बुधवार, 1 जुलाई 2020

27 लाख गाय-भैंसों का होगा टीकाकरण

अल्मोड़ा। पशुपालन विभाग देहरादून से जारी विज्ञप्ति के अनुसार पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश में किसानों की आय दुगनी करने के प्रमुख प्रयासों के दृष्टिगत खुरपका-मुॅहपका और बू्रसेला रोग के उन्मूलन के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 11 सितम्बर, 2019 को राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम की शुरूआत की थी। जिसके अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा पाॅच वर्षों तक शत-प्रतिशत वित्त पोषण के माध्यम से वर्ष 2025 तक पशुओं में टीकाकरण द्वारा खुरपका मुॅहपका और बू्रसेला रोगों के नियंत्रण किया जाना है तथा 2030 तक दोनों ही रोगों का उन्मूलन किया जाना है। उत्तराखण्ड राज्य में खुरपका मुॅहपका और बू्रसेला रोग नियत्रंण हेतु प्रथम चरण का टीकाकरण कार्यक्रम माह अगस्त-सितम्बर, 2020 में किया जाना है। इस योजनान्तर्गत टीकाकरण से पूर्व समस्त गौवंशीय-महिषवंशीय पशुओे की पहचान कर टेगिंग किया जाना अति आवश्यक है।इस टैगिंग एवं वैक्सीनेशन हेतु मैन पावर के लिये एक-एक वैक्सीनेटर व एक सहायक का चयन प्रति 1 हजार से 2 हजार पशुओं हेतु क्षेत्रीय स्तर पर किया जायगा और जहां विभागीय वैक्सीनेटर उपलब्ध न हो वहां पैरावेटो का प्राथमिकता के आधार पर चयन किया जाएगा। इसके साथ ही चयनित वैक्सीनेटर व टैगर्स को प्रति टीकाकरण की धनराशि व मास्क, सैनेटाईजर इत्यादि सामग्री दी जायेगी। जिसके फलस्वरूप 27 लाख गोवंशीयो-महिषवंशियों का टीकाकरण होगा और 20 लाख पशुपालको को सीधा इसका लाभ होगा।  इस कार्यक्रम में टैग किये गये पशुओं को अन्य योजनाओं से भी लाभान्वित किया जायेगा। टेगिंग व वैक्सीनेशन हेतु भारत सरकार द्वारा निःशुल्क टैग व वैक्सीन उपलब्ध करायी जा रही है।


 प्रदेश के समस्त पशुपालको से अपील है कि केन्द्र सरकार की जनहित व अति महत्वपूर्ण दूरदर्शी योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाते हुये अपने पशुओं में टेगिंग व टीकाकरण अवश्य करायें ताकि उन्हें भविष्य में खुरपका मुॅहपका और बू्रसेला रोगों से निजात मिल सके।


पेट्रोलियम पदार्थ के बढ़ते मूल्यों का असर

नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (Crude Oil Price) और दूसरे पेट्रोलियम पदार्थों के दाम में हो रही वृद्धि का असर अब घरेलू बाजार में साफ दिखने लगा है। बुधवार को पेट्रोल-डीज़ल और रसोई गैस के अब एटीएफ यानी विमान ईंधन (ATF-Air Turbine Fuel Price Hiked) के दाम में भी 7.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है।


एविएशन टरबाइन फ्यूल यानी एटीएफ के दाम राष्ट्रीय राजधानी में 2,922.94 रुपये प्रति किलोलीटर यानी 7.55 फीसदी बढ़कर 41,992.81 रुपये प्रति किलोलीटर (प्रति हजार लीटर) हो गए है। माना जा रहा है कि लागत बढ़ने पर एविएशन कंपनियां टिकटों के दाम बढ़ा सकती है। एक महीने में एटीएफ की कीमतों में यह तीसरी सीधी वृद्धि है। 1 जून को 56.6 फीसदी (126 12,126.75 प्रतिकिलोलीटर) की दर से दरों में बढ़ोतरी की गई, इसके बाद 16 जून को 5,494.5 रुपये प्रति किलोलीटर (16.3 प्रतिशत) की वृद्धि हुई।
क्या होता है एटीएफ- जेट फ्यूल या एविएशन टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) की जरूरत विमानों के परिचालन के लिए पड़ती है।जिसका प्रयोग जेट व टर्बो-प्रॉप इंजन वाले विमान को पावर देने के लिए किया जाता है। यह एक विशेष प्रकार का पेट्रोलियम आधारित ईंधन है। एटीएफ दिखने में रंगहीन और स्ट्रा की तरह होता है। ज्‍यादातर कॉमर्शियल विमानन कंपनियां ईंधन के तौर पर जेट-ए एवं जेट ए-1 ईंधन का इस्‍तेमाल करती है।


एटीएफ का उत्पादन अंतरराष्‍ट्रीय मानकों के अनुरूप और तय दिशानिर्देशों के तहत किया जाता है। आमतौर पर टरबाइन इंजन संचालित विमानों में जेट-बी फ्यूल का ही प्रयोग किया जाता है। सर्दियों में इसका प्रयोग विमानों के बेहतर परिचालन के लिए होता है। कैसे तय होती है एटीएफ की कीमत – अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एटीएफ की कीमतें और क्रूड ऑयल की कीमतों के आधार पर इसके दाम तय होते है। इसके अलावा डिमांड-सप्लाई, प्राकृतिक आपदाओं, मौद्रिक उतार-चढ़ाव, भू-राजनैतिक तनावों के साथ-साथ ब्याज दर और अन्य चीजें भी रेट तय करने के लिए जिम्मेदार होती है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जुलाई 02, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-324 (साल-01)
2. बुधवार, जुलाई-02, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि- द्वादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:31,सूर्यास्त 07:28।


5. न्‍यूनतम तापमान 27+ डी.सै.,अधिकतम-39+ डी.सै.। तेज हवाओं के साथ बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


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मंगलवार, 30 जून 2020

बार-बार भूकंप का कारण पता लगाया

अरुण शर्मा


नई दिल्ली। भू-विज्ञानियों ने रोहतक में लगातार भूकंप आने का कारण पता लगा लिया है। उनका कहना है कि इंडो-ऑस्ट्रेलियन टेक्टोनिक प्लेट यूरेशियन प्लेट के टकराने और फॉल्ट लाइन के सक्रिय होने से  लगातार भूकंप आ रहे हैं। इससे दिल्‍ली-एनसीआर क्षेत्र में खतरा है। अभी इस संबंध में शोध में भू विज्ञानी अभी जुटे हुए हैं। शोध किए जा रहे हैं।  वरिष्ठ विज्ञानियों ने दावा किया है कि दिल्ली और हरियाणा के आसपास पांच फॉल्ट-रिज लाइन हैं। फिलहाल महेंद्रगढ़-देहरादून सक्रिय है। पिछले दो-तीन महीने से मथुरा फॉल्ट लाइन में भी सक्रियता के कारण ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद तक भूकंप के झटके आ चुके हैं!


छोटे धार्मिक स्थल खुलेंगे, बड़े बंद रहेंगे

जयपुर। राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में श्रद्धालुओं की सीमित संख्या वाले धार्मिक स्थल 1 जुलाई से फिर से खुलेंगे जबकि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े धार्मिक स्थल कोविड-19 महामारी के कारण बंद रहेंगे।






राज्य सरकार ने अन्य राज्यों से राजस्थान आने वालों के लिए 14 दिवसीय होम क्वांरटीन की अनिवार्यता को भी हटा दिया है, हालांकि उन्हें सभी नियमों का अनुपालन करना होगा और कोरोना के लक्षण नजर आने पर जांच करानी होगी। ये फैसले रविवार रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में लिए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में केवल उन्हीं धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति होगी जहां सामान्य दिनों में प्रतिदिन 50 या इससे कम लोग आते हैं।


इन स्थलों पर एक समय में सीमित संख्या में लोग उपासना, दर्शन अथवा अन्य धार्मिक कार्यों के लिए मौजूद रह सकेंगे। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन और मास्क पहनने आदि स्वास्थ्य प्रोटोकॉल सहित भारत सरकार की ओर से धार्मिक स्थलों के लिए जारी एसओपी के अनुपालन को सुनिश्चित किया जाना चाहिए।


गहलोत ने कहा कि लॉकडाउन के कारण बंद हुए धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए जिला कलेक्टरों की अध्यक्षता में गठित की गई कमेटियों के सुझावों के आधार पर शहरों में सभी और ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े धार्मिक स्थलों को फिलहाल नहीं खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि जीवन की सुरक्षा राज्य सरकार के लिए सर्वोपरि है। 20 जून को राज्य में शुरू हुआ कोरोना जागरूकता अभियान अब 7 जुलाई को समाप्त होगा। यह अभियान जागरूकता फैलाने के लिए शुरू किया गया था। गहलोत ने इस अभियान को सफल बताया।






नाबालिग से 7 माह तक रेप, प्रेग्नेंट

 नाबालिग से रेप, प्रेग्‍नेंट होने पर हुआ खुलासा.

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक किशोर ने एक किशोरी के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया। 16 साल का किशोर 14 वर्ष की किशोरी को बहला-फुसलाकर उसके साथ कई महीनों तक रेप करता रहा। मामले की जानकारी परिजनों को तब हुई, जब उन्होंने पेट दर्द होने पर किशोरी का अल्ट्रासाउंड कराया। अल्ट्रासाउंड में पता चला कि किशोरी कई माह की गर्भवती है। इसके बाद परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। लड़की के परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी किशोर को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक, मामला काकादेव थाना क्षेत्र का है। यहां रहने वाला 16 वर्षीय किशोर 14 साल की किशोरी के घर पर आता जाता था। इसी बीच उसने बहला-फुसलाकर किशोरी के साथ शारीरिक संबंध बना लिए। वह 7 महीने तक किशोरी का यौन शोषण करता रहा। पिछले दिनों किशोरी के पेट में दर्द हुआ तो परिजनों ने उसे डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर की दवा खाने के बाद भी किशोरी को आराम नहीं हुआ तो डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी। इसपर परिजनों ने किशोरी का अल्ट्रासाउंड करवाया। अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट आने पर परिजनों के होश उड़ गए।

आरोपी के खिलाफ रेप और पॉक्‍सो एक्ट में मामला दर्ज..

किशोरी के गर्भवती होने की बात पता चलने के बाद नाबालिग ने बताया कि पिछले 7 महीने से घर में आने वाला किशोर उसके साथ संबंध बना रहा था। परिजनों ने काकादेव थाने में मामले की शिकायत की। जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी किशोर को गिरफ्तार कर लिया है। थानाध्यक्ष कौशल किशोर दीक्षित का कहना है कि लड़की के घरवालों ने जो तहरीर दी उसके आधार पर आरोपी के खिलाफ रेप और पॉक्‍सो एक्ट नें मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी किशोर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी नाबालिग है उसे किशोर न्यायालय में पेश किया जाएगा।

वैक्सीन को मानव परीक्षण की अनुमति

भारत के पहले कोविड-19 टीके COVAXIN को डीसीजीआई की तरफ से मानव परीक्षण की मिली अनुमति

नई दिल्ली। भारत सरकार ने पहले स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन को मानव परीक्षण की अनुमति दे दी है. भारत बायोटेक की तरफ से  .‘कोवैक्सिन' नामक टीके का विकास किया जा रहा है। भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (NIV) के साथ मिलकर इसे विकसित किय़ा है। कंपनी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI)  की तरफ से मानव परीक्षण की अनुमति मिली है।

दुनिया भर के ड्रग निर्माता कोरोनावायरस के खिलाफ एक टीका विकसित करने के प्रयास में लगे हुए हैं। वैक्सीन और जेनेरिक दवाओं के अग्रणी निर्माता, भारत को इस दौड़ में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है, जिसमें कई संस्थान विभिन्न दवाओं के साथ काम कर रहे हैं। हाल ही में सरकार की तरफ से कहा गया था कि 30 ग्रुप वैक्सीन बनाने के कार्य में लगे हुए हैं।

बताते चले कि दुनिया भर में कई कंपनी इस काम में लगी हुई है। पिछले हफ्ते विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा था कि ब्रिटेन की एस्ट्राजेनेका इस वैक्सीन को बनाने के काफी करीब है। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा इस वैक्सीन पर काम किया जा रहा है।

गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है हालांकि सरकार ने अनलॉक के दूसरे चरण यानी अनलॉक2 (Unlock2) के लिए दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। नए दिशानिर्देशों में कंटेमेंट जोनों के बाहर और ज्यादा गतिविध‍ियों को खोलने की इजाजत दी गई है। नए दिशानिर्देश 1 जुलाई 2020 से प्रभावी होंगे। अर्थव्यवस्था को चरणबद्ध तरीके से खोलने की प्रक्रिया इसमें आगे बढ़ाया गया है। आज जारी किए गए नए दिशानिर्देश, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से प्राप्त फीडबैक और संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के साथ व्यापक विचार-विमर्श पर आधारित हैं।

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...