अल्मोड़ा। पशुपालन विभाग देहरादून से जारी विज्ञप्ति के अनुसार पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश में किसानों की आय दुगनी करने के प्रमुख प्रयासों के दृष्टिगत खुरपका-मुॅहपका और बू्रसेला रोग के उन्मूलन के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 11 सितम्बर, 2019 को राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम की शुरूआत की थी। जिसके अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा पाॅच वर्षों तक शत-प्रतिशत वित्त पोषण के माध्यम से वर्ष 2025 तक पशुओं में टीकाकरण द्वारा खुरपका मुॅहपका और बू्रसेला रोगों के नियंत्रण किया जाना है तथा 2030 तक दोनों ही रोगों का उन्मूलन किया जाना है। उत्तराखण्ड राज्य में खुरपका मुॅहपका और बू्रसेला रोग नियत्रंण हेतु प्रथम चरण का टीकाकरण कार्यक्रम माह अगस्त-सितम्बर, 2020 में किया जाना है। इस योजनान्तर्गत टीकाकरण से पूर्व समस्त गौवंशीय-महिषवंशीय पशुओे की पहचान कर टेगिंग किया जाना अति आवश्यक है।इस टैगिंग एवं वैक्सीनेशन हेतु मैन पावर के लिये एक-एक वैक्सीनेटर व एक सहायक का चयन प्रति 1 हजार से 2 हजार पशुओं हेतु क्षेत्रीय स्तर पर किया जायगा और जहां विभागीय वैक्सीनेटर उपलब्ध न हो वहां पैरावेटो का प्राथमिकता के आधार पर चयन किया जाएगा। इसके साथ ही चयनित वैक्सीनेटर व टैगर्स को प्रति टीकाकरण की धनराशि व मास्क, सैनेटाईजर इत्यादि सामग्री दी जायेगी। जिसके फलस्वरूप 27 लाख गोवंशीयो-महिषवंशियों का टीकाकरण होगा और 20 लाख पशुपालको को सीधा इसका लाभ होगा। इस कार्यक्रम में टैग किये गये पशुओं को अन्य योजनाओं से भी लाभान्वित किया जायेगा। टेगिंग व वैक्सीनेशन हेतु भारत सरकार द्वारा निःशुल्क टैग व वैक्सीन उपलब्ध करायी जा रही है।
प्रदेश के समस्त पशुपालको से अपील है कि केन्द्र सरकार की जनहित व अति महत्वपूर्ण दूरदर्शी योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाते हुये अपने पशुओं में टेगिंग व टीकाकरण अवश्य करायें ताकि उन्हें भविष्य में खुरपका मुॅहपका और बू्रसेला रोगों से निजात मिल सके।