रविवार, 5 जुलाई 2020

दंपत्ति की संदिग्ध हत्या या आत्महत्या

नवविवाहित जोड़े ने संदिग्ध हालात में मौत को गले लगाया




अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। कविनगर थाना प्रभारी विशाल प्रजापति और निशा पहले से एक दूसरे को जानते थे और अलग-अलग जाति से संबंध रखने के बावजूद दोनों परिवार वालों की सहमति से 29 जून को इनकी शादी हुई थी। शादी के बाद विशाल के घर में दो तीन दिन तो जश्न का माहौल रहा, लेकिन दो जुलाई की दोपहर घर से कोचिंग के लिए निकला विशाल जब देर रात तक वापस नहीं आया तो घर वालों को चिंता हुई। पूरी रात उसे तलाश किया गया, लेकिन कोई खबर नहीं मिली। आखिरकार तीन जुलाई को रेलवे ट्रैक पर विशाल का शव पड़ा मिला। इधर निशा के परिवार वाले विशाल का अंतिम संस्कार होने के बाद तीन जुलाई की ही शाम को उसे मायके ले आए, लेकिन चार जुलाई की सुबह निशा भी अपने कमरे में फंदे से लटकी हुई मिली।


थाना प्रभारी ने बताया कि अभी तक इतनी बड़ी घटना की कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है। दोनों परिवारों से एक साथ और अलग-अलग भी पूछताछ हो चुकी है, लेकिन कोई भी व्यक्ति कुछ भी बताने में असमर्थ है। फिलहाल पुलिस दोनों के मोबाइल फोन को कब्जे में लेकर इसकी जांच कर रही है। दोनों के कॉल डिटेल से लेकर चैट तक खंगाले जा रहे हैं।




पुलिस ने दी थी दबिश की सूचनाः नौकर

दुबे का नौकर, बोला- पुलिस ने ही दी थी दबिश की सूचना







संदीप मिश्रा


कानपुर। चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में शुक्रवार रात हुई मुठभेड़  में शामिल कुख्यात विकास दुबे  का नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री को पुलिस ने कल्याणपुर थाना क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में दयाशंकर के पैर में गोली लगी है। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है। गिरफ्तार दयाशंकर ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि पुलिस की तरफ से ही दबिश की जानकारी विकास दुबे को दी गई थी। जिसके बाद उसने अपने सभी असलहाधारी गुर्गों को फोनकर बुलाया था। जिसके बाद हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में एक सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।


जिला अस्पताल में एडमिट दयाशंकर अग्निहोत्री ने बातचीत में बताया कि दबिश की सूचना पुलिस की तरफ से ही मिली थी। उसने बाते कि थाने से एक फोन आया था। जिसके बाद विकास दुबे ने अपने साथियों को असलहे के साथ बुलाया था। दयाशंकर ने बताया कि उस वक्त घर में एक ही असलहा था जो उसके नाम पर हैं। विकास दुबे ने उसी असलहे से गोली चलाई थी। गौरतलब है कि विकास दुबे के साथ फरार जिन 18 लोगों पर इनाम घोषित किया गया है, उसमें दयाशंकर का नाम पांचवें नंबर पर है। उस पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। दयाशंकर ने बताया कि उसने गोली नहीं चलाई. उसे कमरे में बंद कर दिया गया था। हालांकि वह नहीं बता सका कि कितने लोग इस गोलीबारी में शामिल थे।


पुलिस वाले ही मुखबिर


विकरू काण्ड के बाद से जारी तफ्तीश में अब तक एक बात तो साफ है कि मुखबिरी पुलिस डिपार्टमेंट की तरफ से ही दी गई। इससे पहले यह बात सामने आई थी कि दबिश से पहले गांव की बिजली भी काटी गई थी। इसके लिए भी चौबेपुर थाने से ही फोन आया था। इस मामले में भी जांच चल रही है। हालांकि संदेह के घेरे में आए एसओ विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है।







25 दिन क्वॉरेंटाइन, आत्महत्या की धमकी

25 दिन से क्वॉरेंटाइन युवक ने वीडियो जारी कर दी धमकी, कर लूंगा आत्महत्या







कुंडा। कोरोना वायरस का कहर चौतरफा बरपा हुआ है। देश से लेकर प्रदेश में भी इसकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसी बीच प्रवासी मजदूरों के अलावा बाहर से गांव या शहर में पहुंचने वाले लोगों को अलग-अलग जगह क्वॉरेंटाइन किया गया है। कुंडा के हाई स्कूल में एक युवक पिछले 25 दिनों से क्वॉरेंटाइन में है, जिन्होंने अपना एक वीडियो जारी कर कहा है कि वह इससे पहले भी 20 दिन क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह चुका हैं, उसके बाद 2 दिन घर में रुकने के बाद उन्हें फिर से क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है, जहां जांच में उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। उसके बाद भी उन्हें छुट्टी नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ती जा रही है।


यदि आज रात तक उसे छुट्टी नहीं दी जाती तो युवक का कहना है कि वह आत्महत्या कर लेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी। यह कोई पहला मामला नहीं है, जहां इतने दिनों तक किसी को क्वॉरेंटाइन में रखा गया हो इससे पहले भी कई लोगों को समय अवधि बीत जाने के बाद भी एहतियातन क्वॉरेंटाइन में रखा गया था। अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर अपना क्या रुख रखता है।


कलेक्टर ने भेजी टीम


जिला कलेक्टर रमेश शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तहसीलदार को कुंडा क्वॉरेंटाइन सेंटर जाने का निर्देश दिया है और युवक से संबंधित रिपोर्ट देखने और उसके अवकाश संबंधी विषयों पर गंभीरता से लेने की बात कही है।


 मामला संज्ञान में आया है, जानकारी मिलते ही इस मामले को लेकर टीम भेजा जा गया है, युवक का क्वारंटाइन पूरा होने के बाद वहां पॉजिटिव मामला आने के कारण दोबारा क्वॉरेंटाइन किया गया,जिसके चलते उसे इतना दिन क्वॉरेंटाइन में रखा गया है, बाकी रिपोर्ट आने के बाद ही बता पाऊंगा।







बारिश ने स्मार्ट सिटी का चेहरा बदला

धर्मशाला। बारिश-तूफान के बीच स्मार्ट सिटी धर्मशाला का चेहरा ही बदल गया। शनिवार-रविवार मध्य रात को बिजली की तारें व पेड़ सड़क पर आ गिरे। ये सब उस वक्त हुआ जब रात को लोग सोए हुए थे तो तेज तूफान के बीच हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के आसपास वाले क्षेत्र में खासा नुकसान हुआ है। शहीद स्मारक के सामने सैनिक रेस्ट हाउस के बाहरी तरफ भी पेड़ गिरकर सड़क को बाधित कर गया। इसी तरह बिजली की तारें भी सड़क पर आ गिरी।शिक्षा बोर्ड के निचली तरफ मोड़ पर भी खासा नुकसान हुआ है। इससे कुछ देर के लिए यातायात भी बाधित रहा।


दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे, 13 घंटे का सफर

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे 1261 किलोमीटर की लंबाई का बनना है, इस पर करीब एक लाख करोड़ रुपये की लागत आनी है। इस एक्सप्रेस वे के 497 किलोमीटर के टुकड़े पर काम तेजी से चल रहा है, वहीं 162 किलोमीटर के दूसरे टुकड़े पर जल्द ही काम शुरु होने वाला है। जबकि बाकी बचे हुए 569 किलोमीटर के हिस्से के लिए टेंडरिंग प्रक्रिया चल रही है।


जानकारों की माने तो दिल्ली से मुंबई के बीच 1261 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे के बनने से 150 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी वहीं यात्रा के समय में 11 घंटे की कटौती होगी। फिलहाल दिल्ली से मुंबई तक जाने में 24 घंटे लगते हैं, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के तैयार होने के बाद महज 13 घंटे ही लगेंगे। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे आठ लेन का बन रहा है, इस एक्सप्रेसवे का निर्माण इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन (EPC) रूट के जरिये किया जा रहा है। इसके लिए स्पेशल पर्पस व्हीकल (एसपीवी) के जरिए 50,000 करोड़ रुपए जुटाए जाएंगे। पिछले दिनों इस योजना को वित्त मंत्रालय की मंजूरी मिल गई है। इस साल जुलाई के आखिर तक इस मॉडल के प्रारूप को अंतिम रूप दिया जाएगा। इस काम के लिए एक मर्चेट बैंकर नियुक्त किया जाएगा।


बता दें कि दिल्‍ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे निर्माण भारतमाला परियोजना के पहले चरण के तहत हो रहा है। 3 साल पहले यानी 2017 से इस योजना पर काम शुरू हुआ था और इसे वर्ष 2022 तक पूरा करना था। यह अलग बात है कि 2 साल पीछे होने के चलते एक्सप्रेसवे 2023-24 तक बनकर तैयार हो सकता है।


घर खरीदना सभी के लिए हुआ आसान

कविता गर्ग


नई दिल्ली। अपने सपनों का घर खरीदना हर किसी के लिए आसान नहीं होता, इसलिए लोन का सहारा लेना पड़ता है। इसी बीच अब देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक SBI ने अपने ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है। SBI ने होम लोन पर इंट्रेस्ट रेट घटा दिए हैं। इससे घर खरीदने वालों को बड़ी राहत मिलेगी। होम लोन की ब्याज दर में कटौती के बाद अब SBI के होम लोन की रेट 6.95 फीसदी सालाना से शुरू होगी। एसबीआई के मुताबिक, ब्याज की नई दर 1 जुलाई 2020 से लागू हो गई है। SBI में महिलाओं को होम लोन 6.95 फीसदी सालाना की शुरुआती दर से मिलेगा, जबकि अन्य लोगों के लिए 7 फीसदी सालाना से शुरू होगा।


घर खरीदना होगा अब आसान
एसबीआई से होम लोन लेकर घर खरीदना अब और आसान हो गया है। बता दें कि बैंक ने होम लोन की ब्याज दर में कटौती की है। इसके बाद अब होम लोन की शुरुआती दर अब 6.95 फीसदी हो गई है। SBI बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार SBI में फ्लोटिंग होम लोन इंट्रेस्ट रेट महिलाओं के लिए 6.95 फीसदी से शुरू है, जबकि अन्य के लिए यह दर 7 फीसदी से शुरू हो रही है।


महिलाओं के लिए सस्ता होम लोन
भारतीय स्टेट बैंक ने ब्याज में कटौती के साथ ही महिलाओं के लिए होम लोन को सस्ता कर दिया है। अब महिलाओं के लिए ब्याज दर 7 फीसदी से कम हो गई है। एसबीआई महिलाओं को होम लोन के ब्याज दर पर 0.05 फीसदी की छूट देता है। एसबीआई में महिलाओं के लिए टर्म लोन 6.95 फीसदी से 7.30 फीसदी सालाना और मैक्सगेन लोन की ब्याज दर 7.30 फीसदी से 7.65 फीसदी सालाना हो गई है।


बता दें कि नॉन-सैलरीड क्लास को बैंक से लोन लेने वाले ब्याज दर पर 0.15 फीसदी ज्यादा का भुगतान करना पड़ता है। इससे पहले जून के दूसरे हफ्ते में देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक ने अपने एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड रेट को 7.05 फीसदी से घटाकर 6.65 फीसदी करने की घोषणा की थी।


SBI REALTY LOAN
एसबीआई रियल्टी लोन में भी महिलाओं को 0.05 फीसदी की छूट मिल रही है। SBI REALTY LOAN की प्रभावी ब्याज दर पहले 5 सालों के लिए 7.70 से 7.90 फीसदी सालाना तक है, जबकि महिलाओं के लिए यह दर 7.65 फीसदी से 7.85 फीसदी सालाना तक होगी। वहीं जिन लोगों का SBI में सैलरी अकाउंट नहीं है, उन्हें रियल्टी लोन के मामले में तय रेट से 0.05 फीसदी अधिक चुकाना होगा।


मोबाइल से पर्सनल लोन की सुविधा
बता दें कि SBI अपने ग्राहकों को घर बैठे पर्सनल लोन की सुविधा उपलब्ध कराता है। यानी की आप घर बैठे पर्सनल लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपको एसबीआई का ग्राहक होना जरूरी है। इसके बाद आप घर बैठे ऑनलाइन प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन ले सकते हैं। इसके लिए आपको एसबीआई के मोबाइल ऐप से आवेदन करना होगा।


SMS से पता करें लोन की योग्यता
SBI ने ट्वीट के जरिए जानकारी दी है कि लोन के लिए अपनी योग्यता को SMS के जरिए जान सकते हैं। इसके लिए अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से PAPL को 567676 पर एसएमएस करना होगा। इसके बाद बैंक आपको कुछ मापदंडों के आधार पर लोन की जानकारी देगा।


3 बहनों ने कुल्हाड़ी से पिता को काटा

कविता गर्ग


मास्को। हरेक पिता हर परेशानी से अपने बच्चों की रक्षा करता है। एक बेटी खासकर अपने पिता से जुड़ी होती है। उसे उम्मीद होती है कि उसका पिता उसे दुनिया की हर मुसीबत से बचा लेगा। लेकिन अगर वही पिता बेटी की इज्जत का लूटेरा बन जाए तो? रिश्तों को शर्मसार करने वाला ये मामला रूस से 2018 में सामने आया था। यहां तीन बेटियों ने मिलकर अपने सगे पिता को मौत के घाट उतार दिया था। जब पुलिस ने बेटियों को अरेस्ट कर पूछताछ की तो पता चला कि हैवान पिता अपनी बेटियों की इज्जत लूटता था। जब सालों तक दुष्कर्म का दंश झेलती बेटियों के लिए ये असहनीय हो गया तो उन्होंने मिलकर अपने पिता की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। अब दो साल बाद कोर्ट ने इस मामले में बेटियों को बीस साल जेल की सजा देने का ऐलान किया है। कोर्ट के इस फैसले की हर तरफ आलोचना हो रही है। आइये आपको बताते हैं कैसे एक पिता ने अपनी तीन सगी बेटियों की जिंदगी बर्बाद की थी।


रूस के माफिया मिखाइल खचतुर्यां की बॉडी 2018 में मिली थी। उसकी हत्या उसकी तीन सगी बेटियों ने, जिनकी उम्र उस समय 17, 18 और 19 साल थी, ने मिलकर की थी। उन्होंने पुलिस को बताया था कि सेल्फ डिफेन्स में उन्होंने पिता की हत्या की थी। रुसी अथॉरिटीज के मुताबिक, अब इस मामले में तीन में दो बेटियों को बीस साल जेल की सजा दी जा सकती है। साथ ही तीसरी बेटी को मेन्टल असाइलम भेजा जा सकता है। ऑफिसर्स का कहना है कि ट्रायल के दौरान ये साबित नहीं हुआ कि मृतक की दोनों बेटियों क्रिस्टीना और एंजेलिना ने सेल्फ डिफेंस में ये मर्डर किया था। ऐसे में उन्हें खून का दोषी माना जा रहा है। साथ ही तीसरी बेटी मरिया को साइकाइट्रिस्ट के पास भेजा जाएगा।


इस मामले की जांच के लिए एक कमिटी बैठाई गई थी। कुछ महीनों पहले कहा गया था कि मेंटल और फिजिकल अब्यूज से परेशान होकर ये हत्या की गई थी। लेकिन अब इसे लेकर सजा देने की बात कही जा रही है। हत्या के इस केस की जांच दो साल से चल रही है। बेटियों ने पुलिस को बताया कि उनका पिता कई सालों से तीनों का रेप करता था। उसकी हर बेटी पर बुरी नजर थी। मां की मौत के बाद वो अपनी बेटियों को अपनी पत्नी बताता था। साथ ही चाहता था कि उसकी बेटियां  उसके होने वाले बच्चों की मां बने। जांच में ये बात भी सामने आई कि पिता अपनी बेटियों को कपड़े उतारकर उसके सामने खड़े होने को कहता था। फिर सभी से उसे सेक्सयुअल प्लेजर देने की बात कहता था। अगर इंकार करती, तो उसे जान से मारने की धमकी देता।


जब तीनों से अपने पिता का आतंक सहना मुश्किल हो गया तो उन्होंने मिलकर अपने पिता के हथौड़े से मारकर हत्या कर दी। बेटियों को जेल की सजा कोर्ट ने इस आधार पर दी कि जब उसकी हत्या की गई थी उस समय मृतक को नशीला पदार्थ दिया गया था। साथ ही उस समय वो किसी पर अटैक करने की पोजीशन में नहीं था। ऐसे में हत्या सेल्फ डिफेंस के लिए की गई, ऐसा नहीं कहा जा सकता।


फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...