हें तत्काल दूर किया जाता है। इन लगभग चार माह में प्राप्त अनुभव से प्रशासनिक क्षमता में वृद्धि हुई है।           


दिल्ली पुलिस ने नामी बदमाश किया अरेस्ट

मुकेश राणा


नई दिल्ली। उत्तरी-बाहरी जिले के नरेला NIA थाना सीटी विनोद को एक गुप्त सूचना मिली कि सनी नाम का एक बदमाश बरवाला रोड से अपने दोस्तों से मिलने आएगा। उस सूचना पर बरवाला रोड पर एसआई राजेश, पीएसआई धरम सिंह, सीटी विनोद और सीटी सत्यवीर सहित इंस्पेक्टर अरविंद कुमार, एसएचओ / एनआईए ने श्री नीरव पटेल, एसीपी / नरेला की निगरानी में जाल बिछाया।


रात में लगभग 12:50 बजे सनी अपनी बाइक पर आया और टीम ने उसे रोक लिया। लेकिन वह रुका नहीं और भागने की कोशिश करने लगा। सीटी सत्यवीर ने उसे पकड़ने की कोशिश की, फिर भी उसने चकत्ते में मोटरसाइकिल चलाकर भागने की कोशिश की। सीटी विनोद ने तुरंत बैरिकेड को बाइक की ओर बढ़ाया और सनी अपना संतुलन खो बैठा और नीचे गिर गया। भागने के क्रम में, उन्होंने एसआई राजेश पर गोली चलाई, जिसे गोली लगने से बमुश्किल बचाया गया।


सनी ने फिर से CT सत्यवीर पर गोली चलाई लेकिन गोली लगने से वह चूक गया। खुद को बचाने के लिए, सीटी विनोद ने आरोपी सनी के पैरों पर निशाना लगाकर फायर किया, जब वह भागने की कोशिश कर रहा था और उसके निचले अंग में चोट लग गई थी। सनी नीचे गिर गया और उसने पुलिस टीम पर फायर करने के लिए अपनी बंदूक को फिर से लोड करने की कोशिश की। इस बीच पुलिस टीम की त्वरित कार्रवाई से वह खत्म हो गया। उन्हें एमवी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। उसके बैक पैक की जांच करने पर एक देसी पिस्टल और 5 जिंदा राउंड बरामद हुए। उपचार के दौरान अस्पताल में आगे 7.62 मिमी के दो जीवित कारतूस भी बरामद किए गए और खुद डॉक्टर द्वारा सौंप दिए गए।


इसलिए उसके कब्जे से एक अत्याधुनिक पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, एक देश ने 5 जिंदा राउंड, दो खाली कारतूस और एक बाइक के साथ पिस्तौल बनाई, जिसे भीम सिंह की हत्या के मामले में इस्तेमाल किया गया था। पूछताछ के दौरान उनसे हथियार और गोला-बारूद के बारे में पूछा गया। उन्होंने चौंकाने वाला बयान दिया कि वह दो और व्यक्तियों की हत्या करना चाहते थे। लक्ष्य में से एक कुतुब गढ़ का निवासी था जिसने मई में अपने चचेरे भाई को कुछ तुच्छ मुद्दे पर पीटा था।


दूसरा निशाना अपने ही गाँव मुबारक पुर का निवासी था जिसने जुए में उससे झगड़ा किया था। उसने अपने सह आरोपी मनीष के साथ एक सौदा किया था कि वह भीम सिंह की हत्या में उसकी मदद करेगा लेकिन बदले में मनीष को उपरोक्त दो की हत्या में उसकी मदद करनी होगी। चूंकि मनीष को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है इसलिए वह हत्या करने के लिए दूसरे साथी की तलाश कर रहा था।           


अलगाववादी 40 वेबसाइट की प्रतिबंधित

नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने प्रतिबंधित संगठन सिख्स फॉर जस्टिस से जुड़ी 40 वेबसाइट पर प्रतिबंध लगा दिया है। ये सभी वेबसाइटें अलगाववादी गतिविधियों का समर्थन करने के एवज में प्रतिबंधित की गई है। रविवार को इसकी जानकारी गृह मंत्रालय द्वारा दी गई। सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) अमेरिका स्थित एक खालिस्तान समर्थक समूह है। गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘गैर कानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम (यूएपीए), 1967 के तहत सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) एक गैरकानूनी संगठन है। उसने अपने उद्देश्य के लिए समर्थकों के पंजीकरण करने के वास्ते एक अभियान शुरू किया था। गृह मंत्रालय की सिफारिश पर इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने सूचना प्रौद्योगिकी कानून, 2000 के सेक्शन 69 ए के तहत एसएफजे की 40 वेबसाइट पर रोक लगाने के आदेश जारी किये।’ आपको बता दें इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) भारत में साइबर स्पेस की निगरानी करने वाली नोडल एजेंसी है।           






 





रेलवे नया टाइम टेबल बनाने में जुटा

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे अब नए सिरे से ट्रेनों की टाइम टेबल बनाने में जुटा है। क़रोना संकट खत्म होने के बाद रेलवे नई टाइमिंग जारी करेगा।






 





जानकारी के मुताबिक रेलवे अब सभी ट्रेनों के लिए नया टाइमटेबल बना रहा है। इसके तहत कई मेल और एक्सप्रेस समेत कुछ और ट्रेनों के स्टापेज की संख्या कम की जाएगी। इस बारे में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी के चलते इस योजना को लागू करने में देरी हो गई लेकिन इसे जल्द अमल में लाया जाएगा। सूत्रों की मानें तो कुछ मामलों में मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के किसी स्टेशन पर ठहराव इस आधार पर सुनिश्चित किया जाएगा कि संबंधित स्टेशनों कितने यात्री ट्रेन में उतरने वाले या सवार होने वाले हैं। रेल अधिकारियों ने बताया कि राजनीतिक वजहों से कई ट्रेनों के स्टापेज बनाए गए थे। जिनको अब कैंसिल करने का प्लान रेलवे बना रहा है। इसके लिए नई टाइम टेबल बनाने का काम चल रहा है। रेलवे ट्रेनों का कम ठहराव करेगा ताकि उनको सही समय से चलाया जा सके और सही समय पर ट्रेनें गंतव्य तक पहुंच सकें। बहुत जल्द रेलवे इस टाइमिंग को जारी करेगा।            


रेपिस्ट निकला संक्रमित, थाना किया सील

शैलेद्र पाठक


बिलासपुर। कर्नाटक से पकड़ कर लाए गए दुष्कर्म के आरोपी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पूरे पुलिस महकमें में हड़कंप मचा हुआ है। यहां तक सिविल लाइन थाना को सील कर तारबाहर थाने से कामकाज निपटाया जा रहा है। वहीं कोरोना संक्रमित आरोपी को जेल भेज दिए जाने की वजह से रिपोर्ट आने के बाद अब जेल महकमा उठाए जाने वाले कदम को लेकर पशोपेश में है।






 





जानकारी के अनुसार, सिविल लाइन थाना में दर्ज दुष्कर्म के मामले में आरोपी को पुलिस कर्नाटक के मैसूर शहर से पकड़कर लाई। लाने के बाद कराए गए जांच में आरोपी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसकी वजह से सिविल लाइन थाने के तमाम कर्मचारियों का अब कोरोना टेस्ट कराने की तैयारी की जा रही है, वहीं थाने को सील कर अब तारबाहर थाने से कामकाज निपटाया जा रहा है। इस मामले में बिलासपुर एसपी प्रशान्त अग्रवाल ने बताया कि दुष्कर्म का आरोपी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, जिसको तत्काल कोविड हॉस्पिटल शिफ्ट किया जा रहा है। एहतियात के तौर पर थाने को सील कर सैनिटाइज किया जा रहा है। थाना प्रभारी सहित सभी स्टाफ का सेम्पल लिया जा रहा है। सभी को होम क्वारेंटाइन किया गया है।


जेल महकमे की बढ़ी परेशानी


इससे भी ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि आरोपी को लाने के बाद जेल भेज दिया गया था, जहां न जाने कितने लोग आरोपी की वजह से कोरोना संक्रमित हुए होंगे। बता दें कि कोरोना संक्रमण की वजह से बिलासपुर केंद्रीय जेल में पहले ही मुलाकातों को बंद कर दिया गया था, लेकिन कोरोना संक्रमित आरोपी के जेल में दाखिल होने से बचाव की यह तरकीब भी फेल हो चुकी है, ऐसे में जेल प्रशासन आगे क्या कदम उठाता है, इस पर लोगों की निगाहें हैं।


'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...